RE: XXX Chudai Kahani रानी बना लो मुझे
सुबह जब आँख खुली तो हम तीनों नंगे ही सोए पड़े थे..
मैने उनको जगाया.. वो दोनों जाग गई..
सोनम चाय बनाने लगी.. मैंने तान्या को पकड़ कर बेड पर खींच लिया.. उसके गाल पर किस कर दिया..
तान्या – डार्लिंग.. फ्रेश होकर आती हूँ.. फिर सारे दिन चोदना.. ठीक है
उसने एक किस मेरे गाल पर की और बाथरूम में चली गई.. मैं सोनम के पास चला गया.. उसको पीछे से जाकर पकड़ लिया..
रोहित – आज का क्या प्लान है .?.
सोनम – आज खाना ख़ाकर पूल पर जाएगे.. एक लंड.. दो चूत.. चार बूब.. मज़ा आ जाएगा.. आज मैं घर पर ही हूँ.. वो मग उठाओ वहाँ से.. तुमने तो मुझे लंड पीछे डाल कर लॉक कर दिया.. छोड़ो ना.. चलो चलो.. बाहर निकालो मेरे कमरे से तुम्हारा ट्रक..
मैंने उसे ढीला छोड़ दिया.. वो मग में चाय डालने लगती है..
सोनम – जब तक चाय ठंडी हो तब तक तुम्हारे पास टाइम है..
मैं मंद – मंद मुस्कुराय..
रोहित – टाइम .?.
गीत – यार.. तुम भी ना.. चलो.. छोड़ो.. मैं पीछे से डालने की बात कर रही थी.. चलो..
हम दोनों कमरे में आ गये.. सभी ने चाय पी.. नहाने के बाद खाना खाया..
मैं कमरे मैं इंग्लीश मूवी देख रहा था.. तान्या कमरे में आई..
तान्या – आप मूवी देख रहें हैं .?.
रोहित – हाँ.. इंग्लीश मूवी मुझे बहुत पसंद है.. आओ.. तान्या..
तान्या – दीदी पूल पर हमारा इंतज़ार कर रहीं है.. उनका फ़ोन आया है..
रोहित – वो वहाँ पहले ही क्यों चली गई .?.
तान्या – दीदी नौकरानी क साथ सामान लेकर गई है.. नौकरानी वापस आने वाली है..
रोहित – ये बात है..
वो बेड पर बैठ गई..
तान्या – आपने तो रात मेरी सारी मुराद पूरी कर दी.. मेरे पति तो बस सेक्स की फ़ॉर्मलटी ही करते हैं.. मेरा तो जी करता है की हमेशा के लिए यहीं आ जाऊं.. चुदाई के मामले में हम दोनों बहनों की किस्मत बहुत खराब है.. दीदी के पति तो महीनों उन्हें मुँह ही नहीं दिखाते शर्म के मारे..
रोहित – तो आ जाओ ना..
तान्या – यार मार्च क बाद तो हम संगरिया आ जाएगे सदा के लिए..
रोहित – वो कैसे .?.
सोनम – मेरे पति के बड़े भाई यहाँ संगरिया में कारोबार संभालते हैं.. अब उनके बेटे का मंडी में कॉलेज में सेलेक्षन हो गया है.. इस लिए मार्च बाद सब वहीं चले जाएगे और हम यहाँ आ जाएगे.. मेरे पति भी यहीं आना चाहते थे.. जब मैं यहाँ आ जाउंगी तो टाइम निकाल कर गाड़ी लेकर आ जाया करूगी..
रोहित – फिर तो काम आसान हो जाएगा..
हम हंस पड़े.. तभी मेरा फ़ोन बजा.. सोनम का फोन था..
सोनम – यार तुम दोनों आए नहीं.. तान्या को अकेली पाकर वहीं तो शुरू नहीं हो गये .?. आओ ये सब यहाँ करना..
रोहित – नहीं हम तो आपस में बातें कर रहे थे.. अभी आ रहे हैं..
हम चल पड़े.. थोड़ी देर बाद वहाँ पहुँच गये..
रास्ते में तान्या ने अपने बारे में कई बातें बताई..
सोनम – आ जाओ..
हम तीनों पूल पर थे.. सोनम और तान्या मेरे दोनों तरफ़ खड़ी थी.. दोनों
मेरा हाथ पकड़ कर सब पूल में कूद गये.. हम ठंडे पानी क अंदर थे..
पानी हमारे कंधे के आस – पास था..
पानी सोनम और तान्या के बूब को छू रहा था.. हमने एक – दूसरे के हाथ पकड़ कर पानी में कई डुबकी लगाई..
सारी बॉडी भीग गई थी.. सोनम और तान्या उनकी बॉडी से चिपक गई थी..
उनकी साड़ी में से गोरे आंग सॉफ दिख रहे थे..
सोनम ने मुझ पर पानी फेंकना शुरू कर दिया..
रोहित – तान्या डार्लिंग हेल्प मे..
तान्या – ये लो..
वो भी अब सोनम की तरफ पानी फेंक रही थी.. मैंने पीछे जाकर सोनम को पकड़ लिया..
रोहित – अब क्या करोगी.. मेरी जान..
तान्या – इसकी सज़ा दे दो रोहित.. तुम पकड़े रखना.. मैं पानी डालती हूँ..
तान्या ज़ोर ज़ोर से पानी डालने लगी.. पानी उसके सिर से होता हुआ उसके बूब पर गिर रहा था..
सोनम – अरे छोड़ो यार लगता है पैरों में कोई मकड़ी ने काट लिया.. मेरी साड़ी उठाओ जल्दी..
साड़ी जल्दी सी उतार दी.. वो किनारे पर चली गई.. उसके घुटने पर लाल निशान हो गया था..
वो वहाँ खुजली कर रही थी.. यार दवाई लेनी पड़ेगी..
तान्या तुम जाओ कमरे के गेट क पास आलमरी में सामने वाले खाने में दवाई पड़ी है.. लाओ.. पानी भी लाना..
तान्या पानी से बाहर निकली..
सारी साड़ी से पानी चू रहा था.. साड़ी चिपक कर उसके दोनों चुतड़ों से लगी थी..
उसकी चाल मस्त थी.. चूतड़ ऊपर नीचे हो रहे थे.. मैंने सोनम को इशारा किया..
रोहित – वो देखो..
सोनम – यार तुम भी बहुत शरारती हो.. लगता है वो पैंटी पहनना भूल गई..
रोहित – यार उसकी तो मस्त है.. मज़ा आ जाता है.. पीछे से बड़ा मस्त है.. यार आज पहनना क्यों भूल गई..
तान्या – क्या भूल गई..
सोनम – यही की तुम पैंटी..
वो शरमाने लगी..
तान्या – तुम्हें कैसे पता चला..
सोनम – जब तुम अंदर गई तो साड़ी तुम्हारी दरार क अंदर चली गई थी.. रोहित ने बताया..
तान्या – योउ.. गंदे बॉय.. चलो ये गोली खाओ..
सोनम गोली खा चुकी थी..
रोहित – दर्द हो रहा है क्या .?.
सोनम – दर्द तो नहीं हो रहा.. थोड़ी खुजली सी हो रही है..
रोहित – खुजली कहाँ हो रही है.. चूत में है तो अभी मिटा देता हूँ..
तान्या मुस्कराने लगी..
उसको शायद शर्म भी आ रही थी..
उसने मुंह पर हाथ रख लिया और दूसरी तरफ मुंह कर लिया..
सोनम – तुम तो बस.. बात नीचे ही नहीं गिरने देते.. चलो एक डुबकी लगा लो..
हम डुबकी लगाने लगे..
|