RE: कौन सच्चा कौन झूठा--एक्शन थ्रिलर सस्पेंस
जो फाइल्स वो लोग उस कमरे से लाए था , राणे उन्हे खोलने लगा , हर फाइल मे
खून के केसस थे , जो केस सॉल्व हो चुके थे उन पर मुजरिम के फोटो भी लगे हुए
थे
राणे: बाबू राम चाइ बोलो
काफ़ी सारी फाइल्स छानने के बाद , एक फाइल को राणे ने साइड मे रखा , हवलदार
चाइ लेकर आया
राणे: ये सब वापस रख दो
हवलदार ने टेबल से सारी फाइल्स उठाई , और वापस उसी रूम मे रख दी
कुछ देर उसी फाइल मे बिताने के बाद ,एक पेपर पर कुछ डीटेल्स नोट करी, राणे
ने हवलदार को अपने पास बुलाया
राणे: ये जिस -2 के नाम इस मे है , इनकी डीटेल ले कर आओ , कहा पर है क्या
कर रहे हो , कौन मर चुका है कौन ज़िंदा है समझे का
हवलदार: जी सर
राणे ने कुछ देर ऐसे ही फाइल को चेक किया , वो एक दम से चौक पड़ा , जैसे
मानो उसे कुछ मिला हो , उसने फोन उठाया नंबर डाइयल किया
राणे: कहा पर हो
डीटेक्टिव: सर आपका काम ही कर रहा हू
राणे: एक काम करो
राणे ने कुछ डीटेल्स और अड्रेस डीटेक्टिव को दिया
राणे: जो अड्रेस तुम्हे दिए है , इसका पूरा हिस्टरी दो , और हां एक भी
ग़लती ना हो किसे को पता नही लगना चाहिए के हम क्या कर रहे है
डीटेक्टिव: जी सर , अभी पहले वही जाता हू
राणे ने फोन काटा और चाइ की चुस्की भरी
.....
चंदू खूली मे दाखिल हुआ ,सामने दीपक बेड पे बैठा उसका ही इंतेज़ार कर रहा
था
चंपा: अरे तू आगया , साहेब जी तेरा बड़ी देर से इंतेज़ार कर रहे थे
चंदू: कही काम मे फस गया था , चलो
दीपक: क्या तुमने अपने दोस्त से बात की
चंदू: हां मेने उसे बोल दिया था, पर वो बस हमे सत्या से मिलवा सकता है ,
बाकी सब तुम्हे खुद पूछना पड़ेगा
दीपक: चलो
चंपा: चंदू साथ मे रहना साहेब जी के समझा
चंदू: हां साथ रहूँगा ,तू चिंता मत कर
दोनो खोली से बाहर की और हुए ,दीपक ने मूड के चंपा को मुस्कान दी और कमरे
से बाहर हो गया
दोनो कुछ दूर तक ऐसे ही चल रहे थे,दीपक ने सामने से दिव्या को आते देखा
,दिव्या ने भी उसे देख लिया था , दिव्या अकेली थी उसी की तरफ बढ़ रही थी
दीपक के कदम खुद बा खुद रुक गये , उसकी नज़रे दिव्या पर ही थी , दिव्या भी
उसे देख रही थी , चंदू अपनी धुन मे थोड़ा आगे बढ़ चुका था
दीपक ने कुछ बोलना चाह पर अचानक दिव्या की आँखों मे एक गुस्से की ल़हेर पा
कर रुक गया, दिव्या दीपक की तरफ ही देख रही , वो दीपक से बहुत सवाल करना
चाहती थी पर कुछ बोली नही
उसका गुस्सा उसके चेहरे पे ज़ाहिर था , कुछ बोली नही बस आगे बढ़ चली , दीपक
वही खड़ा उसे जाते देख रहा था
चंदू: अरे कहा पीछे रह गये , आओ जल्दी
चंदू की आवाज़ ने दीपक को नींद से जगाया , और वो भी आगे को हो गया
अप्सरा बार के बाहर दोनो पहुचे
चंदू : यही रूको मे अपने दोस्त से मिल कर आता हू
दीपक ने हामी भरी , चंदू बार के अंदर को हुआ
दीपक बाहर खड़ा इधर उधर देख रहा था, सामने उसे एक हवलदार आता दिखा , दीपक
घबराया और बार के अंदर हो गया
बार के अंदर अचानक सारी लाइट्स ऑफ हो गयी , और एक आवाज़ आई
दोस्तो आज हमारी शाम और रंगीन करने के लिए इस इलाक़े की मश-हूर डॅन्सर
मुन्नी आज यहा पेरफॉर्मेंसे देंगी
लाइट्स ऑन हुई , और तालियो की गड़ गड़ाहट सुनाई दी , जैसे ही लाइट्स ऑन हुए
दीपक ने अपने आप को लोगो की भीड़ पे पाया , आज बार मे एक जशन का महॉल था ,
लोग अपनी मस्ती मे मस्त थे शराब के जाम एक दूसरे से टकरा रहे थे
और एक अननौसेमेंट हुआ , दोस्तो आज हमारे बार के मल्लिक मिस्टर. सत्या जी भी
आप लोगो के साथ यही मौजूद है , आप सब तो इन्हे जानते ही होंगे ये इस शहेर
की एक जानी मानी हस्ती है
ये सुनते दीपक की नज़रे , स्टेज के उपर एक आदमी पर पड़ी जिसने माइक अपने
हाथ मे लिया ओर बोला
दोस्तो आज हमारे इस अप्सरा बार की 10थ अन्नीवेरसेरी हे , आप सब लोग यहा आए
आप लोगो का बहुत -2 शुक्रिया , ये बोल कर वो स्टेज से नीचे उतर गया , दीपक
की आँखें उसी पर टिक गयी
चंदू बार के बाहर आया , और दीपक को ढूँढने लगा , पर दीपक का कोई आता पता
नही था , उसे लगा जैसे दीपक बार के अंदर जा चुका है , वो जल्दी से बार के
अंदर हुआ
चंदू जैसे ही बार के अंदर हुआ , सामने स्टेज पर लड़किया डॅन्स कर रही थी,
स्टेज के आगे दो बॉडीगार्ड हाथ मे गन लिए खड़े थे जो सत्या के लिए थे
अचानक दीपक के कंधे पर किसे ने हाथ रखा ,दीपक ने पीछे मूड के देखा
चंदू: अंदर कब आए
दीपक: अभी आया हू, (अपनी उंगली से इशारा किया सत्या की और)
चंदू ने दीपक की और देख कर हामी भरी
एक आदमी सत्या के पास आया ,उसके कान मे कुछ कहा और वाहा से चला गया ,सामने
स्टेज पर डॅन्स चालू था , कुछ देर बाद सत्या वाहा से उठा और उपर बने अपने
पर्सनल कमरे मे चला गया , दोनो वाहा खड़े उसे ही देख रहे थे
दीपक: तुमने अपने दोस्त से बात की
चंदू: वो नही है यहा , कही काम से चला गया
दीपक: फिर मिल कैसे पाएँगे , यहा ख़तरा भी है ( उसका इशारा उन बॉडीगार्ड्स
की तरफ था)
दोनो बार के दूसरी तरफ हुए ,जहा से सत्या के कमरे की सीडिया नीचे से उपर जा
रही थी , और नीचे दोनो बॉडीगार्ड्स खड़े थे
दीपक : एक काम करो ( दीपक ने चंदू के कान मे कुछ कहा , चंदू तैयार नही हुआ ,
पर दीपक के बार-2 कहने पर मान गया )
चंदू , दीपक से अलग हुआ और आगे स्टेज की तरफ हुआ ,टेबल पे पड़े ग्लास को
उठाया और नशे मे चूर होने की आक्टिंग करने लगा
स्टेज की तरफ चंदू पहुचा , और खाली ग्लास के साथ नशे मे होने की आक्टिंग
करने लगा स्टेज पर नाच रही लड़कियो को छेड़ने लगा
पास खड़े मॅनेजर ने दोनो बॉडीगार्ड्स की तरफ इशारा करके बुलाया , इसे यहा
से बाहर फैंको
बॉडीगार्ड्स उसे स्टेज से दूर करते हुए बाहर गेट के पास लाए और वही छ्चोड़
दिया
दीपक इसका फ़ायदा उठा कर उपर सीडिया चढ़ते हुए कमरे मे दाखिल हुआ
नीचे फिर चंदू वापस बार मे अंदर आगेया था और बॉडीगार्ड्स के सामने नाचने
लगा
उपर सीडियो से दीपक भागता हुआ नीचे आया , बॉडीगार्ड्स ने उसे रोकने की
कोशिश की , दीपक ने दोनो को धक्का दिया और नीचे गिरा दिया , बार से भागता
हुआ बाहर हुआ , चंदू वही खड़ा देखता रहा वो कुछ समझ नही पाया
बॉडीगार्ड्स खड़े हुए , उपर सीडिया चढ़ते हुए कमरे मे पहुचे , सामने बेड पर
सत्या खून मे लथपथ पड़ा था , उसके गले से अभी भी खून बह रहा था
एक बॉडीगार्ड ने दूसरे को बोला , जा उसका पीछा कर , दूसरा बॉडीगार्ड भागता
हुआ बार से बाहर हुआ और चारो तरफ देखने लगा पर कोई नही था , लोगो की चहेल
पहाळ थी
पोलीस थाने मे बैठा राणे डीटेक्टिव के फोन का इंतेज़ार कर रहा था, वो चाहता
था के कोई खुशख़बरी मिले , फोन की घंटी बाजी, राणे ने झट से फोन उठाया
राणे: इनस्पेक्टर राणे हियर
बात ख़तम होने के बाद राणे ने फोन काटा, बड़े अजीब अंदाज़ मे कुर्सी से
खड़ा हुआ अपनी कॅप उठाई और बिना किसी को कुछ कहे पोलीस स्टेशन से बाहर हुआ
गाड़ी के पास पहुचा
राणे: चलो
हवलदार: कहा सर
राणे: वाहा
हवलदार: सर
राणे: अरे यार एक खून और हुआ चलो अप्सरा बार
जीप अप्सरा बार के बाहर रुकी , कोई गाड़ी से नीच नही उतरा , हवलदार की नज़र
राणे पर पड़ी उसको लगा साहब कही घूमे है
हवलदार: सर हम पहुच गये
राणे अपनी नींद से जागा , गाड़ी से नीचे उतरा और बार के अंदर हुआ , सामने
सीडियो के पास भीड़ इकट्ठी थी, राणे को देख लोगो ने रास्ता दिया ,उपर
सीडिया चढ़ता हुआ कमरे मे पहुचा बेड खून से भरा था
पास मे पड़े फोन को उठाया ,पोलीस स्टेशन फोन किया
राणे: राणे बोल रहा हू , यहा अप्सरा बार मे फोरेन्सिक वालो को भेजो , एक
आफ़त और आ गयी है
राणे ने फोन रखा , और लाश के पास आया गले से अभी भी खून बह रहा था
सामने खिड़की के पास गया उसे खोला ,और सामने एक रस्सी लटक रही थी ,खिड़की
से झाँक के देखा ,बार की पिछली गली का रास्ता था, वाहा से मुड़ा
राणे: किसी को कुछ इस बारे मे पता है , कुछ देखा किसे ने
बॉडीगार्ड आगे आया
बॉडीगार्ड: साब एक लड़का था ,सत्या साब को मार के वो सीडियो से नीचे भाग
गया
राणे: तुम कौन हो ,और ये गले मे जो गन डाली है इसका लाइसेन्स है
बॉडीगार्ड: साब मे सत्या साब का बॉडीगार्ड हू ,इस गन का लिसेँसेंस है मेरे
पास
राणे: ऊ भाग गया , और तुम का एई गन लटकाए मूह देख रहे थे
बॉडीगार्ड: साब वो अचानक भागता हुआ आया और धक्का दिया , और भाग गया , हम
लोग कुछ समझ नही पाए
राणे: ह्म्*म्म. अरे हमका एई तो बताओ ,वो लड़का उपर कैसा आया
बॉडीगार्ड्स: पता नही सर हम दोनो तो नीचे ही खड़े थे ,उपर तो कोई नही आया
था सत्या साब हमारे सामने ही उपर आए थे, उस वक्त कमरे मे कोई नही था
राणे सोच मे पड़ गया , उसको याद था के सत्या पे पहले भी जान लेवा हमला हो
चुका था
थोड़ी देर मे पोलीस वालो के साथ , फोरेन्सिक वाले भी पहुच चुके थे
राणे ने फोरेन्सिक डिपार्टमेंट के एक आदमी को अपनी तरफ बुलाया , खिड़की के
पास ले कर गया और नीचे की तरफ इशारा किया
राणे: नीचे जाओ और वाहा जुतो (शूस) की निशान होंगे उन को उठा लो , और रस्सी
पे जो कुछ हो ले लेना
ये बात सुन कर वो आदमी कमरे से बाहर गली के पीछे हुआ , पीछे जैसे ही वो
नीचे पहुचा राणे ने आवाज़ दी
राणे: रस्सी खींचिए ज़रा , देखे नीचे आती है का
नीचे खड़े आदमी ने ज़ोर से रस्सी खींची पर , रस्सी को कुछ नही हुआ
राणे: ठीक है , अब तुम अपना काम करो
दो पोलिसेवालो को छत पर भेजा,
राणे: जाओ देखिए ज़रा ,एई रस्सी कहा अटकी है , और हां रस्सी को हाथ लगाने
से पहले ग्लाउब्स पहेन लेना
दोनो हवलदार भी छत की तरफ हुए
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