RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 7
‘सच में ‘माधुरी खुश होते हुए बोली
‘हाँ पर तुमने पहले कभी बाय्फ्रेंड देखी है’ योगेश ने पूछा ”हाँ कॉलेग के टाइम सहेलियों के मोबाइल में बहुत बार देखी है’ वो बोली
”ठीक है तो फिर तुम जब चाहो मेरा लापी उसे कर सकती हो’ वो बोला
‘शुभ कम में देरी क्यों लाओ अभी ही वो वाला फोल्डर खोल के मुझे दे दो मैं मेरे रूम में जाकर आज ही सारी फिल्में देख लूँगी’ वो खुश हो कर बोली
”लगता है बहुत जल्दी है उंगली करने की” योगेश हंसाता हुआ बोला और उसने लापी पर बाय्फ्रेंड वाला फोल्डर ओपन कर के माधुरी को दे दिया मदूरी ने लापी लिया और बोली ‘टॅंक्स भाई & गुड नाइट’
”वेरी वेरी गुड ‘उंगली’ नाइट तो यू” वो हंस कर बोला माधुरी मूढ़ुरी भी मुस्कुराईं और गांड मतकते हुए अपने रूम में चली गई
”हे मेरी जान तेरी गांड तो मेरी जान ही निकल देगी” उसके जाने के बाद योगेश बोला अब उसे किसी बात का टेंशों नहीं था उसे लगा के आज नहीं तो कल वो मधु को चोद ही देगा पर अभी एक चिड़िया तो तुरंत ही फासने को तैयार है और वो योगिता का इंतजार करने लगा….
रात के करीब 10.30 बजे योगिता योगेश के कमरे में आई योगेश उसे देखते ही उठा और जल्दी से दरवाजा बंद कर लिया फिर उसने ज़ोर से योगोटा को अपनी बाहों में भिच लिया जिससे योगिता के बूब्स उसके सीने में घुस गये और ऐसा करते ही उसका पहले से ताना हुआ लंड पूरा अकड़ के योगिता की नाभि में ही घुसने लगा अब वो योगिता की पीठ सहला रहा था और उसके होंठ योगिता की गर्दन पर टच हो रहे थे इन सब हरकतों से योगिता की चुत भी अब गीली हो गई थी ”आ गई मेरी प्यारी बहन मैं कब से तेरा इंतजार कर रहा था” योगेश अपने हाथ योगिता की कमर सहलाते हुए बोला ”वो भैया पूजा सोई नहीं थी तो मैं उसके सोने का इंतजार कर कर रही थी वरना बेकार में ही उसके सवालों का जवाब देना पड़ता” अब योगिता भी अपने भाई से चिपके जा रही थी उसने जानबूझ कर योगेश को ये नहीं बताया के वो पूजा को सब कुछ बता चुकी है अब योगेश के हाथ योगिता के भरी कुल्हो पर आ गये थे और योगिता भी अपने भाई की पीठ सहला रही थी एकाएक योगेश की एक उंगली योगिता की गांड की दरार पर पहुँची और वो उसे सहलाने लगा योगिता एक दम से सिहर उठी उसने कस कर योगेश को जकड़ लिया अब योगेश एक हाथ की उंगली से उसकी गांड की दरार को सहला रहा था और दूसरे हाथ से उसके कड़क कड़क कूल्हे को दबा रहा था दोनों ही भाई बहन सब कुछ भूल कर जैसे अपने जिस्म की गर्मी को ठंडा कर लेना चाहते थे तभी साइड वाले रूम से जो की माधुरी का था उन्हें खांसने की आवाज़ आई दोनों ही चिटक कर एक दूसरे से अलग हो गये अब उन्हें होश आया के वो दोनों क्या कर रहे थे कुछ देर दोनों ही नज़र नहीं मिला पाए और पलंग पर जा कर बैठ गये
कुछ देर बाद योगिता ने ही खामोशी को थोड़ा ”हाँ तो भैया क्या पूछना चाहते थे आप” योगेश कुछ देर सोचने के बाद हिचकिचाता हुआ बोला ”वो क्या है ना योगिता उस टाइम तो मैंने बोल दिया पर अब मुझे लगता है के मैं वो सवाल तुम से नहीं पूछ सकता क्यों की तुम मेरी बहन हो वो सवाल तो ऐसे है की गर्लफ्रेंड से पूछो तो वो भी शर्आंटी जाए,नहीं नहीं मैं तुम से ऐसी बातें नहीं कर सकता” योगिता को लगा के अगर उसने पहल नहीं की तो शायद बनता हुआ खेल बिगड़ जाएगा कहीं फिर से योगेश के अंदर सोया हुआ भाई फिर से ना जगह जाए ये सोचने के बाद की चाहे कुछ भी हो जाए चाहे उसका भाई उसे रंडी ही क्यों ना समझे अब वो पीछे नहीं हटेगी वो बोली ”तो अभी आप क्या कर रहे थे वो सब भी तो बहन के साथ नहीं किया जाता” ”वो क्या है ना योगिता उस टाइम मैं तुम्हारे बदन को छू कर बहक गया था”योगेश ने जवाब दिया वो ये सब करना चाहता था पर उसके अंदर का भाई उस पर फिर से हावी होना चाह रहा था उसे समझ नहीं आ रहा था के वो क्या करे एक तरफ तो वो अपनी बहन के साथ सेक्स करना चाहता था और दूसरी ओर रिश्तो की जंजीर उसे आगे बढ़ने नहीं दे रही थी उसे सोचता हुआ देख योगिता बोली ”कितनी अजीब बात है उधर भाई अपनी बहन के बदन को छू कर बहक जाता है और इधर बहन भी अपने भाई के बदन को छूकर देखने के लिए बेताब है, दोनों भूखे है पर एक दूसरे के लिए कुछ कर नहीं सकते क्योंकि दोनों भाई बहन है, है ना भैया” योगेश के समझ में कुछ नहीं आ रहा था के वो क्या जवाब दे उसे चुप देख कर योगिता उसे उकसाते हुए बोली ”भैया क्या जिंदगी है आपकी बहनों की कभी आपने सोचा भी है घर से कॉलेग और कॉलेग से घर, पार्टी और दोस्तों के साथ कही जाने की बात तो दूर अपने सगे रिश्तेदारों के घर भी अकेले नहीं जा सकती शायद यही कारण है की बुआ घर से भाग गई थी और मेरी नज़र में तो शायद उन्होंने सही किया था कोई भी इंसान अपने आप को कब तक रोकेगा जो जिंदगी इस घर की लड़कियां जी रही है उससे तो जेल की जिंदगी अच्छी है” योगेश की सोचे योगिता की ये बातें सुन कर अब दूसरी दिशा में दौड़ने लगी थी वो सोचने लगा के ये तो लड़कियां है पर इस घर में लड़का होने के बावजूद उस पर भी इतनी ही बंदिशे लागू है आज तक इकलौता बेटा होने के बाद भी उसके अंकल ने उसे कभी अपने व्यापार और कहती बड़ी में साथ नहीं लिया था बस पढ़ाई ही उस की दुनिया बन गई थी.
उसने योगिता की ओर देखा और बोला ”यार तुम लड़की होने का रोना रोती हो पर मैं तो लड़का हूँ फिर भी तो मुझ पर तुम्हारी ही तरह बंदिशे लागू है मैं भी अपनी जिंदगी कहाँ खुल कर जी परहा हूँ”
अब योगिता को लगा के उसका तीर एकदम सही निशाने पर लगा है वो आग में और घी डालते हुए बोली ”कह तो आप सही रहे है भैया आप की हालत भी हमारे जैसी ही है तो क्योना भैया जो मजे हम बाहर नहीं ले पाए घर में ले ले”
”क्या कहना चाहती हो तुम” योगेश बोला
” भैया आपकी भी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और मेरा भी कोई बॉयफ्रेंड नहीं है क्योना आज से हम अपने पुराने रिश्ते को कोने में रख एक नये रिश्ते की शुरूआत करे मैं आपकी गर्लफ्रेंड और आप मेरे बाय्फ्रेंड”
योगेश उस की ओर देख कर एक कुटिल मुस्कान के साथ बोला ”मुझे मंजूर है पर उस रिश्ते में अभी थोड़ी देर पहले हमारे बीच में जो हुआ था उससे कहीं ज्यादा होता है बोलो कर पाएगी”
अँधा क्या चाहे दो आंखें ”भैया मैं तो सब कुछ करने को तैयर हूँ पर धीरे धीरे एकदम से नहीं कर पाऊंगी” वो बोली
”चल धीरे धीरे ही सही पर अब बोहिनी तो कर दे” कह कर वो उठा और योगिता को भी खड़ा कर लिया उसका लंड पूरी तरह खड़ा हो गया था अब उसके अंदर का भाई पता नहीं कहाँ भाग गया था और उसकी जगह एक सेक्स के भूखे नौजवान लड़के ने ले ली थी जिसके पास चोदने के लिए एक नहीं चार चार ऊंची छूते थी
अब उसने योगिता को अपने से चिपका लिया और अपने होंठ उसके होठों से जोड़ दिए योगिता ने भी मस्ती में अपनी आंखें बंद कर ली अकीर उसकी हसरते भी पूरी होने को आगाई थी अब योगेश उसके होठों को चूसते हुए अपने दोनों हाथों से अपनी बहन के बारे बारे बूब्स सहला रहा था और उसका लंड योगिता की चुत के पास रदद कहा रहा था अब योगिता भी उसके सर को पकड़ कर उसके होंठ चूस रही थी अब योगेश अपने एक हाथ की उंगली से योगिता की गांड की दरार सहला रहा था और दूसरा हाथ उसने अब कपड़ों के ऊपर से ही उसके एक बुबू पर रख कर धीरे धीरे दबाने लगा योगिता तो पहले से ही गरम थी और आज पहली बार किसी लड़के ने उसको इस प्रकार से छुआ था उसका बदन अकड़ गया और वो झड़ने लगी आज उसकी चुत ने इतना पानी चोदा था जितना आज तक कभी भी नहीं चोदा होगा उसकी पैंटी पूरी गीली हो गई थी चूँकि उसका कम हो गया था इसलिए उसने योगेश को ज़ोर से धक्का दिया और भाग कर दरवाजा खोल दिया योगेश हक्कबाक्का सा उसे देखते हुए बोला ”क्या हुआ कितना मजा आ रहा था”
”भैया अभी तो शुरूआत हुई है अभी तो बहुत मजे आएँगे पर मैंने कहा था ना धीरे धीरे तो अब कुछ इंतजार करो” कह कर वो रूम से बाहर निकल गई योगेश उसे मुंह फाड़े जाते हुए देख रहा था उस बेचारे की तो कलपद हो गई थी..
अगली सुबह सब उठ कर अपने अपने कम में लग गये. योगिता और पूजा साथ ही कम कर रही थी पूजा रात को योगिता के वापस आने से पहले ही सो गई थी इसलिए वो रात को क्या हुआ ये पूछने के लिए बेताब थी पर मौका ही नहीं मिल पा रहा था जैसे ही मौका मिला उसने योगिता से पुछज़ ”रात को क्या हुआ दीदी” योगिता जानती थी की पूजा भी चुदाई करवाने के लिए बेचैन है इस लिए वो थोड़ी देर उसके मजे लेना चाहती थी ”कुछ नहीं यार बस थोड़ी देर इधर उधर की बातें होती रही जब मुझे लगा की आगे कुछ नहीं होने वाला तो मैं उठ कर आ गयी और भैया ने भी मुझे नहीं रोका मुझे तो नहीं लगता के आगे हमारा कुछ हो पाएगा” ये सुनकर पूजा का मुंह उतार गया वो बोली ”पर यार तूने भी तो अपनी तरफ से कुछ करना था”
”क्या करती मैं, क्या नंगी होकर अपनी टाँगे फिलकर अपनी चुत दिखाते हुए कहती की आओ भैया आपकी बहन बहुत चुदसी है इसे चोद डालो और बाद में इससे भी बड़ी रंध पूजा को भी आपको ही चोदना है” योगिता ने उसे और सताया ”च्ीईीई….दीदी आप भी ना आज कल बहुत गंदे गंदे वर्ड उसे करने लगी हो, और आपने तो मेरे सारे सपने ही तोड़ दिए” ये कहते हुए पूजा की आंखों में आँसू आ गये
अब योगिता को उसे और सतना सही नहीं लगा उसने पूजा को गले लगा लिया और उसके आँसू पोछते हुए बोली ”अरे पागल मैं तो मज़ाक कर रही थी अपना कम हो चुका है और यदि मैं ही मना नहीं करती तो शायद भैया मुझे रात को ही चोद डालते” कह कर उसने रात की सारी घटना उसे सुना दी पूरी बात सुनते ही पूजा खुशी के मारे झूमने लगी उसने योगिता के गाल पर एक किस किया और बोली ”ई लव यू दीदी मुझे पता था के तुम ये कर लॉगी, अब तो बस मुझे यही इंतजार है की कब भैया का लंड मेरी चुत की खुजली मिटाएगा” ”नहीं पूजा इतनी जल्दी नहीं करनी है हमें वरना पता नहीं की भैया हमारे बारे में क्या सोचे” योगिता उसकी बात सुनकर बोली ”पर दीदी हमें जो भी करना है जल्दी ही करना पड़ेगा वरना पता है ना माधुरी दीदी भी इसी चक्कर में है अगर भैया को उन्होंने हम से पहले सेट कर लिया तो पता नहीं फिर हमें और कितना वेट करना पड़े” पूजा ने अपनी चिंता बताई, ये सुनकर योगिता भी सोच में पड़ गई क्योंकि उसे पता था की भले ही लड़कोको नहीं नहीं चुत चोदने में मजा आता है पर पहली चुत का नशा भी कुछ दिन बना ही रहता है और अभी घर में कोई नहीं है तो उसके पास मौका भी बहुत था पर सबके आने के बाद और खास टूर से मनीषा की वजह से उसको बाद में इतने मौके मिलने की उम्मीद कम ही थी उसने पक्का फैसला कर लिया के अब वो देर नहीं करेगी और अगर मौका मिलता है तो आज ही सबकुचकर लेगी.
उसे सोचता देख पूजा ने पूछा – क्या सोच रही हो दीदी?
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 7
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