RE: Hot Sex Kahani अनु की मस्ती मेरे साथ
मैं उसके चेहरे को अपने हाथों मे थाम कर चूमने लगा. उसके होंठों
को, उसकी पलकों को, उसके कानो को, उसके गले को मेरे होंठों से नापने
लगा. वो काफ़ी देर तक सुबक्ती रही मेरे हाथ पहले उसके बालों मे फिर
रहे थे.. फिर उसे शांत होता देख मैं उसके स्तानो को प्यार से सहलाने
लगा. वो भी मेरे होंठों को बुरी तरह चूम रही थी. दोनो ही सालों
से सेक्स के भूखे थे. दोनो एक दूसरे की प्यास बुझाने की कोशिश मे
लगे हुए थे. जैसे ही हम दोनो के बदन अलग हुए हम दोनो एक
दूसरे के नग्न बदन को निहारने लगे.
"प्लीज़... ये ट्यूबलाइज्ट बूँद कर दो. मुझे शर्म आती है." उसने अपना
चेहरा शर्म से झुका लिया.
"एम्म्म...अचहचाअ .......आपको शर्म भी आती है?"
" धात....मज़ाक मत करो" मैने उठ कर ट्यूब लाइट ऑफ करके बेडलांप
ऑन कर दिया. उसने मेरे उपर लेटते हुए मुझे बिस्तर पर लिटा दिया.
फिर मेरी टाँगों के पास बैठ कर मेरे एक टाँग को अपने हाथों से
उठाया और उसके अंगूठे को मुँह के अंदर लेकर चूसने लगी. उसके
होंठ मेरे पैरों पर फिरने लगे. उफ़फ्फ़ ऐसा प्यार मैने करना तो दूर
किसी पिक्चर मे भी नही देखा था. मेरे पैरों की एक एक उंगली को
अपनी जीभ से गीला करने के बाद उसने मेरी एडी पर हल्के हल्के से
दाँत गाड़ने शुरू कर दिए.. उसकी जीभ मेरी पिंदलियों पर से होते
हुए मेरे घुटनो की ओर बढ़े. जगह जगह पर रुक कर उसके दाँत
हरकत करने लगते थे. मेरे पूरे बदन मे सिहरन सी दौड़ जाती थी.
मैं अपनी उंगलियाँ उसके बालों मे फिरा रहा था. उसके होंठ और जीभ
घुटनो के उपर विचारने लगे. मेरा लिंग काफ़ी देर से कड़क रहने के
कारण दुखने लगा था. उसे अब सिर्फ़ किसी चूत का इंतेज़ार था.
उसके होंठ मेरी जांघों के उपर फिरने लगे. उसके स्तन मेरे पैरों की
उंगलियों को छू रहे थे. मैं अपने पैरों की उंगलियों से उसके
निपल्स को च्छू रहा था. उसने मेरे लिंग को अपनी मुट्ठी मे भर लिया.
और हल्के हल्के से अपने हाथ से उसको सहलाने लगी. उसका मुँह अब मेरे
लिंग की जड़ पर था.. उसने मेरे लिंग को अपने हाथों मे पकड़ कर मेरे
लंड के नीचे लटकते दोनो गेंदों को जीभ से चाटना शुरू किया.
बीच बीच मे वो उनको अपने मुँह मे भर लेती, उनको अपने होंठों से
चूमती. फिर उसके जीभ मेरे खड़े लंड पर नीचे से उपर तक फिरने
लगे. उसने अपने हाथों से मेरे लंड को आज़ाद कर दिया था. बिना किसी
सहारे के भी लंड बिल्कुल तन कर खड़ा था. वो अपनी जीभ को पूरे
लंड पर फिरा रही थी. फिर वो उठ कर मेरे उपर आकर मेरे होंठों को
चूम कर बोली.
" मुझे इसे मुँह मे लेकर प्यार करने दो."
मैने मुस्कुरा कर उसको अपना समर्थन दिया. उसने मेरे लिंग को जितना
हो सकता था अपने मुँह मे भर लिया. उस अवस्था मे उसकी जीभ मुँह के
अंदर भरे हुए मेरे लिंग पर अपने रस की परत चढ़ा रही थी. मैं
उत्तेजना मे सिहर रहा था. इस अंजान औरत ने आज मुझे पागल बना
कर रख दिया था. मैने उसके सिर पर अपनी उंगलियाँ फेरनी शुरू कर
दी.
काफ़ी देर तक मेरे लंड को तरह तरह से चूसने के बाद वो मेरे
कमर पर बैठ गयी.
"इन्हे चूसो. ये तुम्हारे हाथों के लिए तुम्हारे होंठों के लिए तरस
रहे हैं." कहकर उसने अपने स्तन मेरे होंठों पर च्छुआ दिए. मैने
अपना मुँह खोल कर उसके निपल को अपने मुँह मे भर लिया और हाथों
से उसके स्तन को मसालते हुए उसके निपल को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा.
" आआह्ह्ह हाआअन्न्न्न आयावुववुवररररर जूऊओररर सीई हाआनन्न कययायेट
डलूऊओ डाआंतूओन से काअट डलूऊ ईईए सीईईईईईइईर्रफफ़्फ़
तुम्हरीईए लिईए हैन्न जूओ म्बीर्जियीयियी करूऊ."
काफ़ी देर तक अपने दोनो स्तानो को चुसवाने के बाद उसने अपने कमर को
उठाया.
" मेरे हुमदूम, मेरा बदन अपने इस प्यारे लिंग की फुआहर से सूद्ढ़ कर
दो. उन हरमजदों की चुदाई से उनके होंठों की बास से उस गंदे कुत्ते
के लिंग ने मेरे बदन को कचरे की टोकरी की तरह इस्तेमाल किया है.
मेरे नथुनो से वो बदबू हटा कर सिर्फ़ अपने बदन की अपने पसीने की
सुगंध इसमे भर दो. मैं तुम्हारी गुलाम बन कर रहूंगी लेकिन मुझे
इससे छुट-कारा देदो." कह कर उसने मेरे कमर के उपर बैठ कर मेरे
लिंग को अपने हाथों से पकड़ा.
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