RE: Desi Porn Kahani मारवाड़ की मस्त मलाई
मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --25
गतांक से आगे........................
पायल ने अपनी मम्मी को फोन किया और उसको अपने मेन्सेस के ना होने का बताया तो उसकी मम्मी ख़ुसी से उछल पड़ी वो बेचारी को क्या पता के उनकी बेटी की शादी किस से हुई है और उसको चोद कोन रहा है. खैर पायल की मम्मी ने तुरंत ही अपनी समधन यानी पायल की सास को फोन किया और प्रेग्नेन्सी की बात बताई तो वो बे इंतेहा खुश हो गयी और दोनो खानदानो मे खुशी की लहर दौड़ गयी. शांति की मम्मी ने फॉरन ही पायल को फोन किया तो उसने कन्फर्म कर दिया के मेन्सेस तकरीबन 2 वीक्स के ऊपेर से नही हुए. आंटी बोली के मैं कल सुबह ड्राइवर के साथ आ रही हू तुम अपना ख़याल रखना. उस रात ना तो लक्ष्मी को चोद पाया और ना पायल को. पायल और लक्ष्मी ने चूस चूस कर लंड की मलाई खा ली.
डोपर्हर के 1 बजे तक आंटी ड्राइवर के साथ फार्महाउस आ गयी थी. हम सब उठ चुके थे और हॉल मे बैठे कॉफी पी रहे थे. आंटी अंदर आई और खुशी से पायल से लिपट के उसको प्यार करने लगी आँखिर उनकी एकलौती बहू उनको संतान देने वाली थी (यह और बात के संतान किसकी थी). खुशी से आंटी की आँखो से आँसू बह रहे थे. जब पायल और शांति किसी काम से उठ के अपने कमरे मे गये तो आंटी आँसू भरी आँखो से मुझे देखा और मेरा हाथ दबा के थॅंक्स राजा बोला तो मैं ने बोला के अरे मेरी आंटी जान इसमे थॅंक्स बोलने की क्या ज़रूरत है मज़ा तो मैं ने भी लिया है ना चोदा तो मैं ने भी है तो एक हिसाब से मुझे भी आपको थॅंक्स बोलना चाहिए के आपने अपनी बहू की कुँवारी चूत मेरे हवाले की छोड़ने के लिए तो वो मुस्कुरा दी पर कुछ बोली नही. मैं ने बोला के आंटी अब मैं वापस चलता हू आप किसी डॉक्टर से कन्सल्ट कर लीजिए और मेक शुवर कर लीजिए के यह रियली प्रेग्नेन्सी ही है या ऐसे ही मेन्सेस स्किप हो गये है तो उन्हो ने बोला के मैं ने डॉक्टर. कविता को फोन कर दिया है वो रात मे किसी टाइम पे आएगी तो मैं ने बोला के ठीक है आंटी अब मेरे कॉलेजस भी खुल रहे है आप यही फार्महाउस पे ही रहिए और जैसा डॉक्टर के इन्स्ट्रक्षन्स होंगे
वैसे ही प्रिकॉशन्स लीजिए. आंटी की आँखो मे आँसू थे और उनकी आवाज़ थर थारा रही थी बोली के राजा प्लीज़ कुछ दिन और रुक जाओ ना तो मैं ने बोला के नही आंटी अगर किसी को हमारे रिलेशन्स की हवा भी लग गयी तो बोहोत परेशानी हो सकती है इसी लिए मेरे कू जाने दीजिए तो उन्हो ने मेरा हाथ जो अपने हाथ मे ले के पकड़ा हुआ था उसको उठाया और अपनी दोनो आँखो से लगाया और चूम लिया और बोली थॅंक यू वेरी मच रज्जा और फिर धीमी से मुस्कान के साथ बोली के तुम तो सच के राजा हो मेरी जान. मैं ने बोला के आंटी आप अपना और पायल का ख़याल रखिए और शाम को मुझे जाने दीजिए मुझे कल से कॉलेज अटेंड करना है तो उन्हो ने बोला के कैसे जाने दू राज अभी तो मेरा दिल तुम से भरा ही नही है मुझे तुम्हारी ज़रूरत है राज तो मैं ने बोला के आंटी आप किसी बात की फिकर ना करे और आप डॉक्टर से कॉन्सल्टेशन के बाद थोड़े दिन यही पायल के पास रुकिये और जब आप वापस अजाएँगी तो फिर मैं आपको चुदाई के वैसे ही मज़े दूँगा तो आंटी मुस्कुरा दी और बोली के आइ मिस यू सो मच राज फिर बोली के ठीक है तुम जाओ मैं जितनी जल्दी मुमकिन हो सका वापस आउन्गि और फिर तुम्हारी बाँहो मे सोने को बड़ा मन करता है. फिर खुद ही बोली के मैं सोच रही हू के कुछ दीनो के लिए पायल और शांति को यही फार्महाउस पे छ्चोड़ के अकेली वापस आ जाउ ता के तुम मेरे घर मे मेरे साथ ही रहो और हम खूब चुदाई करेगे फिर एक मिनिट के लिए अपने एक हाथ से अपनी सारी को उठाया और मेरे हाथ को पकड़ के अपनी चिकनी चूत पे रख दिया और बोली के देखो यह तुम्है देख के कैसी गरम हो गयी है तो मे ने भी कुछ सेकेंड्स के लिए आंटी की चूत को मसाज किया और फिर आंटी ने सारी ठीक कर ली तो मैं ने बोला के आंटी आप बिल्कुल भी चिंता ना करे मैं इस गरम चूत की सारी गर्मी चोद चोद के निकाल दूँगा. इतनी देर मे मेरा लंड भी फुल्ली एरेक्ट हो चुका था जिसे आंटी ने अपने हाथ से दबाया और बोली के तुम्हारे इस मूसल ने मेरी नींदें हराम कर रखी है यह मेरे दिल ओ दिमाग़ मे बैठा हुआ है और यह मुझे दिन और रात सता ता रहता है तो मैं ने बोला के आंटी आप फिकर ना करे मैं आपकी अछी तरह से चुदाई करूँगा आप जल्दी से वापस आ जाइए और अपना और पायल के ख़याल रखिए और मैं सोफे पे से उठ गया. वाहा से जाने लगा तो मेरी नज़र लक्ष्मी पर पड़ी जो मुझे देख के मुस्कुरा रही थी मुझे पता चल गया के लक्ष्मी ने सब कुछ देख लिया है और वैसे भी आंटी मेरे से बात करते समय कुछ इतनी ज़ियादा एमोशनल हो गई थी के उनको पता ही नही चला था के लक्ष्मी उस वक़्त उनके करीब से गुज़री जब आंटी मेरे हाथ को पकड़ के अपनी सारी के अंदर अपनी चूत मे रख रही थी और इत्तेफ़ाक से मैं ने भी लक्ष्मी को नही देखा पर लक्ष्मी सब कुछ
देख चुकी थी और समझ गयी थी के मैं आंटी की चुदाई भी करता हू जिस के चलते वो मेरे से इतनी प्यार भरी और मेरे से चुदवाने की बातें बिंदास कर रही थी और लक्ष्मी को मुस्कुराते देख के मैं भी उसको आँख मारते हुए मुस्कुरा दिया और अपने कमरे की ओर चला गया.
मैं फार्महाउस से शाम को वापसी के लिए निकला और हयदेराबाद पहुँचते पहुँचते रात हो गयी. मैं अपने घर मैं आ गया और मम्मी को फोन किया तो पता चला के मेरे डॅड को वापस आने मैं अभी एक मोन्थ और लग सकता है तो मम्मी का प्रोग्राम भी चेंज हो गया तो मैं ने बोला के मम्मी आप मेरी फिकर ना करो कल से मेरे कॉलेजस स्टार्ट हो रहे है और मैं बिज़ी हो जाउन्गा. मैं शवर ले के बाहर निकला तो मोबाइल की बेल हो रही थी. मोबाइल पे नंबर आ रहा था किसी का नाम नही था तो मेरे समझ मे नही आया के किसका फोन होगा तो मैं ने रिप्लाइ काइया हेलो तो दूसरी तरफ किसी लड़की की आवाज़ आई बोली के पहचाना सर तो मैं सोच मे पड़ गया के कोन मुझे सर कह सकता है. दिमाग़ पर ज़ोर दिया तो भी समझ मे नही आया तो मैं ने बोला के सॉरी मिस मेरे लिए यह नंबर नया है और मेरे कू नही मालूम के आप किस से बात करना चाह रही है तो दूसरी तरफ से आवाज़ आई अरे सर इतनी जल्दी भूल गये मैं आशा हू मुंबई के होटेल मे मिली थी याद आया सर आपको तो एक दम से मेरे दिमाग़ की सारी खिड़कियाँ खुल गयी और मुझे वो साओली सेक्सी लड़की याद आ गयी जिसने थोड़ी ही देर मे मेरे लंड को चूस चूस के झाड़ा दिया था और मुझ से मस्ती मे खड़े खड़े ही चुदवाया था. मे कुछ देर खामोश रहा यह चुदाई का सीन मेरे दिमाग़ मे किसी फिल्म के रील की तरह से चल रहा था. मुझे ऐसे चुप्प देख के बोली हेलो सर तो मैं अपने ख़यालो से बाहर आ गया और बोला के अरे आशा रानी तुम हो कहा से बोल रही हो तो उसने बोला के मैं यही हू सर हयदेराबाद मे अपनी बड़ी बहेन के पास आई हू मैं ने बोला था ना आपको के मैं आने वाली हू तो मैं खुशी से बोला के वेलकम वेलकम कब आई तुम तो बोली के आज ही शाम की ट्रेन से आई हू और मेरे कू आपसे जल्दी मिलना है मेरे जीजू भी बिज़्नेस के सिलसिले मे टू वीक्स के लिए बाहर गये हुए है और घर मे हम दोनो अकेले है जल्दी से आ जाइए सर प्लीज़. मैं ने अपनी बहेन से आपके बारे मे बता दिया है वो भी बोहोत उत्साहित है आपसे मिलने के लिए तो मैं ने उसके घर का अड्रेस पूछा तो उसने जो अड्रेस बताया वो मेरे कॉलेज से करीब था मैं ने बोला के मैं कल शाम मे आउन्गा और मुस्कुराते हुए बोला के तब तक अपनी और अपनी बहेन की चूत को चिकनी बना के मेरे लौदे का इंतेज़ार करने को बोलो तो उसने बोला के हा सर आप फिकर ना कीजिए आपके मूसल को हमारी चूते चिकनी बिना झतो वाली चुदने के लिए तय्यार मिलेगी और फिर फोन पर ही कुछ किस और सेक्स की बातें कर के फोन काट दिया.
अभी मैं फोन रख के कपड़े बदल रहा था के फिर से मोबाइल की घंटी बजी दूसरी तरफ पिंकी थी और मुझे मुबारकबाद दे रही थी और बोली के राजा तुम्हारी याद बोहोत आती है जल्दी से आ जाओ प्लीज़. जब तक तुम यहा नही थे तो इतना नही महसूस होता था पर अब तुम यहा आ गये हो तो तुम से अलग रहने का मन नही करता तो मैं ने बोला के ठीक है जल्दी ही प्रोग्राम बनाता हू तो बोली के ठहरो मम्मी भी तुम से बात करना चाह रही थी मैं वही उनके कमरे मे फोन ले के जा रही हू तो मैं ने बोला के ठीक है. एक मिनिट के अंदर ही दूसरी तरफ से आवाज़ आई. सुनीता देवी थी बोली हेलो राज मेरी जान कैसे हो अभी रास्ते मे हो या वापस आ गये तो मैं ने बोला के अभी अभी आया हू बॅस तो बोली के खाना खा लिया तो मैं ने बोला के नही अभी नही खाया और अभी अभी तो वापस आया हू 1 महीने के बाद अभी बाहर जा के देखता हू खाने को कुछ मिलता है क्या तो उन्हो से बोला के अरे पगले मेरे पास सब कुछ है तुम्है खिलाने के लिया बॅस तुम जल्दी से यहा चले आओ. मैं ने घड़ी देखी तो रात के 10 बजे थे मैं ने बोला के ठीक है आंटी मैं आ रहा हू आप खाना रेडी रखिए तो उन्हो ने बोला के मैं ने हमेशा की तरह से पीछे वाला डोर खुला छोड़ दिया है तुम डाइरेक्ट मेरे कमरे मे आ जाओ तो मैं ने बोला के ठीक है आंटी मैं 15-20 मिनिट मे आ जाउन्गा. और मैं पिंकी के घर जाने के लिए रेडी होने लगा. बॉक्सर्स शॉर्ट और टी शर्ट पहेन के मैं बाइक निकाल के थोड़ी देर मे ही उनके घर उनके बेडरूम मे पोहोच गया.
कमरे मे बोहोत थोड़ी रोशनी थी. मैं कमरे के अंदर आ गया और डोर को लॉक कर दिया. आंटी और पिंकी सोफे पे बैठे थे. आंटी के सामने टेबल पे शॅंपेन की बॉटल खुली रखी थी और ग्लास मे थोड़ी सी शराब बची थी जिसे आंटी के ही घूँट मे गटक गयी और एक डकार मारते हुए मज़े से अपने होटो से अपनी ज़ुबान फेरने लगी. पिंकी प्रेग्नेंट थी पर उसका पेट उतना बढ़ा हुआ नही लग रहा था. एक नज़र मे देख के कोई नही बोल सकता था के वो प्रेग्नेंट है. पिंकी इतनी कम रोशनी मे भी किसी चाँद की तरह से चमक रही थी. अब मुझे याद आया के किसी ने कभी कहा था के प्रेग्नेंट लड़की बोहोत खूबसूरत हो जाती है और वैसे भी पिंकी बोहोत ही खूबसूरत थी लैकिन उसको एक महीने के बाद देख रहा था तो वो मुझे बोहोत ही खूबसूरत लग रही थी. उसने सिल्क की गुलाबी रंग की नाइटी पहनती थी और आंटी कॉटन की नाइटी पहने बैठे थे. आंटी भी कुछ ज़ियादा ही उत्तेजीत दिख रही थी क्यॉंके उनकी चूत को भी मूसल इतने दीनो से नही मिला था. मैं दोनो के बीचे मे आ के बैठ गया और मेरे बैठ ते ही दोनो के हाथ एक साथ मेरे लंड पे आ गये तो हम तीनो मुस्कुरा दिए. मैं ने आंटी और पिंकी से बोला के सब से पहले मुझे बताओ के तुम लोग मुझे क्या
खिलाने वाले हो तो दोनो ने ही मेरा एक एक हाथ पकड़ के अपनी चूतो पे रख दिया और बोले के यह खिलाएँगे तुम्है तो मैं हस्ने लगा और बोला के ओके नो, प्राब्लम, ठीक है तुम लोग जो खिलाओगे मैं खा लूँगा. उसके बाद हम तीनो ने अपने अपने कपड़े बड़ी जल्दी मे उतार दिए और बे-सबरी से बिस्तर पे चले गये.
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