RE: Desi Chudai Kahani कमसिन जवानी
सपना खुद ही टॉप उतारने लगी...और उसकी भारी चूचियाँ उपेर की और तन गयीं....ब्रा में खड़ी सपना एक दम गोरी चित्ति लग रही थी...उसके बूब्स तो जैसे भारी होने की वजह से ऐसे लग रहे थे जैसे टूट कर नीचे गिर जाएँगे..
सपना"लो उतार दिया"
अजय"चल स्कर्ट उतार अपनी"
अजय उसके सामने खड़ा उसे हुकुम देता जा रहा था और वो उसके हुक्म का पालन करती जा रही थी...
स्कर्ट उतारते ही सपना की भारी और गदराई जांघें अजय को दिखाई दे. गई ...अजय के मूह में पानी आ गया ..
सामने खड़ी 'कमसिन जवानी' स्वर्ग से उतरी हुई काम की देवी लग रही थी...काली ब्रा और काली पॅंटी..पॅंटी के सामने का कपड़ा ट्रॅन्स्परेंट था जिसमे से उसकी झांतो वाली चूत सॉफ सॉफ दिखाई दे रही थी....
सपना को ऐसा करने में शर्म नहीं आ रही रही लेकिन जब अजय ने उसे अपनी ब्रा उतारने के लिए कहा तो सपना शर्म से पानी पानी हो गई..
सपना"तुम ही उतार दो प्लस्स अजय ..अब में नहीं कर पाउन्गि.."
सुनकर अजय सपना के पास आता है और दोनो बूब्स को सामने से ही पकड़ लेता है और उसे मसल्ने लगता है...
सपना के मूह से कामुक सिसकारियाँ निकलने लगती है....
और एक हाथ को पीछे ले जाकर वह उसकी ब्रा के हुक को खोल कर उसके आमो को ब्रा की क़ैद से आज़ाद कर देता है.....बड़ी बड़ी भारी भारी चूचियाँ जैसे लटक कर अजय को अपने पास आने और चूस जाने के लिए लालायित करती हैं..
अजय ने बिना समय गवाए ही दोनो को अपनी मुठ्ठी में भर लिया चूचिया इतनी बड़ी थी कि अजय की मुट्ही से भी बाहर निकाल रहीं थी...अजय वहाँ पड़े सोफे पर जाकर बैठ गया और सपना को अपनी गोदी में दोनो तरफ पैर करके बैठा लिया..
और सपना की चूचिया अजय के मूह के सामने लटक रहीं थी..निप्पल्स तो जैसे फूल कर मोटे मोटे हो गये ...
अजय ने एक निपल अपने मूह मे ले लिया और ज़ोर ज़ोर से ऐसे चूसने लगा कि आज वो इनमे से रस निचोड़ कर इनके साइज़ को आज छोटा करके ही दम लेगा...कमरे मे निपल चूसे जाने की वजेह से चस पुच ....की आवाज़े आ रही थी दूसरे हाथ से दूसरा निपल को अपनी उंगली और अंगूठे से उमेथ रहा था..सपना इधर उधर अपने मूह घूमने लगी और फड़फड़ने लगी..............
सपना के मम्मे एक हाथ से दबे जा रहे थे और दूसरी तरफ चूस रहे थे....सपना की चूत फिर से गीली हो चुकी थी....निपल को चूसने में मग्न अजय की शर्ट के बटन्स को वह सामने से पूरा खोल देती है और उसकी छाती पर हाथ फेरने लगती है....
अजय सपना की चूचियो को छ्चोड़ कर उसे खड़ा कर देता है ...अपनी शर्ट और पॅंट उतार कर फिर वैसे ही सोफे पर बैठ कर सपना को अपनी गोद में वैसे ही दोनो तरफ पैर करके बैठा लेता है...अजय पुन: उसके मम्मो को दबाने चूसने और काटने में लग जाता है...सपना भी दोनो हाथों से उसके सिर को अपनी चूची मे घुसा देना चाहती थी....
सपना की चूत पानी छ्चोड़ रही थी..ट्रॅन्स्परेंट पनती से निकलता हुआ चूत रस अजय की जांघों पर बहने लगा...और अजय को जांघों पर गरम गरम पदार्थ का अनुभव हो रहा था ..वो समझ गया कि सपना तय्यार हो चुकी है...एक हाथ को उसके सपना की गांद पर ले जाकर पॅंटी नीचे करने में लग गया और पॅंटी को उतार दिया ...उसी हाथ से धीरे धीरे सपना की चूत को उंगली करने में लग गया...दूसरा हाथ की एक उंगली से सपना की नाभि की चारो और गोल गोल घुमा रहा था और अपना मूह उसकी दोनो भारी भारी चूचियों पर रगड़ रहा था..
सपना तो जैसे स्वर्गलोक मे जा पहुँची थी....इतना मज़ा उसे कभी नहीं आया था...सपना ने भी अजय के अंडर वेअर से लंड को बाहर खीच लिया...अजय का 9 " लंड देख कर पहले तो सपना की चीख ही निकल गई अजय भी उसकी चीख सुन कर थोड़ा घबरा गया..
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