RE: Desi Sex Kahani मेरी प्रेमिका
"क्या उसका लंड पूरा सख़्त है."
"हां पूरा खूँटे की तरह खड़ा है. उसका सुपाड़ा जब चमकता है
तो मुझे बहुत अच्छा लगता है." सोनाली ने कहा.
शायद सोनाली को विजय के हाथों की आवाज़ सुनाई दे रही थी. वो
सोच रही होगी कि किस तरह बिस्तर पर लेटे विजय ने अपनी टाँग फैला
रखी होगी और एक साथ से फोन पकड़े दूसरे हाथ से अपना लंड पे
मूठ मार रहा होगा.
शायद इस ख़याल ने उसे फिर गरमा दिया था, उसकी चूत एक बार फिर
पनिया गयी थी और वो जोरों से मेरे लंड को रगड़ रही थी.
"विजय सच सच बताओ तुम राज को बहका रहे हो ना जिससे मुझे चोद
सको?"
"अगर सच कहूँ मेरी प्यारी बहना, तो उस रात तुम्हारी चुदाई करते
वक़्त मुझे बहुत मज़ा आया, में हमेशा तुम्हारी चूत के सपने
देखा करता हूँ, में एक बार नही कई बार तुम्हारे साथ चुदाई करना
चाहूँगा." विजय ने कहा.
सोनाली ने मेरे लंड को अपने हाथों से छोड़ दिया और अपनी चूत
रगड़ने लगी, "हां विजय मुझे भी अच्छा लगा था, पर तुम जानते
हो कि इसकी वजह से हम कितनी मुसीबत मे पड़ गये थे, और में नही
चाहती कि दुबारा हमे इसका सामना करना पड़े."
विजय ने जवाब दिया, "सोनाली में तुमसे प्यार करता हूँ, और राज भी
मुझे पसंद है. तुम्हे चोदने के लिए में कोई उसे नही बहका रहा
था, में कभी भी तुम दोनो के बीच नही आना चाहूँगा. तुम दोनो की
जोड़ी बहुत अच्छी है. पर मेरी समझ मे नही आता कि हम क्यों नही
आपस मे चुदाई कर सकते है, मेरा मतलब हम तीनो से है."
"ठीक है मुझे लगता है कि हमे मज़ा आएगा." सोनाली ने धीरे से
कहा.
में सोनाली के पास गया और उसे कुतिया बना दिया फिर अपना लंड उसकी
चूत पर घिसने लगा. फिर मैने एक ही झटके मे अपना लंड उसकी
कसी चूत मे घुसा दिया, हे भगवान उसकी चूत इतनी गीली थी की
आसानी से पूरा अंदर घुस गया.
"हीईईय भ्ाागवाअं" वो सिसकी.
"सोनाली क्या राज इस समय तुम्हे चोद रहा है?"
"हहाआआनन्न" वो सिसकी. में उसकी चूत को चोदे जा रहा था.
में ज़ोर के धक्के मार रहा था. उसका पूरा शरीर हिल रहा था जिससे
उसे बात करने मे तकलीफ़ हो रही थी, बड़ी मुश्किल से उसने फोन
हाथ से गिरने से बचाया.
"ऑश सूोनली मेरर्राआ चूओटने वाअला हाीइ." विजय ने कहा,
फिर थोड़ी देर खामोशी छाई रही, और उसे इस बात की परवाह भी
नही थी.
सोनाली ने फोन वॉशिंग मशीन पर रख दिया और टाय्लेट की सीट को
पकड़ आगे पीछे होते हुए मेरे लंड को अंदर तक लेने लगी.
मैने आगे से उसकी चुचियाँ मसल्ते हुए ज़ोर से धक्के पर धक्के मार
रहा था.
वो जोरों से सिसक रही थी, "हाा राज चूऊओदो मुझे और जूओरों
सीए ऑश आआआः हाां चूऊड़ो मेरा प्ाअनीिइ छुदाअ दो." और
उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
"ओह राज आज तो तुमने मेरी चूत फाड़ ही दी है, प्लीस अब अपने लंड
को बाहर निकाल लो, बहुत दर्द हो रहा है." सोनाली ने कहा.
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