RE: Desi Sex Kahani मेरी प्रेमिका
"और बताओ तुम्हारे और विजय के बीच कैसा चल रहा है?' राकेश
शरारत से मुस्कुराते हुए बोला.
"हम दोनो ठीक है, पर तुम ये क्यों पूछ रहे हो?' सोनाली झल्लाते
हुए बोली.
राकेश फिर एक बार मुस्कुराते हुए बोला, "बस ऐसे ही पूछ रहा था,
कोई खास वजह नही है. तुम मेरे साथ बाहर घूमने कब चलोगि?"
"तुम्हे ये बात प्रियंका से कहनी चाहिए, वो तुम्हे शायद पसंद भी
करती है." सोनाली ने जवाब दिया.
राकेश सिर्फ़ मुस्कुराया और बाथरूम मे चला गया. सोनाली की समझ
मे नही आ रहा था कि वो राकेश को क्या समझे. जहाँ तक अभी
बातचीत का सवाल था राकेश ने एक भले इंसान की तरह उससे बात
की थी. वो कहीं से भी ग़लत इंसान नज़र नही आया था, जैसा उसने
उसके बारे में सोचा था.
जिस दिन प्रियंका मेरे घर आने वाली थी उस दिन सुबह जब में और
सोनाली बिस्तर में नंगे लेटे हुए थे. सोनाली का आधा शरीर मेरे
बदन पर था, और हम अभी एक अच्छी नींद लेकर उठे थे.
"राज आज रात मुझे एक अजीब सा सपना आया." सोनाली ने कहा.
"ऐसा क्या सपना आया सोनाली?" मैने पूछा.
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