RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
साला है बड़ी किस्मत वाला है – 70
निर्मल की ऐसी हालत देख निशा को लगा की कहीं उसने कुछ ज्यादा तो नहीं कर दिया उसने पूजा की तरफ देखा और उससे कुछ कहने को कहा पूजा भी समझ गई की अब उसे क्या करना है और वो भर्रई आवाज़ से बोली “निशा दीदी मैंने आपसे माफी तो माँग ली है ना और सच में आगे से हम ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे”
“तूने तो माफी माँग ली लेकिन ये साहब तो मानने को भी तैयार नहीं है की इन्होंने कुछ गलत किया है” निशा बोली
“रुको दीदी मैं अभी इसे समझती हूँ ये भी अभी माफी माँग लेगा” कह कर पूजा निर्मल के पास जाकर उसके सर पर हाथ फेरते हुए बोली “देखो निर्मल सभी को पता चल गया है की रात को हमने क्या किया है इसलिए तुम भी अपनी गलती मान कर दीदी लोगों से माफी माँग लो वरना हम कही के भी नहीं रहेंगे अभी बात इन लोगों के बीच में ही है तो दब भी जाएगी वरना सब को मालूम पड़ते ही पता नहीं क्या होगा”
पूजा की बातें सुनकर निर्मल को होश आया और वो झट से उठ कर निशा के पैरों पर गिर गया और गिड़गिड़ाते हुए माफी माँगने लगा निशा तो चाहती ही यही थी थोड़ी देर निर्मल के गिड़गिड़ाने के बाद निशा ने उसे उठाया और बोली “देख निर्मल तू मेरा इकलौता भाई है इसलिए मैं तुझे माफ कर रही हूँ लेकिन तूने जो किया वो गलत किया है इसलिए तुझे इसकी सजा भी मिलेगी अब, बोल सजा भुगतने को तैयार है तू”
“दीदी आप जो भी कहेंगी मैं वो करने को तैयार हूँ मुझे आपकी हर सजा मंजूर है बस आप ये बात किसी और को मत बताना” निर्मल रोते हुए बोला
“देख निर्मल बहुत सोच कर जवाब दे हो सकता है तुझे मेरी शर्त पसंद ना आए” निशा ने उसे और भड़काया
“नहीं दीदी मैं सोच चुका हूँ दुनिया के सामने सर झुका के चलने से अच्छी आपकी शर्त ही होगी आप बोलिए मैं हर शर्त हर सजा भुगतने को तैयार हूँ” निर्मल निशा की मिन्नटे करते हुए बोला
“तो ठीक है हम सभी बहने मिलकर तय करते है की तुझे क्या सजा देनी है,तब तक तू यहीं बैठ” कह कर निशा मनीषा और योगिता के पास चली गई और उनके मुंह से मुंह मिलकर बातें करने लगी इधर निर्मल अपनी कुर्सी पर शांत बैठ गया और पूजा वहीं खड़ी मुस्कुराते हुए उसे देख रही थी
थोड़ी दे रेज़ ही तीनों बहने आपस में बातें करती रही और फिर आख़िर में उनकी बातें खत्म हुई और निशा योगेश के पास आकर बारे ही गंभीर स्वर में बोली “देखो निर्मल हम लोग इस निर्णय पर पहुंचे है की जॉब ही तुम लोगों ने किया है वो गलत है लेकिन फिर भी हम लोग तुम्हें माफ कर सकते है लेकिन तुम्हें हम सभी की एक बात माननी होगी बोलो मंजूर है”
“दीदी मैं आप सभी की हर बात मानने को तैयार हूँ बस आप लोग मुझे माफ कर दीजिए” निर्मल अपने घुटनों के बाल बैठते हुए बोला
“तो ठीक है हम लोगों ने फैसला किया है की तेरी सजा ये है की जैसे तूने पूजा को चोदा है तुझे अपनी हर बहन को बाकी की बहनों के सामने चोदना पड़ेगा बोल मंजूर है” निशा ने ब्रम्हजस्त्रा चलाया
निशा की बात सुनकर निर्मल को अपने कानों पर यकीन होना बंद सा हो गया ‘ये क्या कह रही है निशा मुझे अपनी सभी बहनों को बाकी बहनों के सामने चोदना पड़ेगा मतलब मनीषा दीदी,निशा और योगिता सभी को मैं इतनी जल्दी चोद पाऊँगा यकीन नहीं आता’ निर्मल अपनी सोचो में गुम हो गया उधर सभी बहने उसकी इस हालत का मजा लेने लग गई
“लेकिन दीदी मैं ये सब कैसे कर सकता हूँ वो भी आप सब के सामने, नहीं दीदी मुझसे ये सब नहीं होगा” निर्मल हिचकिचाते हुए बोला मना की वो ये सब सुनकर उसकी लार बहने लगी थी की इतनी सारी फ्रेश छूते एक के बाद एक चोदने को मिलने वाली है लेकिन बाकी सभी के सामने वो किसी एक को चोदने के लिए अपने आप को तैयार नहीं कर पा रहा था
“भाई अब जो भी हो हम लोगों ने बहुत सोचने के बाद ये शर्त या सजा जॉब ही बोलो वो तुम्हारे सामने रखी है अब अगर तुम इसे मानते हो तो हम लोग तुम्हें माफ कर देंगी वरना तो तुम जानते ही हो की उसके बाद क्या होगा” निशा ने जैसे उसे धमकी दी
“लेकिन दीदी मैं आप सभी के सामने आप सभी को कैसे चोद पाऊँगा, नहीं नहीं ये सब मुझसे नहीं होगा अगर अकेले में कुछ करना होता तो बात कुछ और होती” निर्मल ने घबराते हुए जवब दिया
“देख निर्मल ये तो तुझे करना ही होगा वरना तेरी खैर नहीं है और जैसी पूजा है वैसी ही हम सब भी है फिर शरमाते की क्या बात है, पूजा अब तू ही समझा इसे वरना इसके साथ टब ही शामिल है सोच की आगे तुम दोनों का क्या होगा” निशा फिर गुररई
“निर्मल आख़िर क्या परेशानी है तुझे रात को तो तू बहुत बोल रहा था की निशा की दिला दो योगिता की दिला दो और जब ये तुम्हें बगैर किसी मेहनत के मिलने वाली है तो तुम नखरे कर रहे हो, मेरे भाई ये नखरे करने का नहीं फैसला करने का वक्त है तेरी ज़रा सिब ही बेवकूफी हम दोनों का ही जीवन खराब कर सकती है इसलिए मान जा निर्मल मान जा” पूजा भी आग में घी छिड़कते हुए बोली
अब तो सच में निर्मल बारे ही धर्आंटी संकट में फँस गया था उसे सनझ नहीं आ रहा था की वो क्या करे वैसे तो वो अपनी सभी बहनों को चोदने को तैयार था लेकिन बाकियो के सामने बस उसे यही बात अच्छी नहीं लग रही थी. जब निर्मल को सोचते हुए बहुत देर हो गई तो निशा ने फिर एक तीर और दगा “वैसे निर्मल मैं तुम्हें बता दूं की अभी तुम्हें सिर्फ़ योगिता को ही चोदना है हमारे सामने मेरा और मनीषा दीदी का नंबर बहुत बाद में आएगा और पूजा को तो तू चोद ही चुका है मेरे ख्याल से अब तो तुझे कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए”
पूजा और निशा की बातें सुनाने के बॅया दब निर्मल का भी हौसला तरफ गया था ओ ये बात तो पहले ही समझ गया था की इन लोगों की बात मैंने बगैर उसकी गति नहीं थी लेकिन अब वो यव भी सोचने लगा था की जब इन सभी को उससे चुदवाने में कोई हर्ज नहीं है तो फिर वॉक यों ये मौका हाथ से जाने दे आख़िर में उसने भी पक्के मन से बोल ही दिया “ठीक है निशा मुझे मंजूर है मैं तुम सभी के सामने योगिता को चोदने के लिए तैयार हूँ”
निर्मल की बात सुनकर सभी बहने खुश हो गई और पूजा तो सभी से एक कदम आगे निकल कर निर्मल के सामने घुटनों के बाल बैठते हुए उसके लंड को पकड़ कर बोली “चल मेरे भाई मैं ही तुझे योगिता को चोदने के लिए तैयार कर देती हूँ” और पूजा ने निर्मल के पेंट की जीप खोल कर उसका लंड बाहर निकल लिया और बिना देर किए अपने मुंह में भर लिया उधर निशा भी कहाँ मानने वाली थी वो भी योगिता से बोली “चल साली रंडी तेरी चुत का इंतजाम कर दिया है अब हो नंगी और अपनी चुत की खुजली मिटा ले”
निशा की बात सुनकर योगिता भी मुस्कुराते हुए अपने कपड़े उतरने लगी जबकि मनीषा जो अभी तक चुप थी वो अब और भी शांत हो गई थी उसे यकीन ही नहीं आ रहा था की उसके छोटे भाई बहन उसके सामने ही चुदाई करने वाले है जबकि वो अभी तक ऊंची है “हाय योगेश तू कब आएगा”
निशा ने मनीषा की ये बात सुन ली थी वो मुस्कुराईं और बोली “चिंता मत करो दीदी अब तो हम सभी भाई बहने मिल कर इस खेल के मजे लेने वाले है पहले ये लाइव चुदाई देखलो फिर योगेश का इंतजाम भी मैं कर ही दूँगी”
मनीषा भी निशा की बात सुनकर मुस्कुराते हुए पूजा को अपने कपड़े उतरते और पूजा को निर्मल का लंड चूसते हुए देखने लगी……………………
योगिता पूरी नंगी हो चुकी थी उसकी चिकनी गुलाबी चुत बहुत ही मस्त लग रही थी जिसे देख कर निशा मन ही मन वाउ बोल उठी और जाकर घुटनों के बाल योगिता के सामने बैठ कर उसकी चुत का निरिख़्शां करने लगी
“चुदवाने के बाद भी तेरी चुत तो एकदम टाइट है रही” निशा बोली
निशा की बात सुनकर योगिता शर्आंटी गई लेकिन निशा नहीं रुकी और उसने अपनी एक उंगली योगिता की चुत में घुसेड़ दी और अंदर बाहर चलाने लगी योगिता की गीली चुत में निशा की उंगली सतसट चल रही थी और योगिता के मुंह से सिसकियां निकल रही थी मनीषा भी ये सब देख कर मस्त हो गई थी और अपनी चुत को सलवार के ऊपर से ही मसलने लगी थी
पूजा की लंड चूसा से निर्मल की आंखें बंद थी और वो जन्नत की सैर कर रहा था तभी पूजा ने निर्मल का लंड मुंह से निकल दिया और निशा से बोली “दीदी आप भी अब योगिता को छोड दो उंगली से उसका कुछ नहीं होने वाला मैंने उसके लिए लंड तैयार कर दिया है”
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 70
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