RE: Desi Sex Kahani मेरी प्रेमिका
मैने सोनाली के माथे को चूमते हुए कहा, "इससे तो हमारे पास
प्रियंका का बताया दूसरा रास्ता ही बचता है, है ना."
सोनाली मेरी आँखों मे झाँकने लगी, उसके चेहरे पर अस्चर्य के
भाव थे, "अब ये ना कहना कि तुम प्रियंका को वो देना चाहते हो जो
उसे चाहिए, कहीं तुम तो प्रियंका को चोदने मे ज़्यादा इंट्रेस्टेड
नही हो."
मैने सोनाली के होठों को चूम लिया, "में उसे चोदना चाहता हूँ,
नही ऐसी बात नही है."
मैने सोनाली से झूठ बोला था. माना प्रियंका एक छिनाल लड़की थी,
पर अक्सर में सोचा करता था कि वो नंगी होगी तो कैसी लगेगी. क्या
उसकी चूत भी उसकी बेहन की चूत की तरह गोरी और चिकनी है, क्या
उसकी चूत का स्वाद सोनाली की चूत से कुछ अलग है. हालाँकि सोनाली
अपने भाई से चुदवा चुकी थी फिर भी में अभी अपने विचार उसे
नही बताना चाहता था.
"समस्या एक और भी है," मैने कहा, "चलो हम प्रियंका की ख्वाइश
पूरी कर भी देते हैं और वो हमें वो सब फोटोस जो उसने खींची
है हमे वापस कर देती है, पर इस का क्या सबूत कि उसके पास उन
फोटोस की कॉपीस नही होगी."
"हां ये तो मैने सोचा ही नही था." सोनाली बोली.
"मेरा कहने का मतलब ये है," मैने अपनी बात जारी रखते हुए
कहा, "कि हो सकता है की उसने उन तस्वीरों की कई कॉपीस बना रखी
हो."
सोनाली बोली, "क्यों ना हम उसके कमरे की तलाशी ले लें."
"तलाशी तो ले सकते हैं पर क्या पता उसने वो तस्वीरें अपनी किसी
सहेली के यहाँ रखी हो?" मैने कहा.
"क्या वो ऐसा कर सकती है." सोनाली थोड़ी डरी हुई आवाज़ में बोली.
"हां हो सकता है, क्या पता उसने एक कॉपी राकेश को दे दी हो?" मैने
कहा. ये बात समस्या खड़ी कर सकती है. मेरी समझ में नही आ
रहा कि हमें क्या करना चाहिए."
"सो तो सोचेंगे, सबसे पहला सवाल ये है कि क्या तुम मेरी बेहन को
चोदना चाहते हो? सोनाली ने पूछा.
वो जिस तरह मेरी और देख रही थी उससे मेरी समझ मे नही आ रहा
था कि वो सही में पूछ रही थी या ये उसका शरारत भरा प्रश्न
था.
"हां में तुम्हारी बेहन को चोदुन्गा. अगर में उसके के साथ कुछ ना
कर पाया तो कम से कम तुम तो वहाँ रहोगी." मैने मज़ाक करते हुए
कहा.
सोनाली मेरी बात सुनकर थोड़ा मुस्कुरा दी, "ठीक है फिर इस शनिवार
को हमारे यहाँ उसके जनमदिन की पार्टी है. हम सभी वहाँ होंगे,
में उसे साइड मे लेजा कर सब कुछ तय कर लूँगी. मेरी राय तो ये है
कि तुम उसे अपने घर मे चोदने की बजाय हमारे घर में चोदो इससे हमे कोई
पकड़ नही पाएगा."
"तुम ठीक कह रही हो. तस्वीरों को हासिल करने का तरीका बाद मे
सोचेंगे." मैने कहा.
हमारे बीच सब कुछ तय हो गया था.
शनिवार की शाम को में सोनाली के घर पहुँचा. जब मुझे पता
चल चुका है कि विजय अपनी बेहन यानी मेरी प्रेमिका को चोद चुका
है, उसे देख कर मुझे कुछ अजीब सा लग रहा था.
में ख़यालों में उस नज़ारे की कल्पना करने लगा जब विजय सोनाली
को चोद रहा होगा, साथ ही में उस तस्वीर को देखने के लिए मरा
ज़ा रहा था जिसमे सोनाली की चूत से विजय का वीर्य बह रहा था.
शुरू में विजय से बात करते हुए मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था.
थोड़ी देर में में और सोनाली भीड़ मे से खिसक कर विजय के कमरे
मे घुस गये.
"राज में तुम्हे विजय का आल्बम दिखाती हूँ जिसमे उसने सब लड़कियों
की चूत की तस्वीरें लगा रखी है." सोनाली बोली.
विजय ने वो आल्बम अपनी अलमारी के पीछे छुपा रखी थी. सोनाली को
मालूम था कि उसे कैसे निकाला जाता है. आल्बम नंगी लड़कियों और
उनकी चूत की तस्वीरों से भरी पड़ी थी. सभी लड़कियाँ काफ़ी
सुंदर लग रही थी.
|