RE: Hindi Porn Kahani वो कौन थी ???
सुबह उठा तो कमरे मे सब ही उठ चुके थे और मेरा लंड चिप चिपा हो रहा था दोनो की मिक्स मलाई मेरे लंड पे ड्राइ हो चुकी थी. बाथरूम मे जा के शवर लिया और जब चेंज कर के नीचे आया तो नाश्ता रेडी था कुछ लोग नाश्ता खा रहे थे कुछ वेट कर रहे थे. मैं ने इधर उधर देखा तो बोहोत सारी लड़कियाँ और औरतें भी खड़ी थी जिसमे से एक लड़की मेरी तरफ देख के मुस्कुराइ तो मैं समझा शाएद यही थी तो मैं भी मुस्कुरा दिया और गौर से उसे देखने लगा. फिर दूसरी तरफ देखा तो 4 – 5 लड़कियाँ मुस्कुरा रही थी.
उनको देख के मैं भी मुस्कुरा तो दिया फिर उषा भाबी ने अपने स्टाइल मे पूछा लगता है रात नींद नही आई इसी लिए आँखे लाल हो रही हैं. चाइ पीओगे या दूध ??. दूध कहते हुए उन्हों ने एक आँख बंद कर ली थी. और हंसते हुए बोली लगता है बंगाल का रस गुल्ला खा लिया रात को इसी लिए नींद नही आई रात भर. फिर कुछ ही देर मे कमला भी सामने आ गई और इत्तेफ़ाक़ से उसने भी ऐसे ही पूछा क्या हुआ रात डर तो नही लगा ना तुम्है अकेले सोने मे ??. सर्दी तो नही लगी तुम्है ?? और नींद अच्छी तो आई ना ?? और फिर वो भी एक आँख दबा कर बोली के किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो तो बता देना मैं इंतेज़ाम कर दूँगी. मेरा दिमाग़ चकरा गया समझ मे नही आ रहा था के क्या करूँ (अब मैं उन्है क्या बता ता के मुझे क्या चाहिए. मुझे चाहिए थी चुदाई के लिए उनकी चूत या उषा की चूत क्या वो यह इंतेज़ाम कर सकती है मेरा ?? लैकिन पूछ नही पाया.). इतना सुनना और सोचना था मेरा के मैं तो पागल जैसे हो गया अब मेरी समझ मे नही आ रहा था के रात जिसने मेरे साथ चुदाई की क्या वो उषा भाबी थी या वो कमला थी या कोई और मेहमानो मे से कोई थी आख़िर वो कौन थी ???
नाश्ता करने के बाद हम शादी के डिफरेंट कामो मे लग गये शाम मे शादी का महुरत था. सारा दिन भागम भाग मे और कामो मे गुज़र गया और शाम मे फेरो की रसम के बाद शादी हो गई. अशोक की पत्नी उर्मिला बोहोत ही
सुन्दर थी. हाइट भी अच्छी ख़ासी थी. रंग भी इतना गोरा था लगता था हाथ लगाओ तो मैली हो जाए. शादी के ड्रेस मे वो बोहोत ही खूबसूरत लग रही थी. शादी बोहोत धूम धाम से हुई थी. बहुत सारे मेहमान थे. सब का डिन्नर होने तक रात के 12 बज गये. फिर नाच गाने का सिलसिला चलता रहा. बहुत सारे मेहमान तो सारी रात जागते रहे. मुझे भी शादी मे मज़ा आ रहा था और लड़कियाँ जब डॅन्स करती तो उनकी उछलती मचलती चुचियाँ देख कर मेरा लंड भी अकड़ने लगता. सब ने बोहोत एंजाय किया. उस रात मे नही सो पाया.
शादी के दूसरे दिन रिसेप्षन था. स्टेज पे दूल्हा और दुल्हन बैठे थे. दूल्हा और दुल्हन का चेहरा रात की चुदाई से शाएद चमक रहा था. दोनो एक दूसरे की तरफ देख के मुस्कुरा रहे थे शाएद आँखो आँखों मे इशारा कर के रात की चुदाई का मज़ा ले रहे थे. हाथों मे हाथ डाले बैठे थे कभी एक दूसरे का हाथ दबा देते. कभी कोई मेहमान ऊपेर आके उनसे मिलता और गिफ्ट देता तो दोनो खड़े हो जाते और उन से मिलते फिर बैठ जाते. और उसी स्टेज पे कोई कोई लड़की या कई लड़किया आके डॅन्स करती तो कभी स्टेज के नीचे ही डॅन्स करते. बहुत धमाल मच रहा था. बजे बज रहे थे गाने चल रहे थे. लोगों के खाने के लिए स्वीट्स और पूरी की और डिफरेंट खाने की स्टॉल्स लगी हुई थी जहा लोग अपने मान पसंद खानो को अपनी प्लेट मे ले के खा रहे थे.
रात का तकरीबन 1 बज चुक्का था और लास्ट नाइट भी नही सो पाया था इसी लिए मुझे अब नींद आने लगी थी. नींद का ख़याल आते ही मुझे वो अंजान लड़की से चुदाई याद आ गई और फिर क्या था लंड एक दम से फॅन फनाता हुआ उठ खड़ा हुआ. बड़ी मुश्किल से अपने लंड को संभलता हुआ मैं उसी रूम मे आ गया जहा पहले सोया था. आज कमरे मे कोई और 2 आदमी बैठे बातें कर रहे थे. थोड़ी देर उन से बात कर ने के बाद मैं अपनी जगह पे आगेया और उस अंजान लड़की का इंतेज़ार करते करते सो गया. यह भी तो पता नही था ना के वो आएगी भी या नही.
क्रमशः.......................
|