RE: Ghar Pe Chudai एक और घरेलू चुदाई
अब उसके लिए रुकना तो मुश्किल हो रहा था पर वो थोड़ा इंतजार करने का सोच रहा था क्योंकि सुधा कपड़े धो रही थी सुधा जल्दी ही फारिग हो गयी और नंगी ही चलती सौरभ के पास आई और बोली बस कर बेटा- टाई को कब तक नज़रो से घूरेगा
सौरभ – आप की खूबसूरती को निहरना मेरे लिए सोभाग्य की बात है
सुधा- हाँ पर तुम्हारे ज़ज्बात तो कुछ और ही कह रहे है कहते हुए सुधा ने सौरभ के खड़े लंड की ओर इशारा किया जो पॅंट मे तंबू बनाए हुए था
सौरभ ने कहा – जो हाल है सब आपके कारण ही है तो सुधा बोली- चल बेटा सो जाते है और अपनी गान्ड को मटकाते हुए छप्पर मे आ गये वहाँ पर एक ही खाट थी तो दोनो उस पर लेट गये , सौरभ आज किसी तरह से इस मोके को नही जाने देना चाहता था वो उसने अपने लंड का आज़ाद कर दिया और सुधा से बिल्कुल चिपक गया सुधा अपनी गान्ड पर लंड को महसूस करते हुए बोली बेटा ये क्या नुकीली चीज़ मुझे चुभ रही है
सौरभ- मुझे क्या पता खुद ही देख लो
सुधा अपना हाथ पीछे किया और उसके लंड को पकड़ लिया ताई के हाथ की गर्मी पाते ही सौरभ का सबर टूट गया उसने सुधा को अपनी बाहों मे भर लिया और उसके रसीले होंठो को चूसने लगा सुधा ने भी अपना मूह खोल दिया और अपनी मुट्ठी उसके लंड पर कस दी
सुधा ने अपनी उंगलिया सौरभ के लंड के इर्द गिर्द लपेट ली
और उसको बुरी तरह से अपनी मुट्ठी मे भर कर दबाने लगी
ताईजी की इस हरकत से सौरभ और उत्तेजित होने लगा उसे
सुधा के बड़े बड़े खरबूजो को कस कर दबाना चालू किया तो
सुधा चाह कर भी अपनी आह को रोक ना सकी
ताईजी की सिसकारियो को सुनकर सौरभ के होंटो पर एक मुस्कान
आ गयी उसको यकीन था कि आज वो ताईजी के हुस्न के समुंदर
मे बेपनाह गोते लगाने मे कामयाब हो जाएगा सुधा के अंगूर
के दाने जीतने मोटे मोटे निप्पल्स को अपनी उंगलियों मे फसा कर वो
सुधा को दर्द भरा मज़ा दे रहा था दोनो जने अब खुल के एक
दूसरे के मादक अंगो से छेड़खानी कर रहे थे ना किसी की रोक
टोक ना किसी का डर,
सुधा किसी मछली की तरह सौरभ के आगोश से बाहर निकल
गयी और अपने आप को उसकी टाँगो के बीच मे झुका लिया
सौरभ का लंड हवा मे इधर उधर झूल रहा था सुधा ने
अपने रसीले होंठो पर जीभ फेर कर उनको थूक से गीला किया
और फिर सौरभ के सुपाडे की खाल को हाथो की सहयता से
नीचे को सरका दिया सुधा ने अपनी सप्निली जीभ बाहर
निकली और थूक से लबरेज जीभ को लंड के सुपाडे पर
घूमने लगी लिजलीज़ी जीभ की गर्माहट से सौरभ के लंड की
नसे पिघलने लगी सुधा ने किसी कुलफी की तरह से सौरभ के
लंड को चूसना शुरू कर दिया
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