RE: Samuhik Chudai अदला बदली
कोमल के जाने के बाद, मैं और राज एक दूसरे से बात कर रहे थे..
राज – मम्मी, बहुत बहुत धन्यवाद आप दोनों को.. मैं अब कॉन्फिडेंट हूँ की मैं डॉली को चोद के खूब एंजाय करूँगा..
मिनी – हाँ बेटा, इसलिए तो अरेंज किया था ना ये..
राज – मम्मी, आप बहुत अच्छी हो ..?.. पर मम्मी कोमल आंटी ऐसा क्यूँ बोले रही थी की आप जवान लंड की दीवानी हो..?..
मिनी – ऐसा कुछ नहीं है बेटा, अब तू इतना जान ही गया है तो ये भी जान ले की मुझे ना लंड को चूसना और उसका रस पीना बहुत अच्छा लगता है.. जवान लड़के के लंड का अलग ही मज़ा है.. इसलिए बस मेरा मन करता है की जवान लंड भी चूसने को मिले.. ऐसा कुछ ज़रूरी नहीं है, मैं तुम्हारे पापा के साथ सेक्स लाइफ में काफ़ी खुश हूँ..
राज – मम्मी, मैं समझ सकता हूँ, इतने सालों से आप बस पापा का लंड चूस रहे हैं, इसलिए आपका मन करता होगा की जवान लड़के का लंड चूसने को मिले..
मिनी – हाँ मन तो करता है, पर बेटा मैंने जो तुम्हारा लंड चूसा, उसे हम कंटिन्यू नहीं करेंगे.. इट्स वेरी रॉंग और ये और भी कॉंप्लिकेटेड होता जाएगा.. ये तेरे मेरे दोनों की लाइफ को हिला सकता है.. किसी को भी मत बतना की मैंने तुम्हारा लंड चूसा.. डॉली को भी नहीं..
राज – ओ के .. मम्मी, मैं किसी को कुछ भी नहीं बताऊंगा.. पर मम्मी, यदि आपको कभी ज़रूरत हो तो प्लीज़ बता देना, मैं खुद से अपने लंड का पानी निकाल के आपको दे दूँगा..
मिनी – हाँ वो कर सकते हैं.. वैसे भी तेरे पापा 2 दिन के लिए बाहर जा रहे हैं काम से.. 2 दिनों में मुझे कभी कभी पीला देना बेटा..
राज – ओ के .. मम्मी..
मिनी – डॉली को कब चोदने वाले हो..
राज – मम्मी नेक्स्ट सॅटर्डे प्लान करेंगे.. अभी उससे पहले अच्छे से बात करनी है.. सॉरी भी बोलना है लास्ट टाइम के बिहेवियर के लिए..
मिनी – हाँ बेटा, शी इस नाइस.. फिर कोमल भी है तो डोंट लूज़ होप..
राज – मम्मी, आप लोग कोमल को भी कुछ गाइड करोगी ..?..
मिनी – डोंट टेल हेर.. कोमल ने बोला है की कल का प्लान है.. तो देखती हूँ.. उसे अच्छे से ट्रेन करूँगी.. ताकि वो तुझे भी खुशी दे सके..
राज – धन्यवाद मम्मी.. कोमल आंटी रियली में बहुत सेक्सी हैं..
मिनी – हाँ, तूने तो उसे चोद भी लिया..
राज – हाँ मम्मी, मुझे तो यकीन भी नहीं हो रहा की मैंने आपकी दोस्त को चोदा है..
मिनी – हाँ तुम्हारी तो नज़रे पहले से थी मेरी दोस्तों पे..
राज – सॉरी मम्मी, क्या करूँ, मेरा लंड आपकी दोस्तों को देख के खुद ही टाइट हो जाता है..
मिनी – हाँ तेरी नज़रे तो अंकिता पे भी है ना..
राज – सच बताऊँ तो अंकिता आंटी का सोचते ही मेरा लंड अटेंशन में आ जाता है.. काश मम्मी कभी अंकिता आंटी को भी चोदने का सुख मिल जाता..
मिनी – कंट्रोल बेटा..
राज – सॉरी मम्मी.. पर मम्मी अंकिता आंटी भी तो एक जवान लड़के की मां है..
मिनी – हाँ तो..
राज – मम्मी, मैं आपके बारें में सोच रहा हूँ.. जैसे मैंने कोमल आंटी को चोदा.. आप भी तो अंकिता आंटी के बेटे को चोद सकती हैं.. आपको जवान लंड भी मिल जाएगा और जो प्राब्लम आपके और मेरे बीच में है वो प्राब्लम भी नहीं आएगा.. वो ग़लत भी नहीं होगा..
मिनी – तुझे बड़ी चिंता हो रही मेरी.. बोले ना की तू चाहता है की मैं उसके बेटे से चुदवा लूँ.. और तू अंकिता को चोदे..
राज – नो मम्मी, प्रॉमिस की यदि आप चाहो तो बस आप आंटी के बेटे से चुदवा लो.. मैं अपनी तरफ से कभी आपको प्रेशर नहीं दूँगा की अंकिता आंटी को चोदना है..
मिनी – रियली, ठीक है फिर मैं उसके बेटे अमन से चुदवा लेती हूँ.. और तुझे कुछ भी नहीं मिलेगा..
राज – कोई बात नहीं मम्मी, आपके लिए ये बहुत छोटा सॅक्रिफाइस है.. मैं तो आपके लिए कुछ भी कर सकता हूँ.. आप उनके बेटे को चोद लेना.. मैं अंकिता आंटी को बस इमेजिन कर के ही कभी कभी हिला लूँगा.. पर मम्मी जब आपको दूसरा जवान लंड मिल जाए तो भी कभी कभी मेरे लंड के रस को याद कर लेना..
मिनी – अरे, बेटा तुम तो सीरीयस हो गये.. मैंने बस मज़ाक में बोला.. इतना आसान नहीं है ना ये सब.. फिर भी मैं कोशिश करूँगी की अंकिता से बात करने की हम एक दूसरे के बेटे से चुदवा सकते हैं.. कोमल होती तो ज़्यादा प्राब्लम नहीं थी, हम एक दूसरे से इतने ओपन हैं की कोमल झट से रेडी हो जाती.. पर अंकिता अभी भी इतनी नहीं खुली है.. अंकिता को मानना फिर उसके बेटे को अमन को भी मानना होगा..
राज – आप अमन से मिली हो ..?..
मिनी – हाँ, मिली हूँ ना..
राज – मम्मी, मुझे यकीन है की अमन बिना सोचे आपको चोदने के लिए रेडी हो जाएगा..
मिनी – क्यूँ..?..?..
राज – मम्मी, सच बोलूं भले ही आपके गाण्ड और चुचि आपके दोस्तों जैसे बड़े बड़े नहीं है.. पर आपने जैसा शेप मेनटेन रखा है ना, मुझे प्राउड फील होता है की आप मेरी मां हो.. कोई भी जवान लंड आपकी फिगर पे फिदा हो जाएगा.. आपकी चुचियाँ पर्फेक्ट साइज़ की हैं, ना ही छोटी ना ही बहुत बड़ी, आपकी गाण्ड इतनी सुडोल है.. और आप के लंड चूसने का अंदाज तो कुछ अलग ही तरीके का है..
मिनी – श, धन्यवाद बेटा.. पर तुम्हारे मुंह से अपनी सेक्सी बॉडी के बारें में सुनने में कुछ अलग सा फील हो रहा है.. चल अब तू जा अपनी स्टडी कर.. डॉली से बात कर.. पापा आते होंगे.. मैं अंकिता से बात करूँगी कभी..
राज – धन्यवाद मम्मी, धन्यवाद अगेन फॉर टुडे..
दूसरे दिन कोमल ने कन्फर्म किया की हम डॉली से आज ही बात करेंगे..
मैं वहाँ 11 बजे जाने वाली थी..
रंगीला अपने काम से 2 दिन के लिए आउट ऑफ स्टेशन जा चुके थे..
सुबेह सुबेह राज ने मेरे रूम को नॉक किया..
मैंने जब रूम खोला तो राज एक वाइन ग्लास में अपना मूठ निकाल के दरवाज़े पे खड़ा था..
राज – मम्मी, आपके लिए.. मॉर्निंग टी..
मिनी – धन्यवाद बेटा, अजीब साउंड आ रहा है.. पर कल रात तेरे पापा काफ़ी बिज़ी थे.. तो मुझे चाहिए था ये.. आ बैठ..
फिर मैंने राज से वाइन ग्लास लिया और बेड पे बैठ के राज के लंड के जूस हो पीने लगी..
मिनी – बहुत माल निकालता है तेरा बेटा..
राज – आप ही का प्रॉडक्ट हूँ मम्मी, आपको पूरा अधिकार है.. आप एंजाय करो..
मिनी – बड़ा खुल गया है तू कल से.. वैसे आज मैं कोमल के यहाँ जा रही हूँ.. डॉली से बात करने..
राज – धन्यवाद मम्मी.. पर डॉली को कैसे गाइड करेंगे आप दोनों.. मुझे तो प्रॅक्टिकल करवाने के लिए कोमल आंटी थी..
मिनी – वो तू हम पे छोड़ दे.. तू बस सनडे उसे चोदने का मूड बना..
राज – हाँ मम्मी..
फिर मैं ब्रेकफास्ट करके, राज को भी करा के कोमल की घर चली गई.. डॉली ने ही दरवाज़ा खोला था..
डॉली – हाय आंटी..
मिनी – कैसी हो बेटा..?..
डॉली – अच्छी हूँ आंटी..
कोमल ने भी हमें जाय्न किया..
कोमल – आ जा मिनी.. बैठ..
डॉली – मम्मी , मैं अपने रूम में जाती हूँ.. आप दोनों कंटिन्यू करो..
कोमल – नहीं बेटा, तुम भी यहीं बैठो.. हमें तुमसे भी कुछ बात करनी है..
डॉली – क्या हुआ मम्मी..?..
मिनी – बैठ अच्छे से..
डॉली – मम्मी, मैं कुछ गड़बड़ करी क्या ..?..
कोमल – नहीं कुछ गड़बड़ नहीं करी..
मिनी – बेटा, तुम्हारी राज से दोस्ती कैसी चल रही है..?..
डॉली – ठीक है आंटी.. आंटी मुझे लगता है की आपको मालूम है की मैं और राज एक दूसरे को डेट कर रहे हैं..
मिनी – हाँ मालूम है, इसलिए तो पूछा
डॉली – सब ठीक ही है आंटी..
कोमल – बेटा, आंटी ये पूछ रही है की तुम दोनों की सेक्स लाइफ कैसी है ..?..?..
डॉली – मम्मी !!!
मिनी – तू भी ना कोमल, देखो बेटा, ऐसे डाइरेक्ट नहीं पूछना चाहिए.. पर बस हम जाना चाहते हैं की सब ठीक तो है.. मैं कई दिनों से राज को परेशान देख रही थी.. और कोमल बता रही थी की तू भी थोड़ी उदास है.. बेटा, यहाँ हम बस लड़कियाँ ही हैं.. तुम शेयर कर सकती हो..
कोमल – बताओ सच है ना, कोई प्राब्लम चल रही है..?..?..
डॉली – मम्मी, पर मैं कैसे बताऊँ ..?.. वो भी आपके सामने ..?..?..
मिनी – बेटा, देख लड़कियों में ऐसी बातें करने में झिझक नहीं होनी चाहिए.. और कोमल तुम्हारी मम्मी है, उसे सबसे ज़्यादा फ़िक्र है तेरी.. और मैं राज की मम्मी हूँ.. तो हम दोनों तो यही चाहेंगे ना की तुम और राज दोनों खुश रहो, अपनी लाइफ एंजाय करो..
डॉली – ओ के .. आंटी.. वो कुछ दिन पहले ना हम पहली बार सेक्स कर रहे थे, तो काफ़ी ऑक्वर्ड सा हो गया था.. मैं राज का देख के डर गई थी..
मिनी – मतलब राज का लंड ..?..?..
डॉली – हाँ आंटी..
मिनी – देखो बेटा, तुम ओपन्ली भी बात कर सकती हो.. लंड, बुर, चूत, चुदाई ये सब बोले सकती हो डरो नहीं..
डॉली – ओ के .. आंटी, वो ना राज का लंड जब पूरा खड़ा हुआ था, मैं बहुत ही ज़्यादा डर गई थी.. मुझे समझ नहीं आ रहा था की इतना बड़ा लंड मेरी छोटी सी चूत में कैसे अंदर जाएगा.. राज भी पहली बार चोद रहा था तो उसे भी क्लियर नहीं था की कैसे अंदर डालना है.. इसलिए पूरे सेशन के बाद हम दोनों काफ़ी एंबरस्स हो गये थे..
कोमल – इसमे एंबरस्स होने की बात नहीं है बेटी.. पहली बार डर लगता है.. वैसे तुमने क्या उसी दिन पहली बार राज का लंड देखा था जो डर गई थी..
डॉली – मम्मी, उससे पहले मैंने उसके शॉर्ट्स के अंदर हाथ डाल के उसका लंड हिलाया था.. पर इतने सामने से इतना टाइट लंड देखा नहीं था..
कोमल – फिर तू तूने कभी उसकी लंड को मुंह में भी नहीं लिया होगा..
डॉली – नहीं मम्मी..
कोमल – देख बेटा, नॉर्मली लड़के सेक्स के लिए ज़्यादा उतावले होते हैं.. पर यदि तू अच्छे से सहयोग करेगी तो तुम दोनों ज़्यादा एंजाय करोगे.. नहीं तो जल्द ही बोर हो जाओगे सेक्स से..
मिनी – बेटा, लंड कितना भी बड़ा हो, ये जो हमारा चूत होता है ना लंड के साइज़ के हिसाब से खुद हो ढाल लेता है.. मुझे नहीं मालूम की राज का लंड कितना बड़ा है ..?..
डॉली – आंटी जी, बहुत बड़ा और मोटा है..
मिनी – हाँ फिर भी, ये जो चूत है ना वो सब अंदर ले ही लेती है.. थोड़ा दर्द होगा स्टार्ट में और भी वोही दर्द मज़ा में बदल जाएगा..
कोमल – और बेटा, देख तू लकी है की तुझे बड़ा सा अच्छा सा लंड मिल रहा है..
डॉली – क्यूँ मम्मी ..?..
कोमल – वैसे तो साइज़ बहुत ज़्यादा मैटर नहीं करता, पर बेटा बिग्गर इस ऑल्वेज़ बेटर..
डॉली – मम्मी, पापा का छोटा है क्या लंड..?..
कोमल – पापा कहाँ से आ गये बीच में, बदमाश.. नहीं तुम्हारे पापा का ही साइज़ अच्छा है..
डॉली – मम्मी ऐसे ही पूछा..
कोमल – देख, तुझे थोड़ा गाइड करने की ज़रूरत है फिर तू भी अच्छे से एंजाय करेगी राज का लंड..
मिनी – देखो बेटा, नॉर्मली तो लड़के सेक्स के लिए ऑल्वेज़ रेडी रहते हैं और लड़के ही स्टार्ट करते हैं टीज़ करना, ताकि दोनों गरम हो जाए और फिर चुदाई करे.. पर मान लो कभी राज का मन ना भी हो तो और तुम्हारा मन बहुत कर रहा हो तो तुम भी स्टार्ट का हिंट दे सकती हो..
कोमल – हाँ और स्टार्ट काफ़ी आराम आराम से करना.. जैसे की एक सेडक्टिव सा किस.. सिंपल नहीं, थोड़ा लम्बा, जिसमे एक दूसरे की लिप्स और थूक को एंजाय करना..
मिनी – हाँ बेटा, अपने पार्ट्नर को अच्छा फील करना बहुत ज़रूरी है.. यादि तुम्हारा पार्ट्नर अच्छा फील करेगा तो वो अच्छे से चुदाई कर पाएगा..
कोमल – चलो बेड रूम में चलते हैं.. वहाँ पे थोड़ा प्रॅक्टिकल करने की भी कोशिश करेंगे..
फिर हम तीनों बेड रूम में चले गये.. बेड पे कोमल आराम से लेट गई, मैं और डॉली खड़े ही थे..
कोमल – चलो बेटा, अब इमेजिन करो की मिनी आंटी एक लड़का हैं.. दिखाओ कैसे किस करोगी..
फिर डॉली थोड़ा अभी भी डरते हुए, मेरी और आई..
कोमल – रुक ये देख, ऐसे फेस को दोनों हाथों से पकड़ते हैं और फिर धीरे से अप्पर लिप्स या लोवर लिप्स दोनों में से किसी भी एक को सेलेक्ट करते हैं..
फिर कोमल और मैंने, एक किस करके डॉली को दिखाया.. 2 मिनिट तक कोमल और मैं एक दूसरे की लिप्स को खाते रहे.. फिर से कोमल ने डॉली को करने के लिए बोला..
इस बार डॉली काफ़ी कॉन्फिडेंट थी..
उसने मेरे फेस को अपने हाथों से पकड़ा और फिर मेरी अप्पर लिप्स को अपने दोनों लिप्स के बीच में रख के उसे खाने लगी..
मैंने भी डॉली के लोवर लिप्स को खाना स्टार्ट किया..
दोनों एक दूसरे की लिप्स को खाने में खो गये.. फिर हम दोनों ने लिप्स की अदला बदली की, वो मेरा लोवर लिप्स खाने लगी और मैं उसका अप्पर लिप्स.. अब हम दोनों काफ़ी गरम हो रहे थे.. डॉली ने मेरी लिप्स को चूसना चालू रखा..
फिर मैंने उसकी लिप्स को चूसना बंद किया, अपने जीभ को थोड़ा बाहर किया और डॉली के लिप्स की बीच में अपनी जीभ को डाल दिया..
अब डॉली मेरे लिप्स को चूसने लगी.. फिर मैंने भी डॉली के लिप्स चूसना स्टार्ट किया..
करीब 5 मिनट तक हम एक दूसरे को किस करते रहे..
कोमल – बेटा, किस करती रहो, और हाथ से आंटी के चूत की सहलाओ.. याद रखो जब राज होगा तो उसके लंड को सहलाना है..
इतने गरम किस के बाद उसका लंड खड़ा हो ही जाएगा..
फिर कोमल ने मेरी फेस से एक हाथ हटाया और उसे मेरी चूत के ऊपर रख के कपड़े के ऊपर से सहलाने लगी..
इस प्रोसेस में हमने किस से कुछ सेकेंड्स का ब्रेक लिया और फिर से किस करने लगे..
वो मेरे चूत को सहला रही थी.. मैंने भी डॉली की चुचि को एक साथ से सहलाना शुरू किया..
करीब 10 मिनट और हम यही करते रहे..
कोमल – बस बेटा, अब रूको.. याद रखो जब ये सब हो जाए तो लड़के का लंड टाइट हो जाएगा.. अब ख़ास बात है की लंड के साथ कैसे खेला जाए.. देख ये डिल्डो है, इसका साइज़ देख क्या ये राज के साइज़ का है..?..?..?..
डॉली – हाँ मम्मी, ऑलमोस्ट राज के साइज़ का ही है..
कोमल – वाव, तुम लकी हो बेटा..
मिनी – देख अब मैं इसे चूस के दिखती हूँ..
मैंने डिल्डो के सुपाड़े को अपने हाथों से पकड़ा और बॉल्स को लीक करने लगी..
कोमल – बेटा, देखो ये लंड को 3 पार्ट में अलग अलग से देख.. जहाँ आंटी ने पकड़ा हुआ है, उसे सुपाड़ा बोलते हैं, वो एक दम बड़ा सा मोटा सा होगा.. असल में राज को सुपाड़ा स्किन के अंदर होगा.. तो तू पहले उसके लंड को थोड़ा सहलाना और सहलाते सहलाते उसके सुपाड़े से स्किन को हटाना.. फिर जब उसका सुपाड़ा बाहर आ जाए तो लंड को जैसे आंटी ने ऊपर पकड़ के रखा है.. वैसे ही पकड़ना.. दूसरा पार्ट है, बॉल्स जिसे आंटी अभी चूस के दिखा रही है.. वैसे ही चूसना.. फिर से 3र्ड पार्ट जो बॉल्स और सुपाड़े के बीच में ये शाफ़्ट है.. ये शाफ़्ट जितना लम्बा उतना ही अच्छा.. तो देखो अब ढंग से आंटी कैसे अपने जीभ से शाफ़्ट को नीचे से ऊपर तक लीक कर रही है.. वैसे ही करना.. चलो अब इतना करके दिखाओ.. फिर मैंने डिल्डो डॉली को दिया..
डॉली को जैसा कोमल ने सिखाया था, वैसे ही डिल्डो को चूसना शुरू किया..
राज की ही तरह डॉली भी काफ़ी जल्दी सिख रही थी.. फिर मैंने दूसरा डिल्डो खुद लिया और अब डॉली को ब्लो जोब करना सीखने लगी..
कोमल – देख अब आगे, दोनों हाथ और मुंह का इस्तेमाल करना है.. देख आंटी कैसे एक हाथ से लंड के नीचे वाले हिस्से को पकड़ के सुपाड़े को चूस रही है, और दूसरे हाथ से बॉल्स को सहला रही है.. देख बॉल्स काफ़ी संवेदन शील होता है, तो ज़ोर से मत मारना उसमे, प्यार से सहलाना.. पहले सुपाड़े को जी भर के चूसते हैं.. अब देख आंटी कैसे पूरे लंड को अपने मुंह में डाल रही है, और देख कैसे अब बस 2 उंगली से लंड को पकड़ी हुई है ताकि पूरा लंड ले सके, और देख भी वापस लंड को मुंह से बाहर निकाल रही है.. और साथ ही साथ हाथ का ग्रिप भी ऊपर आ रहा है.. फिर अब ऐसे ही मुंह और हाथ से लंड को मुंह के अंदर लेना है और बाहर निकालना है.. बाहर निकालते वक़्त जब सुपाड़ा आ जाए तो फिर से अंदर जाना है.. चल अब कर के दिखा..
डॉली – मम्मी, इतना बड़ा डिल्डो पूरा मुंह में कैसे लूँगी..
मिनी – कोशिश करो बेटा, धीरे धीरे पहले बस सुपाड़ा लो, फिर थोड़ा और अंदर ले के चूस लो.. धीरे धीरे और भी ज़्यादा अंदर लेना है..
डॉली ने डिल्डो को बेड पे सीधा रख के उसे अपने राइट हैंड से पकड़ा और सुपाड़े को मुंह के अंदर लिया..
कोमल – हाँ बेटा, अब जैसे बर्फ वाली आइस्क्रीम चूसती हो ना, वैसे ही सुपाड़े को चूसो..
डॉली ने फिर सुपाड़े को चूसना शुरू किया.. अब वो बिल्कुल सही तरीके से डिल्डो के सुपाड़े को चूस रही थी..
मिनी – अब थोड़ा अंदर ले बेटा..
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