RE: Incest Sex Kahani प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता --7
एयेए ये क्या कियाअ.... मुझे नही करवाना,.... ......... ..... आआआआआ.. ...
मैने शिवानी के माम्मो को चूस कर और निपल मरोड़ कर शिवानी का ध्यान चूत से हटाकर दूध पर लाया मैं लंड को चूत मे फसाए हुए उसके ऊपेर पड़ा हुआ था .....शिवानी पर मेरी पकड़ इतनी मजबूत थी को चाहकर भी तनिक भी नही हिल पायी....... .
जब शिवानी शांत हो गई तो मैने शिवानी के कान मे कहा जान अब बेड स्विच ओन करो देखो मेरे लंड ने तुम्हारी चूत कोऔर तुम्हे औरत बना दिया..... तुम्हारी चूत ने मेरे लंड का तिलक कर दिया........ . उसने जैसे ही बेड स्वित ऑन किया तो उसकी सीधे नज़र सामने लगे सीशे और ऊपेर सीलिंग मे लगे शीशे पर गई शिवानी की चूत से खून गिर रहा था.........
मैने शिवानी से कहा मेरे लंड का तो तिलक हो गया मेरा तिलक भी करो इससे .. उसने ऐसा ही किया मैने अब शिवानी के होंठो को अपने होंठो मे दबाकर और शिवानी के कंधे के अंदर से एक हाथ डाला और दूसरे हाथ से उसके मम्मे को मसला और फ़चा फॅक धक्का देने लगा शिवानी मेरे हर धक्के कॅया जवाब अपनी गांद उठाकर देती थी...... उसने अपनी टाँगे मेरी कमर मे फँसा ली थी वो झूला सरीखी झूल रही थी...... मैने शिवानी को शुरू मे बहुत धीरे धीरे धक्के लगाए बीच बीच मैं 3-4 झटके से गहरे धक्के पेल देता था पर जब स्पीड बड़ाई तो शिवानी ने बोलना शुरू किया......
एयेए... मनुव्व...... .. और्र....... ओउउर्र.र... आआआ...... .. सीईईई...... . दुख़्ता..... हाीइ..... लगे ........ राहूओ हाअ दीदी सही कह रही थी... एयाया मनु तुमने मेरे शरीर का अंग अंग ढीला कर दिया.....आआआआअ एयाया मुझे पेशाब लग रही हाईईईईई आआआअ जोरो से चोदो आआआआआ औरर्र और्र्रर और्र्र्ररर हाआआ और शिवानी झार गैईईई... .. मैने अप्निस्पीड कम कर दी मैं अभी झरने से बहुत दूर था ..... शिवानी ने बहुत सारा पानी छोड़ा था...... जब मैने शिवानी के निपल चबाना शुरू क्या और उसके क्लाइटॉरिस को मसाला तो शिवानी दुबारा धार पर आ गई.... और अब वो ज़्यादा साथ देने लगी थी.... अरे बाप रीए... हाआआ इतना मज़ाअ आता है चुदवाने मे... .. पहले जानलेवा दर्द फिर जान को सुकून देने वाला दर्द.... हाया तुम्हारा लंड मेरे पसलियों तक टकरा रहा हॅयियी हा मनुव्व ऐसे हॅयियी और्र और्र..... आआआआ चोदूओ वर्षों पुरानी मेरी तम्माना पूरी हुई..... आआआआआ मैं जीवन भार याद रखूँगिइइइ एयाया बिल्कुल वैसे ही चोदो जैसे दीदी और सूची को चोदा था.....एयाया दीदी को भी इतनी बेरहमी से चोद्ते हूऊ.... आआआअ मैने शिवानी को कहा चलो कुतिया बनजा...... . शिवानी पलंग के नीचे खड़ी होकर अपनी छाती पलग पर टीका लिया और गांद मेरी तरफ खोल की मैने शिवानी की पैर फैलाए और कमर थाम कर लंड शिवानी की बुर मे फँसाकर जैसे धक्का मारा तो शिवानी की टाइट चूत होने के कारण फिसल गया..... फिर शिवानी ने एक हाथ से लंड संभाला और मैने पहले आधा लंड धीरे धीरे पीछे से सरकया फिर तबाद तोड़ धक्के दिए.... इस बार तो शिवानी ज़्यादा चिल्ला रही थी मैं पीछे से हर धक्के के साथ शिवानी की गांद पर चांटा भी मार रहा था.... शिवानी को डूब्बल दर्द हो रहा था....... शिवानी लगातार झरे जा रही थी.... अब मेरे भी लंड मे उबल्ल आ रहा था सो मैने शिवानी को बिना लंड निकाले सीधा किया और पलंग पर पटक कर उसपर मिस्षनरी पोज़िशन मे चढ़ कर भककम चुदाई करी....
" आरीए मर गैइइ...... मेरी पसलियाअ टूट गैईई.... बचाओ कोई मुझीई मेरी बुरर्र के चीथड़े उड़ा दियी.....आआआअ आ......एयेए माइ गैइइ आआआआआआआआआअ मेराअ निकल रहाआ हेयोयीयियैयियी आआ और मैं भी बिल्कुल कररीब आ गया सो मैने लंड को शिवानी की जड़ मे ठूंस दिया और वही से पिचकारी शिवानी की बुर मे छोड़ने लगा........ ......"
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