RE: XXX Chudai Kahani रानी बना लो मुझे
अब मैंने सोचा की घोड़ी बना कर चोदने में बहुत मज़ा आएगा..
रोहित – चाय यहीं छोड़ कर बेड पर चलो.. और लंड बाहर नहीं निकलना चाहिए..
सोनम – ऐसा कैसे होगा.. ये तो बाहर निकल जाएगा !! हमारे पैर भी बीच में आएँगें.. एक काम करो.. मुझे उठा कर ले जाओ.. लंड बाहर नहीं निकलेगा और मज़ा भी आएगा..
मैंने उसको उठाया और बेड के एक कोने पर डॉगी स्टाइल मैं लिटाया.. फिर लंड हटा कर सोनम की चूत में डाल दिया.. एक ही झटके में लौड़ा अंदर चला गया..
सोनम – यार तुम तो मुझे दिन रात ऐसे ही चोदते रहोगे.. जब वो 5 दिन आएगे तो क्या करोगे .?.
रोहित – यार तुम्हारी मौसी जी को बुला लेंगे.. ..
वो हँसने लगी.. मज़ा अब ज़्यादा आने लगा था.. मैंने उसकी कमर से हाथ हटा कर बूब पकड़ लिए..
फिर ज़ोर ज़ोर से धक्के मरने लगा.. वो मेरा खूब साथ दे रही थी..
उसकी गाण्ड के साथ लगते ही मज़ा दुगना हो रहा था.. उसकी पीठ एकदम गोरी थी.. उसकी उम्र 27 साल थी.. फिर भी वो 16 साल की लग रही थी..
सच तो ये है की 16 साल की लड़की भी इतनी सुंदर और सबसे बड़ी बात कुँवारी नहीं हो सकती..
सोनम – मेरे राजा मज़ा आ रहा है क्या .?. .?. अब जल्दी करो.. पूरा बाहर निकल कर अंदर डालो..
मैं लगातार ऐसे ही करता रहा.
अब उसकी गाण्ड मुझे पागल कर आयी थी..
डोगी स्टाइल में मेरी नज़र लगातार उसकी गाण्ड पर ही थी सो 3 – 5 मिनिट्स बाद ही मैं झड़ गया..
मैं बेड पर लेट गया..
उसने कपड़े से लंड सॉफ किया और फिर चाय गरम कर ले आई..
मैंने बेड क सहारे पीठ टीका ली.. वो मेरे आगे आ कर बैठ गई.. फिर एक ही मॅग से हमने बारी बारी चाय पी..
सोनम – अब फ्रेश हो जाओ.. थोड़ी देर बाद हम साथ साथ नहाएगे.. फिर कुछ काम करना है.. नौकरानी को काम बता कर आना है.. फिर खाना खाने के बाद हम फ्री हैं..
रवि – बस एक बात और बता दो तुम्हारा बदन इतना गोरा, चिकना और लाल कैसे है .?.
सोनम – मैंने तुम्हें बताया ना नानी को ब्रेस्ट कॅन्सर की वजह से मेरी मां मेरा शुरू से बहुत ख़याल रखती थी.. तेल से मालिश के बाद जिस्म मे कालापन ना आए इसलिए वो मेरे बदन पर ग्वारपाठा (जूस से भरा एक पोधा) लगाती थी.. मैं अब तक नहाने से पहले उसका गुदा अपने शरीर पर मलती हूँ.. तुम भी ऐसा करो कुछ समय में तुम्हारा बदन भी ऐसा हो जाएगा..
रवि – ना बाबा मैं ऐसा ही ठीक हूँ.. मुझे जनाना बनने का कोई शौक नहीं हैं..
फिर, मैं फ्रेश होकर आ गया..
फिर आधे घंटे के बाद वो भी आ गयी..
मैं बेड पर बैठा था.. वो आ कर मेरे पैरों पर मेरी तरफ मुंह कर बैठ गई..
अब उसने बाहें मेरी गर्देन पर डाल दी.. मैंने उसे पास खींच कर लंड उसकी चूत में डाल दिया..
उसने किस करना शुरू कर दिया.. मैं उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगा.. सोनम को मज़ा आने लगा..
अब उसने हिलना बंद कर दिया और वो आगे हो गई..
लंड अभी भी उसकी चूत में पड़ा था.. वो मुझ से लिपट कर बहुत खुश थी.. उस दिन सारे दिन वो मेरे लंड पर सवार रही..
सोनम ने लगभग 10 बजे खाना लगाया..
खाना बहुत ही लाजवाब था.. मैंने खाने की तारीफ की तो पता चला की खाना बनाना सोनम को बहुत पसंद है..
खाना खाने के बाद मुझे नींद आ गई पता ही नहीं चला.. रात भर जागते रहे थे..
दिन को 2 बजे नींद खुली तो देखा सोनम वहाँ नहीं थी.. फिर वो थोड़ी देर में आ गई..
सोनम – डार्लिंग स्विमिंग पूल में नहाने चले .?. आओ खड़े हो जाओ..
रोहित – नहीं यार वहाँ कोई देख लेगा.. मैं तो यहीं नहा लेता हूँ..
सोनम – डरो मत कोई नहीं देखेगा.. मैं रोज नहाती हूँ वहाँ.. और डर तो मुझे लगना चाहिए..
रोहित – यार चारो तरफ के लोग हमें देख लेंगे.. ..
वो हँसने लगी..
मैंने उसकी तरफ देखा..
सोनम – यार यहाँ तो हमारा ही मकान है चारो तरफ तो खेत है.. तुम्हें शायद पता नहीं ये मकान बहुत बड़े एरिया में फैला है.. चलो एक बार देख तो लो.. फिर तुम्हारा जी करे वैसे करना..
वो मेरा हाथ पकड़ कर खिचने लगी..
रोहित – यार कपड़े तो ले लो.. ..
सोनम – वहाँ से हम नंगे ही आ जाएगे.. कोई नहीं देखेगा.. मैंने नौकरानी को बोल दिया है.. वहाँ कोई नहीं जाता.. सनडे के दिन सब छुट्टी पर होते हैं.. कोई नहीं आता.. बाबा चलो ना..
वो चलने लगी तो मैंने किस किया..
सोनम – यार यहाँ नहीं ये सब वहाँ पानी में करेंगे..
वो चल पड़ी..
हम एक लंबी गैलरी से होते हुए एक बड़े हॉल में आ गये.. मकान बहुत बड़ा था..
10 मिनिट्स चलने के बाद ही मकान के पीछे आ गये.. वहाँ चारों तरफ हरियाली थी.. एक रास्ता था जो पूल की तरफ जा रहा था..
सोनम – यहाँ से लगभग किलोमीटर भर तक हमारी ज़मीन है.. चारों तरफ 15 फीट उँची दीवार है.. यहाँ कोई नहीं आता..
5 मिनिट चलने के बाद एक बड़ा स्विमिंग पूल आ गया.. उसका पानी बहुत ही सॉफ था.. वहाँ बेड भी लगा था.. एक कमरा भी था जिसमे शायद ज़रूरी सामान था..
सोनम – ये लो आ गये पूल पर.. अब बताओ कोई दिखाई देता है क्या .?.
मैंने चारो तरफ देखा कोई नहीं था.. आज बहुत मज़ा आने वाला था.. कभी सोचा नहीं था..
हम दोनों के सिवा कोई नहीं था.. सोनम ने अपना और मेरा फोन बेड पर रख दिया..
फिर मेरा हाथ पकड़ कर पानी में छलाँग लगा दी.. हम अब पानी में थे..
पानी मेरे कंधे तक आ गया.. मैं थोड़ा डर गया..
वो बिल्कुल भी नहीं शर्मा रही थी.. उसने मेरा हाथ पकड़ रखा था.. हम किनारे की तरफ आ गये.. कपड़े हमारे ज़िस्म से चिपक गये थे..
अब तक उसकी सारी बॉडी दिखने लगी..
रोहित – यार कपड़े भीग गये.. अब इनको उतार दो.. नहाने का मज़ा नहीं आया..
सोनम – तुम ही उतार दो..
मैंने एक एक कर सारे कपड़े उतार दिए.. अब वो ब्रा और पैंटी में थी..
मैं सिर्फ़ अंडरवियर में..
हम दोनों फिर कूद पड़े पूल में.. वो मेरा हाथ पकड़ कर बीच में ले गई..
सोनम – यार चलो छुपा – छुपी खेलते हैं.. तुम पकड़ना मैं छुपती हूँ.. तुम्हें मुझे पकड़ना है.. तुम पानी से बाहर सिर्फ़ 20 सेकेंड ही रह सकते हो.. हर 20 सेकेंड बाद पानी के अंदर जाना होगा.. हाँ लेकिन मैं बाहर आ के साँस ले सकती हूँ.. ठीक है.. 2 मिनिट में पकड़ना होगा.. जो जीता वो कुछ भी कर सकता है..
फिर वो छिप गई.. मैंने उसे यहाँ वहाँ सब जगह देखा.. पानी के बुलबुले निकले रहे थे वहाँ भी देखा.. पर वो नहीं मिली बीच बीच में पानी के अंदर भी जाना होता.. आख़िर वो जीत गई..
रोहित – बोलो अब क्या करोगी .?.
सोनम – मेरी शर्त है की जब तक मैं ना कहूँ तुम मुझे हाथ नहीं लगाओगे..
फिर वो मेरा लंड पकड़ने लग गई.. पानी में बहुत मज़ा आ रहा था.. मैंने देखा की वो मेरा अंडरवियर उतार चुकी थी..
मेरा मन किया की उसे पकड़ कर लंड उसकी चूत में डाल दूं.. पर मैं मजबूर था..
थोड़ी देर बाद मेरी बारी आई तो मैं छिप गया.. उसने कई बार कोशिश की पर मैं पूल के बीच एक ट्यूब जैसा बेड था जिसमे हवा भरी थी उसके पीछे छुप गया.. मेरी जीत हुई..
सोनम – यार तुमने तो कमाल कर दिया.. शर्त क्या है .?. बोलो..
रोहित – मेरी भी वही शर्त है..
फिर मैंने उसकी पैंटी उतार दी.. पानी में उसके बूब बहुत ही चमक रहे थे..
कहीं कहीं से बहुत लाल हो गये..
रात को मैंने बूब्स को बहुत चूसा था.. अब मैंने उसके बूब को फिर चूसना शुरू कर दिया.. वो आन्ह भर रही थी.. फिर मैंने लौड़ा सीधे उसकी चूत में उतार दिया.. वो मचलने लगी..
एक दिन पहले ही उसकी झिल्ली फटी थी..
एक दो बार अंदर बाहर करने के बाद वो बाहर निकल लिया..
रोहित – दोनों हाथों से मेरा सिर पकड़ा.. मैं तुम्हारे बूब का दूध पीना चाहता हूँ..
सोनम – पर तुम्हारी शर्त.. ..
रोहित – शर्त को भूल जाओ.. जल्दी करो..
अब मैं सोनम को चोदना शुरू कर दिया.. लेकिन ज़ोर लगने पर वो दूर हो रही थी.. एकदम सीधा खड़ा होकर सही ढंग से चोदा भी नहीं जा रहा था..
सोनम – यार किनारे पर चलो.. वहाँ रेल्लिंग को पकड़ लूँगी..
रोहित – यही ठीक रहेगा..
हम किनारे पर आ गये.. अब वो उल्टी हो गई और पूल में लगे लोहे के डंडे को पकड़ लिया..
ये डंडे पानी के अंदर चारों तरफ थे..
वो पानी में लहरा रही थी.. पानी में आदमी का वेट बहुत ही कम हो जाता है..
उसका चेहरा आसमान की तरफ था..
पीछे से दोनों तरफ डंडे पकड़ रखे थे.. मैंने उसके बूब पानी में ही चूसने शुरू कर दिए..
पानी में नहा कर वो और भी गोरी हो गई..
उसके निप्पल आज खूब गुलाबी हो गये.. मैं लगातार निप्पल को मुंह में ले रहा था..
बहुत मज़ा आ रहा था.. एक 27 साल की यंग खूबसूरत औरत के साथ पूल पर एकदम नंगा जोकर सेक्स कर रहा था और दूर – दूर तक कोई नहीं था.. शायद मुझे सारे सुख मिल रहे थे.. आज और दो दिन पहले में कितना फ़र्क था.. किस्मत का ताला खुल गया था.. जो जी में आए वो करो..
मुझे तो अभी भी डर था की मैं नींद से जगूंगा और अपने कमरे में हुंगा..
सोनम – यार, अब बूब चोदो.. .. चूत में डालो.. पानी में आग लगी है.. ये आग बुझा दो डार्लिंग..
मैंने उसके पैर पकड़ कर उँचे की और लंड अंदर चला गया.. मैं और वो दोनों पानी में ऊपर नीचे हो रहे थे..
वो लगातार सिसकारियाँ भर रही थी..
सोनम – फक मी.. फक मी इन डॉगी स्टाइल.. कम ऑन डार्लिंग फक मे.. आ आहा फक मी रोहित..
रोहित – यार तुम घूम जाओ.. डॉगी स्टाइल क लिए उल्टी हो जाओ..
वो अब डंडे की तरफ मुंह कर खड़ी हो गई..
उसकी मदमस्त गाण्ड अब मेरी तरफ थी. थी तो पानी के अंदर पर उसकी गाण्ड की नरमी मेरे शरीर पर लगने से ही मैं बहुत जल्द झड़ जाता था..
खैर, मैंने उसके दोनों पैर पीछे से उठा कर लंड उसकी चूत में डाल दिया..
सोनम – राजा बहुत मज़ा आ रहा है.. चोदते रहो.. क्या नज़ारा है.. मेरी प्यास बुझा दो.. कम ऑन रोहित फक मी डार्लिंग.. ओ या ओ या.. शाबाश.. मर दो मेरी प्यासी चूत.. चोद डालो.. उफ्फ कितना मज़ा आता है जब ये हथियार अंदर जाता है.. जी मैं आता है की हमेशा अपनी चूत में ही रखूं.. चोदो चोदो चोदो..
मैं उसको कमर के नीचे से पकड़ कर लगातार लंड अंदर बाहर कर रहा था.. उसकी गाण्ड टकराने से मेरी पूरी बॉडी में नशा छा गया..
मेरे हाथ अब उसके बूब तक पहुँच..
मैंने दोनों हाथ से बूब को दबाना शुरू कर दिया.. जोरदार धक्के शुरू हो चुके थे.. वो सिसकारियाँ भर रही थी.. वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी..
मेरी दोनों कमज़ोरी मेरे हाथ में थी..
जैसे ही मुझे लगता मैं झड़ने वाला हूँ मैं तुरंत लंड निकाल लेता और कुछ देर उसकी गाण्ड या दूध सहला कर फिर से घुसेड देता..
कुछ इस तरह मैं अपना झड़ना रोक रहा था..
सोनम – कम ऑन रोहित यहाँ कोई नहीं हमारे सिवा.. जो जी में आए वो करो.. सारे दिन पानी में चोदते रहो.. मेरे बूब को और ज़ोर से दबाओ.. डॉगी स्टाइल में मुझे मज़ा आ जाता है.. ओ या या ओ या ओ या.. ..फक मे.. ..फक मे.. ..
उसकी चुदाई इसी तरह चलती रही.. 5 10 मिनिट बाद वो झड़ने वाली थी..
सोनम – ओ या मैं झड़ने वाली हूँ जल्दी करो..
फिर वो झड़ गई थोड़ी देर में मैं भी झड़ गया.. अब स्पीड कम हो गई..
चूत से पानी निकल कर जब लंड पर बहते हुए जाता है उसकी जो गर्मी होती है उसका एहसास शब्दों में नहीं बयान हो सकता..
फिर उसने डंडा छोड़ कर मुझे बाहों में भर लिया.. फ्रेंच किस करने लगी..
एक लंबा किस देकर वो मुझे पकड़ कर पानी में डुबकी लगने लगी..
फिर उसने मेरा हाथ पकड़ कर बाहर खींचा और वहीं पड़े बेड पर लेट गई..
वो उल्टी लेटी हुई थी मैं भी उसके गोल गोल नितंबो पर लेट गया..
यार वो गाण्ड..
कभी उस पर सिर रख कर लेटता कभी उस पर चुम्मि लेता कभी हाथ से सहलाता..
सोनम – यार इतनी जोरदार चुदाई के बाद भी मन नहीं भरा क्या .?.
रोहित – नहीं यार तुम्हारे नितंब बहुत ही सुंदर है.. बिल्कुल तुम्हारे चेहरे की तरह एक दम सॉफ.. नरम तो इतनी है की हाथ हटाने का मन ही नहीं होता.. थोड़ी देर आराम करने दो..
सोनम – मैं तो बस यूँ ही कह रही थी.. मुझे भी ये पसंद है की कोई मेरे पीछे से ये करे.. आज तो मज़ा आ गया पानी मैं.. यार तुमने तो मेरी खूब चुदाई की.. मुझे तो आज तक किसी ने नहीं चोदा.. क्या तुम पहले भी किसी को चोद चुके हो .?.
रोहित – कइयो को चोदा है पर तुम्हारे जैसी लड़की नहीं मिली.. अब मैं सिर्फ़ तुम्हें ही चोद सकता हूँ..
सोनम – ओह हाँ मैं तो भूल ही गई अब तक तुमने गोल दूध, गुलाबी निप्पल गोरी चूत और इतनी चिकनी गाण्ड नहीं देखी.. (हंसते हुए) अरे यार मौसी को भी चोदना है आपको.. उनका जी भी बहुत करता है.. वो एकदम जवान है.. जब तुम उनको चोदोगे तो तुम्हें पता चलेगा.. मेरे पीरियड्स के दिनों में वो ही तुम्हारा लंड लेगी.. ..
रोहित – जैसा तुम कहो जानू.. पर मुझे नहीं लगता की तुम से सुन्दर कोई और होगी हिन्दुस्तान में बल्कि दुनिया में.. यार थक गया हूँ..
सोनम – लो दूध पी लो मेरे राजा.. और उसने बूब की निप्पल मुंह में दे दी.. मैं ज़ोर ज़ोर से चाटने लगा.. थोड़ी देर बाद वो खड़ी हुई और मेरा हाथ पकड़ कर कमरे क अंदर ले गई.. वहाँ सारी चीज़े पड़ी थी.. उसने अपने बूब पर नाभि पर अंगूर डाल दिए और मैं खाने लगा..
सोनम – यार निप्पल मत खा जाना.. ध्यान से रोहित..
मैं और वो दोनों हंस पड़े.. हमने काफ़ी सारी चीज़े खाई.. सारी थकान दूर हो गई..
सोनम – रोहित एक बार फिर चले क्या पूल में.. चुदाई बाकी ना रह जाए..
रोहित – अभी नहीं यार.. चुदाई तो अब बेड पर ही करेगे.. यहाँ कल आएगे.. तुम खा पी कर तैयार रहना..
सोनम – यार मैं तो उंगली ले ले कर थक चुकी थी.. आज से तुम्हारा लंड ही काम में लूँगी.. जो मज़ा तुमने दिया वो कभी नहीं मिला..
वो बहुत ही खुश थी.. उसकी आँख में चमक आने लगी..
पर यार कल सुबह से लेकर 1 बजे तक तो मैं ऑफीस में जाउंगी.. जो करना है आज रात कर लेना या दोपहर के बाद..
रोहित – मुझे भी कल कॉलेज जाना है.. मेरा कॉलेज यहाँ से किस तरफ है .?. मुझे 7:30 तक कॉलेज जाना है..
सोनम – यार, मैं तुम्हें गाड़ी में बिठा कर वहाँ छोड़ने जाउंगी.. और जाते समय पप्पी भी दूँगी मेरे रोहित.. ..
रोहित – पप्पी से काम नहीं चलेगा.. बूब भी चूसने पड़ सकते हैं..
फिर वो हँसने लगी..
सोनम – मेरे बूब तुम्हें इतने अच्छे लगते हैं .?. तो ये लो चूस लो.. ..
उसने मेरे मुंह में अपना निप्पल दे दिया.. मैं चूस रहा था.. वो बातें करती जा रही थी..
सोनम – चलो यार.. ..चलें.. वहीं नहाएगे..
रोहित – लेकिन कपड़े .?. .?.
सोनम – यार आते समय किसी ने हमें देखा था क्या .?. जो अब देखेगा.. यहाँ कोई नहीं है.. ..चलो.. ..
हम चल पड़े.. हम दोनों ने अपने फोन लिए..
रोहित – यार, हमारे कपड़े तो ले लें..
सोनम – रहने दो नौकरानी ले आएगी..
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