RE: College Girl Chudai बिन मिनी की कातिल अदाएं
मैं आकर बैडरूम में बैठ गया, मिनी चाय लेकर आई, मैंने अपने ऊपर चादर डाल ली थी क्योंकि रात की बातें सोच सोच कर लंड में फिर से अकड़ आनी शुरू हो गई थी।
मैंने कहा- मुझे तो पता ही नहीं चला, मेरी कब नींद लग गई? तुम दोनों कब सोये?
मिनी मुस्कुरा कर बोली- आप भी न बहुत शैतान हो! हम लोग भी तुरंत ही सो गए थे और सुबह तक यहाँ पर सारे लोग बिना कपड़ों के ही एक दूसरे से चिपक कर सो रहे थे। वो तो जब सुबह मेरी नींद खुली तब मैं वाशरूम गई और लौट कर आई तो भइया बाहर जाकर सो गए थे।
मैंने अपना सर पकड़ लिया, मैंने कहा- यार यह तो गलत हो गया। दारु का असर ज्यादा से ज्यादा 2 घंटे रहा होगा पर सुबह तक तो निश्चित रूप से नहीं रहा होगा। अब उस कमीने को यह बात याद रहेगी कि कल रात क्या हुआ था।
मिनी थोड़ी टेंशन में आ गई, बोली- अब क्या करें?
मैंने कहा- करेंगे क्या, देखते हैं, उसे कुछ याद है या नहीं। वैसे यह बताओ कि कल मज़ा आया या नहीं?
मिनी बोली- आप तो मेरे हीरो हो, मुझे बहुत मज़ा आया। और सबसे ज्यादा आपको उत्तेजित देखकर बार बार में उत्तेजित हो रही थी। मैं तो अभी तक आपको अपने अंदर महसूस कर रही हूँ। हम लोग नॉर्मली इतनी देर कहाँ सेक्स करते हैं, कभी कभार जब आप ड्रिंक करके वीकेंड्स में प्यार करते हो तो भले ही हम 2 घंटे कर लें, पर नॉर्मली तो वही 20-25 मिनट करके सो जाते हैं। कल रात हम लोगों ने 6 घंटे तक लगातार सेक्स किया है। मुझे तो बहुत मज़ा आया।
तो मैंने कहा- तो फिर अगर उसे याद भी रह जाता है तो कोई बहुत परेशानी की बात नहीं है। देखता हूँ जगा के… क्या हाल हैं भाई के! और मैं हंस दिया, मैंने कहा- तुम जल्दी से खाना बना लो, मुझे ऑफिस जाना है।
मिनी बोली- मुझे पता था कि आप ऑफिस जाओगे, इसलिए खाना तो रेडी सा ही है, आप तैयार हो जाओ, मैं खाना पैक कर देती हूँ।
मैं चाय पीकर आरके को जगाने पंहुचा। आरके जो थोड़ा सा पहले ही जगा सा ही था, मेरी आवाज़ सुन कर बोला- रंगीला यार, एक सिगरेट तो पिला दे।
मैंने कहा- लोड़ू उठ तो जा… पहले सिगरेट चाहिए।
तो आरके बोला- पिला न यार?
मैंने कहा- चल छत पे सिगरेट पिएंगे।
वो बोला- मिनी भाभी, गुड मॉर्निंग!
मिनी तब तक चाय लेकर आ गई, मैंने कहा- मुझे भी एक और कप दे दो, हम छत पे सिगरेट पी के आते हैं।
मिनी ने कहा- गुड मॉर्निंग भइया।
दोनों की गुड मॉर्निग में बहुत गर्माहट थी।
मैं और आरके छत पे गए, सिगरेट जलाई, फिर मैंने कहा- क्यू बे भोसड़ी के… कैसी रही रात?
वो बोला- मान गए यार रंगीला… तू तो चैंपियन है। क्या कहानी बनाई तूने कि मैं 2 पैग के बाद सब भूल जाता हूँ! और वो बात ‘वो ज़िंदा है, सब देख रहा है, सब कुछ कर सकता है पर सुबह सब भूल जायेगा… कोई सोया या मरा हुआ आदमी थोड़े ही है!’
मैं बस मुस्कुरा दिया- तो अब ये बता कि तुझे सब याद है या भूल गया?
आरके बोला- तू जैसा बोल? वैसे तो भूलने में भी भलाई है, नहीं तो भाभी को लगेगा कि उनके साथ धोखा किया गया है।
मैंने कहा- तू उसकी चिंता छोड़, उसका भी सब जुगाड़ है मेरे पास, बस इतना बता कि तुझे याद रखना है या भूलना है?
आरके लगभग गिड़गिड़ाता हुआ बोला- अगर याद रख सकूँ तो अच्छा रहेगा, दिन भर भाभी को छेड़ता रहूँगा।
मैंने कहा- चल तू चिंता मत कर, मैं बता दूंगा कि तुझे याद है रात की सारे बातें। बस तू उस बारे में मिनी से कोई बात मत करना। आरके बोला- ओके!
मैंने कहा- मुझे तो ऑफिस जाना है, मैं तैयार होता हूँ, चल तू चाय पीकर और सिगरेट खत्म करके आ जाना।
मैं नीचे जाकर मिनी को बोला- उसे रात की सारी बातें याद हैं।
मिनी बोली- ठीक है, कोई नहीं, मैं हैंडल कर लूँगी।
मैं नहा कर आया, तैयार हुआ और ऑफिस चला गया।
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