RE: Jawan Ladki Chudai कच्ची कली
में ने लक्ष्मी से पूछा के उसके घर के और उसके हज़्बेंड के बारे में
पूछा तो उसने बताया के उसके पिताजी बीमार रहते थे इसी लिए उन्हो ने
अपनी ज़िंदगी में ही उसकी शादी करना उचित समझा और ज़ियादा देर ना
करते हुए छोटी उमर में ही शादी कर दी. उसने अपने पहली रात के बारे
में बताया के उसको तो कुछ पता ही नही था के चुदाई क्या होती है वो
तो समझ रही थी के शादी का मतलब होता है पति की और उसके घर
वालो की सेवा करना उनका ख़याल रखना और उनको खाना बना के देना
बगैरह बगैरह मुझे तो यह लंड, चूत चुचियाँ बगैरह के बारे
में कुछ भी जानकारी नही थी. शादी की पहली रात को में अपने गाँव से
विदा होके अपनी ससुराल के गाँव आ गई. शादी से पहले की रीति रिवाजो
के बाद और बेल गाड़ी में एक गाँव से दूसरे गाँव को जाते जाते तक
चुकी थी और मुझे बहुत ज़ोर की नींद आ रही थी. ससुराल पहुँचने
के बाद मुझे एक रूम में भेज दिया गया जहा बेड था जिसपे कुछ फूल
बिखरे पड़े थे और सब लोग बाहर निकल गये तो में बेड पे लेट गई
और लेट ते ही सो गई थोड़ी देर के बाद मुझे मेरे बदन पे किसी का
हाथ महसूस हुआ तो में उठ गई और देखने लगी के कौन है तो पाया
के वो तो मेरा पति है.
में झट से उठ के बैठ गई वो मेरे सामने बैठ गया और मेरे
चेहरे को देखता रहा और निहारता रहा. में दिल में सोच रही थी के
अब बस करो और मुझे सोने दो. खैर वो थोड़ी देर के बाद बत्ती बुझा
के मेरे बाज़ू में आ के लेट गया और मेरी तरफ करवट ले के मुझे
अपनी बाँहों में जाकड़ लिया तो में कसमसाने लगी उसने मेरे चेहरे पे
प्यार किया तो मुझे अजीब सा लगा फिर उसने मेरे बदन पे इधर उधर
हाथ घूमते घूमते मेरे चुचियों को पकड़ा और सहलाने लगा तो
मुझे कुछ अजीब सा लगा पर मुझे भी कुछ मज़ा आने लगा था फिर
थोड़ी देर के बाद उसने मेरी रानो पे हाथ रख के अपने हाथ को आगे
पीछे किया तो मेरे सारे बदन में चीटियाँ सी रेंगने लगी झुरजुरी
आने लगी मेरा बदन एक दम से गरम हो गया और मुझे लगा जैसे
मेरा पेशाब निकल रहा हो.
थोड़ी देर के बाद उसने मेरी योनि पे हाथ रखा तो में चौक गई और
उसका हाथ झटक दिया तो वो हंस दिया और बोला के अरे मुझ से किया
शरम करती हो में तो तुम्हारा पति हू तुम्हारी चूत का मालिक. में ने
कहा के ठीक है पति हो पर यह क्या कर रहे हो तो उस ने कहा के
अरे पगली यही तो सब कुछ होता है शादी के बाद.
अफ मेरी तो आँख ही खुली रह गई के
मुझे यह सब भी करना पड़ेगा किया. किस्मत से मेरी कोई बड़ी बहन या
कोई ऐसी ख़ास सहेली भी नही थी जिसकी शादी हुई हो जिस से मुझे
पता चलता के शादी के बाद क्या होता है यह मेरा पहला टाइम था के
किसी ने मेरे बदन को छुआ हो मुझे बहुत अजीब सा लग रहा था और
शरम आ रही थी वो तो अच्छा हुआ के बत्ती बुझी हुई थी नही तो में
उस से आँख भी नही मिला पाती.
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