RE: Desi Sex Kahani मेरी प्रेमिका
"आज तुम्हारा जल्दी छूट गया." वो चौंकते हुए बोली. आश्चर्य
मुझे भी हो रहा था. शायद ज़्यादा उत्तेजना की वजह से ऐसा हुआ
था. पर मैने उसकी चूत मे धक्के लगाने जारी रखे. सोनाली ने
अपनी टाँगे मेरी कमर मे लपेट ली और मे जोरों से धक्के लगाने
लगे.
में उसकी बाईं चुचि को मुँह मे ले चूस रहा था और मेरा लंड
उसकी चूत मे अंदर बाहर हो रहा था.
"हाआँ चोदो मुझे ओह हाां चूओड़ो ओह राज्ज्जज." वो सिसक
रही थी.
मैने अपनी रफ़्तार बढ़ाई और तेज़ी से लंड को अंदर बाहर करने
लगा. सोनाली ने अपनी बाहों मेरे इर्द गिर्द जाकड़ ली और अपने नाख़ून
मेरी पीठ पर गढ़ाने लगी.
"ऊऊऊः राआाज हाआअँ आौर जूऊरों सीई चूओड़ो फाड़ दो मेरी
चूओत कूऊऊ अपनाा मुसाल लुंदड़ड़ से इसस्सका बाअजा बाआजा दो
ओ हाआँ." वो जोरों से चिल्लाते हुए झाड़ गयी.
में उसे चोदता रहा और तब तक चोद्ता रहा जब तक कि मेरे लंड ने
एक बार फिर उसकी चूत मे पानी छोड़ दिया.
थोड़ी देर उसे चोदने के बाद मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया. वो
थोड़ा उदास हो गयी लेकिन जब उसने मेरे लंड को अपनी गान्ड के छेद पर
महसूस किया तो खुश होते हुए घोड़ी बन गयी.
मैने ज़ोर लगाते हुए एक ही धक्के मे अपना लंड उसकी गान्ड मे घुसा
दिया. एक बार तो वो दर्द मे चिल्लाई, फिर मेरे लंड को अपनी गान्ड मे
अड्जस्ट करने लगी. में ज़ोर के धक्के मार कर उसकी गान्ड मार रहा
था.
"ऊवू सूऊनाली आअज मेंन्न तुम्हारी गान्ड फाड़ दूँगा, हाआँ ले
ले मेराअ लंड आअपनी गांद मे." उत्तेजना मे में भी बड़बड़ा रहा
था.
पर जो मैने कहा वो पूरा नही कर पाया. उसकी गान्ड आज इतनी कसी
हुई लग रही थी कि मेरे लंड की नसों मे तनाव हुआ और मेरे लंड ने
उसकी गान्ड मे पानी छोड़ दिया. में थक कर उसपर लेट गया था.
तभी मुझे दरवाज़े पर तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी. विजय अपने
हाथ मे वीडियो कॅमरा लिए हमारी शूटिंग कर रहा था.
"अच्छा शो था. इस फिल्म की टिकेट तो हाथों हाथ बिक जाएगी," उसने
हंसते हुए कहा.
"हाई विजय." मैने कहा. मेरा लंड अभी भी सोनाली की गान्ड मे था.
उसने कॅमरा के क्लोज़ अप से फोटो ली. मैने अपना लंड बाहर निकाला.
वो मेरे और सोनाली के वीर्य से भीगा हुआ था.
"ऊवू राआज आअज तुमने तो मुझहह्े तृप्त कर दियाअ." सोनाली
के चेरे पर तृप्ति के भाव थे.
में उठकर बाथरूम मे चला गया. जब में वापस आया तो विजय
कुर्सी पर बैठा था.
"और विजय कैसा चल रहा है?' मैने पूछा.
"सब ठीक है राज." उसने जवाब दिया.
"ये बताओ उस लड़के अमित का क्या हाल है." मेने फिर पूछा.
"में तुम्हे बताउन्गा नही बल्कि दिखाउन्गा. कुछ दिन पहले ही रेकॉर्ड
की है." विजय ने कहा.
"ठीक है." कहकर में विजय के साथ सोनाली के कमरे से बाहर निकल
आया.
हम विजय के कमरे मे पहुँचे. उसने एक सीडी लगा दी.
"आराम से बैठो और देखो, तीन दिन हुए इसे रेकॉर्ड किए." उसने
कहा.
मैने देखा दो गान्ड और दो चूत आपस मे पास पास थी. वो सोनाली
और प्रियंका की चूत थी. और दो गान्ड विजय और उसके पिताजी की थी.
विजय ने सीडी पर अच्छा काम किया था. आवाज़ भी रेकॉर्ड की हुई थी.
सिसकारियों की आवाज़ सॉफ सुनाई दे रही थी.
अच्छा सीन था, दो लंड दो चूतो के अंदर बाहर हो रहे थे.
तभी मैने दोनो लंड को पहचाना. सोनाली की चूत को उसके पिताजी
चोद रहे थे और प्रियंका की चूत को विजय. थोड़ी देर बाद उन दोनो
ने जगह बदल ली.
थोड़ी देर बाद मैने देखा कि उसके पिताजी ने अपना लंड सोनाली की
चूत से बाहर निकाल लिया और अपना लंड उसकी गान्ड मे पेल दिया. यही
विजय ने उसकी बेहन के साथ किया.
|