RE: Bahan ki Chudai मेरी दो कज़िन सिस्टर्स
अली की कम लैला को बहुत अच्छी लगी अब तो वो तेज़ साँसे ले रही थी कुछ देर बाद आशि ने पूछा बाजी ये क्या है वाइट लंड पर और क्या हुआ कैसा लगा मज़ा आता है क्या मैं भी करूँ ऐसा
लैला ने कहा मुझे तो बहुत मज़ा आया तुम मेरे मूँह से इस का स्वाद चख लो फिर दिल करे तो कर लेना आशि ने कहा ओके और अपने लिप्स लैला के लिप्स में डाल दिए लैला ने अपना थूक और अपने भाई का वीर्य आशि के मूँह में डाला आशि ने जब महसूस किया तो बहुत अच्छा फील किया और उस ने लैला के मूँह में अपनी ज़ुबान डाल ली और उस के मूँह में अपनी ज़ुबान फेरने लगी और भाई का सारा वीर्य पी गई .
फिर किस ख़तम हुआ और आशि ने कहा बाजी बहुत अच्छा टेस्ट है सच आप को भी मज़ा आया ना लेकिन ये क्या है तो लैला ने कहा मेरी जान हमारी तरह भाई भी फारिग हुआ है और लड़के लंड से निकालते होंगे ना उफ़फ्फ़ कितना मज़ा आया आज काश भाई भी हमारा साथ देते तो हम 3नों बहुत मज़ा करते आशि ने कहा सच बाजी लेकिन बाजी अभी मैने भी करना है आप हेल्प करो ना
लैला ने आशि को भी नंगा किया और कहा अब तुम भाई का लंड मूँह में डालो और चूसो आइस क्रीम की तरह लेकिन काटना नही उस ने कहा ओके और जब लंड हाथ में पकड़ा तो वो नरम हो चुका था आशि ने कहा बाजी ये क्या तब तो बड़ा था अब देखे छोटा हो गया है
लैला ने कहा कोई बात नही इस को मूँह में डालो बड़ा हो जाएगा आशि ने मूँह खोला और अली अपने बड़े भाई का लंड अपने मूँह में डाल कर उस को चूसने लगी और 15 मिनिट बाद लंड फिर से खड़ा हो गया और अब लैला आशि की फुद्दि चाट रही थी और आशि अपने भाई का लंड मज़े से चूस रही थी क़रीब 30 मिनिट बाद आशि की फुद्दि ने पानी छोड़ दिया लेकिन अली के लंड ने अभी पानी नही छोड़ा और आशि अब थक चुकी थी क्योंकि पिछले 15 दिन से डेली सेक्स कर कर के सो उस ने कहा लैला बाजी अब क्या कर्र्न भाई के लंड ने वाइट वीर्य नही छोड़ा
लैला ने कहा अच्छा में देखती हूँ और ये कह कर उस ने सोचा क्यों ना भाई को अपनी फुद्दि का टेस्ट करा लूँ
आशि ने कहा बाजी क्या कर रही हैं लैला ने कहा कुछ नही अपनी फुद्दि का पानी भाई को पिला रही हूँ वो भी तो मज़ा कर लें आशि ने हंसते हुए कहा अरे उन को क्या पता वो तो बेहोश हैं लैला ने कहा तो क्या हुआ जब उठेगा तब चख लेगा ना ये कह कर उस ने अपनी फुद्दि अली के मूँह पर रखी जो कि गीली थी और अपनी गान्ड हिला हिला कर उस के लिप्स और नाक पर फुद्दि रगड़ रही थी आशि साथ में बेड पर लेटी सब देख रही थी और दोनो कुछ ही देर में फिर गरम हो गयीं
लैला ने अपना एक हाथ अली के लंड पर रखा जो अब तक ढीला पड़ चुका था और उस के हाथ लगते ही लंड दुबारा खड़ा होने लगा लैला ने मदहोशी में अपने चूतड़ अली के मूँह पर ही रखे जिस से अली को सांस लेने में तकलीफ़ हुई तो उस ने झटका लिया लैला डर के मारे अचानक गान्ड उठा कर पीछे हुई और पीछे कुछ ना होने की वजह से अली के लंड पर जा बैठी अब अली का लंड लैला की गान्ड के बीच में था क्योंकि लैला गरम हो गई थी और फुद्दि पानी छोड़ रही थी मतलब गीली थी और जब उस ने गान्ड उठाई तो लंड ने रगड़ खाई जिस से लैला को अच्छा लगा तो उस ने ऐसे ही दुबारा किया गान्ड कभी ऊपर नीचे कभी आगे पीछे करने लगी और लैला की फुद्दि अब और गरम होने लगी और लैला की आँखे बंद हो गयीं आशि समझ गई कि बाजी को मज़ा आरहा है ऐसा करने में तो उस ने कहा बाजी मेरी हेल्प चाहिए क्या
लैला ने कहा ओके तुम अली के लंड को पकडो बिल्कुल सीधा में इस पर अपनी फुद्दि और गान्ड रगड़ती हूँ
आशि जल्दी से उठी और अली के लंड को पकड़ कर सीधा कर दिया और लैला से कहा बाजी लंड सीधा खड़ा है अब अपनी गान्ड रगडो इस पर लैला ने जब अपनी गान्ड नीचे की तो आशि ने कहा बाजी आराम से करो ज़ोर मत देना कहीं आप की फुद्दि में ही ना चला जाए
लैला ओके मेरी जान में आराम से बैठ जाती हूँ इस पर और लैला ने अपनी फुद्दि लंड पर रखी और लंड की कॅप फुद्दि के लिप्स को टच कर रही थी लैला को बहुत मज़ा आ रहा था उस की साँसे तेज़ हो गई थीं और आशि अपनी फुद्दि रगड़ रही थी लैला का ये हाल देख कर
कुछ देर ऐसा करने के बाद लैला थक गई और उसे पता ही नही चला जब उस ने फुद्दि को जो कि लंड पर थी थोड़ा नीचे किया और लंड की कॅप फुद्दि क मूँह में घुस गई
आशि ने कहा बाजी भाई का लंड आप की फुद्दि में चला गया है अंदर झाँक रहा है आप की फुद्दि में उठो नही तो आप की फुद्दि फाड़ देगा
लैला ने देखा कि लंड की कॅप फुद्दि में है तो उस ने कहा आशि थोड़ा लंड डाल कर देखे कैसा महसूस होता है
आशि ने कहा बाजी मुझे नही पता कहीं फुद्दि फॅट गई तो बस रहने दो और मत करो
लैला भी ज़रा डर गई लेकिन दिल भी मचल रहा था खैर उस ने आशि से कुछ नही कहा और साँस लेने के बहाने अपनी फुद्दि को थोड़ा नीचे किया और लंड जो कि अभी तक फुद्दि के लिप्स में ही था सुराख में एंटर हुआ और फुद्दि का मूँह खोलने की कोशिस करने लगा और इस तरह करने से लैला को ऐसा लगा कि उस की फुद्दि में ज़रा सा भी लंड गया तो फॅट जाएगी उस को ऐसा फील हो रहा था जैसे अली का लंड उस की फुद्दि चीरने की कोशिश कर रहा है उधर लैला गरम भी थी और कुछ समझ भी नही आ रहा था
खैर आशि ने कहा बाजी उठो मुझे डर लग रहा है लैला ने अपनी गान्ड ऊपर नीचे की थोड़ी सी और उस को अच्छा फील होने लगा उस ने कहा आशि बस इतना ही अंदर बाहर करती हूँ सच इतने में मज़ा आ रहा है और लगता है अभी फारिग हो जाऊंगी. लैला ने थोड़ा स्पीड तेज़ की और उस का मूँह अब मज़े से खुल गया और आवाज़े निकालने लगीं उस को मज़ा आने लगा था और वो हर झटके में अपनी फुद्दि को थोड़ा लंड पर ज़्यादा ज़ोर से देती और लंड थोड़ा सा अंदर चला जाता
अब लंड की पूरी कॅप लैला की फुद्दि में चली गई थी और आशि ने जब देखा तो कहा बाजी आधा लंड जा चुका है आप की फुद्दि में आप को दर्द नही हो रहा क्या
लैला ने कहा जान बहुत मज़ा आ रहा है दिल कर रहा है ज़ोर से लंड अंदर बाहर करूँ लेकिन डरती हूँ बस आह हूऊऊ ओईइ आअशि में गई य्बीयेययाया हहााआअ आऊऊहोोहोहोूह आशि मेरी फुद्दि ये कहते ही लैला की फुद्दि ने पानी छोड़ दिया और लैला ने जितना लंड अंदर था वो वहीं रुक गई और साँसे लेने लगी और आशि ने भी लंड को छोड़ दिया था अभी लैला की फुद्दि पानी छोड़ ही रही थी कि उस की टांगे ढीली होने लगीं और लंड पर ज़ोर आने लगा जिस से थोड़ा सा लंड लैला की फुद्दि में घुसा और लंड को ऐसी टाइट फुद्दि में ऐसी गरम रगड़ लगी कि लंड ने भी लैला की फुद्दि में पानी छोड़ दिया लैला को बहुत अच्छा फील हो रहा था लंड पूरा अंदर नही था इस लिए वीर्य फुद्दि को ज़ोर से लग कर बाहर आने लगी आशि ने देखा तो उस के मूँह में पानी आ गया उस ने लैला को उठाया और लंड पर टूट पड़ी क्योंकि उस ने लंड का टेस्ट नही किया था अच्छी तरह
लैला निढाल हो कर बेड पर लेट गई और आशि भाई के लंड को ज़ोर से और मज़े से चूस रही थी और लंड ने अब पानी छोड़ना बंद कर दिया लेकिन आशि अभी भी प्यासी थी उस ने देखा तो लैला की फुद्दि में से पानी निकल कर उस की गान्ड पर था उस ने फ़ौरन लैला की टांगे खोलीं और अपना मूँह लैला की फुद्दि में डाल दिया और लैला की गान्ड से फुदि तक ज़ुबान से चाटने लगी
इस तरह दोनो बहनें थक गयीं और कुछ देर बाद उठ कर कपड़े पहने और जब भाई का लंड पॅंट में डालने लगे तो देखा भाई की पॅंट आगे से बहुत गीली हो चुकी थी तो वो डर गयीं लेकिन कपड़े से सॉफ कर के लंड को और पॅंट को फिर लंड अली की पॅंट में डाल कर ज़िप बंद कर दी .
अली साहब नशे में थे और उन को ये भी पता नही था कि एक बार अपनी ही सेक्सी बहन के मूँह में और एक बार उसी की फुद्दि में वीर्य छोड़ दिया है चुदाई भी कर ली और पता भी किसी बात का नही था
खैर आशि ने पूछा बाजी कैसा लगा लंड अंदर गया दर्द नही हुआ था
लैला ने कहा नही जान इतना मज़ा आया बहुत अब तो दिल करता है रोज़ भाई का लंड फुद्दि में डालूं लेकिन आधा लंड तो चला गया दर्द इतना नही हुआ फिर मैने ज़ोर दिया तो दर्द होने लगा था और नही जा रहा था पता नही क्या बात है भाई के लंड का साइज़ मेरी फुद्दि से बड़ा है या मेरी फुद्दि का साइज़ छोटा है. खैर मज़ा बहुत आया
आशि ने कहा बाजी अब कल से क्या करेंगे लैला ने तो मज़ा ले लिया था तो कहा अभी सो जाओ देखा जाएगा नही तो दिन में जब कोई नही होगा तब कर लिया करेंगे डोंट वरी मेरी जान अब एक मीठा किस दो और सो जाओ
अगले दिन जब अली साहब उठे और बाथरूम में गये तो बहुत थकावट महसूस कर रहे थे और जब पॅंट उतारी तो उस पर वाइट निशान थे जीन्स थी ब्लू कलर की तो कम के निशान लगे हुए थे लेकिन उस को समझ नही आया कि क्या है और कैसे लगा
लेकिन बहुत थका थका लग रहा था और बहुत थकावट फील कर रहा था
बाथरूम से बाहर निकला तो लैला झाड़ू दे रही थी सलाम दुआ की और मुर्री का हाल पूछा और इस तरह बातें करने लग गये
अब अली लैला के सामने मूढ़े पर बैठ गया लैला ने उस वक़्त दुपट्टा और ब्रा नही पहना हुआ था और अचानक अली की नज़रें लैला के बूब्स पर गयीं तो उस ने अपना मूँह दूसरी तरफ कर दिया और ऐसे ही इशारा दिया कि मुर्री में लड़कियाँ विदाउट दुपट्टा घूम रही थीं पता नही क्या हो गया है इन लड़कियाँ को. लैला को समझ नही आया तो उस ने कहा भाई अड्वान्स ज़माना है क्या हुआ अगर दुपट्टा नही पहना ये तो देखने वाले की आँख में शरम होनी चाहिए और अगर देखने वाला अच्छी निगाह से देखे तो कुछ नही होता.
अली समझा कि लैला उस को अपने बूब्स देखने के लिए इन्वाइट कर रही है तो उस ने बिना कुछ सोचे लैला की तरफ देखा और फिर लैला की चुचियों को देखने लगा और लैला अली की तरफ देख कर मुस्कराने लगी लेकिन ये महसूस नही हुआ लैला को कि अली कहाँ देख रहा है.
खैर कुछ देर बाद अली अपने रूम में गया और बेड पर लेट गया और लैला भी वहाँ सफाई करने चली गई और फिर वही हाल अब अली उठ कर बैठ गया और लैला के बूब्स देखने लगा चुचे तो बड़े थे लैला के लेकिन ढीले नही थे सो इधर उधर झाड़ू देने से चुन्चे हिल रहे थे लेकिन उछल नही रहे थे ये देख कर अली का लंड खड़ा हो गया लेकिन फिर उस ने अपना ध्यान और तरफ कर दिया कि वो मेरी बहन है और मुझ से बड़ी है.
आशि अपने पड़ोसी के घर गई हुई थी मोम स्कूल और डॅड ऑफीस गये हुए थे.
अली लेट गया और अचानक ही उस की आँख लग गई अब उस ने कुर्ता पाजामा पहना हुआ था और लैला ने ब्लॅक सूट बिना ब्रा के और पैंटी.
लैला खाना ले कर आई और देखा अली सो रहा है लेकिन फिर उस की नज़र अली के लंड पर गई और उस के मूँह में पानी आ गया और रात वाला सीन सामने आने लगा खैर वो मौका नही था ना ही टाइम था उस ने अली को उठाने के लिए आवाज़ दी लेकिन अली नही उठा उस ने खाना टेबल पर रखा और दिल तो कर ही रहा था सो उस ने अली के लंड पर हाथ रखा और अपने हाथ में ले कर हिलाया और छोड़ दिया और फिर अली की बाज़ू से पकड़ कर कहा उठो भाई खाना खा लो.
अली उठा खाना खा कर फिर लेट गया और लैला किचन में काम कर रही थी अली ने आवाज़ दी लैला ने नही सुनी तो वो उठ कर किचन में चला गया और देखा कि लैला बर्तन धो रही थी अली ने क़रीब जा कर कहा लैला मेरे लिए चाय बना दो सिर में बहुत दर्द है जिस्म में भी अभी तक दर्द है और पता नही क्या हुआ सुबह से थकावट भी हो रही है.
थकावट सुनते ही लैला की हँसी निकल पड़ी अली ने पूछा तुम क्यों हंस रही हो उस ने कहा नही कोई बात नही है बस कॉलेज की एक बात याद आ गई थी.
अली ने कहा कौन सी तो उस ने कहा एक दिन मेरी फ्रेंड ने टीचर से कहा कि में थकि हुई हूँ और सुस्ती फील हो रही है तो टीचर ने उस को डेस्क पर खड़ा किया और फिर कहा कि घोड़ी की तरह (हॉर्स पोज़िशन) खड़ी हो जाओ और फिर टीचर ने पीछे से उस को थप्पड़ मारे उस दिन के बाद उस को सुस्ती और थकावट नही हुई.
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