RE: College Girl Chudai बिन मिनी की कातिल अदाएं
मेरी और मिनी की बहुत बुरी तरह हंसी छूट गई, मैंने मिनी से कहा- जब हम तीनों को मज़ा आया तो कोमल को भी आएगा मज़ा। आरके तू उसे पटाने की कोशिश करना, मिनी तुम भी कुछ ऐसा करो कि वो हमारी गैंग में शामिल हो जाए। मैं तो खैर कोशिश करूँगा ही। क्यूँ मिनी, करोगी न?
मिनी थोड़ी सोच में पड़ गई, फिर बोली- मैं आपके लिए कुछ भी कर सकती हूँ। आपको कोमल अच्छी लगती है क्या?
मैंने कहा- मैंने उसे कभी देखा ही नहीं। शादी में स्टेज पर देखा था पर उस समय तो इतना मेकअप लहंगा और ज्वेलरी होती है कि लड़की कहाँ दिखती है। इसलिए ऐसा कुछ नहीं है। पर हाँ, ग्रुप सेक्स में मज़ा तो आएगा ही। तुम्हे भी तो तुम्हारे भैया का लंड और अदाएँ मिलता रहेगा।
मिनी बोली- चलो, मैं देखती हूँ कि मैं क्या कर सकती हूँ, जो बन पड़ेगा वो करुँगी। वैसे रंगीला तुम प्लान करो और हम दोनों को गाइड करो तो शायद सक्सेस जल्दी मिल जाये।
आरके बोला- क्या बात है भाभी, मैं भी यही कहने वाला था।
और उसने मिनी की जांघ दबा दी- भाभी, अब ये मत बोलना की कोई देख लेगा, अब कार के बाहर से आपकी जाघें थोड़े ही दिख रही हैं।
मैंने कहा- तू सीधा बैठ जा चूतिये, तेरी बीवी के चक्कर में हम दोनों बिना चुदाई के आ गये हैं। दोनों में भयानक आग लगी है और ऊपर से तू बकचोदी में लगा है।
मैंने ड्राइव करते करते अपना लंड बाहर निकाला और बोला- तुम दोनों मुझे सोचने दो।
मिनी बोली- ये सड़क पे लंड बाहर निकाल के क्या सोच रहे हो?
मैंने कहा- तू अभी बोली थी न, सड़क पे चुद सकती है। चल अभी रास्ता खाली है मैं गाड़ी चला रहा हूँ, तू मेरा लौड़ा चूस।
वो फटाक से बिना कुछ कहे मेरे लंड पे झुक गई, उसके बूब्स गियर के ऊपर थे तो आरके ने नीचे से हाथ डाल के उन्हें सहलाना शुरू कर दिया।
मिनी ने भी एक हाथ ले जाकर आरके के लंड को पैंट के ऊपर से सहलाने लगी।
थोड़ी ही देर में मैंने मिनी को बोला- चल उठ जा, मुझे आईडिया आ गया है। बस तुम जब भी में कुछ पूछूँ या करने को कहूँ तो सवाल किये बिना करना शुरू कर देना। मिनी, मेरे लंड को मेरे जीन्स में डाल के चैन बंद कर दे, सामने पुलिस की गाडी खड़ी है।
हम लोग स्टेशन पहुंचे, गाड़ी से बाहर निकल के अंगड़ाई ली और मैंने एक सिगरेट जला ली।
आरके फ़ोन पर कोमल को हमारी लोकेशन बता रहा था।
5-7 मिनट में ही कोमल एक बेहद खूबसूरत जवान मदमस्त हसीना हमारी आँखों के सामने आ गई। उसे देखते ही मैंने उसे अपने ख्यालों न जितने पोजीशन में चोद दिया।
आरके कोमल के हाथों से बैग लेने आगे बढ़ा, मेरे हाथ का सिगरेट फेंकते हुए मैं आगे बढ़ा, वो पाव छूने झुकी, मैंने उसको उठाया और बोला- इतना बड़ा मत बनाओ, बुड्ढों वाली फीलिंग आ जाती है!
और गले लगा लिया।
गले लगाते ही उसके सीने का नाप तोल और झाँक का कूल्हों का माप ले लिया था मैंने।
कोमल को मैंने अलग किया तो वो जाकर मिनी के पाँव छूने लगी, मिनी ने भी उससे पाँव नहीं छुआए, बोली- जब मेरे पति ने पाँव नहीं छुआए तो में कैसे? आओ गले लगो।
मैंने और आरके ने सामान गाड़ी में रखा और मैंने कहा- मिनी तुम आगे बैठो, और आरके तुम पीछे।
मिनी मुझे देख रही थी, मैंने कहा- अब वो दोनों इतने दिनों बाद मिले हैं, बैठने दो साथ में!
और मैं हंस दिय, मिनी भी मुस्कुरा कर आगे बैठ गई।
गाड़ी में काफी देर ख़ामोशी रही फिर मैंने ही आइस ब्रेक करते हुए कहा- कोमल, तुम्हारा सफर कैसा रहा/
बोली- भैया अच्छा था सफर!
मैंने कहा- सैयां के इंतज़ार में सफर लम्बा लगा या जल्दी कट गया?
वो थोड़ा मुस्कुराई और आरके की आँखों में देख कर बोली- जब इंतज़ार करो तो सफर लम्बा ही लगता है।
मैंने बात आगे बढ़ाते हुए कहा- ये बात तो सही है। पर अब तुम यहाँ बिल्कुल पर्दा वरदा मत करना, हम दोनों भाई बाद में पहले दोस्त हैं। और दोस्ती में ये सब औपचारिकता ठीक नहीं है। सही कहा न मैंने मिनी?
मिनी बोली- हाँ कोमल, तुम आराम से रहो जैसे किसी दोस्त के यहाँ आई हो! और हमारे यहाँ का एक नियम है कि कोई नियम नहीं है।
सब लोग थोड़ा चुप हुए फिर एक सेकंड बाद सब लोग जोर जोर से हंसने लगे।
मैंने कहा- मेरे साथ रहकर तुम तो बहुत अच्छे डॉयलॉग देने लगी हो बे।
हम मस्ती मज़ाक और हंसते मुस्कुराते हुए घर पहुंचे।
आरके बीवी को छोड़ के और सामान रखकर वापस आकर गाड़ी में बैठ गया।
मिनी और कोमल घर पर एक दूसरे से गप्पें लड़ाने वाली थी तो मैंने और आरके ने सोचा थोड़ा घूम के आयें।
हमने गाड़ी घर पे ही खड़ी करके पैदल चल के जाने के बारे में सोचा।
आरके ने पूछा- क्यूँ, कैसी लगी कोमल?
मैंने कहा- भाई चलती फिरती एटम बम है वो तो, और तू जिस हिसाब से बता रहा था उससे तो मिलने का मन ही नहीं था मेरा। आरके बोला- चल यार, इतनी भी खूबसूरत नहीं है… तू तो ऐसे ही तारीफों के पुल बाँध रहा है।
तो मैंने हंसते हुए कहा- तो फिर तू जितने भी दिन यहाँ है, उतने दिन और रात तेरी बीवी को मैं चोदता हूँ और तू तेरी भाभी की ले! तू भी खुश में भी।
आरके बोला- तुझे सच में इतनी अच्छी लगी कोमल?
मैंने कहा- कोई शक?
आरके बोला- यार, तू कैसे भी बस ग्रुप सेक्स का इंतज़ाम कर, ज़िन्दगी का मज़ा आ जायेगा जब अपनी बीवी कोमल के सामने मिनी भाभी को चोदूँगा… और तू मेरे सामने मेरी बीवी की चूत बजाएगा।
मैंने कहा- हाँ यार, कुछ चल तो रहा है दिमाग में… पर ढंग से कोई सटीक आईडिया नहीं आ रहा! खैर तू चिंता मत कर, कोमल की चुदाई के लिए मैं कुछ भी करूँगा।
आरके बोला- यार, अब तो तू हद कर रहा है, इतनी भी सुन्दर नहीं है कोमल और मिनी भाभी के सामने तो कुछ भी नहीं है।
मैं बोला- वो तेरी बीवी है इसलिए तुझे छोड़ के सबको अच्छी लगेगी!
और हम दोनों हंसने लगे।
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