RE: XXX Kahani दो दो चाचिया
कमला बड़ी एक्सपर्ट थी, उसको पता थी मुझ जवान लौंदे की हालत, उसने मेरी लूँगी उपेर की और मूह अंडर घुसा दिया, चड्डी तो मैने पहनी नही थी,' रमेश बाबू, मेरे मूह को ही चाची की गांद समझो और अपने लंड को चाचा का लंड और कर दो अपने अंडवे मेरे पेट मे खाली, ज़्यादा आ ऊओह नही करना नही तो अंडर चाचजी को पता चल जाएगा,' उसने कहा और मेरे सुपरे पेर दाँत लगा दिए. वो अब अपने मूह से मेरा लंड चोद रही थी, उधर चाचजी तेज़ी से मेरी चाचिजी की गांद कर भुर्ता बनाने मे लगे हुए थे,' अरे फड़ोगे क्या मेरी गांद? इतनी तेज़ी से मत करो..' चाचिजी बोलती रही और चाचजी चोद्ते रहे. " अछा ठीक है अब तेरी गांद मे मेरी मलाई भर देता हू, कह कर चाचजी ऊओह आ करने लगे, ठीक उसी वक़्त मे भी झार गया. कमला मेरे लंड के मूह से वीरया की एक एक बूँद चाट रही थी.
मैने लूँगी लपेट ली. कमला बोली अब बड़ी चाचिजी की कुश्ती देखने चलते है. बड़ी चाची जी बिस्तेर के कोने पेर बैठी थी और चाचा खड़े थे, दोनो नंगे थे और वो चाचजी का सिकुरा हुआ लंड चूस रही थी, जबकि चाचा उनके बड़े बड़े बूब्स दबा रहे थे. कोई 5-10 मिनिट तक वो चाचजी का लंड चुस्ती रही,' उस रंडी नर्स ने चूस चूस कर इसका रस निकल दिया है अब ये मेरे किसी काम का नही रहा,' चाचिजी बोली. मैने कमला की तरफ देखा तो वो समझ गयी,' अरे चाचजी जिस गॅव मे रहते है वाहा केरल की एक मोटी नर्स भी रहती है दोनो एक ही मकान मे रहते है और रोज़ चोद्ते है, कमला मेरे कान मे बोली. चाचजी का लंड खड़ा होने का नाम नही ले रहा था,' लो अब अपनी जीभ से मेरी चूत चूस कर इसकी प्यास बुझाओ,' कह कर चाचिजी ने अपनी मोटी गांद उपेर कर दी, चाचजी कुत्ते की तरह उनकी चूत चाटने लगी,' छत भद्वे, चाट हिजड़े,' चाचिजी बोल रही त,' तेरी जीभ से चोद मेरा गरम भोस मदारचोड़ ,' उन्होने कहा, अब मेरी चूत तेरी जीभ पेर पानी छ्चोड़ रही है भोसड़ी के,' कह कर वो खल्लास हो गयी. कमला बोली,' मुन्ने अब कमरे मे चलो वही चोदेन्गे,' मे चल दिया.
कमरे मे पहुच कर कमला ने अपने कापरे खोले, दरवाज़ा बंड काइया और मेरे कापरे उतरने लगी. मेरी लूँगी के उपेर ही वो मेरा फूला हुआ लंड मसल रही थी, मुझे पता था कमला बहुत उत्तेजित है. एक मिनिट मे उसने मुझे एकद्ूम नंगा कर दिया और बिना लंड चूसे मेरे उपेर आ गयी, एक झटके मे उसने मेरा लंड अपने भोस्डे के होटो पेर रखा और धजाक्का दिया. उसकी गीली चूत मे मेरा गरम लंड एकद्ूम से आसानी से सरक गया, ओह्ह राजा मेरी चूत को बहुत मज़ा आ रहा है पूरा खा जाएगी ये तुम्हारे लंड को ,' ये कह कर उसने गांद उँची की और ज़ोर से धक्का दिया, इस बार मेरा पूरा लॉडा अंडर सरक गया, मे कमला के बूब्स मसालने लगा , वो उछाल उछाल कर मुझे छोड़ने लगे,' ओह भद्वे, मदारचोड़, भेन्चोद छूतिए छोड़ता जा मुझे, मार मेरी ज़ोर से, बहुत मज़ा आ रहा है, तेरा लॉडा तो एकद्ूम हात्ोड़ा है राजा, ' ये कह कर कमला ने रफ़्तार बढ़ा दी, मेरी हालत खराब थी, वो एकद्ूम मदमस्त हथनी की तरह चोद रही थी. उसके मोटे चूतड़ उछाल उछाल कर मेरे आँड को दबा रहे थे,ओह राजा मे झाड़ रही हू ऊऊ आ ,' कह कर उसने मेरे बॉल कस कर पाकर लिए और पानी छ्चोड़ दिया. कमला एकद्ूम शांत पद गयी,' अब तुम उपेर आ जाओ, उसने कहा और नीचे लेट कर टाँगे चौरी कर ली, मे लंड को अड्जस्ट कर उसमे घुस गया और स्पीड बढ़ा दी, वो सी सी कर रही त, मे किसी जंगली की तरह उसको चोद रहा था,' चोद राजा चोद इस रंडी को, चोद और मेरी चूत का भुर्ता बना दे, कह कर कमला ने मेरी गांद कस कर पाकर ली. मे अब कंट्रोल नही कर पा रहा था, कोई एक मिनिट मे मेरे लंड के मूह से गरम वीरया फूट पड़ा, कमला की प्यासी चूत की दरारओ ने उसकी एक एक बूँद सोख ली. रत मे दो बार कमला को मैने और चोडा.
अगले दिन सुबह मे स्कूल चला गया, दोपहर मे खाना खा कर होँवोर्क काइया, छ्होटे चाचा और बड़े चाचा दोनो वापस चले गये थे. छ्होटी चाची ने मुझे गले लगा कर चुंबन दिया, कमला भी मस्त थी,' रात मे चुदाई का खूब मज़ा दिया तुमने रमेश बाबू,' वो बोली. लेकिन बड़ी चाची दिखाई नही दी, मुझसे रहा नही गया,' कमला आज बड़ी चाची कहा है?' कमला ने आँख मार कर कहा,' देखोगे?' मुझे कुछ समझ नही आया, मैने कहा,' हा', उसने कहा,' चुपचाप मेरे साथ आओ.'
मे कमला के साथ चल दिया. " किशन माली अपने एक दोस्त को साथ लाया है, बड़ी चाची एक साथ दो लंड खा रही है,' कमला बोली. मुझे कुछ समझ नही आया. कमला मुझे छ्ट पेर ले गयी, वाहा रोशनदान से सब कुछ दिख रहा था. किशन माली के उपेर बड़ी चाचिजी लेती थी और उसका मोटा लंड चूस रही थी, वो खुद उनकी चूत चाट रहा था. उधर एक और अढेढ़ अवस्था का आदमी बड़ी चाची की गांद चाट रहा था. मैने पहली बार किसी आदमी को गांद चाटते हुए देखा था,' कमला इसको गांद चाटने मे शरम नही आती,' मे बोला,' अरे रमेश बाबू, अब कहे की शरम, अभी देखने इस गांद का कैसे ये भुर्ता बनता है.' किशन का लंड अब पूरा फेल चुका था, चाची अब उसके उपेर आई और उसको चोदने लगी,' चोद रंडी मुझे ज़ोर से चोद,' किशन ने कहा. उधर दूसरा आदमी अब चाची की गांद को एक उंगली से चोद रहा था, चाची ऊओह आ कर रही थी, रमेश ने देखा उस आदमी का लंड काफ़ी मोटा और लंबा था,' उस्मान अब इसकी गांद खुल गयी होगी पेल दे अपना लॉडा,' किशन बोला,' हा भाई रूको, उसने कहा और अपने लंड का खुला हुआ सुपरा चाची की मोटी गांद के च्छेद पेर लगा दिया,' ओह्ह मरेगा क्या भद्वे,' चाचिजी बोली. मगर वो रुका नही और धीरे धीरे लंड सरकता रहा, कोई 3-4 मिनिट मे उसका आधा लंड चाची की गांद मे सरक गया था. चाची किशन को चोद रही थी ओए वो आदमी चाची की गांद. बीच मे चाची ऊओह आ कर रही थी, बाहर निकालो मेरी गांद फट जाएगी, मगर दोनो कहा सुनने वेल थे, खचाखच दोनो लंड अब चाची के दोनो काले च्छेदो मे आ जा रहे थे. कोई 5 मिनिट बाद दोनो ने पोज़िशन बदल ली, अब उस्मान चाची की चूत चोदने लगा और किशन गांद, मे मार जौंगी दो मोटे लॉडो के बीच भेन्चोदो बस करो अब और अपना पानी निकालो, चाची बोली, अभी कहा रंडी तेरी चुदास हम आराम से मिटाएँगे, कह कर दोनो ने रफ़्तार बढ़ा दी, चाची हाँफ रही थी,' ओह्ह मदारचोड़ो मेरा पानी छ्छूट रहा है, कह कर वी झाड़ गयी, उधर 2 मिनिट के अंदर दोनो मर्दो ने भी उनके अंडर पानी छ्चोड़ दिया. दोनो ने अपनी लूँगी और धोती बँधी और चुपचाप खिसक लिए. चाची वैसे ही नंगी पड़ी थी.
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