RE: Holi Mai Chudai Kahani
सच में..?? जैसे तेरी कसी गाण्ड मारने में मज़ा आ रहा है वैसे उस की भी बड़ी-बड़ी चुचियाँ पकड़ के मस्त चूतडों के बीच……… हाए क्या गाण्ड है.?? बहोत मज़ा आएगा……!!!” ‘ये’ बोले और बचा-कुचा लंड भी ठेल दिया. मेरे छोटे भाई की तो चीख ही निकल गई……
मैं सोच रही थी कि तो क्या मेरी माँ के साथ भी….. छी कैसा-कैसा सोचते है ये..??? वैसे ये बात सही भी थी कि मेरी माँ की चुचियाँ और चूतड़ बहुत मस्त थे, और हम सब बहने बहुत कुछ उनपे गई थी. वैसे भी बहुत दिन हो गए होंगे, उनकी बुर को लंड खाए हुए.
“क्या मस्त गाण्ड मराता है तू यार…… मजा आ गया. बहुत दिन हो गए ऐसी मस्त गाण्ड मारे हुए.” हल्के-हल्के गाण्ड मरते हुए ‘ये’ बोले.
ननदोई जी कभी उसे चुम रहे थे तो कभी उससे अपना सुपाड़ा चुसवा-चटवा रहे थे. उन्होंने पूछा, “क्या हुआ जो तुझे इस साले की गाण्ड में ये मज़ा आ रहा है.???”
वो बोले, “अरे इसकी गाण्ड, जैसे कोई कोई हाथ से लंड को मुट्ठीयाते हुए दबाए, वैसे लंड को भींच रही है. ये साला Natural गाण्डू है” और एक झटके में सुपाड़े तक लंड बाहर कर के सटा-सट गपा-गप उसकी गाण्ड मारना शुरू कर दिया.
मैंने देखा कि जब उनका लंड बाहर आता तो ‘इनके’ मोटे मुसल पे उसकी गाण्ड का मसाला….. लेकिन मेरी नज़र सरक के उसके लंड पे जा रही थी. सुन्दर सा प्यारा, कड़ा, कभी मन करता था कि सीधे मुँह में ले लु तो कभी चूत में लेने का.
तभी सुनाई पड़ा. ‘ये’ बोल रहे थे, “साले, आज के बाद से कभी मना मत करना गाण्ड मराने के लिए, तुझे तो मैं अब पक्का गाण्डू बना दूँगा और कल होली में तेरी सारी बहनों की गाण्ड मारूंगा, चूत तो चोदुंगा ही. तुझे तेरी कौन छिनाल बहन पसंद है.? बोल साले.. इस गाण्ड मराने के लिये तुझे अपनी साली ईनाम में दूँगा.”
मैंने मन में कहा कि ईनाम में तो वो ‘इनकी’ छोटी बहन की मस्त कच्ची चूत कि seal सुबह ही खोल चुका है.
वो बोला, “सबसे छोटी वाली…लेकिन अभी वो छोटी है.”
“अरे उसकी चिन्ता तू छोड़. चोद-चोद कर इस होली के मौके पे तो मैं उसकी चूत का भोसड़ा बना दूँगा और अपनी सारी सालियों को रंडी की तरह चोदुंगा. चल तू भी क्या याद रखेगा.? सारी तेरी बहनों को तुझसे चुदवा के तुझे गाण्डू के साथ नम्बरी बहनचोद भी बना दूँगा.”
उन लोगों ने तो बोतल पहले ही खाली कर दी थी. ननदोई उसे भी आधी से ज्यादा देसी बोतल पिला के खाली कर चुके थे और वो भी नशे में मस्त हो गया था.
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