RE: Samuhik Chudai अदला बदली
हमारी प्लानिंग बन रही थी, इस प्लानिंग से हम काफ़ी गरम हो चुके थे, और सोने से पहले एक बार फिर हमने 69 की पोज़िशन में एक दूसरे के मूठ और मूत का रसपान किया..
दूसरे दिन सुबह, मैने कोमल को अपने घर पे बुलाया, लंच के लिए ताकि रंगीला और राज दोनों ना हो, और हम खुल के बात कर सकें..
कोमल, लगभग 12:30 बजने पे घर आई थी.
दिखने में, वो भी काफ़ी “सुंदर” है..
किसी किसी समय, मुझे लगता है की काश मेरी चुचि भी उसके जैसी होती..
मैंने उसके चुचि नंगी देखी थी और जानती थी की “36 डी” की चुची है और वो भी काफ़ी फर्म..
मेरी चुचि, उसके मुक़ाबले थोड़ी छोटी है और निप्पल थोड़े बड़े और साइज़ भी “34” है..
दूध में, 2 इंच का फ़र्क काफ़ी होता है.
मेरे पति को उसके बड़े दूध काफ़ी पसंद थे क्यूंकी वो बिल्कुल उनकी मामी के तरह थे, जिनके दूध उन्होंने पहली बार देखे थे..
उसकी कमर भी मुझे पतली है..
लेकिन, वो मेरी “बेस्ट फ्रेंड” है, मैं उसके साथ काफ़ी बार स्विमिंग पे जा चुकी हूँ..
हमारे कॉलोनी कम्पाउंड का स्विमिंग पूल काफ़ी अच्छा है और दिन के टाइम में, काफ़ी खाली भी रहता है तो मैं उसे अपने यहाँ बुला के, स्विमिंग पे जाया करती हूँ..
मिनी – कोमल, तेरी बड़ी याद आई साली… काफ़ी दिन हो गये ना, मिले…
कोमल – लव यू स्वीटी… हाँ, एक महीना हो गया…
मिनी – चल स्विमिंग पे चलें या डाइरेक्ट लंच .?.
कोमल – तुमने बताया क्यूँ नहीं था की स्विमिंग का प्लान है, मैं तो स्विम सूट लाई नहीं हूँ…
मिनी – मेरा ले ले… टाइट होगा, तुम्हें पर स्विमिंग ही तो करनी है…
कोमल – दिखा मुझे, मैं सेलेक्ट करती हूँ… हाँ, ये ला ये वाली बिकनी… तू भी बिकनी में ही चल, ज़्यादा शर्मा नहीं…
मिनी – चल, ठीक है…
फिर हम दोनों एक साथ, कपड़े उतार के “नंगी” होकर बिकनी पहनने लगे..
मुझे नज़र आया की उसने अपनी चूत के बाल ट्रिम नहीं किया हैं.
फिर मैंने सोचा, स्विमिंग के बाद ही बात करूँगी..
और हम दोनों ने बिकनी के ऊपर वन पीस डाली और स्विमिंग के लिए, चले गये.
30 मिनट स्विमिंग करने के बाद, हम वहाँ रखी आराम कुर्सी में आराम करने लगे.
मुझे समझ नहीं आ रहा था की “स्वापिंग” की बात कैसे करूँ, पर मैंने हिम्मत करके स्टार्ट किया.
मिनी – कोमल, क्या बात है आज कल तू अपनी झांट सॉफ नहीं कर रही… तू तो, ऑल्वेज़ क्लीन रहती है…
कोमल – तूने देख लिया, गंदी… अरे कुछ नहीं… जय (कोमल का हज़्बेंड) उसे आज कल, मेरी चूत की झाँटें चाटने का शौक हुआ है… वो ऐसे ही, कुछ कुछ नया करने को कहता रहता है… 2 महीने से, मैंने वहाँ क्लीन नहीं किया… उसने बोला है की अब कुछ नया सोचे, मैं क्लीन करने वाली हूँ…
मिनी – जय भी बड़ा “रंगीला” है, कुछ भी करता है…
कोमल – क्यूँ, तू बता तेरी प्यास बुझ रही है ना… रंगीला, अपना लंड मुंह में दे रहा है ना, तेरे… तू भी कुछ कम नहीं है, बेचारे का लंड चूस चूस के सूखा दिया होगा, तुमने… अब रहने भी दे…
मिनी – रहने दूँ तो मेरी प्यास कैसे मिटेगी… नींद नहीं आएगी, अच्छे से मुझे…
कोमल – तू भी ना महान है… तुझे भी तो लंड का ही पानी चाहिए… मेरी चूत चुसेगी, तो बता…
मिनी – नई रे, बिना लंड की कैसी प्यास और कैसा चूसना…
कोमल – अब क्या करूँ, बोल… लंड तो है नहीं, मेरे पास… मैं तो चूत ही ऑफर कर सकती हूँ… तू बस, रंगीला का ही लंड चूस…
मिनी – जय का लंड, उखाड़ के ला दे मुझे… मैं उसे भी चूसती रहूंगी…
कोमल – हाँ और फिर, मेरी चूत का क्या… सेल्फिश…
मिनी – अच्छा रहने दे… मत उखाड़, उसका लंड पर कभी कभी दे दे ऐसे ही, चूसने के लिए…
कोमल – ऐसे ही मतलब… क्या बोले रही है, मिनी… क्लियर, बोल ना… ऐसा घुमा घुमा के मत… तुझे मालूम है की तुम, मुझे कुछ भी बोले सकती हो… सच में चाहिए, तुझे जय का लंड, बोल…
मिनी – मेरा मतलब, वो नहीं था रे… मैं ये बोले रही थी की इतने दिन एक ही लंड से, मन कुछ भर सा गया है… कभी कभी, कुछ चेंज चाहिए होते है अपने को अपनी लाइफ और भी मसालेदार बनाने के लिए… तू समझ रही है ना… चुदाई ही एक अपन, अपनी खुशी और मज़े के लिए करते हैं नहीं तो पूरी जिंदगी काम, ज़िम्मेदारी, ये, वो में ही बीत जाता है… है की नहीं…
कोमल – तू क्लियर बोलेगी, तब तो समझ आएगा…
मिनी – यार, मेरा मतलब की चल हम दोनों अपने हज़्बेंड से बात करते हैं और कभी एक दिन, “स्वाप” करके ट्राइ करते हैं… तू रंगीला से चुदवा और में जय से… देखते हैं, ट्राइ करके… अच्छा लगा तो ठीक, नहीं तो वापस नॉर्मल… क्या बोलती हो… .?.
कोमल – मिनी, तुम्हें पता भी है क्या बोले रही हो… जय, मुझे मारेगा और रंगीला तुझे… सच बताऊं तो मुझे कोई प्राब्लम भी नहीं है… पर यार, हमारे किड्स, उन्हे मालूम चला तो क्या करेंगे…
मिनी – कोई नई मारेगा, बस सजेस्ट करके देख ना और किड्स के लिए ही, हम किसी के घर पे नहीं करेंगे… विल गो आउट…
कोमल – जय को कुछ नया नया करने की लगी तो रहती है और तेरी गाण्ड का तो वो दीवाना है… वैसे मैं भी, तेरी गाण्ड की दीवानी हूँ…
मिनी – मज़ाक मत कर… बोल क्या लगता है तुझे, ऐसा कुछ पासिबल है या बहुत रिस्की है… हमारी लाइफ, कहीं खराब ना हो जाए…
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