RE: Hot Sex Kahani अनु की मस्ती मेरे साथ
"फिर कब मिलॉगी." मैने धीरे से पुकारा. उसके उठते हुए पावं
अचानक रुक से गये. कुच्छ देर यूँ ही खड़ी रहने के बाद उसने
पीछे मूड कर देखा तो अपनी रुलाई नही रोक सकी. और रोते हुए दौड़
कर मेरे गले लग गयी.
"रोक लो ना मुझे मैं कहीं नही जाना चाहती" लेकिन मैने उसे धीरज
दिलाया कि हम अक्सर मिलते रहेंगे. वो अपने आँसू पोंचछति हुई चली
गयी. मुझे लगा मानो मेरा एक हिस्सा मुझसे अलग हो गया.
लेकिन वो नही आई. मैं रोज सुबह उम्मीद लेकर उठता कि शायद आज उस
से मुलाकात हो जाएगी. जब प्रेस से वापस आता तो लगता कि वो दरवाजे
पर खड़ी मिल जाएगी. मगर वो नही आई. मैने उसको आस पास हर
जगह खोजा लेकिन कहीं भी उसकी झलक नही मिली. धीरे धीरे दो
हफ्ते गुजर गये. मेरी उम्मीद भी दम तोड़ती जा रही थी. आज सुबह से
ही मन मचल रहा था. रह रह कर उसकी याद आ रही थी. प्रेस मे
भी मन नही लगा. तबीयत खराब होने का बहाना करके प्रेस से चला
आया.. घर भी काटने को दौड़ रहा था इसलिए घर नही गया बस यूँ ही
इधर उधर बाइक घुमाता रहा. इधर उधर घूमते हुए कुच्छ देर बाद
उसी पार्क मे पहुँचा जहाँ हुमारी पहली मुलाकात हुई थी. आज वहाँ
काफ़ी रश था. हर बेंच पर हर झाड़ी के पीछे जोड़े बिखरे पड़े
थे. काश वो होती तो मैं भी.............
अचानक एक 20-22 साल की लड़की मेरे सामने आ गयी.
" ए चलता क्या?" मैने उसकी तरफ देखा. उसने अपना पंजा सामने किया "
पाँच सौ लूँगी पूरी रात का. अगर जगह की प्राब्लम हो तो वो
इंतेज़ाम मैं करवा देगी. लेकिन उसका अलग चार्ज लगेगा. बोल क्या सोचता
रे तू?"
मैने उसे उपर से नीचे तक देखा. उसके चेहरे पर मुझे अनु नज़र आ
रही थी. मैने उसको धीरे से कहा, "चल"
वो मेरे पीछे पीछे हो ली. हम दोनो बाहर खड़ी मेरी बाइक पर
बैठ कर घर की ओर चले. रात के नौ बज रहे थे. मैने रास्ते मे
दो आदमियों का खाना पॅक कराया और उसे लेकर घर पहुँचा. मेरे
फ्लोर पर अंधेरा हो रहा था. मैं उसका हाथ पकड़ कर सीढ़ियाँ
टटोलते हुए उपर पहुँचा. मैने लाइट ऑन करने के लिए हाथ बढ़ाया
तभी पैर किसी से टकराया. कोई वहाँ ज़मीन पर पड़ी थी.
"कौन सीसी.कौन कहते हुए मैने लाइट ऑन कर दी. ज़मीन से उठते हुए
सख्स पर जैसे मेरी नज़र पड़ी तो मेरा दिल धड़कना भूल गया.
"तुम आप आ गये." अनु ने आँखें मलते हुए पूचछा. मेरे साथ खड़ी
उस लड़की को देख कर पूछा, "ये?"
मेरी तो ज़ुबान बंद हो गयी. क्या जवाब दूं.
" मैं इसके साथ आई हूँ. पूरे पाँच सौ मे बात तय हुई है."
उसने लड़की ने कहा.
" क्याआ? तू रांड़ है?"
"कुच्छ भी समझ ले. वैसे तू बता तू कौन है?" उसने अनु से पूचछा
"साली दो टके की औरत मुझसे पूछती है कि मैं कौन हूँ. मैं
इसकी बीवी हूँ. बता इसे कह कर अनु मेरी ओर मूडी. फिर उसको बाल
पकड़ कर धक्का देते हुए कहा " चल भाग ले यहाँ से नही तो मार
डालूंगी."
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