RE: Nangi Kahani साला है बड़ी किस्मत वाला
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 2
अपने रूम में जा कर उसने कपड़े चेंज किए और नीचे आ गया उसे माधुरी कहीं भी डिकई नहीं दी ुसनव टाइम देखा 10 बज चुके थे योगिता और पूजा 4 बजे वापस लौट थी थी उसने किचन में झाँका माधुरी वहाँ कुछ काम कर रही थी उसने माधुरी को पीछे से हग करते हुए पूछा क्या कर रही हो डार्लिंग’
कुछ नहीं खाना तो बन चुका है बस थोड़ी सफाई कर रही हूँ तू थोड़ी देर रुक मैं फ्रेश होकर तेरे लिए कगाना लगा देती हूँ ये कहते हुए वो पीछे मुड़ती है योगेश के एकदम चिपके होने के कारण मुड़ते ही उसके बारे बूब्स योगेश के सीने में दब से जाते है अचानक ऐसा होने से योगेश को झटका सा लगता है उसने अपनी बहन के बारे बारे बूब्स अभी अभी अपने सीने में चुभते हुए महसूस किए थे इधर मदूरी भी सन्न्न रही जाती है उसे योगेश की हालत देख कर पता चल जाता है की उसने उसके बूब्स महसूस किए है
थोड़ी देर तक दोनों ऐसे ही खड़े रहते है फिर अकीर में योगेश ही बोला ‘ठीक है मैं बाहर टीवी देखता हूँ तुम जल्दी से खाना लगाओ फिर मुझे कोलेडग का काम करना है ये कह कर वो बाहर निकल गया
टीवी देखने में भी उसका मान नहीं लग रहा था रही रही कर उसे अपने सीने पर मधु के बूब्स का अहसास हो रहा था वो मान ही मान अपने आप पर नाराज़ हो रहा था क्यों वो मधु के इतने करीब गया पर फिर सोचता की इसमें उसकी गलती ही क्या है पहले भी तो उसने कितनी बार ऐसे किया है पर आज तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ अगर मधु एकाएक नहीं मुड़ती तो शायद ऐसा नहीं होता तभी उसका ध्यान अपने पेंट की तरफ गया जहाँ उसने लंड की जगह एक बड़ा टेंट बना देखा वो फिर सोच में पड़ गया क्या उसका लंड अपनी सगी बहन के लिए खड़ा हो गया है उसने अपने आप को ही गली बाकी और टीवी में ध्यान लगाने की कोशिश करने लगा
उधर मधु की हालत भी कुछ अलग नहीं थी वो अभी जो कुछ भी हुआ उसके लिए अपने आप को ही जिम्मेदार मान रही थी योगेश का क्या है वो तो हमेशा ही ऐसा करता है मैं ही अचानक क्यों मुड़ी सब गलती मेरी ही है क्या सोचा होगा उसने मेरे बारे में ये सब सोचते हुए वो बाथरूम में गई और कपड़े उतार कर नहाने लगी उसने अभी पैंटी नहीं उतरी थी एकाएक उसे अपनी पैंटी में चुत के पास कुछ गीला सा लगा उसने पैंटी उतार कर देखा तो ये उसकी चुत का पानी था ‘अब ये कहाँ से आ गया’ वो सोचने लगी क्या अपने भाई के बारे में सोच कर मुझे ऐसा हुआ अपने आप ही उसके हाथ चुत को सहलाने लगे और एक उंगली अंदर बाहर होने लगी उसके ख़यालो में किसी का चेहरा नहीं था पर उसके मान की दमित भावनाएं जागने लगी और अब एक की जगह दो उंगलियां सतसट अंदर बाहर होने लगी वो निर्विकार भाव से बहुत तेजी से फिंगरिंग करने लगी अचानक उसका शरीर एत्ने लगा और आंखें बंद हो गई वो झड़ने लगी मजे के कारण उस के मुंह से आहह….उउउफफफ़फ्ग…….हाईई….जैसी आवाजें निकालने लगी एकाएक एक चेहरा उसके ख़यालो में आया और अपने आप ही उसके मुंह से निकला ‘ओह योगी प्लीज़ फुउक में’
ये बुखार उतार जाने के बाद उसे याद आया के लास्ट में उसके मुंह से क्या निकला था क्या मैं अपने ही भाई से चुदना चाहती हूँ……. धात्ट ऐसा कहीं होता है सर झटक के उसने जल्दी से नहाया और एक टॉप और लोवर पहन कर दोनों के लिए खाना लगाया और योगेश को आवाज़ लगाई योगेश ने टीवी बंद की और डाइनिंग टॅबेल पर मदु के सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया मधु का टॉप थोड़ा टाइट था और उसने अंदर ब्रा भी नहीं पहनी थी तो उसके उभर खुल कर बाहर आ रहे थे और ज़रा भी हरकत होते ही हिलने भी लगते थे ये देखते ही योगेश की नज़रे वहीं जम सी गई और लंड फुल टाइट हो गया अब उसे सामने बैठी उसकी बहन बहन नहीं किसी ब्लू फिल्म की हेरोइन नज़र आने लगी थी उसका मान कर रहा था के अभी टॉप को फाड़ कर उसके बूब्स मसल डाले वो एकदम पठार की मूरत बन कर मधु को एकटक देखे जा रहा था तभी मधु ने उसकी ओर देखा और योगेश को इस टाइप से देखते हुए उसने उसकी नज़रो का पीछा किया तो पाया की वो इसके बूब्स को ही घूर रहा है उसे एक अजीब सी फाइलिंग हुई आज ये सब क्या हो रहा है अभी उसने खुद अपने भाई के नाम की मूठ मारी और अब उसका भाई उसे ऐसे घूर रहा है उसने खाना लगा दिया था पर अब योगेश को बोले कैसे अगर उसे पता चल गया के मैंने अपने बूबा को घूरते हुए देख लिया है तो बेचारा बेकार में ही गिल्टी फील करेगा अब मैं क्या करूं ये सोचते हुए अचानक एक आइडिया आया उसने एक चमचा जानबूझ कर नीचे गिरा दिया अचानक हुई छणक की आवाज़ से योगेश की तंद्रा टूटी क्या हुआ वो बोला ,
सॉरी भैया वो चमचा नीचे गिर गया मैं उठा लेती हूँ कहकर जैसे ही वो नीचे झुकी उसकी नज़र सीधे योगेश के पेंट पर बने टेंट पर गयी उसे ऐसा लगा जैसे उसकी चुत फिर से पानी छोड़ लगी हो हे राम कितना बड़ा टेंट बना हुआ है लंड है या मूसल ये सोचते हुए वो अपनी चुत को सहलाने लगी
क्या हुआ नहीं मिल रहा क्या ?
योगेश की आवाज़ सुनते ही उसने छमचा उठाया और सीधे होते हुए बोली वो थोड़ा दूर गिरा था इसलिए हाथ नहीं पहुँच पा रहा था
फिर दोनों भाई बहन अपनी अपनी सोचो में डूबे हुए खाना खाने लगे …..
माधुरी एक बहुत ही सुंदर और चंचल लड़की है वो सभी बहनों से सुन्दर है पढ़ाई उस ने भी चुद दी है और अब घर पर ही रही कर मनीषा की मदद करती है सेक्स और चिदई में उसको बहुत इंटरेस्ट था पर कॉलेग के अलावा घर से अकेले निकालने का कभी मौका ही नहीं मिलता था वैसे वो भी ब्लू फिल्में देख चुकी थी और सेक्स स्टोरी भी पढ़ चुकी थी फिंगरिंग करना उसका रोज का कम था
योगेश एक हनडसूम स्मार्ट और हँसमुख लड़का है पर्सनॅलिटी भी बहुत अच्छी है सेक्स का तो दीवाना है रोज दो तीन बार मूठ मारना तो उसके लिए बहुत जरूरी है उसकी अपनी सभी बहनों में सबसे प्यारी बहन माधुरी है जिस से उसकी बहुत पट्टी है दोनों एक दूसरे से दोस्तों की तरह ट्रीट किया करते है वो अभी पढ़ाई भी कर रहा है और इकलौता बेटा और भाई होने के कारण वो सभी का चहरता है यहाँ तक की मनीषा भी उसकी छोटी मोटी ग़लतियो को इग्नोर कर दिया करती है
अब अकीर में बची दो छोटी बहने योगिता और पूजा ये दोनों हर डिपार्टमेंट में एक से तरफ एक है दोनों ही अभी कोलेडग में है और हमेशा साथ ही रहती है ये दोनों बहने कम और सहेलिया ज्यादा है दोनों ही कभी भी कोई बात एक दूसरे से नहीं छुपा थी है और कमरा भी एक ही शेयर करती है
दोस्तों अब इनका इंट्रो पूरा हुआ कुछ बाकी रहा हो तो टाइम पर बता दूँगा पर हाँ एक खास बात बता दूं इस घर में इन लड़कियों को एक लिमिट में ही चुत मिली हुई है क्यों की राजेश की बहन ने घर से भाग कर शादी की थी इस वजह से ऑन सभी लड़कियों को शुरू से गर्ल्स कॉलेज और कोलेडग में पढ़ना पड़ा वो भी टाइम पर जाना और टाइम पर आना अकेली कहीं भी जाना मना था जहाँ भी जाना हो बाप भाई या मां के ही साथ जाना होता था कोई पार्टी या बर्थ दे अलो नहीं थे इस मामले में राजेश बहुत सख्त था लड़कियों के पास मोबाइल भी सींपेल थे जिन पर नेट की सुविधा माही थी घर पर भी कोई कपमपुटेर नहीं था सिर्फ़ एक लॅपटॉप था जो की योगेश को उसके पिछले भी’दे पर राजेश ने ही गिफ्ट किया था
कुल मिला के इन लड़कियों की दुनिया सिर्फ़ उनका घर ही था
चलिए अब कहानी शुरू करते है
है मेरी जान एक बार बस एक बार तेरी चुत मिल जाए फिर देख उसे मैं कैसे फड़ता हूँ’
योगेश लापी पर कटरीना का एक फेंक न्यूड पिक्चर देख कर मूठ मरते हुए बेक जा रहा था
दिन अभी निकला ही था और उसने अपना फेवरते कम शुरू कर दिया था अक्सर रोज ही उसके दिन की शुरूआत ऐसे ही होती थी
आअहह………. ले साली ले झेल ये कहते कहते उसके लंड ने पिचकारी चोद दी
फारिग होने के बाद वो फ्रेश होकर हटा ही था के नीचे से मनीषा की आवाज़ आई ‘योगेश जल्दी नीचे आ हमें देरी हो रही है’ ‘हाँ दीदी बस एक मिनट’ आज मनीषा और उसकी मां को हप्ते भर के लिए उसके माआंटी के यहाँ जाना था और उन्हें स्टेशन तक चोदने योगेश को ही जाना था क्यों की उसके अंकल कल से गाँव गये हुए थे और अभी 3-4 दिन वहीं रुकने वाले थे
योगेश नीचे आया तो माधुरी उसके लिए नाश्ता ले कर आई उसे देखते ही योगेश ने आँख मारी और बोला
‘ही स्वीटी गुड मॉर्निंग’
‘गुड मॉर्निंग डार्लिंग’ माधुरी ने रिप्लाइ किया
कैसे भाई बहन हो तुम दोनों कभी तो भाई बहन जैसे बातें कर लिया करो मनीषा छिड़ कर बोली
ये साला है बड़ी किस्मत वाला है – 2
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