RE: kamukta Sex Kahani पत्नी की चाची को फँसाया
तब उन्होंने कहा- आप आने वाले थे न.. इसलिए हम नहीं गए.. दो साल के बाद तो आप यहाँ आए हैं.. तो हमारा भी फ़र्ज़ बनता है ना.. कि दामाद का पूरी तरह ध्यान रखा जाए।
तब मेरी पत्नी ने कहा- कोई बात नहीं चाची.. राज की पोस्टिंग जब मुंबई में होगी.. तब आप जी भर के ध्यान रखिएगा..
हम सब हँस पड़े और फिर हम खाना खा कर ससुर के घर आ गए। कुछ दिन ससुराल में रुके.. फिर वापिस दिल्ली आ गए।
इस बात को कब 9 साल गुजर गए.. पता ही नहीं चला और इन 9 सालों में काफ़ी कुछ बदल गया था। मेरे ससुर और चाचा ससुर के बेटे और बेटी ज्योति की शादी हो चुकी थी और अपने-अपने फैमिली में सब खुश थे। लेकिन ज्योति की उनकी सास के साथ नहीं बनी तो वो मेरे चाचा ससुर के घर वापिस आ गई थी।
यहाँ आई तो उसकी भाभी यानि मेरे चाचा ससुर के बेटे की बीवी के बीच अनबन हुई.. जिसकी वजह से मेरा साला अपनी बीवी को लेकर अलग रहने चला गया। चाचा ससुर के यहाँ सिर्फ़ 3 लोग रह गए.. मेरे चाचा ससुर.. सास और ज्योति..
ज्योति बिल्कुल अपनी माँ पर गई थी। वो भी मुनमुन सेन की लड़की रिया सेन जैसी लगती थी। सब लोग अच्छी तरह से रहते थे और खुश थे।
एक दिन अचानक फोन आया कि मेरे चाचा ससुर की हार्ट-अटैक से मौत हो गई है.. तो हम सब फिर वहाँ उनके घर मुंबई गए। वहाँ चाची सास मुझे और मेरी पत्नी से लिपट कर बहुत रोईं।
फिर इस घटना को दो साल बीत चुके थे.. सब अपनी-अपनी जिन्दगी में खुश थे.. लेकिन एक दिन मुझे मेरे ऑफिस से मुझे प्रमोशन मिला और घर आकर मैंने अपनी पत्नी से कहा- मेरा प्रमोशन मुंबई में हुआ है।
तब वो बहुत खुश हुई और उसने मुझसे कहा- कब जाना है?
मैंने कहा- 15 दिन बाद..
तब वो बोलीं- रवि का तो स्कूल है.. तो कैसे सैट करेंगे?
मैंने कहा- उसका एक साल बिगड़ जाएगा और क्या?
तब वो बोलीं- मैं उसका एक साल बिगड़े.. ऐसा हरगिज़ नहीं चाहती हूँ.. आप अकेले मुंबई जाइए और कुछ ही महीनों की तो बात है.. आप मेरे पिताजी के घर रहिएगा।
मैंने कहा- जैसा तुम्हें ठीक लगे।
फिर 15 दिनों के बाद मैं मुंबई चला आया और जॉब ज्वाइन कर ली।
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