RE: Desi Porn Kahani मारवाड़ की मस्त मलाई
मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --29
गतांक से आगे........................
मेरे चेर पे बैठ ते ही उषा मेरे पैरो के बीचे मे घुटनो के बल बैठ गयी और मेरे कड़क आकड़े हुए लंड को चूस्ते हुए बोली के राजा क्या मस्त लंड है यार तुम्हारा जिस से शादी करोगे उस लड़की की किस्मेत जाग जयगी और सुहाग रात मे ही वो जन्नत पोहोच जाएगी. ऐसी पवरफुल चुदाई के बाद भी मेरा लंड नरम नही हुआ था. उषा बोली के मेरे पति का तो इतना कड़क कभी आज तक नही हुआ. वो साला भी लंड को अंदर डालता है और झाड़ जाता है झटके मारना तो दूर की बात है और तुम्हारे धक्के वह वह मैं तो तुम्हारी चुदाई देख के ही 2 – 3 टाइम झाड़ चुकी हू. मैं चेर पे पैर फैला के बैठा थे और उषा मेरे पैरो के बीच मे बैठी लंड चूस रही थी. थोड़ी देर मे ही मे ने उसका सर पकड़ लिया और उसके मूह को चोदने लगा.
मेरी सांसो को ठीक होने मे थोड़ा टाइम लगा. उषा भी लंड चूसने मे एक दम से एक्सपर्ट लग रही थी. मस्त स्टाइल मे लंड को चूस रही थी. कभी पूरा हलक के अंदर तक ले जाती तो कभी लॉली पोप की तरह से लंड का सूपड़ा चूस्ति. कुर्सी पे बैठे ही बैठे मे फिर उषा की चूत मे अपने पैर के अंगूठे से मसाज करने लगा जैसे आशा की चूत के साथ किया था. मेरा मानना था के जब मुझे वो मज़ा दे रही थी तो उसको भी मज़ा देना मेरा कर्तव्य है. उसकी चूत से मैं खेल रहा था और उसकी चूत भी गीली हो चुकी थी और अपनी चूत को आगे पीछे कर के जैसे मेरे पैर के अंगूठे से अपनी चूत को चुदवा रही थी. मैं अपनी जगह से उठा और उषा को भी नीचे से उठा लिया और हम दोनो सोफे पे बैठ गये. उषा मेरे लंड से खेलती रही और बोली के राजा इतने दिन कहा थे यार तुम ऐसा मस्त लंड तो मुझे चाहिए था और तुम इसे लिए घूम रहे हो तो मैं ने बोला के अब यह तुम्हारा ही है समझो. मेरे लंड को सभी लड़कियाँ पसंद करती है और ऐसी कल्पना करती है के उनके हज़्बेंड का लंड भी ऐसा ही शानदार हो. इतनी देर मे आशा के बदन मे जान वापस आ चुकी थी और वो नीचे से उठ चुकी थी. आशा लड़खड़ते कदमो से बाथरूम मे चली गयी और अपनी चूत को गरम पानी से धोया तब कही जा के उसकी जलती हुई चूत मे ठंडक पड़ गयी और उसे आराम आ गया.
उषा तो एक दम से गरम थी और वो एक बार फिर से झुक के मेरे लंड को अपने मूह मे ले लिया और चूसने लगी. मैं भी चाहता था के एक नयी चूत का स्वाद भी लिया जाए इसी लिए उषा को सोफे से उठाया और हम दोनो उसके बेडरूम मे आ गये. उषा का बेडरूम भी ठीक ठाक था. कमरे के बीच मे उसका डबल बेड पड़ा हुआ था जिसपे एक नीट आंड क्लीन बेडशीट बिछी हुई थी ऐसा लग रहा था के बेड चुदाई के लिए रेडी है. मैं बेड के किनारे पे बैठ गया और उषा ऑटोमॅटिकली मेरे सामने आ के खड़ी होगयी तो मैं ने उसकी चूत को किस किया और उसकी गंद पे हाथ रख के अपनी ओर खेच लिया और उसकी चूत को मज़े से चाटने लगा. उसकी चूत से उसके जूस के मधुर सुगंध आ रही थी. उषा ने मेरे सर को पकड़ लिया और मेरे मूह मे अपनी चूत को रगड़ने लगी. कभी मैं अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डाल के चूस्ता तो कभी मूह बंद कर के दाँत बहेर निकाल देता तो वो अपनी क्लाइटॉरिस को मेरे दांतो से रगड़ देती. मैने भी अपने मूह मे उसकी चूत भर के डाला से काट डाला तो वो मस्ती मे पागल हो गयी और एक ही मिनिट के अंदर उसने मेरे सर को कस के पकड़ा और बोहोत ज़ोर से अपनी चूत मे दबा लिया और हिलते हुए झड़ने लगी. अब तो मैं भी उसको चोदने के लिया पागल हो चुका था. उषा को बेड के किनारे पे लिटा दिया जैसे उसकी टाँगें नीचे झूल रही थी और उसकी पीठ बेड पे थी. मैं उसके खुले पैरो के बीच आ गया और उस पे झुक गया जिस से मेरा लंड उसकी गीली गरम चूत की पंखदिओं से लगने लगा. मैं झुक के उसके चुचिओ को अपने मूह मे ले के चूसने लगा और उसके निपल्स को काटने लगा. उषा ने अपने पैर फैला लिए और मेरे बॅक पे लपेट के अपनी ओर खेचना स्टार्ट कर दिया.
मेरे गीले लंड मे से प्री कम निकल रहा था और लंड का सूपड़ा उसकी चूत के ऊपेर ही था तो उसने अपना हाथ दोनो के बदन के बीचे कर लिया और मेरे लंड को पकड़ के अपनी चूत मे घिसने लगी और फिर अपनी चूत के सुरक्ख मे सटा दिया. मुझे मेरे लंड के सूपदे के ऊपेर उसकी चूत के सुराख की गोलाई महसूस होने लगी तो मैं समझ गया के इसकी चूत भी अछी ख़ासी टाइट ही है. मैने अपने लंड को उसकी चूत मे प्रेस किया तो मेरे लंड का हेल्मेट जैसा मोटा सूपड़ा उसकी टाइट चूत मे घुस के अटक गया. उषा की चूत मेरे लंड के सूपदे को अपने अंदर महसूस कर ते ही उस ने मस्ती मे उछाल भरी और लंड का थोडा और भाग उसकी चूत मे उतर गया तो उसके मूह से उउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्
फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ जैसी आवाज़ निकल गयी और उसके हाथ मेरे बदन पे टाइट हो गये. मैं थोड़ी देर तक तो ऐसे ही लंड को थोड़ा सा हिस्सा ही अंदर बहेर करने लगा. उसकी चूत बोहोत ही गीली हो गयी थी और मेरे लंड के प्री कम से भी उसकी चूत अंदर से चिकनी हो गयी थी. मैं
अब उषा के मूह मे अपनी जीभ डाल दिया जिसे वो मज़े से चूसने लगी. जैसा के मैं पहले ही बता चुका हू के नयी चूत मे मुझे एक ही झटके मे अपना लंड अंदर घुसना पसंद है उसी तरह से मैं भी लंड को अंदर बहेर करता रहा और जब देखा के उषा का बदन रिलॅक्स है तो एक ही मूव्मेंट मे अपने लंड को सूपदे तक उसकी चूत से बहेर खेचा और एक ही सेकेंड के अंदर अपनी पूरी ताक़त और एक ही पवरफुल झटके मे उसकी चूत के अंदर अपने गरम लोहे जैसा सख़्त मूसल लंड को उसकी चूत की गहराइयों मे घुसेड दिया तो वो एक दम से चिल्लाई ऊऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्म्म्ममममाआआआआआआआ उउउफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ और उसकी आँखें अपने सॉकेट से बहेर आ गयी और उसकी आँखो से आँसू निकल के गालो से होते हुए बेडशीट पे गिरने लगे. वो मुझ से बोहोत ज़ोर से चिमत गयी थी और अपने हाथो और पैरो से मुझे टाइट पकड़ लिया, उसका चेहरा तकलीफ़ से लाल हो गया था और उसके नाइल्स मेरी बॅक मे घुस गये थे. मैं अपने स्टाइल मे उसकी चूत के अंदर लंड को रखे थोड़ी देर उसके ऊपेर बिना धक्के लगाए लेटा रहा. मेरे पैर नीचे फ्लोर पे थे और मुझे ग्रिप अछी मिली हुई थी इसी लिए झटका भी बोहोत ही पवरफुल था और फिर नयी चूत को चोदने का उत्साह भी था. लंड उसकी टाइट चूत को फाड़ता हुआ उसके पेट के अंदर तक घुस चुका था और वो गहरी गहरी साँसे लेती हुई मेरे से चिपेटी पड़ी थी. वो एक शादी शुदा महिला थी पर फिर भी उसकी चूत अभी तक अछी ख़ासी टाइट थी. मेरे लंड को उसकी चूत ने अछी तरह से जाकड़ रखा था और मुझे अपने लंड पे उसकी टाइट चूत की ग्रिप महसूस हो रही थी. मेरा लंड उसकी गीली चूत के अंदर फूल रहा था.
थोड़ी देर तक ऐसे ही मेरे से चिपेटी पड़ी रही. फिर जब उसने अपनी गंद उठा के अपनी चूत को थोडा ऊपेर किया तो मैं समझ गया के अब इसकी चूत मेरे लंड से अड्जस्ट हो गयी है तो मैं ने धीरे धीरे उसको चोदना चालू कर दिया. अब वो भी चुदाई मे मेरा फुल साथ दे रही थी और मज़े से अपनी गंद उठा उठा के चुदवा रही थी और मुझे कंटिन्यू किस कर रही थी और अब उसको फुल मज़ा आने लगा था
अब लंड पूरे का पूरा उषा की टाइट चूत के अंदर घुस चुका था और फिर मैं ने चोदना चालू कर दिया. उसको भी चुदाई का बे इंतेहा मज़ा आने लगा और अब उसने अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत को मेरे लंड पे मारने लगी और उसकी चूत मेरे लंड को पूरी तरह से अपने अंदर वेलकम करने लगी. थोड़ी ही देर मे वो बोलने लगी फक मी राज्ज फक मी डार्लिंग चोद डालो ना राज्ज्जज आअहह ऐसे ही .ऊऊऊ राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज बोहोत अछा लग रहा है राज्ज्जज आईसीई शियीयियैयीयीयियी
कक्चहूऊददडूऊव आअहह म्म्माइईईईईईईई. उसकी चूत के थोड़े से पंखाड़िया लंड के डंडे के साथ अंदर जाते और लंड के डंडे के साथ ही बहेर आते दोनो मस्ती मे चूर थे. उषा अपनी गंद उठा उठा के चुदवा रही थी और बोल भी रही थी आहह राअज्जजज्ज्ज्ज ययईएससस्स राअज्जजज्ज ईएह ककक्काऐईईससा म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआअ हीयियीयियी राअज्जजज्ज्ज ज़ियीयिन्न्न्ड्ड्डयेयगग्ज्जियीयी म्म्माइ आईएसस्साआ म्माआज़्ज़ाअ कककाबब्बभहिि न्न्नाह्ह्हीइ म्म्मिल्ल्लाआ. उसके बूब्स हर झटके से डॅन्स करने लगे और मैं ने उनको पकड़ के किसी आम की तरहसे चूसने लगा. धना धन चोद रहा था लंड चूत के अंदर बहेर अंदर बहेर किसी रेलवे एंजिन के शॅफ्ट की तरह से चूत के अंदर बहेर और जैसे ट्रेन की स्पीड तेज़ होती जा रही थी वैसे ही लंड से चूत की चुदाई की स्पीड भी तेज़ हो ती जा रही थी. चूत मे से 3 – 4 टाइम जूस निकल चुका था लैकिन मेरी मलाई निकलने का नाम ही नही ले रही थी.
मैं ने अपना लंड उसकी चूत से बहेर खेच लिया और उसको पलटा दिया और उसको वही बेड पर पेट के बल हाफ डॉगी स्टाइल मे लिटा दिया. उसके पैर अब नीचे फ्लोर पे थे मैं ने उसकी कमर मे हाथ डाल के उसकी गंद को थोड़ा ऊपेर उठाया जिस से उसकी सूजी हुई चूत सामने दिखाई देने लगी. मैं उसके ऊपेर झुक गया और उसकी बगल से हाथ डाल के उसके शोल्डर्स को पकड़ लिया ऐसे पोज़िशन मे लंड उसकी चूत के सामने था. मेरा लंड ऑटोमॅटिकली उसकी चूत के पंखदिओं के बीच आ गया जैसे मेरे लंड के सूपदे मे आँखें है और अपना रास्ता खुद ही तलाश कर रहा था. मेरा लंड का सूपड़ा अपनी चूत पे महसूस करते ही वो अपने आप को बेड पे अड्जस्ट किया और अपने हाथ बेड पे रख के फुल डॉगी स्टाइल मे आ गयी और उसने एक झटका पीछे लगाया तो मेरा गीला लंड उसकी गीली चूत के अंदर घुस गया. अब इधर से मैं उसको धक्के मार मार के चोद रहा था और उधर से वो पीछे झटके मार मार के अपनी चूत को मेरे लंड मे घुसा रही थी. दोस्तो शादी शुदा लड़कियों को चोदने का मज़ा कुछ और ही होता है वो बड़े मज़े से और स्टाइल से चुदवाती है. इसी तरह से उषा भी मस्ती मे मज़े ले ले के चुदवा रही थी और बोल रही थी के आअहह राअज्जजज्ज्ज आऐईएससीईए ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईई कचूऊऊओद्द्दद्डूऊ लंड जब क्लाइटॉरिस से रगड़ ख़ाता हुआ चूत के अंदर घुसता है तो मज़ा कुछ और ही आता है आहह राअज्जजज्ज मुझे महसूस हो रहा है के मेरी क्लाइटॉरिस तुम्हारे लंड के साथ अंदर को जा रही है और लंड के साथ रगड़ा खा ते हुए वापस आ रही है. राज्ज्ज कियाअ मसत्टत् चोद्द्तीए हूओ तुउंम्म हहाआईए र्रर्राआआमम्म्म साल्ल्ल्लीई ककूउत्तट्तीईए और अब वो मस्ती मे चुद्वते चुद्वते गालियाँ निकाल रही थी. साल्ल्लीए बब्बीन्नकचछूड्दद हाईई कक्चहूओद्दड़ द्दालल्ल्ल्ल र्रररीई प्फ़ाआद्ड डाअल
म्माअद्डदीएरररर कक्चहूओद्दड़ और मैं उसकी कमर को टाइट पकड़े हुए बोहोत ही ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था. लगता था के लंड उसकी चूत के अंदर घुस के उसके मूह से बहेर निकल जाएगा. मेरे हर झटके से वो आगे पीछे को हिल रही थी और वो खुद ही मेरी चुदाई की ताल से ताल मिला रही थी. मैं आगे को झटका मारता तो वो पीछे को झटका मारती जिस के चलते लंड उसकी चूत के बोहोत ही अंदर तक घुस रहा था और हर झटके से मुझे मेरे लंड के सूपदे पे उसकी बचे दानी का मूह महसूस होने लगता. थापा ठप की चुदाई की आवाज़ें आ रही थी. इतनी देर मे आशा बाथरूम से बहेर निकल आई थी और बेड के करीब पड़ी चेर पे बैठ के अपनी बड़ी बहेन को चुदते देख रही थी.
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