RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 24
कुछ देर बाद मनीषा उठी और अपने रूम में आगाई टीना अभी भी राहुल के रूम में ही पड़ी अपनी सांसें संभाल रही थी…..
पूजा किचन में माधुरी के पास जा चुकी थी योगेश हाल में बैठा टीवी देख रहा था तभी योगिता वहाँ आई और योगेस के पीछे खड़े होकर उसके गले में बहन डाल कर उसके गाल चूमने लगी अचानक ऐसा होने से योगेश घबरा गया उसने पलट कर योगिता को देखा तो बोला ”बाप रे तूने तो मुझे घबरा ही दिया था,और तू ये क्या कर रही थी अगर कोई देख लेता तो”
योगिता उसे चूमना चूड़कर उसके साइड में बैठते हुए बोली ”भैया क्या करती मैं मुझे आप पर प्यार आ रहा था तो किस कर ली मैंने, और घर में हमारे अलावा पूजा और माधुरी दीदी ही तो है, पूजा की तो कोई टेन्शन ही नहीं है हाँ अगर माधुरी दीदी देख लेती तो शायद कुछ पंगा होता शायद वो अपने माल को ऐसे लूटते नहीं देख पति और मुझसे झगड़ा करने लगती”
योगिता की बातें सुन कर योगेश घबरा गया ‘तो क्या इसे भी पता चल गया माधुरी के बारे में’ उसने सोचा और बोला ”ये कैसी बातें कर रही है तू माधुरी का कौन सा माल लूट रही है तू जो वो तुझसे जगड़ेगी”
”देखो भैया शुरू से ही दीदी तुम्हारे बहुत करीब रही है और अभी पूजा ने उनकी कुछ अजीब सी हरकतों के बारे में मुझे बताया था जो की वो तुम्हारे साथ कर रही थी, शायद वो भी तुम्हारे साथ वही करना चाहती है जो मैं कर रही हूँ फिर ऐसे में उनके पैर में मोच भी आ गई है तो मैं इसका क्या मतलब निकालु यही ना की तुम उनका माल हो”योगिता बोली
योगेश उसकी बात सुन कर सकपका गया उसने सोचा की वो अब योगिता को कैसे संभाले फिर बोला ”योगिता ऐसी कोई बात नहीं है उसके पैर में सच में मोच आई होगी उससे मेरा कोई लेना देना नहीं है और पूजा ने जो भी तुझे बताया है वो उसने मुझे भी बताया था पर इसमें मधु की कोई गलती नहीं थी वोटो मैं ही उसे घूर रहा था”
योगेश की बातें सुन कर योगिता के होठों पर मुस्कान आगाई और वो हँसने लगी उसे इस तरह हंसते देख योगेश बोला ”ऐसे क्यों हंस रही है तू”
”भैया मुझे बच्चा समझते हो क्या, देखो भैया जैसे मैं तुम्हारी बहन हूँ बाकी भी तुम्हारी बहने ही है तुम्हारा जिसके साथ जैसा भी करने का मान हो करो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता मैं तो सिर्फ़ इतना चाहती हूँ की मुझे मेरे हिस्से का मजा मिलते रहे बस” वो बोली
योगेश ने एक ठंडी सांस ली और कुछ सोचने लगा तभी योगिता खड़ी हुई और बोली ”भैया आज दोपहर में मिलोगे क्या बहुत खुजली हो रही है”
”मैं अभी से कैसे बता दूं यदि मौका मिला तो आजना”योगेश बोला
योगिता गर्दन हिलाते हुए अंदर चली गई तभी योगेश को बाहर बाइक रुकने की आवाज़ आई वो तुरंत खड़ा हो कर अंदर की ओर भगा और सभी बहनों से बोला ”अंकल आ गये है” और फिर बाहर की ओर भगा. उसके मुंह से ऐसा सुन कर सभी बहने हड़बड़ा गई और सलीके के साथ जल्दी जल्दी कम करने लगी.
योगेश दरवाजा पर पहुंचा तब तक राजेश (उसके पापा) भी दरवाजा तक आ गये थे ”लाइए अंकल मुझे दीजिए” कह कर उसने अंकल का बैग ले लिया ”और बेटा क्या चल रहा है, और तुम्हारी बहने कहा है?” अंकल बोले
”बस अंकल सब ठीक चल रहा है और तीनों बहने खाना बना रही है बुलाऊ क्या उन्हें” योगेश बोला
”रहने दे, पहले मैं नहा धोकर फ्रेश हो लू फिर खाना खाते हुए बातें करते है” कहते हुए राजेश अपने रूम में चले गये
लगभग पाँव घंटे बाद सभी डाइनिंग टेबल पर बैठे हुए खाना कहा रहे थे राजेश कुछ मामलों में सख्त जरूर थे पर अपने बच्चों से प्यार भी बहुत करते थे पूजा उनकी सबसे प्यारी बेटी थी और घर भर में एक वो ही थी जो उनसे बहस कर सकती थी बाकियो के मुंह से तो उनके सामने आवाज़ भी नहीं निकलती थी.
”इस बार बहुत देर कर दी अंकल वापस आने में” पूजा बोली
”देर कहाँ बेटा, मैं तो जल्दी आ गया वरना तो अभी 4-5 दिन और लगने थे वहाँ लेकिन मुझे माधुरी को लेकर तुम्हारे माआंटी के घर जाना है इसलिए जल्दी आना पड़ गया,अरे हाँ माधुरी तुम अपनी पकिंग कर लो हमें अभी 3 बजे की गाड़ी से ही निकलना है समझी” राजेश बोले
”लेकिन अंकल एकाएक ही माआंटी के घर जाने का प्रोग्राम कैसे बन गया” योगेश ने पूछा
योगेश के पूछने पर राजेश ने उन लोगों को समाज के सम्मेलन के बारे में बताया और फिर इधर उधर की बातें करते हुए सभी खाना खाने लगे खाना खाने के बाद माधुरी अपने रूम में पकिंग करने चली गई और राजेश मार्केट चले गये थे पूजा और योगिता को किचन के कम समेटने थे तो वो दोनों नीचे ही थी योगेश ने मौका देख कर पूजा को बुलाया और बोला ”पूजा मैं उप्पर मधु के पास जा रहा हूँ तू प्लीज़ ध्यान रखना के कोई ऊपर ना आ जाए और यदि कोई आता है तो मुझे आगाह कर देना प्लीज़”
पूजा के चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान आगाई थी ”हाँ, हाँ जल्दी जाओ अब वो सेक्सी गांड तुम्हें बहुत दिन नहीं मिलने वाली है जाते हुए एक बार तो उसका भोग लगा ही लो मैं देखती हूँ इधर, पर भैया अब घर में हम तीनों ही है और हमें मौका भी मिल गया है क्योंकि योगिता तो हमारे साथ है ही अब तो आपको मेरा कम करना ही होगा” टीना बोली
”ये भी कोई बोलने वाली बात है मुझे सब याद है, ठीक है मैं जाता हूँ तू ध्यान रखना”योगेश बोला पूजा ने हाँ में गर्दन हिलाई तो वो ऊपर की ओर लपका
माधुरी अपने रूम में पकिंग कर रही थी उसकी पीठ दरवाजा की तरफ थी योगेश धीरे से रूम में एंटर हुआ और बगैर आवाज़ किए दरवाजा बंद कर के माधुरी के पीछे आ गया और उसे बाहों में भर के दीवानों की तरह उसके बूब्स दबाते हुए उसकी गर्दन चूमने लगा पहले तो माधुरी चौंकी पर योगेश को देख कर उसने भी अपना शरीर ढीला चोद दिया अपने भाई की हरकतों का मजा लेने लगी योगेश का लंड खड़ा होकर उसकी गांड पर दस्तक दे रहा था और योगेश के हाथ उसके बारे बारे और कठोर बूब्स को निचोड़ रहे थे और योगेश के तपते होठों की गर्मी जैसे उसके पूरे बदन को पिघला रही थी माधुरी पूरी तरह मस्त हो गई थी उसकी चुत पानी चुदने लगी थी तभी योगेश ने अपना एक हाथ उसकी सलवार के अंदर घुसेड़ कर उसकी पैंटी को हटते हुए उसकी नंगी चुत को अपनी मुट्ठी में भर कर भिचने लगा ”आहह…..भैया क्या कर रहे हो कोई आजाएगा माधुरी मदहोशी में अपना एक हाथ पीछे लाकर योगेश के बालों में घूमते हुए बोली और उसका दूसरा हाथ पेंट के ऊपर से ही योगेश के लंड को मसल रहा था अब योगेश से भी नहीं रहा जा रहा था ”मधु अब तो कुछ दिन मिलना नहीं हो पाएगा प्लीज़ तब तक इंतजार करने के लिए अभी मुझे अपनी प्यारी सी गांड दे दे ना” योगेश उसे मानते हुए बोला
”ले लो भैया जैसे चाहे वैसे ले लो अब ये तुम्हारी ही तो है”माधुरी बोली
”बस गांड ही डोगी चुत नहीं” योगेश पहले की तरह ही अपने हाथ चलते हुए बोला
”चुत के बारे में भी कुछ करेंगे बाद में अभी उसके लिए टाइम नहीं है पर पहले तुम गांड तो ले ही लो आहह….उउम्म्म्म……” अपनी चुत में योगेश की उंगली घुसने के कारण चिंहुक्ती हुई माधुरी बोली
योगेश जनता था के उसके पास टाइम कम है इसलिए उसने देर ना करते हुए वहीं माधुरी की सलवार नीचे कर उसे घोड़ी बना दिया और जाकर तेल ले आया अब उसके हाथ अच्छे से माधुरी की गांड की ‘तेल मालिश’ कर रहे थे उधर माधुरी भी एक्शैतमेंट में अपनी चुत में उंगली पेल रही थी योगेश ने अपने लंड पर भी अच्छे से तेल लगा लिया और पोज़ीशन लेते हुए माधुरी से बोला ”बोल मेरी घोड़ी तैयार है सवारी शुरू करूं”
”चालू हो जा मेरे राजा” माधुरी के शब्द अभी पूरे भी नहीं हुए थे की ‘ककच……….’की आवाज़ के साथ माधुरी की एक घुटि हुई चीख से माहौल और भी सेक्सी हो गया एक ही धक्के में योगेश का आधा लंड माधुरी की गांड में था गांड वैसे भी बहुत खुल चुकी थी और तेल भी लगा था तो माधुरी को ज्यादा दर्द नहीं हुआ वो अभी पहले धक्के को ही संभाल नहीं पाई थी की तभी फिर से ‘ककच्छ…..’ की दूसरी आवाज़ आई और वो आगे की ओर गिरने को गुई पर योगेश ने उसे संभाल लिया अब लंड पूरी तरह से माधुरी की गांड में सआंटी गया था कुछ देर योगेश रुका रहा और फिर उसने धक्के लगाने शुरू कर दिए माधुरी भी पूरी ताक़त से अपनी गांड पीछे धकेलते हुए जोरों से अपनी चुत में उंगली चलाने लगी पूरा कमरा ”आहह’, ‘ऊओह’, ‘उउंम्म……’ जैसी आवाजो से गूंजने लगा योगेश अब ऐसे लंड अंदर बाहर कर रहा था जैसे वो आज माधुरी की गांड फाड़ ही देगा उधर माधुरी के भी मजे की कोई सीआंटी नहीं थी दोनों भाई बहन जैसे पागल हो गये थे उस पर माधुरी की गांड से तेल की वजह से आती ”फ़च्छ…फ़च्छ…’ की आवाज़ एक अलग ही सआंटी बना रही थी लगभग 10 मिनट बाद योगेश के धक्को की बढ़ता शताब्दी की बढ़ता को भी मत देने लगी और उसने आज फिर अपनी बड़ी बहन की गांड को अपने वीर्य से लबालब भर दिया माधुरी भी अब झाड़ चुकी थी कुछ देर अपने आपको संभाले के बाद दोनों उठे माधुरी बाथरूम जाकर अपनी गांड साफ कर के आगाई थी योगेश ने उसे पकड़ा और अपने सीने से लगते हुए उसके होंठ चूमने लगा और बोला ”मधु अब तुम्हारे बिना मेरा दिल नहीं लगेगा”
”दिल नहीं लगेगा या लंड परेशान करेगा” माधुरी उसे चिढ़ते हुए बोली
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 24
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