RE: Jawan Ladki Chudai कच्ची कली
अपने दूसरे हाथ से लक्ष्मी का हाथ पकड़ के अपने आकड़े हुए लंड पे
रखा तो वो उसको दबाने लगी और फॉरन ही मेरे ट्रॅक पॅंट के ऊपर
वाले एलास्टिक से अंदर हाथ डाल के नंगे मूसल लंड को पकड़ लिया तो
उसके मूह से एक सिसकारी निकल गई और धीरे से बोली बाप रे यह तो
बहुत तगड़ा है मूसल जैसा मोटा और लोहे जैसा सख़्त है बाबू
लगता है आज मेरी चूत की खैर नही यह तो फाड़ ही डालेगा मेरी
नन्न्हि चूत को. मेने अपनी उंगली से उसकी चूत के दाने को मसल रहा
था और बॅस एक ही मिनिट के अंदर ही लक्ष्मी ने जाँघो को एक दूसरे से
ज़ोर से दबाया और अपनी जाँघो से मेरे हाथ को ज़ोर से पकड़ लिया और
उसका बदन हिलने लगा उसकी आँखें बंद हो गई साँसें तेज़ी से
चलने लगी और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकालते हुए वो झड़ने
लगी. में उसकी चूत को ऐसे ही मसलता रहा और उसकी गीली चूत से
रस्स निकलता रहा. जब उसका ऑर्गॅज़म ख़तम हो गया तो उसकी साँस ठीक
से चलने लगी और में ने उसके घाघरे का हुक खोल दिया तो उसका घाघरा
सररर करता हुआ किसी धार्मिक भक्त की तरह उसके पैरो में गिर गया.
एक ही हुक से टीका हुआ
था उसका घाघरा. ब्लाउस के हुक खोल दिया तो पता चला के उसने अंदर
ब्रेजिअर नही पहनी है और ना ही पैंटी थी ऐसा लगता था
जैसे चुदवाने के लिए घर से ही रेडी हो के आई थी. उसका हाथ
पीछे कर के उसका ब्लाउस निकाल अलग कर दिया वाउ कया मस्त बदन था उसका
एक दम से मक्खन की तरह चिकना मस्त आपल साइज़ की गोल गोल चुचियाँ
ऐसा लगता था के भगवान ने अपने हाथो से एक साचे (मोल्ड) मे डाल
के उसकी चुचियाँ बनाई हो एक दम से कड़क और उसपे छोटे अंगूर की
तरह का लाइट ब्राउन निपल और निपल्स की गोलाई में आधे इंच का
उसका लाइट ब्राउन कलर का अरेवला वाउ वो तो एक मस्त चीज़ लग रही
थी उसका सारा बदन वासना की आग में डूबा हुआ था उसने मेरे ट्रॅक
पॅंट के एलास्टिक में हाथ डाल के पॅंट को नीचे उतार ते उतारते नीचे
फ्लोर पे बैठने लगी. मेरा रॉकेट जैसा लंड तो पावरफुल एरेक्षन की
वजह से मेरे पेट से ही लगा हुआ था जब वो पॅंट खिचति हुई नीचे
बैठ रही थी और मेरा लंड पॅंट से आज़ाद हुआ तो उसके हाथ वही रुक
गये और मेरे लंड के सामने उसका फेस था और लक्ष्मी मेरे लंड को
गौर से देख रही थी और फिर थोड़ा सा झुक के मेरे लंड पे किस
करती हुई बोली प्रणाम मूसल राजा और उसके चुंबन लेते ही मेरे लंड
में हलचल शुरू हो गई और में ने उसका सर पकड़ के उसके मूह को
अपने लंड से रगड़ना शुरू कर दिया तो उसने भी लंड को पकड़ के अपने
मूह में ले के चूसना शुरू कर दिया. आअहह कया मस्त गरम मूह था
उसका. लंड उसके मूह के अंदर झटके खाने लगा और लक्ष्मी लंड के टोपे
को चूसने लगी. मेरी
टाँगें अपने आप ही खुल गई थी और में ने लक्ष्मी के सर को पकड़ के
लंड को एक ही झटके में उसके मूह में घुसेड दिया वो अभी तय्यार नही
थी इसी लिए लंड एक दम से ही उसके हलक तक घुस गया और उसके मूह
से गगगगगगगगगगघह जैसी आवाज़ निकलने लगी और
उसके गले की नसे फूलने लगी और में अपनी गान्ड आगे पीछे कर के
उसके मूह को चोदने लगा. लक्ष्मी घुटनो के बल फ्लोर पे बैठी थी उसके
हाथ जो पहले मेरे गान्ड पे रखे थे अब अपने हाथो को वहाँ से हटा के
लंड के डंडे को पकड़ के अपने मूह के अंदर की एंट्री को लिमिटेड कर
दिया था और सिर्फ़ आधा ही लंड चूस रही थी और आधा अपने हाथ में
पकड़े हुए थी. में उसके
सर को अपने दोनो हाथो से पकड़ के उसके मूह को चोद रहा था मेरी
स्पीड बढ़ गई और में फुल स्पीड से उसके मूह को चोदने लगा मगर
मुझे उतना मज़ा नही आ रहा था क्योंकि उसने आधा लंड पकड़ रखा
था और आधा ही चूस रही थी. मेरा प्रेशर बढ़ने लगा था और में
ने उसके हाथ को अपने हाथ से पकड़ के लंड से हटा दिया और फिर से
उसके मूह में लंड पूरे का पूरा अंदर घुसा के हलक के अंदर तक
चला गया और में ऐसे ही मस्ती में चोद ता रहा मेरे बॉल्स में हल
चल मचना शुरू हो गयी थी और फिर एक फाइनल झटके से अपने लंड
के सुपाडे को उसके हलक में घुसेड के उसके सर को पकड़ लिया और बॅस
उसी वक़्त मेरे बॉल्स में से क्रीम उबाल के लंड के सुराख में से होती
हुई पिचकाइयाँ बनती हुई डाइरेक्ट उसके हलक में गिरने लगी और उसका
पेट भरने लगी और वो पूरी मलाई खा गई और लंड को ऐसे ही
चूस्ति रही और चूस्ते चूस्ते उसके मूह में ही मेरा नरम लंड एक
बार फिर से अकड़ने लगा और अपने एरेक्षन फॉर्म में आ गया तो लक्ष्मी
मेरे लंड को चूस्ते चूस्ते अपनी आँखें ऊपेर कर के मुझे देखने
लगी और मुस्कुराने लगी तो में थोड़ा झुक के उसको शोल्डर्स से पकड़
के ज़मीन पे से उठा लिया. जैसे ही लक्ष्मी ऊपेर उठ खड़ी हुई उसके मूह
से एक डकार (बेल्च) निकल गई और हम्दोनो हँसने लगे के सारी मलाई
पेट के अंदर पोहॉंच गई और लक्ष्मी का नाश्ता हो गया.
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