RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 42
“कौन अपनी बात से मुकर रहा है,तुम ही बताओ क्या मैंने तुम्हें टच किया है अभी तक” राहुल बोला
“तो फिर ऐसे मेरे पास आकर क्या करने वाले थे तुम” मनीषा बोली अब उसकी सारी शर्मो हया खत्म हो चुकी थी
“अरे मेरी जान मैं तुम्हें छूने के लिए तुम्हारे पास नहीं आया था बल्कि मैं तुम्हारे बदन को अच्छे से देख कर उसकी मादक खुशबू को अपने अंदर सआंटी लेना चाहता था क्यों की कुछ दीनों बाद मुझे तुम्हें चोदना ही है इसलिए अभी से उसके इंतजार में मैं ये सब कर रहा हूँ” इतना कहकर राहुल वैसे ही घुटनों पर चल कर एकदम मनीषा की गांड के सामने आ गया मनीषा के बारे बारे गोरे चूतड़ एकदम आपस में चिपके हुए थे उनपर एक भी दाग नहीं था राहुल का मान कर रहा था की वो उन्हें पकड़ कर मसल डाले और उन्हें फैला कर मनीषा की गांड के द्वार पर अपनी जीभ से दस्तक दे लर्किन वो टीना से किए वेड से बँधा हुआ था ‘ठीक है मनीषा आज मैं अपने आप से एक वादा करता हूँ की अब मैं तेरी चुत से पहले तेरी गांड मारूँगा’ ये सोचते हुए वो उठ कर टीना के पास चला गया और टीना के बूब्स दबाते हुए उसे बेड पर लेता दिया उसे अपने से दूर जाते देख मनीषा ने चैन की साँस ली और वहाँ पड़ी एक कुर्सी उठा कर उस पर बैठ गई उसे राहुल से चुदवाने में कोई परेशानी नहीं थी लेकिन वो अपनी सील तोड़ने का मौका अपने सगे भाई को देना चाहती थी बस इसीलिए वो अपने आप पर कंट्रोल किए हुए थी
उधर राहुल बेड पर लेती हुई टीना के होंठ चूसते हुए ज़ोर ज़ोर से उसके बूब्स दबा रहा था टीना भी उसका साथ देते हुए उसके बालों में उंगली घुआंटी रही थी थोड़ी देर बाद राहुल ने अपना मुंह टीना की चुत से लगा लिया और ‘छापद-छापद’ की आवाज़ करते हुए टीना की चुत चाटने लगा टीना भी मस्ती भारी आवाजें निकलते हुए अपनी कमर उठा उठा कर अपनी चुत को राहुल के मुंह से रगड़ रही थी ये सारा नज़ारा देख कर मनीषा की चुत भी बेतहाशा पानी छोड़ लगी थी और मनीषा ने भी अपनी एक उंगली अपनी चुत में घुसेड़ दी थी ‘आहह….उउम्मह…हइईए….’ जैसी मादक आवाजों से सारा रूम भर गया था अब राहुल ने टीना की चुत चाटना बंद कर के उसकी टनागे उसकी छाती से लगा दी थी मनीषा समझ गई की अब टीना की चुत में लंड घुसने का समय आ गया है “ऊहह….माआअ…..मररर गई रीई..किस जन्म का बदला ले रहा है बहँचोड़ तू मुझसे एक ही बार में पूरा लंड पेल दिया रीई..” एकाएक टीना ज़ोर से खींची क्यों की राहुल ने एक ही धक्के में अपना पूरा लंड झड़ तक टीना की चुत में घुसेड़ दिया था
“इसमें मेरी कोई गलती नहीं है छीनाल ये सब तेरा ही किया धारा है ना तू इस रंडी को यहां बुलाती ना मैं इससे नंगा देख कर जोश में आता तेरी कसम टीना वो भड़वा बहुत किस्मत वाला होगा जो इस कुड़ेल की दोनों सील खोलेगा” राहुल ज़ोर के धक्के लगते हुए बोला
“आहह…..मनीषा देख तेरे कारण मुझे कितना दर्द दे रहा है ये मादरचोद” टीना मनीषा को देखते हुए बोली
मनीषा जो की अब तक अपनी एक तंग उठा कर कुर्सी के ऊपर रख के अपनी चुत में सतसट उंगली किए जा रही थी ने टीना की बात सुनी और मुस्करा कर उन्हीं लोगों के लहजे में जवाब दिया “साली रंध इसमें मैंने क्या किया है तेरी ही गांड में चुल थी मुझे अपनी चुदाई दिखाने की तो अब भुगत, राहुल और ज़ोर से चोद इस रंडी को बहुत खुजान है इसकी चुत में, मिटा दे आज इस की सारी खुजली”
“हें मेरी जान मनीषा तेरे लिए क्या बात है देख आज मैं कैसे इस रंडी की चुत को भोसड़ा बनता हूँ, लेकिन भले ही तू मुझे अपना बदन मत छूने दे पर तू तो मुझे छू सकती है ना, आ पीछे से आकर चिपक जा मुझसे” राहुल बोला
अब मनीषा और भी ज्यादा खुल गैट ही उसे राहुल की बात में कोई बुराई नज़र नहीं आई और वो उठकर राहुल के पास जाकर उसकी पीठ से चिपक गई मनीषा के कठोर स्तानो की चुभन अपनी पीठ पर महसूस करते ही राहुल के धक्को की बढ़ता अचानक तरफ गई और वो ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा कर टीना को चोदने लगा
“हें रही छीनाल अब तू भी इस भद्दे के साथ मिल गई है, रुक ज़रा तेरा भी नंबर आने ही वाला है जब योगेश तुझे छोड़ेगा ना तब मैं भी तेरी आज की हरकत का बदला निकालूंगी” टीना मस्ती भारी आहें अपने मुंह से निकलते हुए बोली
टीना ज्यादा देर राहुल के धक्को को सह नहीं पाई और जल्दी ही झाड़ गई जब की राहुल का लंड अभी भी झड़ने के मूंड़ में नहीं था और वो लगातार धक्के लगाए जा रही था जब टीना को अपनी चुत में कुछ जलन महसूस हुई तो उसने राहुल को रख दिया और बोली “भैया अब चुत चोदा और मेरी गांड में अपना लंड पेल दो, और मनीषा तू इधर आ आज तुझे भी मजा देती हूँ मैं” कह कर टीना राहुल के नीचे से निकल कर घोड़ी बन गयी और उसने मनीषा को अपने सामने लेता लिया और उसकी टाँगे फैला दी फिर उसने अपना मुंह मनीषा की चुत से लगा दिया और राहुल से बोली “चलो भैया अब मरो मेरी गांड
राहुल से भी अब रहा नहीं जा रही था उसके सामने उसकी दोनों बहने यू चुत और गांड दिखाते हुए लेती थी जिन्हें देख देख कर उसका लंड बहुत दर्द करने लगा था उसने अपने लंड और टीना की गांड पर थूक लगाया और एक धक्के में ही अपना आधा लंड टीना की गांड में थोक दिया ‘आहह……अओुच..’ जैसी एक चीख टीना के मुंह से निकली और उसने राहुल को रोक दिया और अपनी गांड में उसके लंड को एडजस्ट करने लगी जब उसका दर्द कम हुआ तो उसने राहुल को इशारा कर दिया अब राहुल धीरे धीरे धक्के लगाने लगा और टीना भी अब मनीषा की चुत को चूसते और चाटते हुए अपनी गांड पीछे कर कर के राहुल का साथ देने लगी कुछ ही देर बाद मनीषा झाड़ गई और ज़ोर ज़ोर से हापने लगी इधर राहुल का टाइम भी नज़दीक आ गया था उसने भी कस कस कर धक्के मरने शुरू कर दिए और कुछ धक्को के बाद वो भी झाड़ गया
कुछ देर बाद तीनों ही नॉर्मल हुए तो मनीषा अपने कपड़े पहन कर अपने रूम में जाने लगी उसे जाते देख राहुल बोला “तो मनीषा वादा करती हो की जब मैं टीना को लेने तुम्हारे घर .आऊंगा तो तुम मुझे चोदने डोगी”
मनीषा ने उसको मुस्करा कर देखा आयार बोली “ये तो टीना पर डिपेंड करता है ये अगर मुझे आज योगेश से चुदाया दे तो मैं कल ही तुमसे चुदाया लूँगी”
“अगर ऐसी बात है तो फिर तो पक्का है की जब मैं तुम्हारे घर .आऊंगा तो तुम्हें मुझसे चुदना ही पड़ेगा क्योंकि टीना तो योगेश को ज़रा से में ही राज़ी कर लेगी, क्यों टीना” राहुल बोला
टीना ने हाँ में सर हिला दिया उसे सर हिलाते देख मनीषा राहुल से बोली “भगवान तुम्हारी हर इच्छा जल्दी पूरी करे” और अपने रूम की ओर चल दी….
योगेश के घर
रात को तीनों भाई बहन खाना कहा चुके थे और हॉल में बैठे टीवी देख रहे थे की योगेश का मोबाइल बजा उसने नंबर देखा तो वो उसके अंकल का फोन था उसने कॉलिंग स्विच दबाया और बात करने लगा पूजा और योगिता दोनों समझ गई की अंकल का फोन आया है तो दोनों ही शांत हो गैट ही थोड़ी देर बात करने के बाद योगेश ने कॉल डिसकनेक्ट कर दी और बोला “अंकल वग़ैरह सभी लोग कल शाम को माआंटी के घर से निकल रहे है यानि की वो परसों सवेरे घर पहुंच जाएँगे और हाँ उनके साथ टीना भी आ रही है” टीना के आने की बात सुन कर योगेश बहुत खुश हुआ था क्योंकि टीना उसे बहुत पसंद थी और उसने कई बार टीना के नाम की मूठ भी मारी थी ये बात अलग थी की उसने टीना पर ये जाहिर नहीं होने दिया था की वो उसके बारे में क्या सोचता है इधर योगेश तो सबके वापस आने से खुश था लेकिन उसकी दोनों बहनों का मुंह ये बात सुनकर उतार गया था वो दोनों ही बड़ी बेचारगी से एक दूसरे को देख रही थी वो समझ गैट ही की अब उन्हें चुदाई के मजे मिलने बंद हो जाएँगे तभी योगेश उन्हें मायूस देख कर बोला “क्या हुआ तुम दोनों एकदम से चुप क्यों हो गई और तुम्हारा मुंह ऐसे क्यों उतार गया है”
योगेश की बात सुनते कर योगिता तो चुप रही लेकिन पूजा बोल ही पड़ी “भैया सबके लौट आने से तुम्हें तो कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन अब हम दोनों का क्या होगा अभी अभी तो हमारी चुदाई शुरू हुई थी और इतनी जल्दी हमसे ये मजा छीन गया है बस आज की रात और कल की रात तक का ही समय है हमारे पास उसके बाद तो ये सब बंद ही हो जाएगा”
योगेश अब उनकी उदासी का कारण समझ गया था ओ उन दोनों को ही समझता हुआ बोला “तुम दोनों चिंता मत करो भले ही कुछ देर होगी लेकिन तुम दोनों की चुदाई बराबर होती रहेगी मैं कोई ना कोई रास्ता जरूर निकल लूँगा”
“नहीं भैया तुम कुछ नहीं कर सकते, मना की तुम माधुरी दीदी को समझा लोगे लेकिन उस हिटलर मनीषा का क्या करोगे वो तो रात दिन हम सभी की जासूसी ही करती रहती है उससे बच कर हम हमारा खेल जारी नहीं रख सकते” पूजा बोली
“हाँ भैया पूजा सच कह रही है वो छीनाल तो बस हमारी ग़लतिया ही निकलती रहती है उससे बच पाना मुश्किल है” योगिता ने भी अपनी भादस निकली
“क्या अंतशंत बक रही हो तुम योगिता, कुछ भी हो आख़िर वो हमारी बड़ी बहन है अब जैसे भी हो हमें निभाना तो पड़ेगा ही तुम चिंता मत करो हम कोई ना कोई रास्ता निकल ही लेंगे” इतना कह कर योगेश अपनी सोचो में डूब गया उसे इस प्रकार सोचते देख पूजा और योगिता भी इस मुश्किल से निकालने का रास्ता खोजने लगी
बहुत देर सोचने के बाद भी किसी को कोई रास्ता नहीं सूझा तो आख़िर में पूजा ही बोली “भैया मुझे तो बस एक ही रास्ता दिखाई दे रहा है”
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 42
|