RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 28
माधुरी ने अपने अंकल की तरफ देखा वो अभी भी गर्दन नीचे झुकाए बेबसी में रो रहे थे माधुरी अब अपने कपते हाथों से अपनी सलवार का नाडा खोलते हुए उसे उतरने लगी जैसे ही उसकी सलवार उसके पैरों के पास गिरी सभी लड़कों को जैसे साँप सूंघ गया क्या मस्त जांघें थी उसकी एकदम केले के ताने जैसी चिकनी चिकनी और गोरी, उसकी बाहर को निकली हुई 40 साइज की बड़ी सी गांड जिसकी दरार में उसकी पैंटी फँसी हुई थी जिससे उसकी गांड की लाइन क्लियर दिख रही थी लड़कों के होश उड़ाए दे रही थी सबसे ज्यादा कहर उसकी पाव रोती सी फूली हुई चुत बरपा रही थी जो उसकी पैंटी से भी बाहर निकालने को कर रही थी तभी मॉंटी उसके पीछे आया और अपना लंड पेंट से बाहर निकल कर उसने माधुरी की गांड से लगा दिया और उसके दोनों बूब्स ब्रा के ऊपर से पकड़ कर दबाने लगा ”ये क्या कर रहे हो तुम तुमने वादा किया था की तुम में से कोई भी मेरे साथ कुछ नहीं करेगा” माधुरी कसमसाते हुए बोली माधुरी के ऐसा बोलने से राजेश ने पहली बार नज़र उठा कर माधुरी की तरफ देखा उसे सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में देख उसका बुरा हाल हो गया अपनी बेटी को इस हालत में देख कर उसका लंड भी अंगडाया लेने लगा
”मैं अपने वेड पर टीका हुआ हूँ, मैं सिर्फ़ तुम्हें छू रहा हूँ कुछ कर नहीं रहा, अच्छा चलो अब मैं तुमसे दूर हाथ जाता हूँ अब अपने बचे हुए कपड़े भी निकालो” कह कर मॉंटी उसके बूब्स चुद कर एक कदम पीछे हो गया
अब माधुरी ने एक ही झटके में अपना ब्रा उतार दिया उसके बारे बारे 38 साइज के दोनों कबूतर जैसे फड़फदा कर आज़ाद हो गए और अपनी पिंक कलर की निप्पल रूपी छोड ताने जैसे सीधे खड़े होकर उड़ने को तैयार थे अभी सभी उसके बूब्स को ढंग से देख भी नहीं पाए थे की उसने अगले ही पल अपनी पैंटी भी उतार दी…..
जैसे ही माधुरी की पैंटी उतरी वैसे ही सभी लड़कों की आंखें चौंधिया गई और जैसे उनकी लार टपकने लगी वहीं सभी लड़कियों की गांड जलने लगी अपने पार्ट्नर्स को माधुरी के ऊपर ऐसे लार टपकते हुए देख कर तभी उन में से एक लड़के ने अपनी पार्ट्नर की स्कर्ट ऊपर उठाई और उसकी पैंटी निकल कर उसे वही घोड़ी बना कर चोदने लगा राजेश फटी हुई आंखों से कभी नंगी खड़ी माधुरी को देखता तो कभी चुदाई करते जोड़े को अभी कुछ देर बाद उसकी बेटी उसके लंड को चुसेगी और बाद में उस से चुड़वाएगी भी ये सोच कर उसे अजीब टाइप का रोमांच हो रहा था अब वो माधुरी को अपनी बेटी की नहीं बल्कि चुदाई के लिए तैयार किसी मस्त माल की तरह देख रहा था उसका लंड फुल टाइट हो गया था अब उसने सोच लिया की आज तो माधुरी उससे मजबूरी में चुड़ाएगी पर उसके बाद वो रोज ही उसे छोड़ेगा चाहे माधुरी की मर्जी हो या ना हो
अब तक सभी बारे गौर से माधुरी के शरीर का निरीक्षण कर चुके थे तभी पकया उठा और माधुरी के सामने बैठ कर उसकी चुत को देखने लगा और बोला ”भाई मैं शर्त लगा कर कह सकता हूँ की इसकी चुत अभी तक चुदी नहीं है एकदम सील पैक है देखो तो डरी की चुत के होंठ कैसे चिपके हुए है” कह कर उसने माधुरी की चुत को छूने की कोशिश की पर माधुरी ने रास्ते में ही उसका हाथ झिड़क दिया उसके ऐसा करने से पकया एक कुटिल मुस्कान मुस्कराया जैसे वो माधुरी से कह रहा हो की ‘इट्राले जितना भी इतराना है आख़िर तेरी चुत मैं ही फड़ुँगा’ पकया की ऐसी बात सुनकर मॉंटी अपना नंगा खड़ा लंड लेकर उसके पास आया और माधुरी की चुत देख कर बोला ”ये तू सही कह रहा है पकया चल अब इसकी गांड भी देख लेते है” कह कर वो माधुरी के पीछे आ गया और माधुरी की दोनों चूतडो को फैला के उसकी गांड का छेद देखने लगा अचानक उसने अपनी एक उंगली मुंह में डाल कर थूक से गीली की और ‘खच…’ से माधुरी की गांड में घुसेड़ दी चुकी माधुरी की गांड पहले से ही खुली हुई थी तो थूक में सनी हुई उंगली सात से अंदर घुस गई ऐसा होते देख मॉंटी बोला ”अब मैं भी एक बात शर्त लगा कर कह सकता हूँ की इसकी गांड पहले ही किसी मूसल लंड से फॅट चुकी है, देख मेरी इतनी मोटी उंगली कैसे इसकी गांड में सात से घुस गई है”
उसकी बात सुनकर राजेश ने चौंकते हुए हैरानी से माधुरी की ओर देखा राजेश से नज़र मिलते ही माधुरी की तो जैसे गांड ही फॅट गई ‘अब क्या होगा अब तो अंकल को भी पता चल गया की मैं पहले ही गांड मरवा चुकी हूँ पर अब तो अंकल भी मुझे चोद ही लेंगे अब क्या फर्क पड़ता है’ वो अभी सोच ही रही थी की एक आवाज़ उसके कानों से टकराई ”आबे साले मादरचोद क्या मेरी चुत फाड़ ही डालेगा क्या, उस नंगी खड़ी छीनाल का जोश मुझ पर क्यों निकल रहा है” दरअसल चुदाई करते जोड़े के लड़के ने लड़की को बहुत ज़ोर से धक्का लगा दिया था ये देख कर मॉंटी जोश में आ गया और उसने माधुरी की गांड से उंगली निकल कर अपने लंड पर थूक चूपदा और खड़े खड़े ही उसने माधुरी की गांड में लंड दस दिया धक्का इतनी ज़ोर का था की एक ही बार में लंड आधा अंदर घुस गया उसके इस धक्के से ”ऊओमाा साले कुत्ते क्या मर ही डालेगाआअ” कहते हुए माधुरी सामने की ओर गिरने को हुई लेकिन मॉंटी ने उसे अपनी मजबूत बांहों में कमर से पकड़ लिया अब माधुरी आधी झुकी हुई हालत में थी जिस से उसकी गांड और खुल कर बाहर आगाई टनी मॉंटी ने आव देखा ना ताव और गच्छ से एक धक्का और मरते हुए अपना पूरा लंड माधुरी गांड में पेल दिया ”ऊए कुत्ते ये क्या कर रहा है तूने पहले वादा किया था की अगर मैं तुम्हारी बात मानूँगी तो तुम में से कोई भी मुझे हाथ नहीं लगाएगा फिर अब तू ऐसा क्यों कर रहा है” चीखते हुए माधुरी बोली
”हां,हां,हां जानेमन वेड किए ही तोड़ने के लिए जाते है और तेरे जैसे मस्त माक को चुदना भारी मूर्खता होगी अब तो हम चारों ही तुझे कस कस कर छोड़ेंगे” मॉंटी हंसते हुए बोला
”वो भाई वो क्या बात की है आपने भाई अगर आओ इसकी सील तोड़ने का मौका मुझे देदे तो मैं जिंदगी भर आपके पैर धोकर पानी पिऊंगा” पकया ने चहकते हुए मॉंटी की चापलूसी की
”जा मॉंटी तू भी क्या याद करेगा, दिया तुझे इस छीनाल की सील तोड़ने का मौका मुझे तो इसकी टाइट गांड में ही मजा आ रहा है लगता है अभी एक या दो बार ही इसने गांड मराई है बहुत टाइट गांड है साली की” ये कहते हुए मॉंटी ने अपना लंड पूरा बाहर खींचा और एक ही धक्के में फिर से पूरा लंड अंदर भर दिया उसके इस धक्के के साथ ही माधुरी के मुंह से ‘हाआक्कककक…..’की आवाज़ निकली और दर्द के मारे उसकी आंखों से आँसू निकल गये
मॉंटी ने अपना लंड पूरा बाहर खींचा और एक ही धक्के में फिरसे पूरा अंदर घुसेड़ दिया उसके इस धक्के से माधुरी के मुंह से ‘हाआक्कककक…’ की एक आवाज़ निकली और दर्द के मारे उसकी आंखों में आँसू आ गये……
अब आगे…..
पकया ललचाई नज़रो से माधुरी की ओर देख रहा था और अपने नंबर का इंतनजर कर रहा था मॉंटी ने फिर अपना लंड बाहर खींचा और अभी वो धक्का लगाने ही वाला था की उसके जेब में पड़ा मोबाइल बज उठा इस टाइम फोन आने से उसे बहुत गुस्सा आया और वो एक हाथ से माधुरी को ऐसे ही पकड़े फोन निकलते हुए बड़बड़ाने लगा ”इस मोबाइल की मां भी अभी ही चूड़नी थी मां का लौंडा टाइम देख कर भी नहीं बजता” और मोबाइल का कॉलिंग स्विच दबा कर बोला ”कौन है भी, कहे इस वक्त अम्आंटी चुदाया”
”भाई मैं बाबू बोल रहा हूँ पुलिस को पता चल गया है की आप किस ट्रेन से जा रहे हो इसलिए उन्होंने सभी स्टेशन पर आपको पकड़ने के लिए घेराबंदी कर दी है आप जहाँ हो वही चैन पुल्लिंग कर के ट्रेन रोको और उतार जाओ वरना आगे भगवान ही आपका मलिक है” दूसरी तरफ से आवाज़ आई
पुलिस का नाम सुनते ही मॉंटी ने माधुरी को चुद दिया वो धम से नीचे गिरी ”मैं तुझसे बाद में बात करता हूँ” कह कर मॉंटी ने फोन कटा और पकया से बोला ”पकया भूल जा इस लड़की को और जाकर तुरंत चैन खींच अगले स्टेशन पर पुलिस हमारा इंतजार कर रही है, और तुम लोग भी उत्तो और दरवाजा पर पहुंचो ट्रेन रुकते ही हमें ट्रेन से दूर भाग जाना है समझे” वो दूसरों से बोला और खुद भी अपना बैग उत्ता कर दरवाजा की ओर भगा तब तक पकया चैन खींच चुका था और ट्रेन की रफ्तार भी धीमी होने लगी थी अब वो सभी दरवाजा के पास जा चुके थे इधर दोनों बाप बेटी को यकीन ही नहीं हो रहा था की वो इन गुंडों से बच गये थे माधुरी भी अभी तक उसी तरह नीचे ही पड़ी हुई थी तभी ट्रेन रुकी और वो सभी गुंडे कूद कर ट्रेन से दूर भाग गये ट्रेन रुकने से एक धक्का सा लगा और माधुरी उत्त् कर जल्दी जल्दी अपने कपड़े पहनने लगी और कपड़े पहन कर अपनी सीट पर बैठ गई अभी भी मॉंटी के जानवरों जैसे लगाए गये धक्को से उसकी गांड में हल्का हल्का दर्द हो रहा था राजेश भी अब तक टॉयलेट जा कर अपनी हालत ठीक कर के वापस अपनी सीट पर बैठ चुका था थोड़ी देर बाद ट्रेन फिर से अपनी बढ़ता पकड़ने लगी थी माधुरी शर्म के मारे अपनी गर्दन झुकाए बैठी थी राजेश भी अभी तक चुप ही बैठा था अब माधुरी के बारे में उसके विचार बदल गये थे वो माधुरी के नंगे बदन को देख कर पूरी तरह उसके हुस्न का दीवाना हो चुका था और किसी भी कीमत पर माधुरी को चोद देना चाहता था आख़िरकार राजेश ने ही चुप्पी तोड़ी और बोला ”देख माधुरी जो हुआ सो हुआ अब तू इस बात को हमेशा के लिए भूल जा और कभी भी किसी से इसका जिकर नहीं करना, मैं भी इस बारे में अपना मुंह सील लूँगा ओके”
”जी अंकल मैं भी इस हादसे को याद नहीं रखना चाहती और कभी भी किसी को इस बारे में कुछ नहीं बताऊंगी” माधुरी वैसे ही गर्दन झुकाए बोली
”लेकिन बेटा वो लड़का जो तेरे पीछे था वो ऐसा क्यों बोल रहा था की तेरी गाअ…..की तू पीछे से कुंवारी नहीं है” राजेश ने गंदे शब्दों का इस्तेमाल ना करते हुए माधुरी से पूछा
इतना सुनते ही जैसे माधुरी के पैरों ताले से ज़मीन खिसक गई थी उसे समझ नहीं आ रहा था की वो अपने बाप को अब क्या जवाब दे आख़िरकार वो लड़खड़ाते हुए शब्दों में बोली ”पा….पा उूओ…उूओ…..लड़का झूठ बोल रहा था ऐसी कोई बात नहीं है”
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 28
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