RE: Jawan Ladki Chudai कच्ची कली
थोड़ी देर के बाद उसने एक एक करके मेरे बदन के सारे कपड़े निकाल
दिए में ने कुछ विरोध किया पर उसने जब मेरी योनि को छुआ तो मुझे
बहुत ही मज़ा आया था इसी लिए में खामोश रही के आगे देखते है
क्या करता है और फिर वो खुद भी नंगा हो गया. मेरे चुचियों को
पहले तो चूमा चूसने लगा और घुंडीओ को काटने लगा और तो में
काँपने लगी मेरी योनि में से रस निकलने लगा में अपनी रानो के आपस
में एक दूसरे से रगड़ती रही मेरे बदन की बेचैनी बढ़ गई थी
उसने फिर मेरा हाथ पकड़ के अपने आकड़े हुए लंड पे रख दिया तो में ने
पहले तो अपना हाथ हटा लिया पर बाद में उसके लंड को पकड़ लिया उसके
लंड में से कुछ चिकना चिकना पानी निकल रहा
था यह पहला टाइम था में ने किसी के लंड
को पकड़ा था उसके बाद तो मुझे बिस्तर पे चित्त लिटा दिया और मेरे
ऊपेर चढ़ आया और मेरी टाँगें खोल के अंदर बैठ गया और अपना
लंड मेरी चूत के अंदर रगड़ने लगा मेरे बदन में झूर झूरी आ
रही थी पता नही मुझे क्या होने लगा था मेरा दिमाग़ काम नही कर
रहा था फिर वो मेरे बदन पे झुक गया और लंड को मेरी चूत में
घुसाने की कोशिश करने लगा एक दो टाइम तो उसका लंड फिसल के ऊपेर
से ही बाहर निकल गया फिर उसने किसी तरह मेरी चूत के सुराख में
लंड के टोपे को टीका दिया और धक्का मारा तो आधा लंड अंदर घुस
गया और में एक चीख मार के उठने लगी और दर्द से छटपटाने
लगी चूत के अंदर जैसे आग लग गई और जलन होने लगी और में ज़ोर
ज़ोर से रोने लगी उस टाइम पे में सिर्फ़ 18 साल की थी मुझे चुदाई के
बारे में कुछ बही नही मालूम था यह सब मेरे साथ पहले टाइम हो
रहा था फिर वो एक और ज़ोर का धक्का मारा तो उसका लंड पूरे का
पूरा मेरी योनि में घुस चुका था और मेरे मूह से खोफ़नक चीख ही
निकल गई मेरी आँख से आँसू निकल गये और में रोने लगी और में
उसको अपने बदन से धकेलने लगी पर उसने मुझे ज़ोर से पकड़ लिया था
लंड को मेरी चूत के
अंदर ही रखे रखे मुझे दबा के पकड़ लिया और घका घच चोदने
लगा में दर्द से तड़प रही थी पर वो तो दीवानो की तरह से कमर
हिला के लंड को अंदर बाहर करने लगा शाएद 4 या 5 धक्के लगा के
मेरी चूत में अपना पानी छोड़ दिया मुझे लगा जैसे उसने मेरी चूत
में पिसाब कर दिया हो यह तो बाद में पता चला के मर्द के लंड में से
मलाई निकलती है मुझे उतना मज़ा तो नही आया पर उसका चोद्नना अच्छा
लगा.
दूसरी रात भी ऐसे ही कुछ किया उसने और उस दिन भी मुझे मज़ा नही
आया में समझी के शाएद मर्द को ही इसका मज़ा आता है लड़की को
नही आता होगा. एक हफ्ते के बाद उसकी असलियत का पता चला जब वो रात
में सराब पी के आया और आते ही मेरे से चिपट गया और अब तो बिना
कपड़े निकाले ही मेरी टाँगो के बीच घुस गया और अपने लौडे को अंदर
घुसाने की कोशिश करने लगा वो सराब के नशे में धुत्त था उसे
पता ही नही चल रहा था का चूत का सुराख किधर है और इधर
उधर 4 – 5 धक्के मारा और मेरी चूत के ऊपेर ही अपनी मलाई निकाल के
खर्राटे मारते हुए सो गया और यह उसका मामूल बन गया सराब पी के
आता और उल्टे सीधे धक्के मार के मेरी चूत के ऊपेर ही मलाई निकाल
के सो जाता और में रात भर बदन में उठी गर्मी से जलती रहती और
अपने ही उंगली से चूत के दाने को रगड़ रगड़ के रस्स छूटने के बाद
में भी सो जाती.
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