RE: Jawan Ladki Chudai कच्ची कली
में सोचने लगा के स्पोर्ट्स में है इसी लिए इतना सुडोल बदन है इसका वंडरफुल थाइस और एक दम से हेल्ती और आक्टिव लग रही थी. कॉलोनी ख़तम होने के बाद में रोड पे आ गये. में रोड पे उतनी ज़ियादा ट्रॅफिक नही रहती और यहा से टाउन तक रोड के दोनो तरफ बड़े बड़े नीम के पेड (ट्रीस) है और दूर दूर तक खेत भी है जहा से खेतों की मधुर सुगंध आती रहती है एस्पेशली शाम में और रात में. रात में यह पूरा रास्ता ऑलमोस्ट अंधेरा ही रहता है और कोई ट्रॅफिक भी नही होती. मैन रोड से टर्न लेने के बाद भी तकरीबन 3 किलोमीटर पे हमारी कॉलोनी स्टार्ट होती है और कॉलोनी के करीब ही लाइट्स लगी हुई हैं अदरवाइज़ टाउन से बाहर निकालने के बाद तकरीबन 28 किलोमीटर अंधेरे में ही ही हमारी कॉलोनी तक ट्रॅवेल करना पड़ता है. स्कूल की लड़किया तो बस से स्कूल जाती है और स्कूल ख़तम होने के साथ ही शाम से पहले बस से ही वापस आ जाती है या उन्हें उनका कोई रिलेटिव या जानने वाला लिफ्ट दे देता है. अब कॉलोनी से हम में रोड पे आ गये. उसने बताया के अंकल हमारा स्कूल 10:30 बजे से स्टार्ट होता है तो मेरे पास टाइम है आप इटमेनन से बाइक चलिए. वो बाइक के दोनो तरफ अपने पैर रख के बैठी थी उसके बॅक पे उसका स्कूल बैग लगा हुआ था और उसने हाथ मेरे पेट पे लप्पेट के मुझे पकड़ा हुआ था. मेरी यामेहा की सीट थोड़ी सी स्लॅनटिंग थी पीछे से उठी हुई थी और सामने से झुकी हुई थी इसी लिए वो मुझ से चिपक के बैठी थी और मुझे मेरे बॅक पे उसके चुचियाँ लग रही थी जिस से मेरे शरीर में एलेक्ट्रिसिटी दौड़ रही थी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. में बाइक स्पीड से चला रहा था और वो मुझ से पूरी तरह से चिपकी हुई थी और उसके चुचियाँ मेरे बॅक से प्रेस हो रही थी और जब बाइक झटका खाती तो उसकी चुचियाँ मेरे बदन पे ही ऊपेर नीचे जाती थी. इसी तरह से रास्ता गुज़र गया हम तकरीबन 35 या 40 मिनिट्स में शहेर में एंटर हो गये. पहले मेरा ऑफीस आता था में ने गीता को बताया के देखो यह मेरा ऑफीस है तो उसने कहा के अंकल मेरा स्कूल भी तो यही है यह सिग्नल के पीछे वाली रोड पे है. मैने उसको उसके स्कूल पे ड्रॉप किया तो पता चला के स्कूल और मेरे ऑफीस के बीच में हार्ड्ली 5 मिनिट्स का वॉकिंग डिस्टेन्स है. में ने कहा के कभी भी कोई ज़रूरत हो या कुछ भी हो तो मेरे पास ऑफीस को आ जाना. उसने थॅंक्स कहा और मेरी तरफ हाथ हिला के बाइ करती हुई मुस्कुराती हुई स्कूल के गेट में दौड़ती हुई चली गई में बहुत देर तक उसके डॅन्स करती चुचियाँ और उसकी लटकती हुई पोनी टेल और उसके मलाई जैसे गोरे और शेप्ली सेक्सी थाइस को देखता ही रह गया और फिर पलट के ऑफीस आ गया. ऑफीस में किसी काम में दिल नही लगा बार बार उसके चुचियाँ, उसकी मोटी सेक्सी थाइस और लटकती हुई पोनी टेल ही दिमाग़ में घूमती रही. – शाम हो गई और वो नही आई शाएद बस मिल गई होगी. में ऑफीस ख़तम होने के बाद घर आ गया. बस स्टॉप देख के मुझे गीता की याद आई पर थोड़ी देर में ही भूल गया और अपना खाना खा के टीवी देखने लगा. थोड़ी देर चाटिंग कर के सो गया. दूसरे दिन में रेडी हो के बाइक पे निकला तो देखा के गीता वही खड़ी है. में बाइक उसके करीब ले गया और रोक के पूछा के आज कया हुआ ? किया फिर से बस मिस कर दी ?? तो वो मुस्कुरा के बोली के सॉरी अंकल आज में ने जान बूझ के बस मिस की है. आइ वान्ना गो विथ यू कल आपके साथ बाइक पे बैठना मुझे बहुत अच्छा लगा मुझे बहुत मज़ा आया. टेल मी अंकल कॅन यू टेक मी टू माइ स्कूल आप माइंड तो नही करोगे ना अंकल ? वो बहुत अच्छी इंग्लीश बोल रही थी. में ने कहा माइ प्लेषर कम ऑन सिट ऑन माइ पिलियन सीट. वो उचक के मेरे पीछे बैठ गई और बाइक चलाने से पहले ही मुझे ज़ोर से ऐसे चिपक गई जैसे मुझे अपने चुचियाँ फील करवाना चाहती हो. आज हम इधर उधर की बातें कर रहे थे. उसके फ्रेंड्स की, स्कूल कीं उसके टीचर्स की. वो बहुत इंटेरेस्ट ले के मेरे साथ बातें कर रही थी. ऐसे ही बातें करते करते रास्ता गुज़र गया. स्कूल आ गया और गीता बाइक से उतर ते हुए बोली के अंकल आज मेरी स्पेशल क्लास है. प्रॉबब्ली में आपके साथ ही वापस जाउन्गि. अगर में आपके ऑफीस ख़तम होने तक नही आइ तो आप ऑफीस के बाद भी थोड़ी देर मेरा वेट करलेणा प्लीज़. आइ हॅव ऑलरेडी इनफॉर्म्ड माइ मोम आंड टोल्ड हर अबाउट यू. शी ईज़ वेरी हॅपी दट यू आर गिविंग मे लिफ्ट. इस् वीकेंड पे में आपको अपनी मम्मी से मिलवाउन्गि. में ने बोला के कोई बात नही तुम इम्त्मीनान से अपनी स्पेशल क्लास अटेंड कर के मेरे ऑफीस आ जाओ दोनो मिल के वापस चलते है मे तुम्हारा वेट करूगा यह बोल के में ऑफीस आ गया और बेचैनी से शाम का वेट करने लगा. में ऑफीस के डेली रुटीन वर्क में बिज़ी हो गया इसी में शाम हो गई. गीता का स्कूल ख़तम हो गया और वो मेरे ऑफीस पा आ गई बट मुझे अभी थोड़ा और काम बाकी था में ने कहा के अभी थोड़ी देर में चलते हैं. उसने अपने घर फोन करके उसकी मम्मी को बता दिया के वो मेरे साथ है और मेरे साथ ही वापस आएगी. उसकी मम्मी ने अड्वान्स में थॅंक्स कहा और कहा के अंकल को परेशान नही करना जब उनका काम ख़तम हो तब ही आना उसने कहा ओके मम्मी डॉन'ट वरी आइ वोन्त ट्रबल हिम. ऑफीस से काम ख़तम करके निकलते निकलते लेट ईव्निंग हो गई थी थोड़ा थोड़ा अंधेरा भी होने लगा था. बाइक स्टार्ट किया और गीता उछल के पीछे बैठ गई. शहेर से हम बाहर निकल आए. बाहर आते ही दोनो तरफ के खेतो से ठंडी ठंडी हवा आ रही थी मौसम बहुत अच्छा हो गया था. खेतों की यह मधुर सुगंध मुझे बहुत अच्छी लगती है और में बाइक को धीरे धीरे चलाता और खेतों की सुगंध का मज़ा लेते हुए बाइक चला रहा था. गीता भी बाइक के फुट रेस्ट पे पैर रख के खड़ी हो गई और मेरे नेक पे अपने हाथ डाल दिए और राइडिंग का मज़ा लेने लगी. वो थोड़ी थोड़ी देर में उठ जाती थी और बैठ जाती थी जिस से उसके चुचियाँ मेरे बॅक पे रगड़ खा रही थी और मेरा लंड पॅंट के अंदर से बाहर निकालने को बेचैन हो गया और अकड़ने लगा. यह रोड पे कोई ट्रॅफिक नही रहती थी कियोंकि यह रोड सिर्फ़ इंडस्ट्रियल एरिया की हाउसिंग कॉलोनी को ही जाती थी. सिर्फ़ रिलेटेड लोग ही इस रोड पे आते जाते थे. कभी कभी कोई कार या बाइक बाज़ू से चली जाती. में बाइक बहुत धीमी गति से चला रहा था गीता की चुचियों को अपनी पीठ पे फील कर के मज़े ले रहा था और कोई जल्दी भी तो नही थी
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