RE: Hindi Porn Kahani वो कौन थी ???
और दूसरी है शांता. शांता अरुण से तीन या चार साल छोटी है. बोहोत चंचल. हमेशा उछाल कूद करती रहती धमाल मचाती रहती. कॉलेज मे पढ़ती थी. बहुत सुंदर थी. गोरा रंग, काले बाल, चमकती आँखें, कड़क ऐप्पल जैसी चुचियाँ तकरीबन 32 या 34 के साइज़ के होंगे जिन्हें देख के कोई भी अपने हाथो मे ले के मसल्ने की तमन्ना करे. लड़कियो मे ब्रस्सिएर और पॅंटी पेहेनने का फॅशन तकरीबन ख़तम ही हो गया है और वो जब घर मे जब उछल कूद करती तो उसकी मस्त चुचियाँ डॅन्स करती बोहोत अच्छी लगती थी. कमला और शांता मुझ से काफ़ी क्लोज़ थे और दोनो मुझ से मज़ाक भी करते ही रहते थे मैं भी दोनो को सता ता रहता था. शांता को तो कभी कभी मैं अपनी बाहो मे पकड़ भी लेता कभी कभी ऐसा भी होता के मैं शांता को अपने से लिपटा लेता तो उसकी चुचियाँ मेरे बदन से चिपक जाती जिस से मेरे बदन मे एक तूफान आ जाता और कभी कभी तो लिपटा के जब उसके बॅक पे हाथ घुमा ता तो उसके चूतड़ तक भी हाथ फिसल जाता था और मैं उसके चूतडो को धीरे से दबा भी देता तो वो हंस देती. कभी तो अपने बदन से ऐसे ज़ोर लिपटा लेता के उसे मेरे लंड का स्पर्श उसके बदन पे महसूस हो जाए और फिर छोड़ देता था. शांता को चोदने का ख़याल मेरे मन मे कई बार आया लैकिन क्या करू दोस्त की बहेन जो थी. अब यह भी तो हो सकता है के कमला और शांता दोनो मुझ से चुदवाने की इच्छा रखती हो लैकिन शाएद कभी मौका नही मिला हो या मुझे बता ना सकी हो.
मैं अरुण के घर बोहोत साल से आता जाता रहता था तो सब ही मुझ से अछी तरह ट्रीट करते थे. अरुण की वाइफ उषा चटर्जी बेंगाली है. अरुण से उसकी लव मॅरेज थी. उषा भाबी भी बोहोत सुंदर हैं. हाइट होगी तकरीबन 5’ 6” गोरा रंग काले लंबे बाल जो उनके चूतड़ तक आते हैं और काली हिरनी जैसे चमकती आन्खै जिनमे ऐसीमस्ती भरी रहती है जैसे हमेशा ही अपनी अरुण के साथ चुदाई को याद कर रही हो इसी लिए हमेशा उनके मूह पे एक सीक्रेट सी मुस्कान रहती है. नाज़ुक सा बदन लैकिन चुचियाँ बोहोत मस्त थी उनकी. कभी तो उनके शर्ट मे से तने हुए निपल्स भी नज़र आ जाते तो मंन करता के बस इन्हें पकड़ के मसल डालूं और चूस लूँ. शाएद 36 का साइज़ होगा उनकी मस्त और टाइट चुचिओ का. उनकी चुचिओ को देख के मंन करता है के बस पकड़ के बेड पे गिरा दू और चोद डालु और नंगा करके चुचिओ को चूस चूस के उनका सारा रस पी जाउ और ज़ोर से चोद के उनकी चूत फाड़ डालूं इतनी सेक्स अपील थी उषा भाभी के अंदर. उषा भाबी का चिकना बदन
और गोरा रंग देखते हुए यह मैं यकीन से कह सकता हू के उनकी चूत भी मक्खन जैसे चिकनी होगी. उषा भाभी भी कमला की तरह मेरे साथ डबल मीनिंग वाला मज़ाक करती थी और हंस देती थी और मैं कभी कभी तो शरम से लाल लाल हो जाता लैकिन उषा को मैं अपनी भाभी मानता और उनको चोदने का ख़याल मेरे मन मे नही आया पर कभी सोचता के जैसे के अरुण अपनी वाइफ को हमारे कॉलेज के टाइम्स की प्रेमिकाओं को बदल बदल के चोदने के किस्से सुना चुक्का था तो शाएद उनके मन मे चुदवाने का ख़याल हो लैकिन मैं कुछ यकीन से नही कह सकता. हा यह ज़रूर है के अगर वोही अपनी तरफ से पहेल करती चुदवाने के लिए तो मैं ऐसे चोद्ता के वो ऐसी चूत फाड़ चुदाई करता के वो ऐसे चुदाई को कभी भूल नही पाती और हमेशा याद रखती.
मैं तो बस यह चाहता था के शादी मे एक रस्स भरी बेंगाली और एक गरम गुजराती चूत का मज़ा मेरे मोटे लंड को मिल जाए तो मेरे लंड की और मेरी दिली तमन्ना पूरी हो जाए और मज़ा आ जाए.
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