RE: College Girl Chudai बिन मिनी की कातिल अदाएं
टहलते टहलते हम दोनों ठेके के करीब आ गये थे, मैंने कहा- तेरी बीवी को ड्रिंकिंग से कोई परहेज़ तो नहीं है न?
आरके बोला- वो नहीं पीती पर कोई और पिए तो शायद उसे कोई प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए। चल लेकर चलते हैं, अपन तो पिएंगे ही। मैंने फटाफट एक बोतल, कुछ खाने पीने के सामान वगैरह लिए और घर की ओर चल दिए।
हमने गाड़ी घर पे ही खड़ी करके पैदल चल के जाने के बारे में सोचा।
आरके ने पूछा- क्यूँ, कैसी लगी कोमल?
मैंने कहा- भाई चलती फिरती एटम बम है वो तो, और तू जिस हिसाब से बता रहा था उससे तो मिलने का मन ही नहीं था मेरा। आरके बोला- चल यार, इतनी भी खूबसूरत नहीं है… तू तो ऐसे ही तारीफों के पुल बाँध रहा है।
तो मैंने हंसते हुए कहा- तो फिर तू जितने भी दिन यहाँ है, उतने दिन और रात तेरी बीवी को मैं चोदता हूँ और तू तेरी भाभी की ले! तू भी खुश में भी।
आरके बोला- तुझे सच में इतनी अच्छी लगी कोमल?
मैंने कहा- कोई शक?
आरके बोला- यार, तू कैसे भी बस ग्रुप सेक्स का इंतज़ाम कर, ज़िन्दगी का मज़ा आ जायेगा जब अपनी बीवी कोमल के सामने मिनी भाभी को चोदूँगा… और तू मेरे सामने मेरी बीवी की चूत बजाएगा।
मैंने कहा- हाँ यार, कुछ चल तो रहा है दिमाग में… पर ढंग से कोई सटीक आईडिया नहीं आ रहा! खैर तू चिंता मत कर, कोमल की चुदाई के लिए मैं कुछ भी करूँगा।
आरके बोला- यार, अब तो तू हद कर रहा है, इतनी भी सुन्दर नहीं है कोमल और मिनी भाभी के सामने तो कुछ भी नहीं है।
मैं बोला- वो तेरी बीवी है इसलिए तुझे छोड़ के सबको अच्छी लगेगी!
और हम दोनों हंसने लगे।
टहलते टहलते हम दोनों ठेके के करीब आ गये थे, मैंने कहा- तेरी बीवी को ड्रिंकिंग से कोई परहेज़ तो नहीं है न?
आरके बोला- वो नहीं पीती पर कोई और पिए तो शायद उसे कोई प्रॉब्लम नहीं होनी चाहिए। चल लेकर चलते हैं, अपन तो पिएंगे ही। मैंने फटाफट एक बोतल, कुछ खाने पीने के सामान वगैरह लिए और घर की ओर चल दिए।
शाम को रंगीन बनाने का इंतज़ार अपने चरम पर था, बोतल, चिकन, चिप्स और बाकी चखना देख कर मिनी दरवाज़े पर ही समझ गई की आज की शाम भी यादगार शाम होने वाली है, उसके चेहरे पर उत्सुकता का भाव साफ़ दिखाई पड़ रहा था, वो भी बेताब थी ये देखने के लिए की आखिर मैं ऐसा क्या करूँगा जिससे कोमल भी हमारी सामूहिक चुदाई का हिस्सा बन जाये।
खैर जब तक हम लौट कर आये, मिनी ने पूरा घर दिवाली की तरह सजा दिया था, हर जगह खुशबू वाली मोमबत्तियाँ लगा कर घर के वातावरण को खुशनुमा और मादक बनाया हुआ था। हर चीज़ सलीके से तरतीब के साथ रखी हुई थी। मैंने घर में घुसते ही ऐसे सुसज्जित घर को देखकर मिनी से कहा- वाह यार, बीवी तुमने तो दिल खुश कर दिया। घर कितना अच्छा लग रहा है बस बेचारा कभी भी तुम्हारी बराबरी नहीं कर पता। घर की सबसे सुन्दर चीज़ तो तुम हो।
मिनी थोड़ा मुस्कुराई और शर्मा कर खाने का सामान हाथ से लेकर किचन में चली गई.
कोमल सोफे पर बैठ कर सब सुन रही थी, बोली- सुनो, देखो भैया कितने अच्छे हैं, अपनी बीवी की कितनी अच्छे से तारीफ़ करते हैं, कुछ सीख लो उनसे!
आरके तुनक कर बोला- तू कुछ ऐसा काम भी तो किया कर कि तारीफ़ कर सकूँ।
कोमल आश्चर्य के भाव से सिर्फ आरके को देखती रही और फिर सर झुका लिया।
मैंने कहा- वाह भाई वाह, इतने दिनों बाद मिल रहे हो और फिर भी लड़ रहे हो? कितना प्यार है तुम दोनों के बीच।
कोमल की तरफ देखकर बोला- कोमल, तुम थक गई होगी, चाहो तो थोड़ी देर कमर सीधी कर लो, अंदर जाकर लेट जाओ।
कोमल बोली- नहीं भैया, मैं ठीक हूँ, गाड़ी में भी में सोती हुई आई हूँ।
मैंने मजाकिया अंदाज़ में आरके की तरफ देखकर बोला- भाई देख ले, ये तो अपनी नींद पूरी करके आई है जिससे…
और मैं चुप होकर बोतल टेबल पर रख कर गिलास लेने किचन में चला गया, गिलास बर्फ सोडा और ज़रूरी सामान के साथ बाहर आया तो आरके और कोमल दोनों सोफे पर बैठ कर कुछ कानाफूसी कर रहे थे, दोनों हाथों में हाथ डाल के नए युगल प्रेमी की तरह दिख रहे थे।
मुझे देखते ही दोनों थोड़ा ठिठक गए और हाथ दूर कर लिए।
मैं सामान टेबल पर रख के दोनों के करीब आया और आरके का हाथ उठाया और कोमल के कंधे पर रख दिया और कोमल का हाथ उठाया और आरके की कमर पर रख दिया और कहा- देखो, इसे दोस्त का घर समझो और दोनों आराम से रहो, अब इतने दिनों बाद मिले हो तो बहुत कुछ होगा एक दूसरे से बतियाने और पूछने को!
कोमल को शायद बहुत अच्छा लगा।
आरके बोला- हाँ यार, मैं तो जानता हूँ फिर भी ये घबराई तो मैं भी पीछे हट गया। अब हम लोग जॉइंट फैमिली में रहते हैं, इसलिए ऐसे ही हो गए हैं।
मैं कोमल को आँख मार कर बोला- ऐसा महसूस करो कि यहाँ कोई है ही नहीं… और हाँ, अगर पीने का मूड हो तो बता देना, मैं सर्व कर दूंगा।
कोमल जैसा एकदम चौक गई और आरके से बोली- यार आप भी न… भाभी बेचारी अकेली लगी हुई है किचन में!
मिनी वहीं से बोली- अरे तुम थकी होगी, बैठो आराम से, मैं भी बस आती हूँ अभी।
पर कोमल कहाँ सुनने वाली थी, वो तब तक तो उठ के किचन में चली ही गई।
कोमल के किचन में जाने के बाद हम दोनों अपने पैग और गाने लगाने में मस्त हो गए। आरके ने मस्त रोमांटिक गानों का कलेक्शन लगा दिया और मैंने बढ़िया से पैग तैयार कर दिए, पैग उठाकर हम दोनों भी किचन में चले गए।
मैं किचन में जाकर मिनी की तरफ पैग बढ़ाकर बोला- चियर्स डार्लिंग!
मिनी ने मेरे गिलास को किस किया और छोटा सा सिप लेकर बोली- चियर्स जान!फिर मैंने गिलास आरके की तरफ बढ़ाया और गिलास से टकरा के बोला- चियर्स!
और अपने पैग को सिप करने लगा।
हमारी इस हरकत को देखकर कोमल को भी लगा कि शराब पीने का यह रोमांटिक अंदाज़ अच्छा है, आरके जो पैग पीने के लिए लगभग मुंह से लगा ही चुका था, उसके घूंट मारने से पहले कोमल ने आरके के हाथ को रोका और अपने होंठों के पास लेकर मिनी की तरह किस करके एक छोटा सा सिप किया और बोली- चियर्स नीलू!
आरके भी अपना पैग थोड़ा ऊँचा उठा कर बोला- थैंक्स एंड चियर्स डार्लिंग!
मेरी कोशिश कामयाब होती सी दिख रही थी, मुझे यही देखना था कि कोमल ऐसी परिस्थिति में कैसी प्रतिक्रिया देती है।
मैंने आरके को थोड़ा छेड़ते हुए कहा- हाँ भाई नीलू?
और हंसने लगा।
आरके बस सर नीचे करके मुस्कुराता रहा।
हम लोग ऐसे ही किचन और ड्राइंग रूम में इधर उधर करते करते गानों का मज़ा लेते हुए दो पैग डाउन हो चुके थे। थोड़ा नशा होने लगा था और थोड़ा मुझे दिखाना था जिससे मेरी हरकत अगर किसी कारण से बुरी लग भी जाए तो नाम शराब का बदनाम हो।
मैंने पीछे से जाकर मिनी को पकड़ा और उसके गले पे धीरे से काट कर किस कर लिया।
आरके कमरे में था पर कोमल वही खड़ी थी, मिनी जान करके मुझे हटा कर बोली- अरे आप भी कहीं भी शुरू हो जाते हो, देखो कोमल यही खड़ी है।
मैंने कोमल की तरफ देखा और बोला- तो खड़ी रहने दो उसे, हमने बता ही दिया था कि यहाँ एक ही नियम है कि कोई नियम नहीं है।
कोमल बोली- भाभी, भैया आपको बहुत प्यार करते हैं।
मिनी बिना कुछ बोले सर झुक कर मुस्कुरा दी।
मैं मिनी के चूतड़ों पर एक चटाक लगा कर किचन से बाहर आ गया।
आरके बोला- यार रंगीला, तू तो रोज़ नहा कर पैग पीता है, तो आज बिना नहाए कैसे पीने लगा?
मैंने थोड़ा झूमते हुए कहा- यार, वो कोमल है न… इसलिये… और अपन को शाम को नहाने के बाद कपड़े पहनना पसंद नहीं है। तो तेरी बीवी को असहज लगता, इसलिए ऐसे ही पी ली आज! आरके बोला- यह तो गलत बात है, मतलब हम लोगों की मौजूदगी की वजह से तुम लोग असहज हो रहे हो।
और जोर से आवाज़ लगा कर बोला- कोमल, चलो हम लोग किसी होटल में रात गुज़ार के आते हैं।
मिनी कोमल से धीरे से बोली- यार लगता है, दोनों को चढ़ गई है। इन लोगों की बातों को ज्यादा दिल से मत लगाना।
कोमल बोली- भाभी, वो भैया को बोलिए न कि वो नहा लें, तो लड़ाई खत्म ही हो जाएगी।
मिनी बोली- तुम जाकर बोल दो, तुम्हारी बात नहीं टालेंगे। हम दोनों में से तो वो किसी की नहीं सुनने वाले!
कोमल किचन के दरवाज़े से खड़े होकर बोली- भइया, आप नहा के आ जाइये।
मैं कोमल की तरफ देख कर बोला- ओके!
आरके बोला- जा अगला पैग तेरे आने के बाद ही बनाएंगे।
मैं थोड़ा गुस्से में बोला- तू नहीं बनाएगा पैग, पैग या तो मैं बनाऊंगा या या… या कोमल बनाएगी।
कोमल की तो शक्ल देखने लायक थी।
खैर मैं नहाने गया और आ गया तौलिया लपेट कर, मैं आकर सोफे पर बैठ गया और बोला- आरके तू भी नहा आ, नहाने के बाद पीने का मज़ा ज्यादा आता है। जो चढ़ी थी, वो थोड़ी सी उतर गई है, और सुरूर बहुत अच्छा है।
आरके कोमल से बोला- मेरा तौलिया दे देना ज़रा!
और वो बाथरूम की तरफ चला गया।
जब तक कोमल ने तौलिया निकाला, तब तक वो बाथरूम में जा चुका था।
मिनी ने कोमल को कोहनी मार कर कहा- जाओ तौलिया दे आओ भैया को।
कोमल इशारे के साथ भावना को समझ गई थी, बोली- अच्छा मैं अभी आई।
आरके बाथरूम से गीला और नग्न अवस्था में बाहर आ गया, कोमल बोली- ये लो तौलिया और अंदर जाओ, कोई आ जाएगा।
आरके बोला- यहाँ कोई बच्चा थोड़े ही है जो कोई आ जायेगा, तुम्हें तौलिया लेकर आने को बोला ही इसलिए था कि तुम्हें थोड़ा सा… बोलते बोलते गीले बदन ही कोमल को बाँहों में भर लिया और उसके होंठों को चूमने लगा।
कोमल के हाथ से तौलिया छूट गया और आरके के खड़े लंड पर जाकर टंग गया।
कोमल के कपड़े भी थोड़े से गीले हो गए पर बेचारी कुछ एक महीने से प्यासी थी इसलिए उसे उस समय कुछ समझ नहीं आ रहा था और वो इस आज़ादी और अपने चुम्बन का रस ले रही थी।
आरके ने कोमल को कपड़ों के ऊपर से ही चूचियाँ और चूतड़ दबा दबा कर और होंठों और गले पर चूम चूम कर बहुत गर्म कर दिया था। कोमल आरके के कान में बोली- कमरा बंद कर लें?
आरके बोला- हाँ, कर तो सकते हैं, पर यह उनका बैडरूम है और बाथरूम भी सिर्फ इसी कमरे के साथ लगा हुआ है। बीच में किसी को कोई ज़रूरत आई तो बड़ा बुरा लगेगा।
कोमल ने आरके को धक्का देकर अपने आप से अलग किया और बोली- हाँ, तुम सही बोल रहे हो, आज बीच में कोई नहीं आना चाहिए। महीने भर से प्यासी हूँ, आज तो तुम्हें खा जाऊँगी मैं!
आरके तौलिया लपेट कर बाहर आ गया।
कोमल अपने कपड़ों को व्यवस्थित करके बाहर आये, उससे पहले आरके बाहर आकर सीधा मिनी जो की नीचे कालीन पर बैठी हुई थी, के करीब पहुँचा और अपने लंड को बाहर निकाल के मिनी के गाल पे मार दिया।
मिनी ने आरके की तरफ देखकर मुस्कुरा कर लंड को हाथ में लेकर सहला दिया।
जल्दी से आरके मेरे बगल में आकर बैठ गया कि कहीं कोमल देख न ले।
मैंने मिनी को अंदर आने का इशारा किया, मिनी उठी में भी उठ कर जाने लगी बैडरूम की तरफ तो कोमल कमरे से बाहर आ रही थी। कोमल के कपड़े थोड़े से गीले विशेष तौर पर बोबे और कंधे दिख रहे थे।
मैंने मिनी का हाथ पकड़ा हुआ था जिसे देखकर कोमल थोड़ा सर झुक कर मुस्कुरा कर जल्दी से दौड़ती हुई ड्राइंग रूम की तरफ चली गई। मैंने मिनी को कमरे में अंदर बुला कर बोला- यार, तुम अपने ब्रा पैंटी उतार के बाहर आओ।
मिनी बोली- वो तो आप इशारे से बताते तो भी मैं उतार के आ जाती पर अब केवल भैया नहीं है, उसकी बीवी भी है।
मैं बोला- इसलिए तो बोल रहा हूँ। तुम नंगी ही अच्छी लगती हो जानेमन!
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