RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
“तू पागल है क्या यू कोई पहली लड़की है जोग और मरवाएगी, तेरे सामने ही मैंने अपनी गांड मरवाई है तो क्या मैं मर गई और माधुरी दीदी भी तो भैया से गांड मरवा चुकी है तो उन्हें कुछ हुआ है क्या सिर्फ़ एक बार पूरा लंड अंदर जाते तक ही दर्द होता है बाद में सब नॉर्मल हो जाता है” पूजा उसका डर दूर करते हुए बोली
“ठीक है यार अब जॉब ही हो मैं तैयार हूँ आज के बाद शायद पता नहीं कब मौका मिले चुदाई करवाने का इसलिए मैं कितना भी दर्द सहने को तैयार हूँ” योगिता भी अपना दिल पक्का कर चुकी थी
“ये हुई ना बात” कहते हुए पूजा ने योगिता की पीठ थपथपाई और फिर वो दोनों इधर उधर की बातें करने लगी लेकिन उन दोनों को पता नहीं था अब तक वो लोग जितनी चुदाई कर चुके है बस उतनी ही चुदाई आज तक उन दोनों को नसीब थी अब अगली चुदाई के लिए उन्हें बहुत लंबा इंतजार करना था
उधर योगेश अभी योगिता की 38 साइज की बड़ी गांड के ही बारे में सोच रहा था की आज उसे एक और गांड मरने को मिल रही है वो मान ही मान अपनी किस्मत की तारीफ कर रहा था लेकिन उसे नहीं पता था की अब गांड तो उसे बहुत मिलेगी लेकिन इस गांड के लिए उसे लंबा इंतजार करना था उसने टाइम देखा 1.30 बज गये थे लेकिन अभी तक योगिता नहीं आई थी वो उठा और योगिता के रूम की ओर चल दिया
“योगिता, पूजा अरे कोई सुन रहा है ज़रा दरवाजा तो खोलो” योगेश ने रूम के बाहर पहुँच कर आवाज़ लगाई
योगेश की आवाज़ सुनकर योगिता उतही और उसने दरवाजा खोल दिया योगिता को सामने देखते ही योगेश ने उसे बांहों में भर लिया और उसके होठों को चूमते हुए उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा वो आज बहुत गरम था योगिता की गांड मरने के ख्याल से ही उसका लंड झटके मारे जा रहा था अब उसने योगिता के बूब्स छोड दिए और उसकी गांड की दरार पर उंगली चलाने लगा ऐसा करते ही योगिता के शरीर में एक झुरजुरी सी हुई और उसने भी योगेश के लंड को मसलना शुरू कर दिया पूजा चुप बैठे दोनों का तमाशा देखे जा रही थी
योगिता की गांड उसके कपड़ों के ऊपर से सहलाने में योगेश को मजा नहीं आया तो उसने योगिता को अपने कपड़े उतरने को कहा और खुद भी अपने कपड़े उतार दिए अब दोनों ही पूरे नंगे हो चुके थे जैसे ही योगिता ने अपनी पैंटी उतेरी थी योगेश झट से उसकी गांड के पास बैठ गया था और उसकी गांड में अपना मुंह लगा कर उसके भारी चूतडो को चूमने और चाटने लगा था कभी कभी वो उन्हें अपने डटो से काट भी रहा था योगिता भी अब मस्ती में मादक आहें भरने लगी थी कुछ दे रेज़ ही करने के बाद जब योगेश से नहीं रहा गया तो वो उठा और पीछे से योगिता से चिपक गया और उसकी चुचियों को दबाते हुए उन्हें खींचने लगा जैसे वो उन्हें उखाड़ कर फेंक देना चाहता हो उसका लंड योगिता की गांड की दरार में घूम रहा था और एक दो बार गांड के छेद में टच भी हुआ छेद से लंड टकराते ही योगिता को अजीब सा रोमांच होना शुरू हो गया था अब योगेश की सहन शक्ति खत्म होने लगी थी उसने पूजा को देखा और बोला “चल पूजा आज तेरे मान की होने वाली है झट से उठ और कोई चिकनाई ला अपनी बहन की गांड के उद्घाटन के लिए”
“अभी लाई भैया” पूजा मुस्कुराते हुए बोली और ड्रेसिंग टेबल के पास पहुँच कर कोई क्रीम उठाने लगी अभी पूजा वो क्रीम लेकर योगेश के पास पहुँची भी नहीं थी की दूरबैयल बड़ी जोरों से चिंघाड़ उठी ‘तरिंन…..तरिंन….’
दूरबैयल की आवाज़ सुनकर तीनों भाई बहन की हालत देखने लायक हो गैट ही उन्हें ऐसा लगा जैसे बैल नहीं बाजी बल्कि कोई बम फटा हो तीनों ही भौच्चके से एक दूसरे का मुंह देख रहे थे तभी बैल फिर से बाजी दोबारा बैल बजने की आवाज़ से योगेश होश में आया और झट से अपने कपड़े उठाकर पहनने लगा योगिता भी अपने कपड़ों की ओर लपकी तब तक योगेश कपड़े पहनकर नीचे की ओर भाग चुका था
योगेश ने लपक कर मैं दरवाजा खोला गैट खुलते ही वो एकदम स्टॅच्यू की तरह झड़ सा हो गया उसे अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था सामने खड़े हुए इनसेन को देख कर…
दरवाजा खोलते ही योगेश की आंखें फॅट गई थी सामने उसके चाचा नीरज और चाची ज्योति खड़े हुए थे उसके चाचा मुंबई में रहते थे और एक बड़ी कंपनी में अच्छी पोस्ट पर थे उसके चाचा लगभग 40 साल और चाची 38 साल की थी उनके दो बच्चे थे बड़ी लड़की थी जिसका नाम निशा था और वो 20 साल कीटि और छोटा लड़का था जिसका नाम निर्मल था जिसे सब प्यार से नीरू बोलते थे उसकी उमर 18 साल थी चाचा आज लगभग 3 साल बाद उनके घर आए थे और वो भी बिना कोई खबर करे इस लिए योगेश मुंह फाड़े उन्हें देखे ही जा रही था
“हेलो अरे कहा खो गया पागल क्या दिन भर यहीं खड़ा रखेगा अंदर नहीं आने देगा” नीरज चाचा चुटकी बजाते हुए बोले
चाचा की आवाज़ सुनते ही योगवष को होश आया और वो दरवाजे से हाथ गया और बोला “अरे नहीं वो तो मैं आपको अचानक इतने दीनों बाद अपने सामने सामने देख कर शोकेड हो गया था आप लोग अंदर आइये ना” कहते हुए योगेश पीछे हटा और उसके चाचा अंदर दाखिल हुए उनके पीछे पीछे चाची भी अंदर आई योगेश का लंड अभी भी खड़ा हुआ था इसलिए जब उसकी चाची उसके पास से चिपकते हुए गुज़री तो उसका खड़ा लंड खींची की जांघों से टच हो गया चाची बहुत खेली खाई हुई औरत थी वो झट से समझ गई की उसे क्या टच हुआ है वो वहीं योगेश के पास ही रुक गई ओए उसकी आंखों में आंखें डाल कर बोली “बहुत बड़ा हो गया है योगेश तू तो” और वो योगेश को दिखाते हुए उसके लंड को देखने लगी योगेश की हालत पतली हो गैट ही उसे समझ नहीं आ रहा था की वो क्या करे इसके पहले भी जब उसकी ज्योति खींची उसके घर आई थी तो वो हमेशा ही उसके लंड को घूरते रहती थी और एक दो बार तो वो उसके लंड को पेंट के ऊपर से पकड़ भी चुकी थी लेकिन तब योगेश ने ये सब मज़ाक में लिया था लेकिन आज आते ही ज्योति ने फिर वही हरकतें शुरू कर दी थी तो क्या चाची के मान में कुछ गलत है क्या, नहीं नहीं वो उसकी मां जैसी है वो उसके बारे में ऐसा कैसे सोच सकती है योगेश सोच रहा था लेकिन तभी ज्योति ने ऐसी हरकत की जिस से योगेश अपनी चाची के बारे में एक अलग ही नजरिए से सोचने को मजबूर हो गया क्योंकि ज्योति ने अचानक ही उसका लंड पकड़ लिया और ज़ोर से भींचते हुए बोली “सच में बहुत बड़ा हो गया है पहले से” और उसे आँख मरते हुए अंदर चली गई योगेश उसे अंदर जाता हुआ देखने लगा जैसे ही उसकी आंखें ज्योति चाची की गांड पर पड़ी उसके होश उड़ गये टाइट सलवार में फाँसी मस्त 40 साइज की गांड को देख योगेश ने मान में सोचा ‘क्या गजब की गांड है’ है और टकटकी लगाए ज्योति की मटकती बड़ी गांड को घूरने लगा तभी ज्योति ने पलट कर देखा की योगेश उसकी गांड को घूर रहा है तो उसके होठों पर मुस्कान आगाई और वो बोली “योगेश हमारा समान बाहर ही पड़ा है उठा कर ले आओ” चाची से नज़र मिलते ही योगेश शर्म से पानी पानी हो गया वो समझ गया की चाची उसे अपनी गांड को घूरते हुए देख चुकी है उसने अपनी नज़रे झुकाई और बिना कुछ कहे बाहर जा कर समान ले आया अब तक चाचा चाची अंदर सोफे पर बैठ गये थे योगेश ने आवाज़ देकर अपनी दोनों बहनों को नीचे बुलाया और खुद पानी लाकर देने लगा पूजा और योगिता भी चाचा चाची को देख कर बहुत खुश हुई लेकिन वो दोनों समझ गई की अब चुदाई के सारे चान्स खत्म हो चुके है उन दोनों के चेहरे पर के साथ हल्के से उदासी के भी भाव थे लेकिन अब वो दोनों ही कुछ भी नहीं कर सकती थी थोड़ी देर में चाचा चाची नहा धोकर खाना कहा चुके थे और वो अब रिलॅक्स करते हुए हॉल में सभी के साथ बैठे थे
“चाचा नीरू और निशा कैसे है, और वो लोग क्यों नहीं आए आप के साथ बहुत दीनों से मिले नहीं है ना याद आ रही है उनकी” योगेश बोला
“दोनों ही मस्त है बेटा और वो लोग कल आएँगे तब मिल लेना उनसे अच्छे से” चाचा बोले
“भैया भाभी और बाकी लोग कब तक आएँगे योगेश” ज्योति चाची बोली
“वो लोग रात में या कल सुबह तक आजाएँगे चाची” योगेश ने जवाब दिया
अब सभी लोग बातें करने लगे थे और योगेश ज्योति के बारे में सोचे जा रही था की क्या सचमुच चाची उससे चुदवाना चाहती है है यॉ ओ बारे शहर में रहने के कारण ये सब मज़ाक में करती है वो इसी उड़ेड़बुन में लगा हुआ था लेकिन अगर ये मज़ाक ना होकर सच हुआ तो अगर चाची सच मुंह उससे छुड़ाना चाहे तो क्या वो चाची के साथ चुदाई करेगा ये ख्याल आते ही वो ध्यान से ज्योति को देखने लगा भले ही ज्योति की उमर 38 की थी लेकिन वो 30 से ज्यादा की नहीं लगती थी गोरा रंग काटीले नयन नक्श 38 साइज की चुचियां 40 की गांड जो एकदम बाहर निकली हुई थी सभी कुछ तो था ज्योति के पास और एक बात जो योगेश को पता नहीं थी की ज्योति आज तक कइयों लुंडो की सवारी कर चुकी थी क्योंकि उसके चाचा को अपने कम से फुर्सत ही नहीं मिलती थी इसलिए वो ज्योति पर ध्यान नहीं दे पाते थे वीक में दो तीन बार ही सेक्स कर पाते थे वो और ज्योति जो जवान होते ही लंड खाने लगी थी उसका वीक में दो तीन बार से क्या होता उसे तो रोज ही दो तीन बार चुदाई चाहिए थी इसलिए उसे किसी के भी साथ चुदवाने में कोई ऐतराज नहीं था चाहे वो उसका भतीजा योगेश ही क्यों ना हो
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 44
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 45
अब तक योगेश अच्छे से अपनी चाची के बदन का मुआइना कर चुका था और इस नतीजे पर पहुँचा था की कुछ भी हो उसकी चाची चोदने के लिए अच्छा माल थी उधर ज्योति भी योगेश को अपने बदन को घूरते हुए देख चुकी थी और वो समझ गैट ही की शिकार फँस गया है बस थोड़ा सा दम और लगाना है इसे कब्जे में करने के लिए वो बहुत दीनों से कुवारे लंड से चुदी नहीं थी इसलिए उसने आते ही योगेश पर ट्राइ मारना शुरू कर दिया था चूँकि वो पहले भी योगेश के साथ थोड़ी मस्ती कर चुकी थी इसलिए उसे पता था की योगेश इन सब का बुरा नहीं मानेगा और वो उसे अपने शब्द जल में फँसा कर उससे चुदाई करवा के ही रहेगी
बातें करते करते कब 5 बज गये किसी को पता ही नहीं चला सफ़र करने के कारण अब नीरज चाचा को थोड़ी थकावट महसूस होने लगी थी इसलिए उन्होंने योगेश को अपने लिए रूम सेट करने को कहा और रूम सेट होते ही वहाँ जाकर बेड पर लेट गये पूजा और योगिता भी अब रात के खाने की तैयारियाँ करने लगी थी योगेश और ज्योति चाची दोनों ही हॉल में बैठे थे तभी ना जाने ज्योति के मान में क्या आया वो बिल उठी “चल योगेश ज़रा मुझे तेरा रूम तो दिखा”
“क्या….मेरा मतलब है आप मेरा रूम देख कर क्या करोगी चाची” योगेश बोला
“ज्यादा तो कुछ नहीं करूँगी बस इतना ही चेक करूँगी की यू कितना बड़ा हो गया है,ई मीन की यू अभी सुधरा या नहीं या फिर पहले की तरह ही अपना रूम सदा कर रखता है” ज्योति शरारती मुस्कान के साथ बोली
“ठीक है चाची चलो ऊपर” कहते हुए योगेश सोचने लगा की पता नहीं चाची के मान में क्या है ये क्यों मेरे रूम में जाना चाहती है और वो दोनों ही ऊपर की ओर चल दिए…………………
माआंटी के घर
सुबह से सभी लोग सम्मेलन में जाने की तैयारियों में लगे थे माधुरी आज बहुत खुश थी क्योंकि उसे पता था की कल सुबह से पहले वो अपने घर पर होगी और फिर वो और उसका भाई दोनों ही एक फिर से अपने चुदाई के खेल में लग जाएँगे और वो अब पक्का अपने भाई को अपनी चुत गिफ्ट कर देगी चाहे कुछ भी हो चाहे समाज इसे कितना भी गलत क्योब ना मानता हो चाहे ये पाप ही क्यों ना हो इन्हीं सब सोचो में दुबई वो तैयार हो रही थी
उधर मनीषा भी घर जाने के नाम से ही बहुत एक्शैटेड हो रही थी उसकी चुत में सुरसुरी सी हो रही थी क्योंकि यहाँ टीना की चुदाई देख कर उसे भी चुदाई का बहुत लग गया था जो अब बिना चुदाई किए मानने वाला नहीं था लेकिन अभी भी उसके मान में शंका थी की योगेश तैयार होगा या नहीं उसकी सारी उम्मीदे टीना पर ही टिकी थी और वो जानती थी की टीना कैसे भी का एके चक्कर चला ही लेगी योगेश के साथ अब वो तैयार हो चुकी थी और नीचे हॉल में आगाई थी थोड़ी देर में सभी लोग तैयार हो कर सम्मेलन में पहुंच गये वहाँ समाज के सभी लोगों से उनकी मुलाकात हुई बाद में टीना, मनीषा और माधुरी के लिए कुछ रिश्तो के बारे में भी पूछ टच की गई दोपहर के लगभग 3 बजे वो लोग वापस घर आ गये 5 बजे की ट्रेन से माधुरी वग़ैरा ने वापस जाना था तो सभी लोग अब जाने की तैयारियों में जुट गये
टीना अपनी तैयारी पहले ही कर चुकी थी तो उसे तो कुछ करना ही नहीं था इसलिए वो राहुल के रूम में आगाई आज वो बहुत उदास थी हलकी वो रात को राहुल से जमकर चुदाया चुकी थी लेकिन अब उसे राहुल से दूर जाने का गम फिर से सताने लगा था राहुल टीना को यू उदास देख कर समझ गया की वॉक यों उदास है राहुल ने टीना को बेड पर अपने पास बैठाया और उसके होंठ चूम लिए और बारे प्यार से बोला “क्या बात है गुड़िया तूने आज फिर से रोने सूरत क्यों बना रखी है कल मैं तुझसे बोल चुका हूँ ना की अब उदास नहीं होना”
|