RE: College Girl Chudai मिनी की कातिल अदाएं
मेरा लंड पूजा की चूत से दोस्ती के नए आयाम स्थापित कर रहा था, पूरा कमरा ‘फच्च फच्च… उह आह…’ की आवाज से गूँज रहा था।
चूँकि पूजा की चूत में पहले से ही रोहित का वीर्य पड़ा था इसलिए मेरे लंड की स्पीड उसकी कसी हुई चूत में खूब बढ़ी हुई थी।
मैंने भी कभी इतने खुले माहौल में चुदाई नहीं की थी जहाँ शोर या आवाज का कोई डर नहीं था।
और यह हूर जैसा मखमली नंगा बदन मुझसे चिपका पड़ा था, सब कुछ एक सपने की तरह हो रहा था।
मेरा लंड और पूजा की चिकनी चूत एसे भिड़े हुए थे जैसे बरसों के प्यासे हों।
न पूजा को इस बात की परवाह थी कि वो अपने पति के सामने एक पराये मर्द से चुद रही है, न मुझे इस बात का डर था कि मैं एक पराये आदमी की बीवी को उसी के सामने उसी के बिस्तर पर चोद रहा हूँ।
तभी मुझे लगा कि पूजा ने एक बार फिर अपना योनि रस छोड़ दिया है..
ठीक उसी समय मुझे भी लगा कि मैं आने वाला हूँ, मैंने पूजा से कहा- मेरी जान, मैं छुटने वाला हूँ, कहाँ निकालूँ?
पूजा बोली- मेरे अंदर ही डाल दो मेरे राजा, आज मेरी चूत की दूसरी सुहागरात है।
उसे और मुझे यह शर्म ही नहीं थी कि उसका पति भी हमारी बात सुन रहा है।
मैं अपना सारा माल उसके अंदर डाल कर निढाल होकर उसके ऊपर ही लेट गया।
वो भी मुझे ऐसे भींच कर बुदबुदा रही थी- अब मुझे छोड़ कर मत जाना जानू…
कुछ मिनट ऐसे पड़े रहने के बाद मुझे ख्याल आया कि घर भी तो जाना है। मैंने पूजा को अलग करते हुए रोहित से कहा- मुझे घर जाना है।
पूजा बोली- कॉफ़ी बनाती हूँ, पीकर जाना।
वो नंगी ही किचन में गई, रोहित उसके पीछे पीछे किचन में गया, मैं बाथरूम में एक बार फिर शावर लेने चला गया।
किचन से फिर ‘उह आह…’ की आवाज आने पर मैं समझ गया कि रोहित फिर चालू हो गया है।
मैं वहाँ झांकने गया तो देखा कि रोहित पूजा को कुतिया बना कर चोद रहा है।
मुझे देखते ही बोला- तू भी आ जा, दे दे इसके मुँह में।
पूजा ने खुद हाथ बढ़ा कर मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसना शुरू कर दिया।
रोहित तो बहुत जल्दी झड़ गया और पूजा की प्यास फिर अधूरी रह गई।
मैंने कहा- अब फिर कभी!
काफी पीकर मैं घर आ गया।
आते ही मेरी बीवी का फ़ोन आया।
वो इस बात से बहुत खुश थी कि अगले महीने से उसकी चूत रोज चुदेगी, मगर इस बात से उदास थी कि आज कुछ नहीं हो पाया।
मेरा लंड तो फिर टाइट था, मैंने उससे कहा- अपनी उंगली चूत में डालो और जोर जोर से अन्दर बाहर करो… उसके लिए यह नया रोमांच था।इधर मैं अपना लंड जोर जोर से हिला रहा था, उधर वो चूत में उंगली अन्दर बाहर कर रही थी.. फ़ोन पर ही ‘उह आह…’ की आवाज आr अही थी।कुछ ही पलों में हम दोनों ही झड़ गए।
इस तरह का यह पहला अनुभव था हम दोनों का…
फ़ोन पर ही एक जोर का चुम्बन करके हम दोनों सो गए।
अगले दिन सुबह 11 बजे पूजा का फ़ोन आया। फ़ोन पर पहले तो उसने जोरदार चुम्बन किया, फिर बोली- जानू, शादी के इतनी साल बाद पहली बार मेरी चूत की आग शांत हुई है।
उसने मुझे बताया कि अब वो रोजाना 11 बजे मुझे फ़ोन करेगी क्योंकि इस समय रोहित रोज बैंक जाता है।
हम लोग आधा घंटा फ़ोन पर बात करते रहे। उसने मुझे बताया कि रोहित करता तो रोज है मगर उसका छोटा होने से पूजा को बड़े लंड की चाहत थी जो मुझसे मिल कर पूरी हुई।
पूजा बोली- वैसे मैं और रोहित सेक्स को बहुत एन्जॉय करते हैं और लगभग दो महीने से रोहित इस फिराक में था कि मुझे एक नया लंड कैसे मिले। मगर मैं हर किसी के लिए तैयार नहीं थी, तुम में पता नहीं मुझे क्या दिखा कि मैं तुरंत मान गई।
शाम को रोहित का फ़ोन आया- आज रात को छत पर आ जाना।
मैं रात को नौ बजे करीब छत पर गया तो देखा पूजा रोहित की गोदी में बैठी है, उसने नाइटी पहनी हुई थी जो रोहित ने उसके पेट तक उठा रखी थी और उसकी चूत उंगली से चोद रहा था।
मैंने उन्हें ऐसे देख कर कहा- आप मौज करो, मैं चलता हूँ…
पूजा बोली- मौज तो हम रोज ही करते हैं, आप आये हो तो कुछ देर बैठो।
मैंने कहा- कहाँ बैठूँ?
तो रोहित ने पूजा को नीचे सरका दिया, बोला- ले हरामी बैठ ले इसके ऊपर!
पूजा ने हंसकर अपने हाथ में रोहित का लंड ले लिया और उसे मसलने लगी।
मेरे सामने मखमली चूत खुली पड़ी थी, मैं झुक कर उसे चाटने लगा।
धीरे धीरे स्पीड बढती गई और बढ़ गई पूजा की सीत्कारें… वो बोली- जय अब और मत तड़फाओ, आ जाओ अन्दर!
मैंने भी अपना लंड घुसेड़ दिया और दे दी पूरी स्पीड।
पांच मिनट के घमासान के बाद मैंने अपना माल पूजा के कहने पर उसके मुँह में छोड़।
वो सारा माल गटक नकार पी गई और मेरा लंड चाट कर साफ कर दिया।
रोहित ने बताया कि जिन्दगी में पहली बार पूजा ने वीर्य पिया है, उसने रोहित का कभी इसलिए नहीं पिया कि फिर चूत क्या पीयेगी। अब बिस्तर पर वो अपना माल पूजा की चूत में डालेगा।
मैं पूजा को चूम कर वापिस आ गया, क्योंकि 11 बजे बीवी का फ़ोन आना था।
आज पूजा ने थका दिया था, इसलिए बीवी को फ़ोन करके मैंने बहाना बना दिया कि मैं कहीं बाहर हूँ और आज वो कल की तरह अपनी चूत को मजा दे।
मेरी बीवी ने मुझे कहा कि वो आज एक भुट्टा लेकर आई है और दिन में उसने एक बार अपनी चूत को उससे रगड़ा है।
मैं बहुत खुश हुआ कि अब मेरी बीवी भी चुदाई में एक्सपर्ट हो रही है।
मैं और पूजा रोज फ़ोन पर बात करते बिना रोहित को बताये..
एक दिन पूजा ने मुझे कहा- आज रात को दस बजे छत पर आ जाना और रोहित को मत बताना।
शाम को रोहित मुझे कहीं शादी में जाते मिला और बोला- आज नहीं मिलेंगे क्योंकि मैं रात को लेट लौटूंगा।
मैं लुंगी और टी शर्ट में रात को छत पर पहुँच गया, वहाँ पूजा पहले से खड़ी थी, आज उसने नाइटी पहने थी।
मैं गुस्सा हुआ- यह क्या पहना है?
उसने हंस कर मुझे गले लगा लिया और बोली- नीचे सब जाग रहे हैं और रोहित भी जब आएगा तो उसे शक नहीं होगा।
पंद्रह मिनट तक चूमा चाटी के बाद वो एकदम से नीचे झुकी और मेरी लुंगी के अंदर मुँह करके मेरे तनतनाये लौड़े को पागलों की तरह चूसने लगी।
ऐसा लग रहा था वो आज इसे खा जाएगी।
मैंने भी उसकी नाइटी ऊपर की और उसके मम्मे दबाने लगा।
पाता नहीं क्या माहौल था, मैं भी खूब ताक़त से दबा रहा था वो भी जोर जोर से चूस रही थी, दर्द दोनों को हो रहा था मगर खुमारी ऐसी थी कि होश नहीं था।
उसकी चूत ने बगावत कर दी वो खड़ी हुई और खड़े खड़े मेरा लंड अपनी चूत में कर लिया।
मैंने उसको घुटनों से उठा लिया, उसने अपने घुटने मेरी कमर पर लपेट लिए।
अब मैं उसे उछाल उछाल कर चोदने लगा।
हम दोनों की जीभ एक दूसरे के मुँह में थी और एक दूसरे को लोलीपॉप की तरह चूस रही थी।
यह उसके और मेरे दोनों के लिए एक नया अनुभव था।
मैंने ऐसा ब्लू फिल्म में देखा था।
|