RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 27
राजेश और माधुरी को ट्रेन में सीट मिल गई थी और ट्रेन में कोई खास भीड़ भी नहीं थी जहाँ वो दोनों बाप बेटी बैठे थे वहीं आसपास 4 जोड़े लड़के लड़कियां भी बैठे हुए थे और ऐसा लगता था जैसे वो लोग बिगड़े हुए रईस जड़े थे वो लोग आपस में मस्ती करते हुए एक दूसरे के बदन को छेद भी रहे थे माधुरी अपने अंकल के साथ बैठे हुए ये सब देख कर बहुत शर्आंटी रही टनी राजेश भी माधुरी के होते अपने आपको बहुत असहज स्थिति में महसूस कर रहा था भीड़ कम होने से वो लड़के लड़कियां इसका फायदा उत्थते हुए पूरी तरह मस्ती कर रहे थे राजेश इन सब से परेशान हो कर उठा और सारे कंपार्टमेंट का चक्कर लगाने लगा पर ये देख कर उसे बहुत निराशा हुई की उन लोगों के अलावा सिर्फ़ एक बूढ़ा और बधहिया ही एक सीट पर बैठे हुए थे बाकी सारा डिब्बा ही खाली था वो वापस अपनी सीट पर आकर बैठा तब तक एक लड़के ने एक लड़की को बाहों में भर लिया था उसके होंठ चूम रहा था मनीषा शर्म से आंखें बंद कर चुकी थी तभी एक दूसरा जोड़ा भी यही सब करने लगा राजेश को बुरा तो बहुत लगा पर वो कुछ कर भी नहीं सकता था उसने माधुरी की तरफ देखा माधुरी को आंखें बंद किए देख वो कुछ शांत हुआ तभी पहले जोड़े का लड़का अपनी साथी लड़की के बूब्स दबाने लगा उस जोड़े को ऐसा करते देख जैसे उन चारों जोड़ो में ये सब करने की होड़ लग गई की कौन सबसे ज्यादा करता है. वो सारे लड़के लड़कियां ही जैसे पागल हो गये थे उन्हें राजेश और माधुरी के बैठे होने से जैसे कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था अब राजेश का धैर्या भी जवाब देने लगा था वो इन लोगों को ये सब करने के लिए डाँटने की सोच रहा था की तभी एक लड़की ने अपना टॉप उतार दिया वो अंदर कुछ भी नहीं पहने थी जिस से उस्काए बारे बारे गोरे बूब्स नंगे हो गये और उसका साथी उसके बूब्स को मुंह में भरकर चूसने और चाटने लगा लड़की मजे में आहें भरने लगी लड़की की आहें सुनकर माधुरी ने आंखें खोल कर देखा थी दंग रही गई की किस तरह वो लड़के लड़कियां खुले में ही ये सब कर रहे थे अब राजेश से रुका नहीं गया और वो ज़ोर से चिल्लाया ”बंद करो ये सब शर्म नहीं आती तुम्हें इस तरह से ट्रेन में ही ये सब करते हुए”
उसके ऐसे चिल्लाने से वो सभी लड़के लड़कियां उसकी ओर देखने लगे ”अरे अपना नहीं तो कम से कम हम लोगों का ध्यान रखो जो तुम लोगों को ऐसी गंदी हरकतें करते हुए देख कर परेशान हो रहे है” राजेश फिर बोला
तभी उन लड़कों में से एक लड़का जो शकल से गुंडा लगता था बोला ”ओये अंकल क्या परेशानी है तुम्हें अगर तुम्हें अच्छा नहीं लग रहा है तो आंखें बंद कर लो या फिर कहीं और जा कर बैठ जाओ, हमें सीखने की कोशिश मत करो समझे” और वो फिर से अपनी साथी की नंगी चुचियों को मसलने लगा उसे ऐसा करते देख राजेश उस लड़की से बोला ”ये तो लड़का है पर तुम तो कुछ सोचो तुम लड़की हो कर भी खुले में ये सब गंदा कम कर रही हो क्या यही सिखाया है तुम्हारे मां बाप ने तुम्हें”
उसकी बात सुनकर वो लड़की उसे घूरते हुए बोली ”आबे साले छूतिए तेरे को अभी जो बोला शायद तेरी समझ में नहीं आया है ना साले गान्डू ये मेरी लाइफ है मैं चाहे कुछ भी करूं तुझे इससे क्या मलब अब अगर तू और कुछ बोला ना तो समझ की तेरी गांड ही मर जाएगी”
उस लड़की की ऐसी बातें सुनकर माधुरी राजेश से बोली ”अंकल आप इन के मुंह मत लागो हम कहीं और बैठ जाते है चलिए यहां से” कह कर माधुरी कहदे ही गई तभी राजेश ने उसका हाथ पकड़ कर उसे बैठा दिया और बोला ”हम क्यों जाए अपनी सीट छोड़कर ननगपन ये दिखा रहे है और हम इनसे डर कर अपनी सीट चोद दे नहीं ये नहीं हो सकता मैं अभी जाकर ठीक को बुला कर लाता हूँ फिर वो ही ठीक करेगा इनको” कह कर राजेश खड़ा हो गया उसकी ऐसी बतड़ सुनकर वो सभी लड़के लड़कियां घबरा गये तभी वो गुंडा टाइप लड़का खड़ा हुआ और राजेश का हाथ पकड़ कर बोला ”क्या, क्या बोला तू साले मादरचोद ठीक को बुलाएगा तू चल अब यहाँ से हिल कर तो दिखा” उसने कस कर राजेश का हाथ पकड़ा हुआ था फिर उसने अपने साथियों से कहा की वो जाकर डिब्बे के सारे दरवाजा बंद कर के आ जाए उसकी बात सुनकर दो लड़के उठे और डिब्बे के सभी दरवाजा लॉक कर के आ गये अब राझहेश के हाथ पैर डर के मारे कांपने लगे उसे अब माधुरी की चिंता होने लगी उसे लग रहा थाई सचमुच इन लोगों के मुंह लग कर उसने गलती गलती कर दी थी तभी उसका हाथ पकड़े लड़के ने एक ज़ोर का थप्पड़ राजेश के गाल पर मारा एक ही थप्पड़ से राजेश की आंखों के सामने अंधेरा सा हो गया उसे थप्पड़ पड़ते ही माधुरी तड़प कर उठी और उस लड़के से बोली ”शर्म नहीं आती आपको एक तो ऐसी गंदी हरकतें करते हो और अगर कोई आपको समझाए तो उसे मरते भी हो छोड़िए इनका हाथ, और अंकल मैंने आपसे पहले ही कहा था ना की इनके मुंह मत लगिए मिल गया ना मजा अब, चलिए यहाँ से हम कहीं और बैठ जाते है”
अब सभी लड़कों की नज़रे माधुरी पर थी पहली बार उन्होंने गौर से उसको देखा था ”क्या माल है भाई एकदम झकस” एक लड़का बोला
”हाँ यार हम तो साले अभी तक अंधे बने बैठे थे ये तो पूरी पटका है” दूसरा लड़का बोला
तभी वो गुंडे टाइप दिखने वाला लड़का माधुरी को देखते हुए बोला ”नहीं मेरी रानी अब तुम लोग इस सीट से उत्त् कर कहीं नहीं जा सकते तेरे बाप ने जो हमारे मजे में रुकावट डाली है उसकी सजा तो अब तुम लोगों को मिलेगी ही” कहते हुए उसके होठों पर एक कुटिल मुस्कान तैयार गई और माधुरी और राजेश को ये सुनकर ऐसा लगा जैसे किसी ने उनके हलक में हाथ घुसेड़ दिया हो…………
राजेश और माधुरी की तो जैसे काटो तो खून नहीं वाली हालत हो गई थी ”ये क्या कह रहे है आप, कैसी सजा हमें जाने दीजिए यहाँ से और फिर आपको जो करना है वो आप करते रहिए, चलिए पापा” माधुरी बोली
”तूने सुना नहीं मॉंटी भाई ने क्या कहा है तेरे बाप के किए की सजा तो तुम लोगों को भोगनी ही पड़ेगी इसलिए चुपचाप खड़ी रही, भाई बोलो अब क्या करना है रेप कर दे इस चोरी का” एक लड़का बोला
”रुक पकया अभी मुझे सोचने दे रेप तो बहुत छोटी सजा है मैं इस खाड़ुस बूढ़े को कोई और सजा देने की सोच रहा हूँ” कह कर मॉंटी सोचने लगा
थोड़ी देर बाद वो चहकते हुए बोला ”आइडिया, ये दोनों बाप बेटी है ना क्यों ना बेटी बाप के सामने नंगी हो कर अपने ही बाप का लंड चूसे और बाद में बाप अपनी बेटी को हम सब के सामने चोदे, बोलो कैसी रहेगी ये सजा इनके लिए”
”सुपर्ब बॉस क्या सोचा है, चल लड़की अपने कपड़े उतरने शुरू कर” पकया माधुरी से बोला
माधुरी डर के मारे कांपने लगी तभी राजेश ने ”कुत्तों कामीनो तुम ने सोच भी कैसे लिया की तुम हमारे साथ ऐसा कुछ कर सकते हो”कहते हुए पकया को लत घुसो पर रख लिया और जोरों से उसकी धुनाई करने लगा पकया को ऐसे पीटते देख मॉंटी और बाकी के दोनों लड़के राजेश पर पिल पड़े माधुरी राजेश को बचाने बीच में गई तो चरो लड़कियों ने उसे पकड़ कर उसकी भी पिटाई कर दी थोड़ी ही देर में राजेश बेजान सा नीचे पड़ा था लड़कों न्ड उसे इस तरह अंकल था की कहीं से खून भी नहीं निकालने दिया था फिर उन लड़कों ने जैसे तैसे राजेश को सीट पर बैठाया तभी मॉंटी माधुरी से बोला ”देख चमिया मैं जो कह रहा हूँ वही करने में तेरी भलाई है अगर तूने मेरी बात नहीं मानी तो हम चारों ही तेरे साथ रेप करेंगे और तेरे शरीर का कोई भी छेद बगैर चोदे नहीं मानेंगे इस लिए फटाफट अपने कपड़े उतार कर अपने बाप का लंड चूसना शुरू कर दे”
”मुझे माफ कर दो प्लीज़, यदि हमसे गलती हुई है तो अपने हमें पीट भी तो लिया है भगवान के लिए हमसे ऐसा कम मत करवाईए” माधुरी रोते हुए बोली और उसने मॉंटी के पैर पकड़ लिए
”ना मेरी रानी ना ऐसे मत रो और तेरे जैसे माल की जगह पैरों में नहीं लंड में होती है समझी, और मैं जो तन लेता हूँ वही करता हूँ अब अगर 5 मिनट के अंदर तूने अपने कपड़े उतरने शुरू नहीं किए तो फिर हम तेरे कपड़े उतरेंगे और फिर तेरी चुत में तेरे बाप का नहीं हम चारों का लंड होगा समझी”
माधुरी की बुरी हालत हो गई थी उसने राजेश की ओर देखा तो वो भी रो रहा था और अपने आप को बहुत बेबस पा रहा था माधुरी से नज़र मिलते ही उसने अपनी नज़रे झुका ली थी जैसे वो कह रहा हो की जो भी ये लोग कह रहे है वो मान लो.
”चार मिनट हो गये है चोरी बस एक मिनट और बच्चा है तेरे पास” कहे हुए पकया ने माधुरी के बूब्स को बड़ी निर्दयता के साथ मसल दिया माधुरी दर्द के मारे ज़ोर से करही उसने सोच लिया की अब वो नहीं बचने वाली है उसकी चुदाई होना पक्का है तो इन कुत्तों से चुदवाने से अच्छा तो ये है की वो अपने अंकल से ही चुदाया ले पक्का फैसला कर के उसने अपनी कुरती उतार दी……….
माधुरी की कुरती उसके पैरों के पास पड़ी थी सभी लड़के मूःखोले हुए उसे घुरे ही जा रहे थे उसके बारे बारे बूब्स जैसे उसके ब्रा को फाड़ कर बाहर आने को हो रहे थे उसका चिकना सपाट गोरा पेट ऐसा लग रहा था जैसे अभी कोई उसे चाट चाट कर दे उसके नीचे उसकी गहरी नाभि किसी को भी जैसे जीभ घुसने को आमंत्रित कर रही थी उसकी लंबी सुडौल गोरी बहन ये सब देख कर वो सारे ही लड़के जैसे मंत्र मुग्ध हो गये थे तभी पकया आगे बढ़ा और उसने माधुरी की एक चूची को पकड़ कर बड़ी बेरहमी से मसल दिया उसके ऐसा करने से माधुरी के मुंह से एक कराह सी निकल गई और उसकी आंखों में दर्द के मारे आँसू आ गये तभी पकया बोला ”वो मेरी जान क्या बूब्स है तेरे दिल कर रहा है कच्चा ही चबा जाओ, चल अब इसे भी उतार दे” पकया ने उसकी सलवार खींची
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 27
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