RE: Porn Hindi Kahani नये पड़ोसी
रात के 12.00 बज चुके थे और दूसरे दिन काम पर भी जाना था. प्रशांत और बबिता खड़े हो अपने कपड़े पहनने लगे. कपड़े पहन दोनो ने हमसे विदा ली और अपने घर चले गये. में और प्रीति भी एक दूसरे को बाहों में ले सो गये.
अगले कुछ दीनो तक हमारी मुलाकात प्रशांत और बबिता से नही हो पाई. उस रात की चुदाई ने हमारी सेक्स लाइफ को एक नया मोड़ दिया था. अक्सर रात को बिस्तर में हम उस रात की चर्चा करते और जमकर चुदाई करते. हम दोनो की इच्छा थी कि प्रशांत और बबिता के साथ एक रात और गुज़ारी जाए.
तीसरे दिन शाम के 6.00 बजे प्रशांत हमारे घर आया. उसने बताया कि वो ऑफीस के काम इतना मशगूल था इसलिए हम लोगो से नही मिल पाया. बातचीत के दौरान मेने प्रशांत को बताया अगले वीकेंड पर में प्रीति गोआ घूमने जा रहे है. मेने प्रशांत से कहा, "प्रशांत तुम और बबिता क्यों नही साथ चलते हो?"
प्रशांत कुछ देर सोचते हुए बोला में तय्यार हूँ पर हम लोग आपस में एक शर्त लगाते है. जो शर्त हार जाएगा उसे घूमने का सारा खर्च उठाना पड़ेगा बोलो मंजूर है."
"पर शर्त क्या होगी?" मेने प्रशांत से पूछा.
"शर्त ये होगी कि अगले 10 दिन तक हम सफ़र तय्यारी करेंगे. इन 10 दीनो में हम चारों चुदाई गुलाम होंगे. हम दूसरे से कुछ भी करने को कह सकते हैं, जो पहले काम के लिए मना करेगा वो शर्त हार जाएगा." उसने कहा.
प्रीति ये बात सुनते ही उछल पड़ी "मुझे मंजूर है." जब प्रीति हां बोल चुकी थी तो में कौन होता था ना करने वाला बल्कि में तो तुरंत बबिता के ख़यालों में खो गया कि में उसके साथ क्या क्या कर सकता हूँ, और अगर उसने इनकार किया तो छुट्टियाँ फ्री में हो जायगी, पर मुझे क्या मालूम था कि आगे क्या होने वाला है.
"ठीक है प्रशांत हमे मंजूर है." मेने कहा.
"तो ठीक है हमारे शर्त कल सुबह से शुरू होगी." कहकर प्रशांत चला गया.
मुझमे और प्रशांत में शर्त लग चुकी थी. अब हम अपनी ख्वाशे आज़माने का इंतेज़ार करने लगे. दूसरे दिन प्रशांत शाम को हमारे घर आया और शर्त को शुरू कर दिया. उसने प्रीति को अपने पास बुलाया, "प्रीति तुम अपने कपड़े उतार कर नंगी हो जाओ."
प्रीति ने अपने पूरे कपड़े उतारे और नंगी हो गयी. प्रशांत ने उसकी चूत पे हाथ फिराते हुए कहा, "प्रीति पहले तुम अपनी झटें सॉफ करो, मुझे चूत पे बाल बिल्कुल भी पसंद नही है."
प्रीति वहाँ से उठ कर बाथरूम में चली गयी. थोड़ी देर बाद प्रीति बाथरूम से बाहर निकल कर आई. मेने देखा की उसकी चूत एकदम चिकनी और साफ लग रही थी. बाल का नामो निशान नही था. प्रशांत ने उसे अपनी गोद में बिठा लिया और उसे चूमते हुए उसकी चूत में अपनी उंगली डाल दी.
"वाह क्या चूत है तुम्हारी!" कहकर प्रशांत अपनी दूसरी उंगली उसकी चूत में डाल अंदर बाहर करने लगा. "शायद में पहला व्यक्ति होऊँगा जो तुम्हारी बिना बालों की चूत को चोदेगा."
प्रशांत ने प्रीति को खड़ा किया और खुद खड़ा हो अपने कपड़े उतारने लगा. उसका खड़ा लंड शॉर्ट्स के बाहर निकल फुन्कर रहा था. प्रीति आगे बढ़ उसके लंड को अपने हाथों में ले सहलाने लगी.
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