RE: Desi chudai story राज और उसकी विधवा भाभी
गतान्क से आगे..........
मैने लाली की गांद मारनी शुरू कर दी. मैं पूरे ताक़त के साथ ज़ोर
ज़ोर के धक्के लगा रहा था. लाली को भी अब मज़ा आ रहा था. उसके मूह
से सिसकारियाँ निकल रही थी. 10 मिनाट तक उसकी गांद मारने के बाद मैं
झाड़ गया. मैने अपना लंड लाली की गांद से बाहर निकाला और लाली को
दिखाते हुए कहा, देखो कितना खून निकला है तुम्हारी गांद से. वो
आँखें फाडे मेरे लंड को देखने लगी. वो बोली, जीजू, अब तो खोल दो
मुझे. मैने कहा, एक बार तुम्हारी गांद और मार लूँ फिर खोल दूँगा.
वो बोली, कमरे में मार लेना. मैने कहा, तुम फिर से चिल्लाओगी. वो
बोली, मैं अपना मूह बंद रखने की कोशिश करूँगी. मैने ऋतु से
कहा, खोल दो लाली को.
ऋतु ने लाली के हाथ पैर खोल दिए. लाली बाथरूम जाना चाहती थी
लेकिन वो बिल्कुल भी चल फिर नहीं पा रही थी. ऋतु ने उसे सहारा
देकर बाथरूम में ले गयी. लाली ने अपनी गांद और चूत को साबुन से
सॉफ किया. फिर ऋतु उसे कमरे में ले आई. मैं कमरे में आया तो
लाली बेड पर लेटी थी. मैं उसके बगल में लेट गया. 1 घंटे के बाद
मैने फिर से लाली की गांद मारनी शुरू की. वो थोड़ी देर तक चिल्लाई
फिर शांत हो गयी. उसके बाद उसे खूब मज़ा आया और मुझे भी. उसने
मुझसे खूब जम कर गांद मरवाई.
धीरे धीरे 6 महीने गुजर गये. लाली मुझसे खूब जम कर चुदवाती
रही और गांद मरवाती रही. मुझे भी लाली की चुदाई करने में और
उसकी गांद मारने में खूब मज़ा आता था. एक दिन मैने दुकान के
नौकर रामू को कुच्छ फाइल लाने के लिए घर भेजा. उसने घर पर लाली
को देखा तो लाली उसे बहुत पसंद आ गयी. रामू की उमर भी 20 साल की
थी और वो अभी कुँवारा था. उसने मुझसे लाली के बारे में पुछा तो
मैने उसे बता दिया कि वो ऋतु के गाओं की रहने वाली है. उसने मुझसे
कहा कि वो लाली से शादी करना चाहता है. मैने कहा, ठीक है, मैं
लाली से पूच्छ लूँ फिर बता दूँगा. रात में जब मैं घर आया तो
मैने लाली से बात की तो वो तय्यार हो गयी. उसे भी रामू पसंद आ
गया था. उसने मुझसे कहा, जीजू, एक दिक्कत है. मैने पूछा, वो क्या.
वो बोली, आप मुझे बहुत ही अच्छि तरह से चोद्ते हैं और मेरी
गांद भी मारते हैं. अगर मैं शादी कर लूँगी तब मैं आप से मज़ा
कैसे ले पाउन्गि. मैने कहा, पगली, तू अपनी दीदी से मिलने के बहाने आ
जाया करना. मैं तेरी चुदाई कर दूँगा और तेरी गांद भी मार
दूँगा. सारी ज़िंदगी तू कुँवारी तो नहीं रह सकती. वो बोली, फिर
ठीक है.
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