RE: Desi Porn Kahani मारवाड़ की मस्त मलाई
मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --११
गतांक से आगे........................
रात बोहोत देर से घर वापस आया सोच रहा था के पिंकी को फोन करू इतने मे उसका खुद ही फोन आ गया तो मैं ने बता दिया के आंटी के तीनो सुराखो मे अपनी क्रीम निकाल चुका
हू तो उसने पूछा सच राजा तो मैं ने कहा हा सच मेरी जान अब बॅस थोड़े ही दीनो की बात है जब आंटी को मैं कुछ दिन तक और चोद लेता हू फिर जब वो कमरे के डोर की तरफ से उनका ध्यान हट जाए तो मैं दरवाज़ा खुला रखूँगा और तुम हम को चुदाई करते हुए रंगे हाथो पकड़ लेना उसके बाद फिर हम तीनो मिल के एक टाइम थ्रीसम करेंगे उसके बाद रास्ता सॉफ और फिर मैं तुम्है तुम्हारी ससुराल मे ही बिंदास चोदुन्गा तो वो खुश हो गयी और मुझे फोन पर ही किस करने लगी और फिर फोन सेक्स करते करते वो अपनी चूत मई उंगली डाल के अपनी चूत को चोद चोद के झाड़ गयी और फिर दोनो सो गये.
सुबह फिर मैं देर तक सोता रहा और आंटी के फोन से ही उठा. आंटी से पूछा आंटी कहा हो आप बेड पे ही हो या स्नान कर चुकी हो तो बोली के राज्ज अभी तक बेड मे ही लेटी हू यह क्या कर दिया तुम ने मुझे मेरे सारे बदन मे मीठा मीठा दरद हो रहा है ऐसा मीठा दरद और ऐसा मज़ा तो मुझे सुहाग रात के बाद भी नही आया था तो मैं हंस दिया और बोला के आंटी आप तो जवानो से ज़ियादा जवान हो तो उन्हो ने बोला के राज्ज एक बात मनोगे तो मैं ने बोला के अरे आंटी आप ऑर्डर करो बस तो बोली के राज्ज मुझे तुम्हारे साथ ज़िंदगी का वो मज़ा मिला है जो मुझे आज तक कभी नही मिला था बस तुम से इतनी रिक्वेस्ट है के तुम मेरी चुदाई की इच्छा को पूरी करते रहना तो मैं ने बोला के आंटी आप क्यों फिकर करती हो मैं डेली रात को आपके पास आ जाउन्गा तो उन्हो ने थॅंक्स बोला और हस्ते हुए बोली के सुनो वो बॉटल नही भूलना तो मैं हंस के बोला के आंटी आप फिकर ना करो मैं आपके बदन का और बॉटल का कोटा पूरा करूँगा तो उन्हो ने मुझे फोन पे ही किस किया तो मैं ने पूछा आंटी अभी तक नंगी ही लेटी हो या कपड़े पहेन लिए तो बोली के नही मुन्नी आई थी उठाने वो चली गयी है पर मैं अभी तक नंगी ही लेटी हू तो मैं ने बोला के आंटी मैं जैसा बोलू वैसे ही करते जाओ और फिर मैं ने उनको फर्स्ट टाइम फोन सेक्स करना सिखाया और फिर आंटी अपनी चूत मे उंगली डाल के चोद्ति चली गयी और थोड़ी ही देर मे झड़ने लगी जिसे मैं ने फोन पर सुना. जब उनका जूस निकलना बंद हो गया तो उन्हो ने बड़ी सेक्सी आवाज़ मे बोला के यहा आ जाओ ना मेरे राजा और लंच हमारे साथ ही कर लो तो मैं ने बोला के आंटी अभी नही क्यॉंके आपकी बॉटल तो ख़तम हो गयी है मैं शाम तक आपकी बॉटल ले का आ जाउन्गा और फिर रात को जल्दी ही आ जाउन्गा और फिर कंप्लीट रात हमारी होगी तो उन्हो ने ठंडी साँस ले के पूछा राज्ज यह रात कब आएगी तो मैं हंस पड़ा और फिर थोड़े से फोन किस के बाद फोन रख दिया और मैं फिर से सो गया.
इसी तरह से आंटी की चुदाई और शराब की इच्छा मैं पूरी करता रहा और अब मैं और आंटी बिल्कुल किसी यंग लवर्स की तरह ही रहने लगे. मैं जब कमरे मे आता तो आंटी नंगी ही मेरा वेट
करती रहती और जैसी ही मैं अंदर आ जाता तो आंटी किसी नये लवर्स और किसी कुँवारी लड़की की तरह मुझ से लिपट जाती और फिर वोही शराब के बाद आंटी की जम्म कर चुदाई और गंद भी मारता और आंटी के मूह को भी चोद्ता और 69 भी करते और अब हम एक दम से बिंदास हो के करने लगे थे जैसे किसी का भी डर ना हो और अब तो कमरे को अंदर से बंद करने का भी होश नही रहता आंटी को चुदने की इतनी जल्दी होती थी के उनको परवाह ही नही होती के कमरा अंदर से बोल्ट किया हुआ है या नही तो मैं ने एक दिन पिंकी से टाइम सेट कर लिया और बोला के मैं तुम्है तुम्हारे मोबाइल पे कॉल करूँगा तुम आन्सर नही करना और कॉल को बंद कर के उसके 5 – 7 मिनिट के अंदर ही कमरे के अंदर चली आना.
और फिर उस दिन मैं अंदर आ गया, आंटी नंगी ही कमरे मे टेहल के मेरा वेट कर रही थी और उस दिन मैं विस्की और शॅंपेन दोनो की एक एक बॉटल ले के आया था और टेबल पे रख दिया जिसे आंटी बड़ी बे चैनि से खोल के दोनो मिला के पीने लगी. इतने दीनो से पीते पीते अब आंटी 1 ग्लास मे आउट नही होती थी बलके 2 या 3 ग्लास पीने के बाद ही आउट होती थी. उस रात को कमरे के अंदर आने के बाद मैं डोर को अंदर से बोल्ट नही किया और खुला ही छोड़ दिया था और आंटी को 3 – 4 ग्लास मिक्स कर के शराब पीला दिया और शराब पीते पीते ही आंटी के पैरो के बीच मे बैठ के उनकी चूत को चूस चूस के उनका जूस निकल दिया और फिर खड़े हो के उनके मूह के अंदर अपना लंड डाल के उनका मूह को चोदने लगा.
आंटी के हाथ मे शराब का ग्लास था और वो मेरे लंड को चूस रही थी और थोड़ी थोड़ी देर मे लंड अपने मूह से बाहर निकाल के शराब के ग्लास से चुस्की भी ले रही थी. एक टाइम आंटी ने लंड को मूह से बाहर निकाला और मेरे लंड को अपने शराब की ग्लास मे डुबो दिया और बाहर निकाल के मेरे लंड पे से शराब चाटने लगी वाह क्या मज़ा आ रहा था. अब आंटी को ऐसा करना बोहोत ही अछा लग रहा था जिसकी वजह से वो अब बार बार मेरे लंड को अपने ग्लास मे डालती और जो शराब मेरे लंड पे लगती उसको चूस्ति मुझे भी बोहोत ही मज़ा आ रहा था और कभी तो मेरे लंड को अपनी मुथि मे पकड़ के मूठ भी मार देती और इसी बीच जब मैं झड़ने को आ गया तो मैं अब उनके मूह मे ही लंड को घुसेड के चोदने लगा और दीवानो की तरह से चोद रहा था और ऐसा करने से लंड उनके हलक के अंदर तक घुस्स रहा था और फिर जब मेरी क्रीम निकलने के लिए रेडी हो गयी तो अपना लंड उनके मूह से बाहर निकाल लिया और खुद ही अपने लंड का मूठ मारने लगा और फिर एक ही मिनिट के अंदर जब क्रीम निकलने लगी तब मैं ने अपने लंड को आंटी के शराब के ग्लास की दिशा मे मोड़ दिया और उनके
शराब के ग्लास मे मेरी मलाई की मोटी मोटी गरम गरम धारियाँ गिरने लगी और आंटी मुस्कुरा के कभी अपने ग्लास की तरफ देखती तो कभी मेरे चेहरे की तरफ. मेरे लंड से निकली गाढ़ी गाढ़ी मलाई ग्लास के पेन्दे मे सेट्ल हो चुकी थी जिसे आंटी ने अपनी उंगली से हिलाया और जब मेरी मलाई और शराब अछी तरह से मिक्स हो गये तो फिर बची हुई सारी शराब एक ही घूँट मे पी गयी और होटो पे ज़ुबान फेरते हुए चटखारा लेते हुए नशीली आँखो से मुझे देखते हुए बोली के वाह राजा ऐसी शराब का तो नशा और मज़ा ही कुछ और है और फिर हम दोनो हस्ने लगे.
आंटी को अब थोडा थोड़ा नशा चढ़ने लगा था और अब आंटी को चुदाई की इच्छा हो रही थी. उनकी चूत को चूस्ते चूस्ते एक बार तो वो झाड़ ही चुकी थी और अब वो गरम भी होने लगी और सोफे से उठ ते हुए बोली के चल राजा आजा और चोद डाल अपनी आंटी की प्यासी चूत को. इतनी देर मे मेरा लंड फिर से किसी रॉकेट की तरह से खड़ा हो चुका था तो आंटी मेरे लंड को पकड़ के खीचते हुए मुझे बिस्तर की तरफ ले गयी और मैं उनके साथ चलने लगा पर साथ मे टेबल से अपना मोबाइल जिसमे पिंकी के मोबाइल के नंबर को डाइयल पे रेडी रखा था. अब आंटी काफ़ी ला परवाह हो गयी थी और धीमी लाइट जलाने लगी थी. पहले तो आंटी ने मुझे बेड पे लिटा दिया और मेरे ऊपेर उल्टा 69 की पोज़िशन मे आ गयी और मेरे लंड को चूसने लगी और अपनी चूत को मेरे मूह मे रगड़ने लगी. उनकी चूत अंदर से लाल हो गयी थी और इतने दीनो से लंड की मार झेलते झेलते उनकी चूत के पंखाड़ियान भी थोड़े से सूज कर मोटे हो चुके थे. उनकी चूत मे से जूस कंटिन्यू निकल रहा था और मेरे दाँत उनकी चूत के अंदर लगने से उनको बोहोत ही मज़ा आ रहा था जिसे से वो बोहोत ही जोश मे आ गयी थी और अपनी गंद उठा उठा के मेरे मूह पे अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से मार रही थी और देखते ही देखते आंटी की चूत का दबाव मेरे मूह पे बढ़ने लगा और वो काँपते हुए झड़ने लगी. जब अछी तरह से झाड़ गयी तो थोड़ी देर तक मेरे लंड को चूस्ति रही और मैने भी चाट चाट कर उनकी चूत को सॉफ कर दिया और वो फिर से गरम होने लगी. मैने अब पोज़िशन चेंज कर के आंटी को नीचे लिटा दिया और आंटी अपने घुटने मोड़ के लेटी थी. मैं उनके पैरो के बीचे मे आ गया और अपने पैर पीछे कर के लंड को एक ही झटके मे उनकी चूत के अंदर घुसेड दिया जिस से लंड डाइरेक्ट चूत मे घुसते हुए उनकी बचे दानी से टकरा गया और मस्ती मे आंटी की आँख बंद होते ही मोबाइल पे जो पिंकी का नंबर रेडी था उसका कॉल बटन दबा दिया जो पिंकी को इशारा था अंदर आने का. मैं आंटी को धना धन चोद रहा था और आंटी मुझे टाइट पकड़े हुए थी उनके पैर अब मेरी बॅक पे लपेटे हुए थे और मेरी गर्दन मे हाथ डाल के मेरे से लिपटी हुई थी. आंटी चुदाई का फुल मज़ा ले रही थी और अपनी गंद उठा उठा के मस्ती
मे चुदवा रही थी और साथ मे चिल्ला भी रही थी चोद डाल राजा चोद डाल अपनी आंटी की चूत को आअहह ऊऊहह ब्ब्बाअद्द्दाआअ म्म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआ हीईएईईईई र्र्रररीई त्त्तीईर्र्रीए सीखहूवुड्न्नेयियी म्म्मीइ और आंटी यह कहते हुए मेरे से बड़ी ज़ोर से चिपकी हुई थी मुझे टाइट पकड़ा हुआ था और उनका बदन काँप रहा था और वो मस्ती मे चिल्ला रही थी कच्छूड्दद राअज्जजाअ आहह आऐईीइसस्सीए हहिईीईई माअरररर ज़्ज़्ज़ूओररर सस्सीई आआओउन्न्ञट्त्तिईइ क्क्कीईइ कक्चहूवततत्त ककककूऊ और उनका बदन किसी सूखे पत्ते की तरह काँपने लगा और वो मुझे बोहोत टाइट पकड़ के झड़ने लगी पिंकी अंदर आ चुकी थी और उसने वो सब कुछ देख भी लिया था और सुन भी लिया था पिंकी ने लाइट का बल्ब जला दिया और कमरे मे रोशनी फैल गयी पर आंटी की आँखें तो उनके ऑर्गॅज़म के चलते बंद ही थी इसी लिए उनको पता नही चला और फिर जैसे ही उनका ऑर्गॅज़म ख़तम हुआ और उन्हो ने आँखें खोली तो देखा कमरे मे रोशनी फैली हुई है, मेरा लंड आंटी की चूत के अंदर घुसा हुआ है और हम दोनो नंगे ही एक दूसरे से लिपटे हुए है और पिंकी बेड के साइड मे खड़ी है, उसका मूह खुला हुआ है, और वो कभी हम दोनो को और कभी टेबल पे रखी शराब की बॉटल को हैरत से आँखें फाड़ फाड़ के देख रही है, पिंकी को अपने सामने देखते ही आंटी की आँखें हैरत और डर से फैल गयी और बोली के ““अरे बहू तूमम ?? . मैं ने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाल लिया और उनके ऊपेर से उठ गया और मेरा लंड अभी भी आकड़ा हुआ था और जोश मे हिल रहा था. इतनी जल्दी चूत से बाहर निकाल ने की वजह से लंड मे से मलाई अभी भी टपक रही थी और आंटी की चूत और पेट पे गिर रही थी.
आंटी नंगी ही फॉरन बिस्तर से उठने की कोशिश करने लगी पर कुछ ऑर्गॅज़म का असर और कुछ शराब का नशा वो जल्दी उठ नही पायी और फिर जैसे ही बिस्तर से नीचे उतर गयी और नंगी ही झुक के पिंकी के पैर पकड़ लिए और बोली के बहू मेरी इज़्ज़त अब तुम्हारे हाथ मे है प्लीज़ किसी को कुछ ना बताना तो पिंकी ने आंटी को बगल से पकड़ के उठा लिया और बोली के नही मम्मी आप फिकर ना करो मैं किसी को कुछ भी नही बताउन्गि और फिर उठ ते हुए बोली के तू बड़ी अछी है तू मेरी बहू नही मेरी बेटी है तो पिंकी ने अपनी नाक बंद करली आंटी समझ गयी के पिंकी को उनके मूह से शराब की बू आ रही होगी तो वो खुद भी थोड़ा सा पीछे हट गयी और अपने कपड़े ढूँदने लगी तो पिंकी ने बोला के डॉन’ट वरी मम्मी मैं जा रही हू आप ऐसे ही सो जाओ मैं सुबह आपके पास आ जाउन्गि और आंटी को बेड पे लिटा के चदडार उधा दिया और फिर पिंकी मेरा हाथ पकड़ के नंगा ही मुझे दूसरे कमरे मे ले गयी और फॉरन ही मेरे लंड को पकड़ के दबाने लगी. वो मेरे लंड मे से टपकते क्रीम को
देख कर ही पागल हो गयी थी. पिंकी की नाइटी उतार के वही खड़े खड़े ही उसकी एक टांग उठा के उसकी गीली चूत मे अपने मूसल कोपेल दिया. लंड मेरे और आंटी की क्रीम से गीला हो कर चमक रहा था और पिंकी के गीली चूत के अंदर घुसते ही बोला के तुम्हारी सास का जूस अब तुम्हारी चूत के अंदर है तो वो मुस्कुरा के मुझे किस करने लगी. मैने पिंकी को उसकी गंद पकड़ के उठा लिया और खड़े खड़े ही उसको चोदने लगा और वो मस्ती मैं आआग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह र्र्र्राआअज्ज्ज्ज्ज आऐईएसस्स्सीई ह्ह्ह्हीईइ कक्चहूऊद्ददड़ूऊव उउउफफफफफफ्फ़ और मेरी गर्दन मे हाथ डाले मेरे लंड पे उछलती रही और थोड़ी ही देर मे उसका बदन काँपने लगा और वो झड़ने लगी और मेरी मलाई भी निकल के उसकी चूत मे गिरने लगी और जैसे ही उसको नीचे उतारा उसकी चूत से हम दोनो की क्रीम टपक टपक के फ्लोर पे गिरने लगी. उसकी आवाज़ें उसकी सास के कानो तक पहुँच रही थी. उसकी सास को पता चल गया था के मैं पिंकी को चोद रहा हू पर वो कुछ बोल ही नही सकती थी और खामोश रही. मैं थोड़ी देर के बाद अपने घर वापस आ गया.
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