RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
टीना राहुल के सीने से लग गई उसकी आंखों में हल्के हल्के आँसू भी आचुके थे जो राहुल ने देख लिए थे राहुल ने टीना के आँसू पुन्छे और बोला “देख अब अगर तूने और नाटक किया तो मैं अभी अंकल से बोल कर तेरा जाना काँसेल करवा देता हूँ, फिर तो मैं तेरे पास ही होऊँगा और तू रोएगी भी नहीं, है ना”
“मैं रो कहा रही हूँ भैया, वो तो आपसे बिछुड़ने की वजह से मेरा दिल भर आया था ये उसीके आँसू है, ठीक है अब मैं चलती हूँ” कह कर वो खड़ी हो गई
राहुल ने टाइम देखा तो 4 बज रहे थे उसने सोचा की एक राउंड तो हो ही सकता है वो भी खड़ा हुआ और जाती हुई टीना का हाथ पकड़ कर बोला “क्या यू यही कपड़े पहन कर जा रही है”“नहीं भैया सफ़र के लिए मैंने दूसरे कपड़े निकल रखे है मैं ये स्कर्ट पहन कर सफ़र नहीं कर सकती” टीना बोली
टीना की बात सुनते ही राहुल ने झट से आगे तरफ कर दरवाजा लॉक किया और टीना को अपने बाहों में भर कर उसके होंठ चूसते हुए एक हाथ से टीना की चुत को रगड़ने लगा टीना समझ गई की क्यों राहुल ने कपड़ों के बारे में पूछा था उसे भी मजा आने लगा और वो भी राहुल के लंड के साथ मस्ती करने लगी अब राहुल टीना की चुत छोड कर उसकी गांड की दरार में उंगली फिरने लगा जिससे टीना और भी मस्त हो गई और वो राहुल के होठों को पागलपन में काटने भी लगी राहुल को पता था की समय कम है इस लिए उसने देर ना करते हुए टीना की पैंटी उतेरी और खुद भी नीचे से पूरा नंगा हो गया फिर उसने टीना का स्कर्ट ऊपर कर उसे दीवार से चिपका दिया और टीना की चुत पर अपना लंड सेट कर के एक धक्के में अपना आधा लंड चुत में घुसेड़ दिया और टीना के बूब्स दबाते हुए लगातार धक्के मरते हुए लंड को अंदर करने लगा टीना भी मस्ती में सिसकियां भरते हुए राहुल के होंठ चूसे जा रही थी और चुदाई का पूरा मजा ले रही थी अब राहुल ने अपनी एक उंगली अपने थूक से गीली की और उसे टीना की गांड में डाल कर आगे पीछे करने लगा टीना तो जैसे स्वर्ग में पहुँच गैट ही उसके दोनों ही छेड़ो में चुदाई शुरू थी और मुंह में उसके भाई की जीभ धमाल मचा रही थी राहुल बजी अब ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा रहा था खड़े खड़े चुदाई करने में लगी मेहनत के कारण वो अब कभी भी झाड़ सकता था उसे लगा की कहीं टीना प्यासी ना रही जाए इसलिए उसने अपने धक्को की बढ़ता कम की और टीना की गांड में उंगली की बढ़ता बढ़ा दी टीना इस दोहरे हमले को ज्यादा देर झेल नहीं पाई और “ऊहह…..भैया मैं तो गैइइ……….” कहते हुए भरभरा कर झड़ने लगी राहुल भी टीना को पिघलते देख ज़ोर ज़ोर से धक्के लगते हुए झड़ने लगा था कुछ देर बाद जब दोनों नॉर्मल हुए तो टीना ने अपनी पैंटी पहनी और राहुल के होंठ चूमकर बोली “ई लव यू भैया अब मैं चलती हूँ लेकिन एक बात पुन्छु भैया आप बुरा तो नहीं मानोगे”
“कौन सी बात और आज तक कभी मैंने तेरी बातों का बुरा मना है जॉब ही बात हो खुल कर बोल मैं बुरा नहीं मानने वाला” राहुल ने भी उसे चूमते हुए कहा
“भैया अगर मैं मनीषा के घर में योगेश से चुदाया लूँगी तो आपको बुरा तो नहीं लगेगा” टीना सकुचते हुए बोली
“इसमें बुरा मानने वाली कौन सी बात है योगेश भी तो हमारा भाई ही है और फिर अगर वो मेरी एक बहन को छोड़ेगा तो मैं भी तो उसकी दो बहनों को चोदूंगा अगर पॉसिबल हुआ तो शायद उसकी चारों बहनों को ही नहीं छोड़ूंगा पूजा और योगिता को भी निपटा दूँगा तू चिंता मत कर फायदे में हम ही रहेंगे” राहुल मुस्कुराते हुए बोला
“थॅंक्स भैया आपने मेरी चिंता दूर कर दी अब मैं चलती हूँ मुझे अभी तैयार भी होना है” कहते हुए टीना दरवाजा खोल कर राहुल के रूम से बाहर निकल गई
थोड़ी बाद सभी लोग तैयार हो कर स्टेशन के लिए निकल गये थे ट्रेन अपने राइट टाइम पर थी और सभी लोगों को रेगेरवाटिओं होने के कारण सीट्स भी मिल गैट ही सही समय पर ट्रेन रवाना हो गैट ही माधुरी ने घड़ी में टाइम देखा शाम के 5.30 हुए थे यानि की उन्होंने रात को 2 बजे तक अपने घर पहुँच जाना था ‘मैं आ रही हूँ योगेश, तुझे अपनी चुत का तोहफा देने मैं आ रही हूँ’ माधुरी ने मान ही मान योगेश से किए वेड को याद किया अब ट्रेन अपनी रफ्तार पकड़ चुकी थी और धड़ाधड़ पटरी को रौणदते हुए अपनी मंजिल की ओर भागे जा रही थी…………..
चाची और योगेश दोनों ही योगेश के रूम में आ गये थे योगेश अभी भी समझ नहीं परहा था की उसकी चाची चाहती क्या है और वो उसे यहाँ क्यों लाई है उधर ज्योति को पता था की अगर उसे कुवारे लंड से चुदवाना है तो आज ही योगेश से सेटिंग करनी पड़ेगी वरना कल से तो घर में मेला लग जाएगा वो पहले भी योगेश के साथ थोड़ी बहुत मस्ती कर चुकी थी इसलिए उसे पता था की योगेश उसकी कोई भी बात किसी को भी नहीं बताएगा और वो उसके लिए एकदम सॉफ्ट टारगेट था ज्योति जानती थी की पूजा और योगिता अभी एक डेढ़ घंटा फ्री नहीं होने वाली थी और उसका पति नीरज भी शायद सो चुका था इसलिए यही वक्त ठीक था योगेश को अपने जाल में फँसाने का वो बेड पर बैठी थी और योगेश उसके सामने कुर्सी पर बैठा था और उसके मुंह को देखे जा रही था
“जब मैं तेरे पास से घर के अंदर आ रही थी तब तू पीछे से मुझे क्यों घूर रहा था” ज्योति ने जैसे बम फोड़ा
योगेश समझ गया की चाची ने उसको अपनी गांड को घूरते हुए पकड़ लिया था उसे समझ नहीं आया के वो क्या बोले उसने गर्दन झुकाली और नीचे देखने लगा
“तू कुछ बोलता क्यों नहीं, जवाब दे तू क्या घूर रहा था” ज्योति गुस्से से बोली
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 45
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 46
“जी…छा…ची…जीिइई….आआआपकू….कुच्च्च्च….ग़लतफहमी हुई है मैं आपको घूर नहीं रहा था” योगेश हकलाते हुए बोला
“तू मुझे चूतिया समझता है क्या, मैं तेरी उमर के लौंधो की नियत अच्छे से जानती हूँ लेकिन मैं तेरी मां जैसी हूँ और तू मेरी ही गान्ड को घूर रहा था तुझे ज़रा भी शर्म नहीं आई अपनी चाची की गान्ड को घूरते हुए” ज्योति अपने प्लान को कामयाब होते देख और भी ज़ोर से बोली
अब तक योगेश की गांड अच्छी तरह से फॅट चुकी थी वो समझ गया था की चाची अब नहीं मानने वाली थी अगर उसने अपनी चाची को नहीं मनाया तो वो उसकी वॉट भी लगा सकती है घर में सभी को ये सब बता कर और वो अपनी चाची के मुंह से गान्ड जैसा शब्द सुनकर थोड़ा हैरान भी हुआ था लेकिन वो अपनी सारी हैरानी भूल कर उठा और उसने ज्योति के पैर पकड़ लिए और रोते हुए बोला “चाची जी मुझे माफ कर दीजिए मैं बहक गया था लेकिन आगे से ऐसी गलती नहीं होगी”
“क्या गलती नहीं होगी तूने मेरे बारे में ऐसा गंदा ख्याल भी अपने मान में लाया कैसे” ज्योति पहले जैसे ही गुस्से भरे अंदाज में बोली
“चाचिजी मेरे मान में आपके लिए ऐसा कुछ नहीं था लेकिन आपने जब मेरा ‘वो’ पकड़ा था तो पता नहीं मुझे क्या हुआ की मेरे मान में ऐसे ख्याल आ गये और जब आप जाने लगी तो मेरी नज़र आपकी बॅक पर ही टिक गई लेकिन अब ऐसा फिर कभी नहीं होगा” योगेश गिड़गिडता हुआ बोला
“ ‘वो’ क्या मैंने तेरा क्या पकड़ा था ज़रा सीधे सीधे बोल” अब ज्योति कुछ नरम पड़ते हुए बोली
“चाची ‘वो’ मतलब…….. ‘वो’ मतलब ये” कहते हुए योगेश ने अपने लंड की ओर इशारा कर दिया वो अपने मुंह से कोई भी अश्लील शब्द नहीं निकलना चाहता था
योगेश की ऐसी हालत देख कर ज्योति खिलखिला कर हंस पड़ी उसे इस तरह हंसते देख योगेश हक्का बक्का रही गया उसे समझ ही नहीं आया की असल में उसकी चाची चीज़ क्या है पल में टोला पल में माशा जैसा व्यवहार उसने आज पहली बार देखा था ओ अपनी चाची को देखे जा रही था और चाची लगातार हँसे जा रही थी आख़िर में जब योगेश से रहा नहीं गया तो वो बोल ही उठा “चाचिजी आप इस तरह क्यों हंस रही है”
“अरे पागल ज़रा अपनी हालत तो देख, कैसे घबरा गया है तेरे चेहरे का तो रंग ही उड़ गया है” ज्योति बोली
योगेश अभी भी कुछ नहीं बोला असल में उसे समझ ही नहीं आ रहा था की वो क्या बोले उसकी चाची का बर्ताव उसकी उम्मीडो से परे था ओ ऐसे ही चुपचाप बैठा रहा हलकी उसके मान से अब डर बहुत हद तक निकल चुका था अब ज्योति ने उसे बुला कर बेड पर ही अपने साइड में बिता लिया और उसके सर पर हाथ फेरते हुए बारे प्यार से बोली “देख योगेश मैं तुझसे ज़रा भी नाराज़ नहीं हूँ और मैं भी तेरी उमर से गुज़री हूँ मुझे पता है की इस उमर में हर किसी को सेक्स की भूख लगी होती है और उस पर जब मैंने तेरा लंड पकड़ लिया तो तेरा मेरी गांड घूर्ना तो बनता ही है, अच्छा आज से चाची भतीजे के अलावा हम दोस्त भी हुए ठीक”
“ठीक” योगेश बोला अब उसका डर पूरी तरह खत्म हो चुका था और भी वो अपनी चाची की बड़ी और मस्त गांड के बारे में सोच रहा था
ज्योति भी अब इसी विचार में लगी थी की अब बात आगे कैसे बधाई जाए कुछ देर तक सोचने के बाद वो बोली “अच्छा योगेश अब सच सच बताना की यू उस वक्त मेरी गांड को घूरते हुए क्या सोच रहा था और हाँ ये सवाल तेरी दोस्त पूछ रही है चाची नहीं इसलिए खुल कर बताना शर्म नहीं करना ओके”
“वो…चाची बात ये है की मैंने आज तक आपकी गांड जैसी गांड नहीं देखी इसीलिए मैं उसे घूरने लगा था” जैसे तैसे योगेश ने जवाब दिया
“और किस किस की गांड देखी है तूने जो मेरी गांड की इतनी तारीफ कर रहा है” ज्योति बोली
एक पल को तो योगेश चौंका लेकिन फिर बात को संभालते हुए बोला “अरे मैंने रियल में किसी की भी गांड नहीं देखी लेकिन चलते फिरते तो दिख ही जाती है ना इसीलिए ऐसा बोला”
“और ख्याल इच्छा हुंटेरी मेरी गांड देख कर” ज्योति और भी खुलते हुए बोली
“वैसे तो कोई इच्छा नहीं हुई बस मेरा ‘वो’ खड़ा हो गया था आपकी गांड देख कर” योगेश भी अब धीरे धीरे खुल रहा था
“तू ये ‘वो’ ‘वो’ क्या कर रहा है सीधे सीधे लंड क्यों नहीं बोलता है अब मेरे से कैसा शरमाना, अच्छा एक बात बता आज तक कभी चुदाई की है किसी के साथ” अब ज्योति पूरी तरह खुल गैट ही वो किसी भी तरह योगेश को फँसा लेना चाहती थी
अपनी चाची के मुंह से चुदाई जैसा शब्द सुनकर योगेश सन्न रही गया अब उसे भी मस्ती चढ़ने लगी थी “अपनी ऐसी किस्मत कहाँ की चुदाई करने को मिले” योगेश बोला
“क्यों तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या” ज्योति बोली
“इस छोटे से शहर की लड़कियां अभी इतनी स्मार्ट नहीं हुई है की बाय्फ्रेंड बनाते फायर और अगर मैं किसी लड़की से संबंध बना भी लू तो अंकल को मालूम पड़ने के बाद मेरा क्या हाल होगा ये आप भी अच्छी तरह जानती है” योगेश ने जवाब दिया
“तो क्या तेरी इच्छा नहीं होती चुदाई करने की” ज्योति ने पूछा
“इच्छा तो बहुत होती है लेकिन करूं किस के साथ यही तो प्राब्लम है” योगेश ने भी अपनी मजबूरी बताई
“अगर तेरी मर्जी हो तो मैं तुझे ये चान्स दे सकती हूँ”ज्योति ने फिर से योगेश को झटका दिया पहले तो योगेश कुछ समझा ही नहीं लेकिन अपनी चाची की बात का मतलब समझते ही उसका मुंह खुला की खुला रही गया उसे उम्मीद ही नहीं थी की उसकी चाची उससे छुड़ाने को तैयार हो जाएगी
“ये आप क्या बोल रही है खींची मैं आप के साथ ये सब कैसे कर सकता हूँ” योगेश हैरानी से बोला
“क्यों इसमें क्या बुरा है मैं एक औरत हूँ और तुम एक मर्द हमें अपनी ज़रूरते पूरा करने का पूरा हक है” ज्योति बोली
“लेकिन आप शादी शुदा है आपकी ज़रूरते तो चाचा ही पूरी कर देते होंगे फिर आपको बाहर ये सब करने की क्या जरूरत है” योगेश बोला
“चाचा हुउः….अगर उनमें दम होता तो मैं तुझसे क्यों बोलती वो तो अपने काम में ही इतने बिज़ी रहते है की महीने एक या दो बार से ज्यादा उनका लंड खड़ा ही नहीं होता, वो रात को मस्त सोते है और मैं अपने जिस्म की आग में रात भर करवाते बदलती रहती हूँ अब तू ही बता मैं बाहर मुंह नहीं मारू तो क्या करूं” ज्योति योगेश को सेनटी करते हुए बोली
अब योगेश भी गंभीर हो चुका था उसे अपनी चाची की बात सही लगी थी लेकिन अभी भी वो अपनी चाची के साथ ये सब करने लिए अपने आप को तैयार नहीं कर पा रहा था
“बोल योगेश तू मेरा साथ देगा ना अगर तू मेरे साथ ये सब करने को तैयार हो जाएगा तो मुझे भी बाहर मुंह नहीं मारना पड़ेगा और तुझे भी चुत मिल जाएगी इस में हम दोनों का ही भला है” ज्योति ने फिर आग में घी डाला
अब योगेश ने भी सोचा की वो अपनी बहनों को तो चोद ही चुका है तो चाची को चोदने से उसे कौनसा पाप लग जाएगा और उसकी चाची एक्सपीरियेन्स होल्डर है उसके साथ चुदाई करने में तो और भी मजा आएगा वो अब पूरी तरह तैयार था चाची चोद बनने के लिए “लेकिन हम ये सब करेंगे कहाँ” आख़िर योगेश तैयार होते हुए बोला
योगेश के हाँ करते ही ज्योति का चेहरा खिल उठा था उसने योगेश को ज़ोर से अपने गले लगा लिया और बोली “तू उसकी चिंता मत कर रात को सभी के सन एके बाद मैं चाट पर आ जाऊंगी और तुझे एक मिस्काल दे दूँगी टब ही वहाँ आजना फिर हम आज अपनी पहली चुदाई कर ही लेंगे”
तभी नीचे से योगिता की आवाज़ आई खाना ख़ान एके लिए तो वो दोनों ही उठ कर नीचे जाने लगे योगेश अभी भी सोचे जा रही था की किस्मत के भी क्या खेल होते है कहाँ तो कुछ दिन तक उसे नंगी लड़की भी देखने को नहीं मिलती थी और कहाँ पिछले कुछ ही दीनों में वो दो चुत और दो गांड की सील तोड़ चुका है और अब उसकी चाची जैसा मस्त माल उसे चोदने को मिलने वाला है ‘बस्टर्द’ उसने अपने आपको ही गली दी और सीडियान उतरने लगा………..
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 46
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