RE: Porn Hindi Kahani नये पड़ोसी
मिनी ने मेरी तरफ कामुक निगाह से देखा और कहा, "राज आज तक में प्रशांत जैसे मर्द से नही मिली. वो चुदाई की कलाओं में इतना माहिर है कि वो किसी औरत को कोई भी मर्द से चुदवाने को उकसा सकता है." में समझ गया कि वो प्रीति की बात कर रही है.
हम चार जने ही फ्लोर पर डॅन्स कर रहे थे. मिनी ने धीरे से मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूत पे रख दिया. जैसे ही मेरा हाथ उसकी चूत को छुआ में चौंक कर उछल पड़ा. उसकी भी चूत में एक डिल्डो घुसा हुआ था.
"ये ठीक वैसा ही है जैसा तुम्हारी बीवी की चूत में घुसा हुआ है." उसने मेरे हाथों का दबाव अपनी चूत पे बढ़ाते हुए कहा. में समझ कि ये सब प्रशांत का काम है. उसने दो औरतों को इतना उत्तेजित कर दिया था कि वो चुदवाने के लिए कुछ भी कर सकती थी.
नाचते हुए में प्रीति और अविनाश की ओर देखा. अविनाश का एक हाथ मेरी बीवी को चूत पर था और वो उस डिल्डो और अंदर तक उसकी चूत मे घुसा रहा था. फिर मेने देखा कि प्रीति उसका हाथ पकड़ उसे हॉल के बाहर ले जा रही है. में सोच रहा था कि पता नही अब आगे क्या होने वाला है? में भी मिनी को अपने साथ ले उनके पीछे चल दिया.
प्रीति और अविनाश कमरे में पहुँचे. और उनके पीछे पीछे प्रशांत और बबिता फिर में और मिनी भी कमरे में आ गये. अब ये बात सबपे खुलासा हो चुकी थी कि आज सब एक दूसरे की चुदाई करेंगे.
मिनी मेरे पास आकर मुझसे सॅट कर खड़ी हो गयी. उसकी आँखों में भी उत्तेजना के भाव थे. लगता था कि प्रशांत ने उसे भी डिल्डो को छूने की मनाही की हुई थी. बॅटरी पे चलता रिमोट उसकी चूत में आग लगाए हुए था. पता नही प्रशांत ने क्या जादू इन दोनो पे किया हुआ था.
प्रशांत ने भी शायद उनकी आँखों मे छुपी वेदना को पढ़ लिया था, "तुम दोनो चिंता मत करो आज तुम दोनो की चूत से पानी की ऐसे बौछार छूतेगी जैसे इस कमरे में बढ़ आ गयी हो. आज तुम को चुदाई का वो आनंद आएगा कि तुम दोनो जीवन भर याद करोगी."
"लेकिन प्रीति की पहली बारी है, क्योंकि आज की दावत उसकी तरफ से थी. लेकिन ये बाद मे पहले में चाहता हूँ कि प्रीति अपने क़ाबिले तरीफ्फ मुँह से अविनाश के लंड से एक एक बूँद पानी निचोड़ ले. लेकिन वो अपनी जीन्स नही उतारेगी और नही अपनी चूत पर हाथ रख सकेगी. अगर अविनाश ने इसके काम की तारीफ की तो मे इस विषय पर सोचूँगा. राज और मिनी खड़े होकर उन्हे देख सकते है लेकिन यही बात मिनी पर भी लागू होती है. तब तक में और बबिता मेहमआनो का ख़याल रखेंगे. जब अविनाश का काम हो जाए तो राज मेरे पास आगे क्या करना है पूछ सकता है." इतना कहकर प्रशांत और बबिता वापस हॉल में चले गये.
प्रीति अविनाश का हाथ पकड़ उसे गेस्ट बेडरूम मे ले गयी. मुझे विश्वास नही आ रहा था कि थोड़े दिन पहले तक जो औरत ने सिवाय मेरे किसी से नही चुडवाया था आज वो फिर एक गैर मर्द का लंड चूसने जा रही है.
|