RE: Jawan Ladki Chudai कच्ची कली
नेक्स्ट डे ऑफीस से वापस आते हुए फिर ऐसे ही हुआ शहेर से बाहर
निकले और गीता बोली के अंकल अब में चलाउन्गि बाइक तो में बाइक रोक के
पीछे आ गया और वो मेरे सामने आ गई. इतने दीनो में वो हॅंडल अच्छी
तरह से संभालने लगी थी मुझे अब कुछ डर नही लगता था. रुटीन
की तरह मेरा लंड पॅंट में से बाहर निकल के अकड़ चुका था फुल्ली
एरेक्ट ठंडी हवा लगने से मेरा लंड मेरे पेट के पास हिल रहा था और
में उसके बूब्स को दबा रहा था वो अपनी गान्ड को पीछे धकेल के अपनी
गान्ड पे मेरे लंड को फील करने की कोशिश कर रही थी. में अपने
दोनो हाथो से उसके दोनो बूब्स को दबा रहा था तो उसने मेरे हाथ पे
अपना हाथ रखा और नीचे की तरफ खेचा तो में समझ गया के वो
कया चाहती है और में अपना हाथ उसके छोटे स्कर्ट से निकलती नंगे
थाइस पे रख दिया तो ऑटोमॅटिकली उसके थाइस खुल गये मेरा हाथ
स्लिप हो गया और देखा के उसने अपने स्कूल की स्कर्ट के अंदर कोई
चड्डी नही पहनी है और मेरे हाथ में उसकी मास्क जैसी चिकनी और
भट्टी जैसे गरम चूत आ गाइ. उसकी चूत पे अभी ठीक से झातें
भी नही आई थी बस ऐसा लग रहा था जैसे झातें आने ही वाली हो.
उसकी चिकनी और छोटी सी नरम और गरम चूत पे मेरा हाथ लगते ही
उसके मूह से आआआआअहह निकला और मेरा लंड उछलने लगा और
उसके बदन में एक झुरजुरी सी आइ और एक ज़बरदस्त
उूुुुुउउफफफफफफफफफफफफफ्फ़ निकल गया में ने फिर पूछा कया हुआ तो उसने
बोला के बहुत मज़ा आता है अंकल ऐसे ही करते रहो प्लीज़.
- अब में एक हाथ से उसकी
चुचियों को दबा रहा था और दूसरे हाथ से चिकनी चूत का मसाज
कर रहा था. कभी उसकी छोटी सी क्लाइटॉरिस का मसाज तो कभी उसके
चूत के सुराख में धीरे से उंगली डाल के गोल फिरा देता उसकी चूत
बहुत ही गीली हो चुकी थी मुझे लगा जैसे उसका पानी निकल गया
हो. गीता अपनी चूत पे और बूब्स पे मेरे हाथो के स्पर्श से उत्तेजित
हो चुकी थी और मेरी उंगली जब उसकी चूत मे थी तो आगे पीछे
अपनी गान्ड ऐसे हिला रही थी जैसे मेरी उंगली को चोद रही हो और फिर
उसके मूह से एक फुल स्पीड से आआआअहह निकला और उसकी चूत
में से जैसे पानी की बरसात निकलने लगी शाएद उसका पहला ऑर्गॅज़म था.
उसकी गीली चूत से पानी निकलते ही बाइक का हॅंडल हिलने लगा तो
मुझे डर था के कही उसके हाथ से हॅंडल ना निकल जाए तो में ने बाइक
रोक दिया. गीता गहरी गहरी साँसें लेते हुआ सामने को झुक गई. मुझे
लगा जैसे गीता का बदन एक दम से ढीला पड़ गया हो. गीता अब तुम
पीछे आ जाओ तो देखा के उसकी आँखें बंद थी और गहरी गहरी
साँसें ले रही थी फिर वो कांपति आवाज़ में बोली के नही अंकल में
सामने ही बैठी रहूगी और आपकी तरफ मूह कर के पलट जाती हू आप ही
बाइक चलाइए. इस से पहले के में कुछ बोलता गीता मेरे सामने
बैठे बैठे ही पलट गई और मुझे एक ज़बरदस्त चुम्मा लिया और
सामने से हग करने लगी और मेरे बदन से चिपक गई और मेरे थाइस
पे बैठ गई.
मेरा लंड तो आकाश मिज़ाइल की तरह से खड़ा हुआ था. में बाइक स्टार्ट
किया और चलाने लगा. अभी तकरीबन 10-12 किलोमीटर का रास्ता बाकी
था जिस्मै अभी ऑलमोस्ट 20-25 मिनिट आराम से लग सकते थे. बाइक स्लो
चलाने लगा. मुझे यह तो पता चल गया था के उसने आज पॅंटी नही
पहनी है और अपनी स्कर्ट के अंदर नंगी है और मेरा लंड भी पॅंट से
बाहर निकला हुआ है और फुल अकड़ के स्प्रिंग की तरह से मेरे पेट से
लग गया है. गीता इतने दीनो में मेरे लंड को बिना शरमाये पकड़ के
दबाने लगी थी और मेरे थाइस पे अपने थाइस रख के बैठने से
पहले मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ के नीचे झुकाया और अड्जस्ट
किया और मेरे लंड को अपनी गरम और गीली चूत के लिप्स के अंदर
ऊपेर नीचे घिसने लगी और ऐसे बैठी के उसकी चूत मेरे लंड के
ऊपेर थी लेकिन लंड चूत के अंदर नही था वो मेरे लंड के डंडे
पे बैठी थी जिस से मेरे लंड का सुपाडा उसकी मोटी गान्ड से लग रहा
था पर कभी कभी जब झटका लगता तो मेरे लंड का सुपाडा उसकी
चूत को टक्कर मारता था तो गीता के मूह से आआआआआहह और
ऊऊऊीीईईईईईईई अंकल जैसी सिसकारी निकल जाती.
में मस्ती में आ गया था और बाइक को फिर से रोड से नीचे उतार के
तैर गया था और बाइक पे बैठे बैठे ही उसकी चूत को अपने लंड
के डंडे पे फील कर के मज़े ले रहा था. में अभी उसको चोदना भी
नही चाहता था बड़ी मुश्किल से बर्दाश्त कर रहा था और मौका देख
रहा था के कब और कैसे चोदु इस कच्ची कली की नरम और गरम
छोटी सी बिना झतो वाली चीक्कनी चूत को. गीता की गरम और गीली
चूत मेरे लंड के डंडे पे आगे पीछे फिसलने लगी और कभी लंड
को पकड़ के अपनी चूत मे रगड़ने लगती थोड़ी ही देर में मेरे मूह से
बहुत ज़ोर से उूुुुुउऊहह निकल और मेरे लंड से क्रीम की पिचकारी
की धार निकलने लगी और उसकी चूत पे और जाँघो पे उछल उछल के
गिरने लगी. मेरे लंड से पिचकारियाँ निकलनी ख़तम हो गई तो गीता
अपनी जगह से उठ कर फुट रेस्ट पे खड़ी हो गई और मेरे फेस पे किस
करने लगी और फाइनली मेरे मूह में अपनी जीभ घुसा ही डाली शाएद यह
उसका पहले किस था. गीता फिर खड़ी हो गई तो अपने स्कर्ट से जाँघो
पे और चूत पे लगी हुई मेरी मलाई को साफ कर लिया.
थोड़ी देर में हम घर आ गये. गीता को ड्रॉप किया तो उसने कहा के
अंकल कल फ्राइडे है मेरी मम्मी को सॅटर्डे और सनडे हॉलिडे होती
है और कल मेरी मॉम आप से मिलेगी तो में ने कहा ओके कल में शाम को
5 या 6 बजे आ जाउन्गा तो उसने कहा के नही अंकल मम्मी तो आपको
डिन्नर पे बुला रही है तो आप डिन्नर कर के ही जाना तो में ने कहा
ओके ठीक है में कल शाम 6 या 7 बजे आ जाउन्गा और में अपने घर आ
गया और शवर लेते हुए एक बार फिर मास्टरबेट किया और कल शाम का
वेट करने लगा. इसी तरह से दिन गुज़रते रहे और गीता डेली मेरे
ऑफीस आने से पहले स्कूल के बाथरूम में जाती और अपनी चड्डी
निकाल के अपने बॅग में रख देती और अपने यूनिफॉर्म के मोटे स्कर्ट के
नीचे नंगी होती. स्कर्ट मोटा होने की वजह से किसी को पता भी नही
चलता के वो अंदर से नंगी चूत लिए घूम रही है और घर के
अंदर घुसने से पहले गेट बंद करके डोर की बेल बजाने से पहले एक
झटके से अपनी चड्डी पहेन लेती और घर में चली जाती. .
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