RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 71
पूजा की बात सुनकर निशा भी उठ गई और बारे ध्यान से निर्मल के खड़े लंड को देखने लगी निर्मल के लंड को देख कर उसने अपनी जीभ होठों पर फिराई और बोली “निर्मल तेरा लंड तो बड़ा प्यारा है रे जी कर रहा है मैं तुझसे ही अपनी चुदाई करवा लू लेकिन क्या करूं मैंने भी मनीषा दी की तरह अपनी सील योगेश के नाम कर दी है लेकिन चिंता मत कर एक बार योगेश से चुदाया लेने दे फिर तो मुंबई में हम दोनों ही होंगे” कहते हुए उसने निर्मल के मोटे लंड को ज़ोर से उमेत दिया और फिर बोली “चल अब योगिता की प्यास बुझा दे मैंने तेरे लिए उसकी चुत एक दम रसीली कर दी है”
निशा की बात सुनकर निर्मल की नज़र योगिता की चुत पर गई तो उस गुलाबी चिकनी फूली हुई चुत को देख कर उसके लंड ने एक ज़ोर का ठुमका लगाया जो निशा की नज़र से नहीं बच पाया “वो रे मेरे भाई अपनी बहन की चुत को देख कर तो तेरा लंड भी तुमक रहा है, चल अब जल्दी से घुसेड़ दे अपना लंड उसकी चुत में”
निशा की बात सुनकर निर्मल योगिता की और बढ़ने लगा लेकिन इतना सब होने के बाद भी उसके मन में एक झिझक सी अभी भी थी इसलिए वो बारे धीरे धीरे अपने कदम बढ़ा रहा था आख़िर जैसे तैसे उसके और योगिता के बीच का फासला पूरा हुआ लेकिन वो कुछ कर नहीं सका वहीं योगिता ने भी अपनी नज़रे झुका ली
उन दोनों को ऐसी हालत में देख पूजा बोली “निशा दीदी ये दोनों अपने मन से कुछ नहीं करने वाले लगता है हमें ही कुछ करना पड़ेगा”
“तू सच कह रही है पूजा अब तो हमें ही कुछ करना पड़ेगा, चल” निशा बोली और पूजा का हाथ पकड़े उन दोनों के पास पहुंच गई पूजा ने योगिता का हाथ पकड़ा और उसे सोफे से टीका कर घोड़ी बना दिया तब तक निशा भी निर्मल को लेकर वहाँ आगाई थी पूजा ने निर्मल को योगिता से चिपका कर घुटनों के बाल बैठाया और उसका खड़ा लंड अपने हाथों से पकड़ कर योगिता की चुत के मुंह पर लगा दिया और बोली “चल अब धक्का मर”….
पूजा की बात सुनकर निर्मल ने अपने आपको अच्छे से एडजस्ट किया और योगिता की कमर पकड़ कर एक ज़ोर का धक्का लगाया जिससे उसका लंड योगिता की गीली चुत में सात से आधा सआंटी गया जबही योगिता के मुंह से एक मीठी सी ‘हयईए’ निकल गई योगिता की कामुक सिसकारी से निर्मल का जोश दोगुना हो गया और अब वो बिना रुके गाचा गछ धक्के पेलने लगा
एक धुआधार चुदाई शुरू हो चुकी थी जिसे देख कर मनीषा भी मदमस्त हो चुकी थी निर्मल के धक्को से आती पछाड़ पछाड़ और ठप ठप की आवाजों से एक अलग ही सआंटी बाँध चुका था इस वक्त तभी निशा ने भी अपने सारे कपड़े उतार फहेंके और मनीषा को भी कुर्सी से खड़ा कर दिया और उसकी सलवार उतरने लगी मनीषा भी इतनी मस्त और चुदसी हो गई थी की उसने निशा का कोई विरोध नहीं किया बल्कि सलवार उतरने के बाद उसने खुद अपनी पैंटी उतार दी और नीचे ही दीवार का सहारा ले कर अढ़लेटी हो गई निशा भी झट से आकर मनीषा की टांगों के बीच घोड़ी बन कर उसकी चुत को अपनी जिबू से चाटने और कुरेदने लगी पूजा भी कहाँ पीछे रहने वाली थी वो भी लपक कर निशा के पीछे आगाई और उसकी चुत को चाटने लगी
बड़ा ही सेकशफुल्ल नज़ारा था इस वक्त वहाँ पांचों भाई बहन सारी दुनिया को भुला सिर्फ़ वासना में ही खो गये थे निर्मल लगातार योगिता को चोदे जा रहा था वो भी बड़ी तूफानी रफ्तार से बेचारी योगिता जो बहुत गरम थी वो आख़िर कब तक सहन कर पति थोड़ी ही देर में वो झाड़ गई लेकिन निर्मल के धक्के बंद नहीं हुए जिससे अब योगिता को अपनी चुत में जलन सी होने लगी थी और जब जलन हद से बाहर हो गई तो वो बोल उतही “बस निर्मल अब छोड दे मुझे मेरी चुत में बहुत जलन हो रही है”
“लेकिन अभी मेरा नहीं हुआ है ऐसे में मैं तुझे कैसे छोड सकता हूँ” निर्मल लगातार धक्के मरते हुए बोला
उन दोनों की बातें सुन कर तीनों ही बहने उनकी तरफ देखने लगी तभी पूजा झट से उतही और उन दोनों के पास पहुंच कर बोली “रुक निर्मल मैं हूँ ना तेरे लिए छोड दे योगिता को अब उसका काम हो चुका है, और योगिता तू जा कर निशा दीदी को शांत कर इसे मैं झेल लेती हूँ” कह कर पूजा ने योगिता को उठाया और खुद अपनी टाँगे चौड़ी कर के फर्श पर लत गई और निर्मल को कमर से पकड़ कर अपने ऊपर खिच लिया
“साली रंडी” पूजा की हरकत देख कर निशा के मुंह से निकल गया और वो फिर से मनीषा की चुत चाटने लगी तभी योगिता भी ताकि हरी सी निशा के पीछे बैठ कर उसकी चुत में अपनी उंगली चलाने लगी
लगभग 10 मिनट बाद सभी भाई बहने अपने आप को संतुष्ट कर चुके थे और निढल से सारे हॉल में यहाँ वहाँ पड़े थे
थोड़ी देर बाद सभी एक एक कर उतहे और अपने अपने कपड़े संभालते हुए अपने अपने रूम में चले गये….उधर गाँव में योगेश सुबह से ही खेत में चला गया था जबकि अब दोपहर के 1 बज चुके थे वो वापस नहीं आया था टीना और माधुरी उसका इंतजार कर रही थी खाने के लिए रात की चुदाई से दोनों अभी तक मस्त थी माधुरी की चुत तो अभी भी फड़क रही थी चुदाई करवाने के लिए
“ये योगेश अभी तक क्यों नहीं आया, बहुत भूख लग रही है” मधु स्कर्ट के ऊपर से ही अपनी चुत सहलाते हुए बोली
“कहाँ लगी है भूख पेट में या चुत में” टीना उसे छेड़ते हुए बोली
“दोनों ही जगह लगी है यार लेकिन पहले योगेश आए तो सही” मधु ने जवाब दिया
तभी योगेश ने घर में कदम रखा उसका पूरा शरीर पसीने में तार था खेत के काम और गर्मी की वजह से उसका बुरा हाल था घर में घुसते ही उसने नहाने की इच्छा जाता दी थी
“मधु मुझे नहाना है साली गर्मी और धूल ने हाल खराब कर रखा है” वो बोला
“ठीक है चलो मैं पानी निकल देती हूँ, और टीना जब तक योगेश नहा ले तब तक तुम खाना गरम कर दो मैं भी योगेश के साथ ही आती हूँ” कहते हुए मधु ने टीना को आँख मर दी
टीना समझ गई की मधु अपनी चुत की खुजली मिटाए बगैर मानेगी नहीं और वो ही कुसकुराते हुए किचन में चली गई
माधुरी ने योगेश के लिए पानी निकल दिया था और बाथरूम के सामने ही खड़ी थी के योगेश वहाँ आया इस वक्त वो सिर्फ़ एक कच्ची ही पहने हुए था उसने मधु को देखते हुए एक स्माइल दी और बाथरूम में घुस गया तभी माधुरी बोली “योगेश गर्मी तो मुझे भी लग रही है क्या मैं भी तुम्हारे साथ नहा लू”
उसकी बात सुनकर योगेश मुस्कराया और उसने माधुरी को भी बाथरूम में खिच लिया अंदर आते ही माधुरी ने देर ना करते हुए झट से अपनी स्कर्ट और टॉप उतार दिए तब तक योगेश भी नंगा हो चुका था लेकिन उसका लंड अभी पूरी तरह खड़ा नहीं था जैसे ही माधुरी की नज़र अपने भाई के लंड पर पड़ी इससे रहा नहीं गया और उसने नीचे बैठते हुए योगेश का लंड अपने मुंह में ले लिया
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 71
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 72
“आहह…मधु चुदाई करनी है क्या” योगेश माधुरी का सर अपने लंड पर दबाते हुए बोला
“हाँ भाई बहुत आग लगी हुई है मेरी चुत में सुबह से ही साली पानी बहा रही है तुम्हारे लंड के लिए” माधुरी ने जवाब दिया
“मधु वैसे भी हम यहाँ ज्यादा रुक नहीं सकते क्योंकि मजदूरों ने अभी और काम करने से मना कर दिया है अंकल से भी बात हुई है वो कह रहे थे की हम लोग वापस घर लौट जाए हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है इसलिए जितना भी मजा लेना है उसके लिए ज्यादा वक्त नहीं है” योगेश लंड चूसा का मजा लेते हुए बोला
“तो चल भाई पेल दे अपना लंड मेरी चुत में” कहते हुए माधुरी उसका लंड छोड कर खड़ी हो गई
योगेश का लंड अब पूरा खड़ा हो गया था वो भी अब मधु को चोदने को तैयार था लेकिन उस छोटे से बाथरूम में उतनी जगह नहीं थी इसलिए योगेश ने माधुरी को दीवार से सताया और उसकी एक जाँघ अपने हाथ से उठा ली और लंड को माधुरी की चुत से सटा कर एक ज़ोर का धक्का लगाया
“हे…मर गई रीए…..” लंड के अंदर जाते ही माधुरी के मुंह से सिसकारी निकल गई वैसे भी उसकी चुत अभी सिर्फ़ एक बार ही चुदी थी और खड़े खड़े करने से वो ज्यादा खुल भी नहीं पा रही थी इसलिए लंड एकदम रगड़ता हुआ अंदर जा रहा था लेकिन योगेश जो अब पूरे जोश में आ चुका था ने माधुरी के दर्द की परवाह नहीं की और सतसट लंड को पेलने लगा
खड़े कहदे की चुदाई के मजे को माधुरी ज्यादा देर सहन नहीं कर पाई और 5 मिनट की चुदाई में ही झाड़ गई लेकिन योगेश का मूसल अभी कहाँ मानने वाला था इसलिए वो धक्के लगाए जा रही था जब माधुरी से सहन नहीं हुआ तो उसने योगेश को पीछे धकेला और दीवार सहारा लेकर घोड़ी बन गई और अपने गांड के छेद को सहलाने लगी योगेश समझ गया की अब उसे मधु की गांड मारनी है उसने भी देर ना करते हुए अपने लंड और मधु की चुत को साबुन के झाग से चिकना किया और गच्छ से एक धक्का मधु की गांड में लगा दिया
“हूंम्म्म….हककक…..आहह….” माधुरी के होठों से एक कामुक कराह निकली और योगेश की राजधानी फिर से फुल बढ़ता से दौड़ने लगी 5 मिनट के सफ़र के बाद राजधानी की बढ़ता और भी तरफ गई और फिर एक ज़ोर ब्रेक लगा और सारा माल माधुरी की गांड में खाली होने लगा माल इतना ज्यादा था की माधुरी के गोदाम में सआंटी नहीं पाया और बाहर गिरने लगा
थोड़ी देर बाद दोनों ही गहरी सांसें लेते हुए उठे और एक दूसरे को नहलाने लगे….उधर घर पर सभी भाई बहन चुदाई की खुमारी से उतार कर खाना कहा चुके थे और अपने अपने रूम में आराम कर रहे थे निर्मल अकेला ऐसा प्राणी था जो कुहने वक्त किसी से भी नज़र नहीं मिला पाया था अगर उसका साथ देने को कोई भी एक लड़का होता तो शायद वो सबसे इतना नहीं झेपता लेकिन उसके अगेन्स्ट यहां 4 लड़कियां थी वो बेचारा करता भी तो क्या उसकी इस हालत की सबसे ज्यादा मजा निशा ने ली थी और वो बेचारा चुपचाप बैठा था.
अभी इस वक्त योगिता और पूजा निर्मल के साथ उसके रूम में गुपशुप कर रही थी और निशा मनीषा के साथ आगे की रन-नीति बना रही थी की अब क्या करना है वहीं मनीषा टीना और माधुरी की किस्मत को कोस रही थी की क्यॉनकर वो खुद अपने भाई से उन दोनों की तरह पहले ही चुदाई नहीं कर पाई
“तो दीदी क्या सोचा है आपने आने वाले वक्त के लिए क्या हमारी प्यास जल्द ही बुझेगी या फिर हमें पूजा या योगिता की चुदाई देख कर ही मन बहलना पड़ेगा” निशा बोली
“देख निशा अब मैंने अपने आपको तेरे हवाले कर दिया है जो भी तुझे अच्छा लगे वो कर लेकिन अब मेरी चुत की आग इतनी तरफ गई है की मैं अपनी कसम तोड़ कर निर्मल से भी चुदवाने को तैयार हूँ” मनीषा ने जवाब दिया
“नहीं दीदी ऐसा मत कहो बस आप वो करो जो मैं कहती हूँ फिर हम दोनों का ही उद्घाटन योगेश से ही होगा” निशा बोली
“ठीक है बोल तू क्या करना है मुझे” मनीषा बोली
अब निशा मनीषा को समझने लगी की उसे क्या करना है निशा बोलती रही और मनीषा सुनती रही आख़िर में निशा बोली
“दीदी जैसा मैं कह रही हूँ अगर वैसा आपने कर लिया तो आज रात को ही हम दोनों काली से फूल बन सकती है”
“ठीक है निशा जैसा तू बोल रही है वैसा ही होगा” कह कर मनीषा ने फोन उठाया और योगेश का नंबर लगा दिया बेल जाने लगी और मनीषा की धड़कने बढ़ने लगी आख़िर योगेश ने फोन उठा ही लिया
‘हेलो’
‘योगेश मैं बोल रही हूँ मनीषा’
‘ओह दीदी, क्या बात है दीदी आपने ऐसे फोन क्यों किया’
‘योगेश तुम तुरंत घर चले आओ’
‘लेकिन दीदी ऐसा क्या हो गया है जो तुम मुझे तुरंत ही घर बुला रही हो’
‘योगेश ये बात मैं फोन पर नहीं कर सकती बस तू इतना कर की उन दोनों को भी लेकर तू अभी के अभी घर आजा’
‘ठीक है दीदी वैसे भी यहाँ काम बंद होने के कारण मैं कल वापस आने ही वाला था लेकिन जब आप अभी बुला रही है तो मैं अभी पहुंचता हूँ’ योगेश बोला और उसने फोन काट दिया
“क्या हुआ योगेश मनीषा क्या बोल रही थी” माधुरी ने पूछा
“पता नहीं उसने कुछ बताया नहीं लेकिन तुरंत ही घर वापस आने को कहा है, चलो वापस जाने की तैयारी कर लो” योगेश बोला और खुद अपना बैग पैक करने पगा अब माधुरी या टीना की कुछ बोलने की हिकमत नहीं पड़ी औड वो भी अपनी तैयारी करने लगी थोड़ी देर बाद ही वो तीनों घर जाने के लिए अपनी गाड़ी पर निकल पड़े
उधर जैसे ही योगेश ने फोन बंद किया निशा ने मनीषा से सब पूछ लिया की क्या बात हुई है तभी मनीषा ने सारी बात बता कर एक नो. और डायल कर दिया एक घंटी जाते ही फोन उठा लिया गया और आवाज़ आई “मैं अभी बात करने के मूंड़ में नहीं हूँ झट से आओ और मैं दरवाजा खोलो मैं तुम्हारे घर के सामने ही खड़ा हूँ”
इतना सुनते ही मनीषा दौड़ कर नीचे गई और दरवाजा खोल दिया……
फोन काटते ही मनीषा दरवाजा खोलने के लिए जिस तरह से भागी उससे निशा को कुछ समझ ही नहीं आया की क्या हुआ है लेकिन फिर भी वो मनीषा के पीछे हो ली इधर मनीषा दरवाजा खोल चुकी थी और दरवाजा के उस साइड राहुल खड़ा हुआ था
“ओह राहुल तुमने तो मुझे चौका दिया, अंदर आओ ना” मनीषा राहुल का हाथ पकड़ कर उसे अंदर खिंचते हुए बोली
राहुल अब अंदर आ चुका था अंदर आते ही उसकी नज़र निशा पर पड़ी जिसे वो पहचान नहीं पाया यही हाल निशा का भी था वो भी राहुल को पहचान नहीं पाई तब मनीषा ने दोनों का परिचय करवाया
“ओह तो ये वो निशा है कितनी बड़ी हो गई है अब ये जब ये मुझसे पहली बार मिली थी तब तो ज़रा सी थी” राहुल बोला
“बड़ी नहीं भैया अब तो ये बहुउऊउउत्त्त…बड़ी हो गई है और कितनी बड़ी हो गई है ये तुम्हें कुछ टाइम बाद पता चल जाएगा” मनीषा बोली
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 72
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 73
मनीषा की बात सुनकर निशा के गाल शर्म से लाल हो गये वो समझ गई की मनीषा क्यों राहुल को फोन लगा रही थी शायद मनीषा के मन में सभी भाई बहनों की सामूहिक चुदाई करवाने की बात रही होगी
खैर थोड़ी ही देर में राहुल फ्रेश हो कर आ गया और चाय पीते हुए बाकी लोगों के बारे में पूछने लगा मनीषा ने उसे सब के बारे में बताया की कौन कहाँ है और ये भी बताया की योगेश वग़ैरह बस कुछ देर में आने ही वाले है कुछ देर में चाय खत्म कर के राहुल बोला “मनीषा तूने मुझे फोन क्यों लगाया था”
“मेरे रूम में चलो भैया वहाँ बताती हूँ आपको” और निशा से बोली “निशा मैं और भैया मेरे रूम में जा रहे है इधर ध्यान रखना” फिर मनीषा राहुल का हाथ पकड़े अपने रूम में चली गई वो नहीं चाहती थी की राहुल को सब बताते वक्त निशा वहाँ रहे शायद निशा की वजह से राहुल खुल कर बात ना कर सके
रूम में आकर दोनों बेड पर बैठ गये तो राहुल बोला “अब बता क्या बात है”
अब मनीषा शुरू से सब बताने लगी की कैसे उसने पूजा को पकड़ा और कैसे उसे पता चला की पूजा ने निर्मल से चुदवाया और कब से पूजा और योगिता योगेश से चुदाया रही है और कैसे योगेश ने माधुरी की गांड मारी और अब उसे चोदने के लिए गाँव ले गया है और इन सब की चुदाई के बारे में जान कर कैसे निशा भी अपनी सील योगेश से ही तुड़वाना चाहती है जैसे जैसे मनीषा अपनी बात आगे बढ़ा रही थी राहुल के चेहरे पर हैरत बढ़ते जा रही थी उसे उम्मीद नहीं थी की ऐसा भी हो सकता है
आख़िर मनीषा ने अपनी बात पूरी की और राहुल की तरफ देखने लगी उसे इस तरह देखते हुए पकड़ राहुल बोला “तो अब तू क्या चाहती है मैं तेरी क्या मदद कर सकता हूँ”
“भैया मैं इन सब को आपके और टीना के बारे में भी बता चुकी हूँ अब मैं बस इतना चाहती हूँ की हम सभी भाई बहन मिलकर आपस में सेक्स करे ताकि शादी से पहले हम सभी के जीवन में ये सुनहरी यादे जुड़ जाए किसी भी बहन को चुदाई करने के लिए 3 भाई और भाई को 6 बहने कभी भी उपलब्ध हो” मनीषा बोली
मनीषा की बात सुनकर राहुल कुछ देर सोचता रहा फिर बोला “मैं तैयार हूँ मनीषा”
तब मनीषा ने निशा को बुलाया और तीनों बैठ कर आगे के बारे में डिस्कस करने लगे के योगेश के लौटने के बाद उन्हें क्या करना है इन बातों के बीच में राहुल ने मनीषा और निशा को कहा भी की दोनों में से कोई एक उससे भी अपनी सील तुद्वा ले लेकिन दोनों ही नहीं मानी निशा ने तो यहाँ तक कह दिया की वो अपनी गांड भी पहली बार योगेश से ही मरवाएगी अब तक पूजा योगिता और निर्मल भी आकर राहुल से मिल चुके थे और सभी आपस में बातें करते हुए योगेश माधुरी और टीना का इंतजार करने लगे
शाम के लगभग 4 बजे योगेश वग़ैरह घर वापस आ गये योगेश राहुल से बारे ही अच्छे से मिला लेकिन उसके मन में अभी भी ये बात थी की राहुल ने माधुरी की गांड मारी थी जबकि टीना की खुशी का ठिकाना ही नहीं था जब सब लोग अच्छे से मिल लिए तो मनीषा ने माधुरी और योगेश को अपने रूम में चलने को कहा और वो तीनों वहाँ से चले गये इधर उनके जाते ही टीना ने राहुल को इशारा किया और वो भी वहाँ से चली गई उसके जाते ही राहुल भी उसके पीछे हो लिया ये देख कर बाकी लोगों के चेहरे पर मुस्कान आगाई वो समझ गये की टीना अब चुड़े बगैर नहीं मानेगी
योगेश और माधुरी के रूम में दाखिल होते ही मनीषा ने गैट लॉक कर दिया और घूर कर उन दोनों को देखने लगी वो दोनों समझ नहीं पाए की मनीषा उन्हें ऐसे क्यों देख रही है अब योगेश को पूछना ही पड़ा “दीदी ऐसी क्या बात हो गई जो आपने खड़े पैर हमें वापस बुला लिया”
“तो क्या वहाँ तुम्हें आपस में चुदाई करने के लिए खुला छोड देती” मनीषा गुस्से से बोली
मनीषा की बात सुनकर उन दोनों के ही हाथ पैर फूल गये और आंखें बड़ी हो गई गांड भी डर के मारे लुपलुपने लगी और उनके सामने सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हो गया के आख़िर मनीषा को उन दोनों के बारे में पता कैसे चला जहाँ योगेश पूजा पर शक कर रहा था वहीं माधुरी टीना पर
“ये आप क्या बोल रही हो दीदी” योगेश डरते डरते बोला
“तू तो चुप ही रही योगेश मुझे तुझसे ये उम्मीद नहीं थी लेकिन तू तो शायद सबसे बड़ा बहन चोद बन चुका है” मनीषा ने जवाब दिया
मनीषा का जवाब सुन कर योगेश अपना सर पकड़े बैठ गया लेक्किन माधुरी समझ गई की मनीषा अंधेरे में तीर नहीं चला रही है उसे पक्का ही सब पता चल गया है और ये इतनी बड़ी बात है की यदि खुल गई तो उन दोनों का ही नहीं सारे परिवार का जीना हराम हो जाएगा इसलिए मनीषा ये बात किसी को नहीं बनाएगी लेकिन अपनी तरफ से ही उसे समझना और माफी माँगना तो पड़ेगा ही
अभी माधुरी ये सब सोच ही रही थी की कनीषा बोली “मधु मुझे सिर्फ़ तुझसे उम्मीद है की तू झूठ नहीं बोलेगी इसलिए सब सच सच बोल कैन सुन रही हूँ”…….
मनीषा की बात सुनकर माधुरी समझ गई की मनीषा को उसके और योगेश के संबंधों के बारे में पक्का पता है इसीलिए वो ऐसा बोल रही है वरना वो शक के आधार पर ऐसी बात नहीं करने वाली माधुरी सोच में पड़ गयी की वो अब क्या जवाब दे इतना तो वो अच्छे से जानती थी की बात इतनी खतरनाक है की यदि खुल गई तो उसका और योगेश का तो चोदा पूरे परिवार का ही घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा इसलिए मनीषा ये बात किसी को भी नहीं बताने वाली लेकिन अपनी तरफ से भी उसे समझना बहुत जरूरी था यही सब सोच कर माधुरी बोली “मनीषा तू सही कह रही है मैंने और योगेश ने हमारे रिश्ते की दीवार गिरा कर आपस में सेक्स किया है जबकि इस समाज के नियमो से गलत है लेकिन तू ही बता हम करते भी तो क्या करते तू खुद जानती है की हम लोगों पर कितने पहरे है उस पर जवानी की ये आग कहाँ मानती है और सबसे बड़ी बात दोस्तों और सहेलियों से अपनी अपनी चुदाई की दास्तान सुनना इस आग में घी का काम करता है अब हम करते भी तो क्या बाहर किसी के साथ करने का ना तो मौका था और ना ही हिम्मत और हम दोनों के बीच कुछ हादसे ऐसे हुए की हम एक दूसरस के बहुत नज़दीक आ गये और ये सब हो गया तू ही बता क्या तेरा मन नहीं होता ये सब करने को और तो और टीना और राहुल भैया भी आपस में सेक्स करते है अब तू कुछ भी बोल या कुछ भी कर मैं इसमें अपनी गलती नहीं मानती और मुझे पता है की तू भी ये बात ओपन नहीं करने वाली लेकिन मुझे ये समझ नहीं आ रहा है की तुझे हमारे बारे में पता कैसे चला”
माधुरी की बात सुनकर मनीषा कुछ देर चुप सोचते हुए खड़ी रही फिर बोली “मैं समझ सकती हूँ मधु मैं भी इस आग में जलती रहती हूँ लेकिन जो हौसला मैं नहीं कर पाई वो तुमने कर दिया लेकिन योगेश तो सच में पूरा ही बहँचोड़ निकला इसने तो योगिता और पूजा को भी नहीं छोडा पता नहीं मैं ही अब तक कैसे बची रही” मनीषा बोली और कैसे उसे इस सारे खेल की जानकारी हुई बताने लगी जैसे जैसे मनीषा अपनी बात आगे बढ़ा रही थी वैसे वैसे माधुरी का मुंह हैरत से फटा जा रहा था और योगेश का सर शर्म से गाड़ा जा रहा था वो नहीं चाहता था की कभी भी माधुरी को किसी और के मुंह से उसके बाकी की बहनों के साथ संबंधों की खबर लगे वो खुद माधुरी को ये सब बताना चाहता था लेकिन हुआ उल्टा ही अब पता नहीं माधुरी उससे कैसा व्यवहार करेगी
मनीषा अपनी बात खत्म कर चुकी थी लेकिन उसने माधुरी को निर्मल और योगिता की लाइव चुदाई वाली बात नहीं बताई थी हाँ पूजा और निर्मल वाली बात वो बता चुकी थी क्योंकि वो बताना जरूरी था
मनीषा की बात सुनकर माधुरी ने अपने सर पर हाथ रख लिया और योगेश की तरफ देखती हुई जो की अभी भी गर्दन झुकाए बैठा था गुस्से से बोली “ये तूने क्या किया योगेश क्या तेरे लंड की भूख मिटाने
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 73
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