RE: Desi Sex Kahani मेरी प्रेमिका
सोनाली को उसकी बकवास सुनने में कोई दिलचस्पी नही थी, "कौन
राकेश."
"राकेश मेरा मालिक जिसकी दुकान पर में काम करती हूँ." प्रियंका
ने कहा.
"वो काला सांड." सोनाली बोली.
"हां वही," प्रियंका ने अपनी गर्दन हिलाते हुए कहा. फिर वो अपनी
बेहन के पीछे आ गयी और उसके कंधों पर हाथ रख दिया.
"क्यों क्या हुआ उसे?" सोनाली थोड़ा विचलित सी हो गयी थी. पता नही
क्यों उसे प्रियंका के हाथ अपने शरीर पर सुहा नही रहे थे.
प्रियंका सोनाली के थोड़ा करीब आती हुई बोली, "राकेश हमेशा से
तुमसे आकर्षित रहा है. कल उसने मुझसे कहा कि वो तुम्हे चोदना
चाहता है."
"तो में क्या करूँ इसमे, चोदने के लिए मेरा प्रेमी है मेरे पास."
सोनाली ने उससे कहा.
"सच कह रही हो! अगर ऐसा है तो फिर विजय से उस दिन क्यों चुदवा
रही थी." प्रियंका उसके कान मे धीरे से बोली.
सोनाली के तो पसीने छूट गये. डर के मारे उसका शरीर काँपने लगा,
इसका मतलब है कि प्रियंका ने सब कुछ देख लिया था, "मेरी समझ
मे नही आ रहा कि तुम क्या बकवास कर रहही हो."
प्रियंका ने सोनाली के कंधे जोरों से पकड़ते हुए कहा, "सोनाली
मुझे ज़्यादा बनाने की कोशिश मत करो. मैने तुम्हे और विजय को
चुदाई करते हुए देखा है, और विजय ने तुम्हारी वीर्य भरी छूट
की फोटो भी ली थी."
"तुम ये साबित नही कर सकती." सोनाली थोड़ी हिम्मत जुटाते हुए बोली.
"सही क्या नही कर सकती, जब राज को बताउन्गि तो वो क्या कहेगा,
पिताजी क्या कहेंगे. फिर घर मे सिर्फ़ विजय के पास ही डिजिटल कॅमरा
नही है मेरे पास भी है," उसकी ये बात ने सोनाली को सच मुच
डरा दिया था.
सोनाली समझ गयी कि उस पर मुसीबत आ गयी है, "ठीक है आख़िर
तुम क्या चाहती हो?"
प्रियंका ने सोनाली के कंधे छोड़ दिए. फिर अपना हाथ नीचे की ओर
बढ़ाते हुए उसके मम्मे पकड़ लिए और उसके निपल को भींचने लगी.
"तुम्हारे पास दो रास्ते है, एक तुम राकेश से चुदवा लो, जैसे उसका
दिल चाहे वो तुम्हे चोदेगा."
प्रियंका थोड़ी देर के लिए रुकी. उसने अपनी गिरफ़्त सोनाली की
चुचियों पर बढ़ा दी और ज़ोर से दबाने लगी, "और दूसरा रास्ता
शायद तुम्हारे लिए बेहतर हो सकता है……………"
"और वो क्या है? मेरे निपल भींचना बंद करो?"
पर प्रियंका ने उसके निपल भींचना बंद करने के बजाय और जोरों
से भींच दिया. सोनाली को दर्द तो हुआ पर साथ ही उसके शरीर मे
उत्तेजना भी दौड़ गयी.
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