RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 68
योगिता तो पहले ही सदमे में थी और अब पूजा के होसले भी पस्त पड़ चुके थे लेकिन अब वो कहती भी तो क्या और किस मुंह से वो मनीषा को बताती की उन लोगों ने अपने सगे भाई से ही चुदवाया है पूजा ने योगिता की तरफ देखा लेकिन योगिता की नज़रे तो पहले से ही नीचे थी पूजा समझ गई की अब जॉब ही करना है उसे ही करना है योगिता से उसे कोई मदद नहीं मिलने वाली है ‘लगता है अब सब सच सच्ची बोलना पड़ेगा क्योंकि बिना सच जाने मनीषा मानने वाली नहीं है और फिर मैं अकेली ही तो नहीं हूँ योगेश से चुदवाने वाली माधुरी और योगिता भी तो उससे चुदाया चुकी है अब मैं भी सब कुछ मनीषा को बता ही देती हूँ जो होगा देखा जाएगा’ इतना सोच कर पूजा बोली “आप सही कह रही हो दीदी हम दोनों ही चुदाई का मजा ले चुकी है आप अपनी सलवार ऊपर कर के बैठो मैं आप को सब सच सच बताती हूँ, और योगिता टब ही अपने कपड़े पहन ले अब दीदी को सब कुछ बताना ही पड़ेगा”
पूजा की बात सुनकर मनीषा थोड़ी शांत हुई और अपनी सलवार पहन कर एक कुर्सी पर बैठ गई जबकि योगिता की गांड फट रही थी की अब क्या होगा ये पूजा तो मनीषा को सब सच सच बताने जा रही है लेकिन अब वो कर भी क्या सकती थी वो भी बेड से उठी और अपने कपड़े पहन कर वहीं बैठ गई
“हाँ पूजा अब बोल, और हाँ सब कुछ सच ही बोलना वरना मैं अभी अंकल को फोन लगा करते तुम दोनों की करतूत बता दूँगी फिर तुम ही जानना” मनियस थोड़े नरम स्वर में बोली
“हम दोनों की ही नहीं दीदी माधुरी और योगेश की भी शिकायत करनी पड़ेगी आपको” पूजा मरता क्या ना करता वाली कंडीशन में थी इसलिए पता नहीं कहाँ से उसमें इतनी हिम्मत आगाई थी की वो मनीषा को इस तरह जवाब दे रही थी
“माधुरी और योगेश की भी शिकायत करनी पड़ेगी मैं कुछ समझी नहीं” मनीषा कुछ असमंजस में बोली
“हाँ दीदी आपको उनकी भी शिकायत करनी पड़ेगी क्योंकि चुदाई का ये खेल हम दोनों तो आपस में खेल नहीं सकती इसके लिए तो चुत के साथ साथ एक लंड की भी जरूरत पड़ती है और वो हमारे पास नहीं है वो तो लड़कों के पास ही होता है, है ना” पूजा अब पूरी तरह भी खौफ हो कर बोल रही थी
“देख पूजा इस तरह पहेलियां ना बुझा जॉब ही बताना है सीधे सीधे बता” मनीषा बोली
“तो सुनो दीदी हमें चोदने वाला और कोई नहीं हमारा भाई योगेश ही है हमारे साथ साथ वो माधुरी को भी चोद चुका है और अभी गाँव में भी वो माधुरी को थोक रहा होगा”पूजा ने जैसे बंम फोड़ा
“क्या……” मनीषा को जैसे अपने कानों पर यकीन ही नहीं हो रहा था जो काम करने की बात अभी कुछ दीनों पहले उसके दिमाग में आई थी उसकी बहने वो सब कर भी चुकी थी
“हाँ दीदी ये सच है हम लोगों ने सिर्फ़ योगेश से ही चुदवाया है और कल मैंने निर्मल से भी चुदाया लिया है लेकिन योगिता ने निर्मल के साथ ऐसा कुछ भी नहीं किया है” पूजा बोली
मनीषा अभी भी अपनी सोचो में गुम थी उसे अभी यकीन नहीं आ रहा था की पूजा सच कह रही है लेकिन वो झूठ भी क्यों बोलेगी और वो भी अपने भाई के साथ संबंधों के बारे में “मुझे शुरू से सब बता” वो शून्या में देखती हुई बोली
“तो सुनो दीदी ये बात तब की है जब आप और आंटी माआंटी के घर गये हुए थे” और पूजा मनीषा को सब सच सच बताने लगी की कब कैसे क्या क्या हुआ था…
जैसे जैसे पूजा अपनी बातें मनीषा को बता रही थी मनीषा आश्चर्य के सागर में डुबकिया लगा रही थी उसे यकीन ही नहीं आ रहा था के उसके छोटे भाई बहन इतने अधिक चुदसे हो गये थे की उन्होंने अपने साइ रिश्ते को भी तार तार कर दिया भले ही वो भी अब अपनी चुत के हाथों मजबूर हो कर योगेश से चुदवाने को तैयार थी और इसीलिए उसने टीना को भी योगेश को पटाने के लिए उसके साथ भेज दिया था लेकिन फिर भी उसने अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं किया था लेकिन ये लोग तो आपस में सब कुछ कर चुके थे यहाँ तक की योगेश पूजा और माधुरी की गांड भी मर चुका था
इधर मनीषा अपनी सोचो में गुम थी और उधर पूजा अपनी कहानी आगे बढ़ाए जा रही थी आख़िर में जब पूजा की बातें खत्म हो गई तब मनीषा अपनी सोचो से बाहर आई और पूजा और योगिता की तरफ देख कर ग्रिना से बोली “तूऊ… है तुम सब पर जो अपने पवित्र रिश्ते का ख्याल भी नहीं रखा और भाई बहन ही आपस में चुदाई करने लगे”
“इसमें गलत ही क्या है दीदी आख़िर हम भी तो इंसान ही है और हमारी भी कुछ जिस्मानी ज़रूरते है और भाई बहन होने से पहले हम औरत मर्द है अगर हमने आपस में ऐसा किया तो क्या गलत किया” पूजा बोली
“और अगर हम सभी बहाने ये सब किसी बाहर के आदमी के साथ करती तो क्या ये सही होता क्या वो कभी हमारी इस बात का गलत फायदा नहीं उतहता आप चाहे कुछ भी कहो दीदी लेकिन जहाँ तक हम सोचते है हमने ठीक किया है कम से कम घर की बात घर में तो रहेगी” योगिता बोली जो अब मनीषा के खौफ से बाहर निकल चुकी थी और उसने भी पूजा का साथ देने की तन ली थी
उन दोनों की बातें सुनकर मनीषा एक बार फिर सोच में पड़ गई ‘सच ही तो कह रही है ये दोनों टीना और राहुल भी तो ये सब करते है मैं खुद भी तो योगेश के साथ यही सब करना चाहती हूँ फिर इन लोगों को दोष देना कहाँ तक ठीक होगा लेकिन सालियो ने मुझसे पहले ही चुदाया लिया है मैं बड़ी बहन होकर अभी भी वर्जिन बनकर अपनी चुत संभाले बैठी हूँ और ये रंडिया अपनी चुत का भोसड़ा बना चुकी है’ मनीषा के दिमाग में यही सब बातें चल रही थी
“क्या हुआ दीदी आप इतना क्या सोच रही हो” पूजा बोली
“तुम लोग अपने बचाव में चाहे जॉब ही कह लो लेकिन तुम लोग खुद जानते हो की सच में तुम लोगों ने जो किया है गलत किया है, मैं अभी योगेश को फोन लगा कर वापस बुलाती हूँ और सभी के सामने सारी बातें क्लियर करती हूँ” मनीषा बोली
“दीदी अब आपके मन में जो आए वो करो लेकिन सिर्फ़ एक बार योगेश को भाई ना समझ कर एक लड़के की नज़र से देखो आपकी भी इच्छा हो जाएगी उसके साथ ये सब करने की, और दीदी सच बोलना क्या आपका मन नहीं करता किसी लड़के के साथ सेक्स करने का” पूजा लगातार अपनी बातों से मनीषा को घेरने की कोशिश कर रही थी
पूजा की बातें सुनकर मनीषा चुप हो गई और दोबारा से सोचने लगी की वो अब क्या करे क्या सच में योगेश को वापस बुला कर सारी बातें ओपन कर दे या फिर इन दोनों की मदद से योगेश से चुदाया ले शायद यही ठीक रहेगा की मैं अभी इन बातों को दबी ही रहने दूं और जब सारी बातें खुलेगी तो सभी हमाम में नंगे होंगे लेकिन अभी सारी बातें खोलने में डर ये था की शायद योगेश बिदाक जाए और फिर कभी किसी से संबंध ना रखे इन सब बातों को सोच कर मनीषा को पूजा और योगिता के साथ मिलना ही ठीक लग रहा था
“क्या हुआ दीदी बोलो ना क्या आपका मन नहीं होता सेक्स करने का” पूजा फिर बोली
“ये क्या बोलेगी मैं बताती हूँ” निशा रूम के अंदर आते हुए बोली “इतनी उमर तक आते आते इनकी क्या सभी लड़कियों की इच्छा होती है अपनी चुत में लंड लेने की फर्क सिर्फ़ इतना है की कुछ लड़कियां तुम लोगों जैसी हिम्मत वाली होती है जो कैसे भी कर के अपना जुगाड़ कर लेती है और कुछ मनीषा दीदी की तरह जो अपने अंदर ही अंदर घुट्टे रहती है, क्यों दीदी मैंने सच कहा ना”
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निशा को यहाँ आकर इस तरह बातें करते देख कर तीनों बहने सकपका गई और एक दूसरे का मुंह देखने लगी उनके मन में यही डर था की कहीं निशा ने योगेश वाली बातें ना सुन ली हो निशा भी उनके मन के भाव समझ गई थी इसलिए उसने भी उन्हें ज्यादा परेशान करना ठीक नहीं समझा और बोली “मैं तुम लोगों की सारी बातें सुन चुकी हूँ और मनीषा दीदी मेरे ख्याल से इन लोगों ने कुछ भी गलत नहीं किया है किसी बाहर के आदमी को अपनी इज्जत देने से तो अच्छा अपने भाई से चुदवाना ही है मैं खुद भी कब से चुदवाना चाहती थी लेकिन किसी और के साथ ये सब करने में मुझे डर लगता था और निर्मल तो पूरा भोंदू है अभी वो ये सब अच्छे से नहीं कर सकता इसलिए जैसे ही मैंने यहाँ योगेश को देखा तो पक्का कर लिया था की चाहे कुछ भी हो जाए मैं उससे अपनी सील तुद्वा कर ही यहाँ से जाऊंगी और दीदी मेरी मानो तो आप भी अब शर्म हया और रिश्तो को भूल जाओ और अपनी चुत की प्यास बुझा ही लो कब तक उंगली से काम चलती रहोगी”
निशा की बात सुनकर जहाँ पूजा और योगिता की खुशी का ठिकाना नहीं रहा वहीं मनीषा झेंप सी गई उसकी तीन छोटी बहने उसे अपने ही भाई से चुदवाने को कह रही थी अब वो क्या बोले उसे समझ नहीं आ रहा था उसकी ऐसी हालत देख कर निशा ने फिर एक तीर चलाया “चलो ठीक है अगर योगेश के साथ चुदवाने में शर्म आती है तो निर्मल से ही चुदवालो आख़िर पूजा उसे चुत का स्वाद चाहता भी चुकी है क्यों पूजा कैसे चोदता है निर्मल”
“हूंम्म…ठीक ठाक ही करता है लेकिन योगेश भैया जैसे नहीं आख़िर अभी वो और उसका लंड छोटा है ना, योगेश भैया की तो बात ही अलग है हें…क्या हथियार है उनका” पूजा हंसते हुए बोली
“बंद करो अपनी ये चख चख ज़रा भी शर्म लाज नहीं है तुम लोगों को, कोई करता है ऐसी बातें अपनी बड़ी बहन से” मनीषा बनावटी गुस्से से बोली
निशा समझ गई की गाड़ी लाइन पर आचुकी है इसलिए वो आगे बढ़ी और मनीषा की कुर्सी के पीछे जाकर खड़ी हो गई और उसके बूब्स पकड़ कर उन्हें जोरों से मसलते हुए बोली “जब बड़ी बहन ऊंची हो और छोटी बहनों की चुत में आग लगी हो तो उन्हें ऐसे बोलना ही पड़ता है, अब नखरे चोदा मैं समझ गई हूँ की तुम्हारी चुत भी लंड लेना चाहती है और जल्दी से बताओ की अपनी सील योगेश से तुड़वणी है या निर्मल से”
निशा का हाथ अपने बूब्स पर पड़ते ही मनीषा के होश उड़ गये वो चाह कर भी निशा को ऐसे करने से रोक नहीं पाई और उसकी बातें सुन कर अब उसने भी खुल जाना ही ठीक समझा और बोली “मुझे अपनी चुत का उद्घाटन योगेश से ही करवाना है वरना तो मैं माआंटी के घर राहुल से ही चुदाया लेती जब वो मेरे सामने टीना को चोद रहा था”
“क्या…टीना दीदी और राहुल भैया भी आपस में ये सब करते है” योगिता हैरानी से चिल्लाई उन तीनों की ही हालत मनीषा की बात सुनकर देखने लायक थी
“हाँ वो लोग तो पिछले 5 सालों से चुदाई कर रहे है और टीना ने मुझसे भी कहा था की मैं भी राहुल से चुदाया कर अपनी चुत की खुजली मिटा लू लेकिन मैंने सोचा की क्यों ना अपनी सील तोड़ने का मौका अपने भाई को ही दूं इसीलिए मैंने उन लोगों को मना कर दिया” मनीषा आहें भरते हुए बोली निशा अभी भी उसके बूब्स दबाए जा रही थी
“वाह दीदी आप तो बहुत पहुँची वाली हो खुद तो भैया से चुदवाना चाहती हो और हमें डाट रही थी” पूजा बोली
पूजा की बात सुन कर मनीषा झेपते हुए बोली “वो पहले की बात थी अब तो मैं नहीं डाट रही ना और भी तो हम सब बहने मिल कर अपने भाइयों से चुडवाएँगी, है ना”
“हाँ दीदी एकदम सही कह रही हो आप, निशा दीदी अब आप बताओ की आप अपनी सील किससे तुद्वावगी निर्मल से या योगेश भैया से” योगिता बोली
“मुझे भी अपनी सील योगेश से ही तुड़वाना है निर्मल के बस का नहीं है अभी ये सब वो मेरी सील तो तोड़ सकता है लेकिन पूरा मजा नहीं दे सकता है अभी, अभी तो तुम दोनों ही ट्रेन करो उसे” कहते हुए निशा ने मनीषा की चुचियां दबाना बंद कर दिया और बेड पर बैठ गई
“तो ठीक है, चल पूजा मेरी चुत तो बहुत खुज़ला रही है चल कर निर्मल से मेरा जुगाड़ करवा” योगिता बोली
“ऐसे नहीं योगिता रानी तुम अभी ही निर्मल से चुड़वावगी लेकिन मेरे हिसाब से समझी” निशा ने जैसे चुदाई की सारी बागडोर अपने हाथों में ले ली थी
“मैं कुछ समझी नहीं” योगिता बोली
“सब लोग नीचे चलो फिर मैं सब समझती हूँ” कह कर निशा उठ गई और सभी बहने नीचे हॉल की तरफ जाने लगी……
“सब लोग नीचे चलो फिर मैं सब समझती हूँ” कह कर निशा उठ गई और सभी बहने नीचे हॉल की तरफ जाने लगी……
नीचे जाते वक्त निशा ने पूजा को सब समझा दिया की उसे नीचे निर्मल के पास पहुंच कर क्या करना है पूजा भी सब समझ गई और बहुत खुश हो गई उसे पता था की अब आगे बहुत मजा आने वाला है और अभी तो उन लोगों को योगिता और निर्मल की लाइव चुदाई देखने को मिलने वाली थी जिस के बारे में सोच कर ही पूजा बहुत एक्शिटेड हो रही थी वैसे तो वो योगिता को चुदवाते हुए पहले भी देख चुकी थी लेकिन मनीषा और निशा के साथ में लाइव चुदाई देखने के ख्याल से ही उसे बहुत रोमांच हो रहा था लेकिन अभी अपनी खुशी जाहिर करने का वक्त नहीं था अभी तो निर्मल के सामने उसे डरने का नाटक करना था
सभी बहने नीचे हॉल में आगाई थी जहाँ निर्मल बैठे हुए टीवी देख रहा था निशा सीधे निर्मल के पास पहुँची और एक ज़ोर का छाँटा उसने निर्मल के गाल पर लगा दिया एकाएक ऐसा होने से निर्मल को कुछ समझ नहीं आया और वो कुर्सी से खड़ा हो कर अपने गाल पर हाथ फिरने लगा और बड़ी बड़ी आंखें कर के कभी निशा और कभी बाकी सभी बहनों को देखने लगा मनीषा और योगिता तो शांत खड़ी थी लेकिन पूजा अपना सर झुकाए खड़ी थी उसे ऐसे सर झुकाए देख निर्मल के मन में खटका हुआ की कहीं बाकी सब को पिछली रात की चुदाई के बारे में पता तो नहीं चल गया ये ख्याल मन में आते ही उसका हलक सच गया और गांड तो जैसे लप्के लेने लगी अब वो सहमी हुई नज़रो से निशा की तरफ देख रहा था और निशा तो जैसे आंखों से ही भले बरछी बरसा रही थी निर्मल पर
“पूछेगा नहीं की मैंने तुझे क्यों मारा” निशा गुस्से से बोली
“कक्कक्यूँन्न्….मारा मैंने क्या किया है” निर्मल हकलाते हुए बोला
“साले गान्डू पूछता है क्या किया” और इतना कहते ही निशा ने एक और थप्पड़ निर्मल के गाल पर झड़ दिया
“आख़िर बताओ तो सही मैंने किया क्या है जो तुम मुझे इस तरह मर रही हो” एक बार फिर निर्मल अपना गाल सहलाते हुए बोला अब उसकी आंखों में आँसू भी आ गये थे
“तेरी बात का जवाब मैं नहीं ये छीनाल देगी जो रात भर तुझसे चुदवाते रही है” कह कर निशा ने पूजा को खींच कर निर्मल के सामने खड़ी कर दिया और बोली “चल साली रंडी बक पूरी रात की कहानी की कैसे तुम दोनों ने अपने रिश्ते की धज्जियां उड़ते हुए रात भर चुदाई की है”
निशा की बात सुनकर तो जैसे निर्मल को लकवा मर गया उसके फारिस्ते उसे याद आने लगे अब क्या होगा क्या इज्जत रही जाएगी मेरी सभी परिवार वालो के सामने वो अब मन ही मन उस मनहूस घड़ी को कोसने लगा जिस वक्त उसके मन में पूजा के साथ चुदाई करने की बात आई थी उसने पूजा की तरफ मदद की उम्मीद से देखा लेकिन पूजा भी अपनी गर्दन झुकाए खड़ी थी निर्मल समझ गया की अब कुछ नहीं हो सकता था और अपने अपराध बोध का भर उसके पैर उठा नहीं पाए और वो धम्म से कुर्सी पर बैठ गया और अपनी गर्दन झुका ली जैसे उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया हो
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 69
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