RE: Desi Sex Kahani मेरी प्रेमिका
"राकेश मुझे जोरों से चोदे जा रहा था. तब तुम दोनो ने मेरी
टाँगे छोड़ दी पर मुझ में ताक़त नही थी कि में अपनी टाँगो को
सिकोड पाती. मैने अपनी टाँगे जैसी थी वैसे ही रहने दी."
"तभी प्रियंका मेरे उपर आ कर उसने अपनी जांघे मेरे अगल बगल
रख अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी, "मेरी चूत को चूस कुतिया."
उसने कहा.
"मैने अपनी जीभ उसकी चूत मे डाल दी और उसकी चूत को चूसने
लगी. अब में राकेश को नही देख सकती थी, पर उसके लंड को अपनी
चूत के अंदर बाहर होते महसूस कर रही थी. जिस तरह से वो मुझे
चोद रहा था ज़रूर मेरी चूत से खून निकल आया होगा."
"तभी प्रियंका की चूत ने मेरे मुँह मे पानी छोड़ दिया, उसने मेरी
गर्दन को इस तरह अपनी टाँगो मे जाकड़ रखा था कि उसका रस पीने के
अलावा मेरे पास कोई चारा भी नही था."
"जब प्रियंका मेरे उपर से उठ गयी तो राकेस ने मुझे पेट के बल
लिटा दिया. अब वो मुझे पीछे से चोद रहा था, और मेरे मम्मे नीचे
कार्पेट पर रगड़ रहे थे. मेरी चूत अब उसके लंड को झेलने के
लायक शायद हो चुकी थी. तभी उसने अपने लंड को मेरी चूत से
बाहर निकाला और मेरे चुतडो को थोड़ा फैला मेरी गान्ड के छेद पर
थोड़ा थूक दिया."
"जब उसने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला तो मैने थोड़ी राहत
की साँस ली पर उसने अपने लंड को मेरी गान्ड के छेद पर रख दबाना
शुरू किया. आख़िर उसका लंड मेरी कुँवारी गान्ड मे अंदर तक घुस
चुका था. मेरी गान्ड भी शायद फॅट चुकी थी, क्यों कि मुझे बहुत
दर्द हो रहा था."
"प्लीज रुक जाआओ मुझे बहुत दर्द हूऊ रहा है, जो तुम
कहूओगे मेंन करूँगिइइ." में दर्द मे चिल्ला रही थी, पर मेरी
चीखों का राकेश पर कोई असर नही हो रहा था.
राकेश जोरों से मेरी गान्ड मार रहा था, और उसके हर धक्के के साथ
मेरी चूत नीचे कार्पेट पर रगड़ खा रही थी. पता नही उसके
धक्कों का कमाल था या फिर मेरी चूत का कार्पट पर रगड़ने का
कमाल था, थोड़ी ही देर में चिल्ला रही थी, "ओह राकेश ःःआआआआण
माअरो मेरी गाअंड को फ़ाआद दो आाज मेरी गाअंड को आापने हबशी
लंड से, मुझे अपनी रंडी Bआना लो ओह आआअज चूऊड़ो
मुझीई."
"ओह रंडी मुझे जोर से चुदने को कह रही है,
चोदुन्गा और जोरों से चोदुन्गा मेरी छिनाल." कहकर राकेश
जोरों से मेरी गान्ड मारने लगा.
"हाां आईससे ही चूऊड़ो ओह आहह हाां और जूऊर सीई
ऑश मेरे राआजा ईीई मेराा चूऊओटा चूऊऊथा." और मेरी
चूत ने पानी छोड़ दिया.
"राकेश भी झड़ने के करीब था, उसने मेरे बालों से पकड़ मेरे
चेहरे को अपने लंड के करीब किया. उसका लंड क्रीम रस से
लिथड़ा हुआ था. उसने अपने लंड को मेरे मुँह पर दबाया और मैने
अपना मुँह खोलते हुए उसके लंड को अंदर ले लिया."
"उसने अपने लंड को मेरे गले तक डालते हुए अपना पानी छोड़ दिया.
उसका वीर्य मेरे गले से होते हुए मेरे पेट में पहुँच गया और
तभी मुझे लगा कि मैने उसकी रांड़ बन गयी हू और वो मुझे जब
चाहे मेरे किसी भी छेद मे अपना लंड घुसा सकता है."
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