RE: Hindi Porn Kahani वो कौन थी ???
मस्त टाइट चूत थी उसकी और ऐसी टाइट चूत को चोदने का मज़ा बोहोत आ रहा था. मैं उसके मम्मो को चूस रहा था. उसके निपल्स उतने बड़े तो नही लैकिन अच्छे थे जैसे छोटे साइज़ का अंगूर और लगता था के चुचियाँ रस्स भरी हो और टाइट थी मज़ा आ रहा था चूसने का और उसकी टाइट चूत को चोदने का.
चुदाई ज़ोर पकड़ती जा रही थी और झटके तेज़ हो रहे थे उसी के साथ उसकी आवाज़ भी ऊऊऊओईईईई म्म्म्ममाआआअ आअहह बहुत मज़ा आवे है रीए आअहह ऊऊईईइ सस्स्स्स्स्सस्स आआआहह और फिर दोनो के बदन टाइट होने लगे वो मुझ से फिर से ज़ोर से लिपट गई और ज़ोर से मुझे पकड़ लिया और मैं ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था मुझे लगा के मेरे बॉल्स मे से क्रीम अब ट्रॅवेल कर के लंड के डंडे मे से होती हुई सूपदे के सुराख के तरफ आ रही है और फिर लंड को पूरा बाहर निकाल के एक बोहोत ही ज़ोर का धक्का मारा तो वो काँप गई और आआआआआआआआआआआआहह की आवाज़ के साथ ही उसके बदन मे जैसे एलेक्ट्रिक जैसे झटके लगने शुरू हो गये और वो ज़ोर ज़ोर से हिलने लगी और साथ ही झड़ने भी लगी और मैं भी झड़ने लगा. मेरी मलाई की पिचकारियाँ निकलती रही और उसकी चूत को भरती रही. दोनो की साँसें तेज़ी से चल रही थी लंड को चूत ने टाइट पकड़ा हुआ था जैसे कोई लंड को अपने हाथ से मुट्ठी मे ज़ोर से दबा के पकड़ लेता है और मुझे लगा के उसकी चूत के मसल्स मेरे लंड को निचोड़ रहे हैं ता के लंड मे से निकली हुई मलाई का एक एक क़तरा निचोड़ लेना चाहती हो.
मैं बे दम होके उसके बदन पे ही गिर पड़ा. दोनो गहरी गहरी साँसें लेते ऐसे ही पड़े रहे जैसे दोनो के बदन मे जान ही ना रही हो. उसने मेरे होंठो पे एक ज़बरदस्त टंग सकिंग किस किया और उसने भी मेरे कान मे बोहोत ही धीरे से कहा और इतना धीरे से कहा के मुझे बही सुन के समझने मे टाइम लगा “यह चुदाई मुझे ज़िंदगी भर याद रहेगी सच मे मज़ा आ गया तुम ने मुझे चोद के लड़की से औरत बना दिया. मुझे खुशी है के Mआईन ने अपनी कुवारि चूत की सील इतने कड़क और मस्त लंड से खुलवाई” और “आइ लव यू” कहते हुए मुझे अपने ऊपेर से पुश किया और उठ के शाएद बाथरूम चली गई. मुझे यह भी याद नही के कब मैं उसके बदन से लुढ़क के नीचे बेड शीट पे आ गया और कब मैं सो गया. सुबह जब आँख खुली तो रात का सीन दिमाग़ मे आ गया और मैं लेटे लेटे सोचने लगा के कही मैं कोई हसीन और रंगीन सपना तो नही देख रहा था ??.
देखा तो अभी कुछ लोग और भी सो रहे थे कुछ लोग उठ के नाश्ते के लिए जा चुके थे. मैं ऐसे ही लेटा रहा और रात के सीन को सोचता रहा. यकीन नही हो रहा था के वो एक हसीन सपना था या हक़ीक़त. नीचे बिछी हुई बेडशीट डिफरेंट कलर की थी. बेड शीट पे नज़र पड़ी तो पता चला के वाहा तो थोड़ा सा खून भी गिरा हुआ है जिसका धब्बा बेडशीट पे लगा हुआ है तब यकीन हो गया के मैने कोई सपना नही देखा और जो भी हुआ रियल मे हुआ. मैं ने अपने लंड को देखा तो पता चला के उस पर भी थोड़ा सा खून लगा हुआ है जो ड्राइ हो चुका है. उफ्फ तो क्या सच मे वो कोई कुवारि चूत थी जिसकी मैने सील तोड़ डाली. मैं यह सोचता ही रह गया के वो कौनसी कुवारि चूत थी जिसने मेरे लंड को पसंद किया था और आख़िर वो कौन थी ?????? दोस्तो आप भी हैरान होंगे लेकिन मेरी भी समझ मे कुछ नही आ रहा था पर जो भी हो रहा था मुझे बहुत मज़ा आ रहा था
सुबह जब मैं नीचे आया तो फिर से सब कुछ वैसा ही था. कुछ लोग नाश्ता कर रहे थे.. कुछ लोग वेट कर रहे थे. कुछ लोग वापसी की तय्यारि कर रहे थे. वैसे ही लड़किया और औरतें हंस रही थी मुस्कुरा रही थी. इतना तो शुवर था के जिसे मैं ने चोदा उसमे से एक लड़की पहले ही से चुदी चुदाई थी और दूसरी कवारी चूत थी. मैं किसी को भी पॉइंट आउट कर के नही कह सकता था के जिसे मैं ने दो रातों को चोदा पहली रात को क्या वो अरुण की बड़ी बहेन कलमा की गुजराती गरम और प्यासी चूत थी या अरुण की वाइफ उषा की चंचल बेंगाली चूत थी या मेहमानो मे से किसी की नटखट चंचल और प्यासी चूत थी ?? आख़िर वो कौन थीं ???????????किसकी चूते थी जिन्है मैं ने चोदा ????????????? ??.
और दूसरी रात जिस कुँवारी चूत ने चुदवाया कही वो चंचल चूत शांता की तो नही या किसी मेहमानो मे से कोई ब्रांड न्यूचूत जिस मे खुजलीहुई थी. क्या इस मैं से एक गरम गुजराती चूत थी और एक रस्स भरी बेंगाली चूत थी या दोनो रस भरी बेंगाली चूते या दोनो गरम गुजजु चूते थी लैकिन जो भी थी ; थी दोनो ही सेक्सी. मैं आज तक नही जान पाया के जिन्होने अपनी चूते मेरे लंड की भेंट चड़ा दीं वो किनकी चूते थी और आख़िर वो कौन थी ???
आख़िर वो कौन थी ???
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