RE: Desi Sex Kahani मेरी प्रेमिका
विजय ज़रूर फोन के उस तरफ मुस्कुरा रहा होगा, मुझे लगा कि उसे
ज़रूर चूत मे उंगलियाँ अंदर बाहर होने की आवाज़ सुनाई दे गयी
होगी, "क्या तुम अपने आप से खेल रही हो?" विजय ने पूछा.
"नही राज मेरी चूत मे उंगली कर रहा है."
"कहाँ हो तुम इस वक़्त?"
"में नंगी टाय्लेट मे बैठी हूँ, और राज ने अपनी तीन उंगलियाँ
मेरी………ओह्ह्ह्ह ह हाआँ हाां" तभी उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया
और में किसी प्यासे बच्चे की तरह उसका पानी चूसने लगा.
"ओह सोनाली तुम्हारी बातों ने तो मुझे गरमा दिया, मैने अपना हाथ
अपने लंड पर कस रखा है और मूठ मार रहा हूँ इस वक़्त." विजय ने
फोन के दूसरी ओर से कहा.
मैने उम्मीद की सोनाली ने उसका मोबाइल नंबर ही मिलाया हो कहीं घर
के फोन पर ना मिलाया हो. उनके घर मे पर्रलल लाइन है कहीं इसी
और इनकी बात ना सुन ली हो.
पर इनकी बातों ने मुझे भी गरमा दिया था, मैने अपनी पॅंट खोल दी.
जैसे ही मेरी पॅंट नीचे हुई सोनाली ने मेरे लंड को पकड़ लिया और
मसल्ने लगी.
"सोनाली तुम इस वक़्त क्या कर रही हो बताओ मुझे." विजय शायद जानना
चाहता था.
"अभी इस वक़्त मेरे प्यारे भाई, में राज के लंड को मसल रही हूँ."
सोनाली मुस्कुराते हुए बोली.
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